आखिर मेरे बेटे का बाप कौन है- 6

आखिर मेरे बेटे का बाप कौन है- 6


मेरे पड़ोसी लड़के ने बर्थडे सेक्स गिफ्ट मांगी मुझसे. मैं तो हमेशा लंड लेना चाहती हूँ पर मैंने उसे तड़पाने की सोची. मैंने उसे मना कर दिया. फिर उसने क्या किया?
यह कहानी सुनें.

हैलो मेरे मर्दो, मैं आपकी मुँह बोली बीवी मधु एक बार फिर से सेक्स कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
पड़ोस के जवान लड़के ने मांगी चूत
अब तक आपने पढ़ा था कि गौतम मुझे चोदने की जिद कर रहा था, वो मेरे पैरों पर गिर गया था.
अब आगे बर्थडे सेक्स गिफ्ट की कहानी:
मैं उसे डांटती हुई बोली- पहले मुझे छोड़ो और सीधे खड़े हो जाओ.
वो नजरें झुकाये हुए खड़ा हो गया.
मैं प्यार से बोली- गौतम, अभी तुम्हारे उम्र ये सब करने की नहीं है. मेरे सामने अभी तुम बच्चे ही हो.
इतने में गौतम बोला- दीदी अब कल तक बच्चा था. अभी तो हम दोनों ने मिलकर 19 की केक काटी है.
उसके मुँह से ये सब बातें सुनकर मुझे बहुत अजीब लग रहा था.
मैं बोली- तुम सच में पागल हो गए हो.
फिर मैं बाहर को जाने लगी.
तभी वो गेट घेरकर बोला- नहीं दीदी. आज जाने नहीं दूंगा. मुझे मेरी बर्थडे गिफ्ट चाहिए. आज तो मैं आपके साथ सेक्स करके रहूँगा.

मैंने सोचा कि ये मानने वाला नहीं है. मेरे मन में भी कुंवारे लंड से चुदने का मन होने लगा था.
मैं बोली- ओके तुम्हें गिफ्ट चाहिए ना!
उसने सर हिलाते हुए हां बोला.
फिर मैंने ना चाहते हुए भी उसके एक गाल पर किस कर दी और बोली- अब खुश … मिल गयी न तुम्हें गिफ्ट!
मेरी चुम्मी से तो मानो जैसे वो पागल से गया था. वो बोला- दीदी मजा आ गया. आपके बदन से क्या खुशबू आ रही है. मैं इस खूशबू में खो जाना चाहता हूँ.
मैं बोली- पहले बड़े हो जाओ … उसके बाद.
मगर वो बोला- दीदी मैं बड़ा हो गया हूं और आप जिसकी बात कर रही हो, वो भी बहुत बड़ा है.
मैं बोली- बड़े बेशर्म होते जा रहे तुम!
उसी पल उसने मेरी चूचियों को पकड़कर मसल दिया और बोला- क्या चूचियां हैं दीदी.
उसकी इस हरकत से मुझे बहुत गुस्सा आया और मैंने बिना सोचे उसके गाल पर एक थप्पड़ जड़ दिया.
मुझे बाद में गिल्टी भी फील हुई कि उसके बर्थडे वाले दिन मैंने उसे थप्पड़ मार दिया.
वो नाराज हो गया और मुझसे दूर चला गया. वो कहने लगा- आप गंदी हो. मैं आपसे अब कभी बात नहीं करूंगा.
और वो अपने बेडरूम में चला गया.
मैंने सोचा कि अब क्या करूं यार. ये तो गलत हो गया.
इतने में सनी का फोन आया.
जैसे ही मैंने कॉल रिसीव की, वैसे ही सनी बोला. दीदी मैंने रवीना की सील तोड़ दी और आज पूरे दिन उसको चोदकर उसकी चूत फाड़ दी. बहुत ही जल्द गांड भी फाड़ दूँगा.
मैं बोली- अभी फोन रखती हूं. मैं गौतम के यहां आयी हूँ.
वो बोला- क्यों?
मैंने उसे बता दिया कि आज उसका बर्थडे है.
सनी हंसते हुए बोला- फोन मेरे साले को दो … मैं भी उसे विश कर देता हूँ.
फिर मैंने उसे थप्पड़ वाली सारी बात बता दी, तो सनी भी बोला कि ये तो गलत हुआ दीदी. मैं एक बात बोलूं!
मैं बोली- हां बोलो.
उसने कहा- गौतम की इच्छा क्यों नहीं पूरी कर देती यार … बेचारे का आज जन्मदिन है. मैंने भी तो उसकी बहन चोदी है.
मैं बोली- यार वो छोटा है.
इतने में सनी बोला- एक बार उसके औजार को भी ट्राय करके देख लो. अभी उसमें सेक्स को लेकर बहुत ताकत होगी. इसमें आपका भी फायदा होगा.
मैं चौंकते हुए बोली- कैसा फायदा!
तो सनी हंसते हुए बोला- आपको अपने बच्चे के लिए एक और बाप मिल जाएगा.
इस पर मैं भी हंसते हुए बोली- ठीक है … उससे भी चुदवा लेती हूं. अपने होने वाले बच्चे के सबसे छोटे बाप का रस भी ले लेती हूँ.
यह कहकर मैंने फोन काट दिया. अब मैंने सोचा कि चलो अपने बच्चे के बाप को मना लूं.
मैं उसके रूम में गयी, तो देखा कि वो सोफे पर बैठकर अपना फोन चला रहा था.
मुझे देखकर उसने गुस्से से अपना मुँह घुमा लिया.
मैं बोली- नाराज हो!
वो कुछ नहीं बोला.
फिर मैं बोली- इतनी ज्यादा नाराजगी!
गौतम बोला- मुझे आपसे बात नहीं करना.
मैं इठलाती हुई बोली- ठीक है … मत करो बात. मैं तो बर्थडे का गिफ़्ट देने आयी थी. अगर नहीं लेना है, तो मैं जा रही हूँ.
और मैं अपनी गांड मटका कर जाने लगी.
ये बात सुनते ही उसकी तो जैसे लॉटरी निकल गयी. वो सब कुछ भुलाकर मेरे पीछे दौड़ा.
मुझे पीछे से जकड़ते हुए बोला- क्या बात है दीदी. मतलब आप मेरे साथ चुदने के लिए तैयार हो गयी.
उसने पीछे से मेरी दोनों चूचियों को पकड़ कर जोर से दबा दिया और बोला- आज तो मजा आ जाएगा दीदी.
मैं उसको अपने से अलग करते हुए बोली- दीदी को चोदकर तुम्हें मजा लेना है!
वो बोला- आप मेरी बहन थोड़ी ना हो.
मैं एक सेक्सी अंगड़ाई लेते हुए बोली- और अगर होती तो!
इतने में वो मेरे एक गाल पर पप्पी करते बोला- अगर आप मेरी बहन होतीं … तब तो पक्का चोद देता.
अब मैं भी कहां पीछे रहने वाली थी. मैं बोली- रवीना तो कितनी हॉट और मस्त है. एकदम गदराई जवानी है और तुम्हारी बहन भी है. तो क्या तुम उसके साथ सेक्स कर चुके हो?
गौतम बोला- नहीं दीदी, अभी तो नहीं किया है. लेकिन उसकी नंगी चूचियों और गांड कई बार देख चुका हूं. मैंने उसकी चूचियों तो दबाया भी है.
मैं चौंकते हुए बोली- अच्छा ये सब कर चुके हो और रवीना कुछ नहीं बोलती है!
गौतम मेरी टॉप में हाथ डालते हुए बोला- उसने एक दो बार थोड़ा सा रोका था. फिर उसे भी मज़ा आने लगा था.
मैं बोली- सेक्स भी किया है कभी!
वो बोला- आज के दिन ही वो मुझे अपनी चूत गिफ्ट में देने वाली थी और आज मैं उसकी चुत की सील तोड़ने वाला था लेकिन अचानक वो चली गयी.
मैं सोचने लगी कि सारे भाई एक जैसे ही होते हैं … बहन भी शायद अपना पहला बीएफ अपने भाई में ही देखना चाहती है.
मेरी जैसी कुछ बहनें अपने भाई को बीएफ बना भी लेती हैं.
मैं मन में सोच रही थी कि बेटे तू यहां प्लानिंग करके बैठा था कि अपनी बहन की सील तोड़ेगा.
और वहां मेरा भाई, तेरे जन्मदिन वाले दिन ही तेरी बहन की सील तोड़कर उसकी चूत का भोसड़ा बना चुका है.
तभी गौतम मेरी चूचियों को अच्छे से मसलने लगा था. वो बोला- दीदी आपकी चूचियां बहुत मस्त हैं.
मैं मजे लेती हुई बोली- ठीक है फिर ले ले मज़े.
ये सुनते ही वो मेरी चूचियों को टॉप में से निकालने लगा लेकिन चूचियां बड़ी होने के कारण नहीं निकल रही थीं.
मैं बोली- रुको अनाड़ी चंद.
मैंने अपना टॉप उतार दिया और मेरी दोनों पहाड़ीनुमा चूचियां उसके सामने सिर्फ ब्रा में आ गईं.
मैं ब्रा भी उतारने लगी तो उसने रोक दिया.
वो बोला- पहले मैं आपकी स्कर्ट उतारूंगा. आपको पहले मैं सिर्फ ब्रा पैंटी में देखना चाहता हूँ.
मैं मंद मंद मुस्कुराने लगी.
वो अपने घुटनों पर बैठ गया और मेरी स्कर्ट उतारने लगा.
स्कर्ट उतारते हुए गौतम बोला- दीदी आप इतनी हॉट हो और इतनी छोटे छोटे कपड़े पहनती हो, तो सनी भैया ने आप पर कभी ट्राई नहीं किया!
मैं शराफत से बोली- सारे भाई तुम्हारे जैसे ठरकी नहीं होते कि तुम अपनी बहन को ही चोदने में लगे हो.
ये बोलते हुए मैं मन ही मन मुस्कुरा रही थी.
अब मेरी दमकती जवानी एक 19 साल के लड़के के सामने सिर्फ ब्रा और पैंटी में अपना जलवा बिखेर रही थी.
वो मुझे घूरते हुए बोला- सच में कितनी हॉट हो दीदी आप और आपके चूचे कितने तने हुए हैं. लगता है जीजू अच्छे से नहीं मसलते हैं.
दोस्तो, मैं अपनी चूचियों की बात करूं तो जितने भी लोग मेरी चूचियों को पहली बार देखते हैं, सबको यही लगता है कि मेरी चूचियों कम मसली गयी होंगी.
लेकिन उन लोगों को क्या पता कि सबसे ज्यादा जुर्म तो मेरी चूचियां ही बर्दाश्त करती हैं. इसमें सामने वाले मर्द की गलती नहीं होती है. क्योंकि मेरी चूचियां 36 इंच की हैं और अभी भी एकदम ऐसी तनी हुई रहती हैं, जैसे एक नवयौवना लड़की की होती हैं.
गौतम बोला- आज तो मेरी किस्मत खुल गयी.
मैं बोली- वो सब तो ठीक है. अब अपना लंड भी तो दिखा. मैं भी तो देखूँ कि कितनी जान है तेरे लंड में.
इतना सुनते ही वो एक ही झटके में नंगा हो गया. उसका लंड नाग की तरह फ़नफनाता हुआ बाहर निकला.
उम्र के हिसाब से ही गौतम का लंड भी जवान था. हालांकि अभी करीब 5 इंच का लम्बा और 2.5 इंच मोटा था. उस पर हल्की हल्की झांटें भी निकल रही थीं.
मैंने सोचा कि क्या यह लौंडा मेरी जैसी चुदक्कड़ के आगे ज्यादा देर तक टिक पाएगा.
फिर मैं सोचना बंद करके उसके लंड को देखने लगी.
उसका लंड देखने में एकदम मासूम लग रहा था.
मैंने बिना सोचे उसके लंड को पकड़ लिया और सोफे पर बैठ गयी.
जैसे ही मैंने उसका लंड पकड़ा, उसका शरीर गनगना गया और वो हिल गया.
मैं बोली- ये क्या हुआ?
तो वो बोला- कुछ नहीं दीदी … आज पहली बार किसी लड़की ने मेरे लंड को पकड़ा है. और वो भी आप जैसी हॉट लड़की.
मेरे पकड़ते ही उसका लंड एकदम कड़क हो गया था और बिल्कुल गर्म हो चुका था.
उसका लंड मैं आगे पीछे करने लगी थी.
गौतम को मेरा लंड आगे पीछे बहुत अच्छा लग रहा था. उसकी आंखें बंद हो चुकी थीं.
उसका लंड मुझे इतना मस्त लग रहा था कि आज पहली बार दिल कर रहा था कि इसका लंड मुँह में लेकर अच्छे से चूस लूं.
वैसे मैं किसी का लंड मुँह में नहीं लेती हूँ सिर्फ सनी को छोड़कर.
मैंने बिना ज्यादा सोचे गौतम के प्यारे लंड को अपने मुँह में ले लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.
ये देखकर गौतम बहुत खुश हुआ.
उसने खुद कभी नहीं सोचा होगा कि मैं उसके लंड को अपने मुँह में ले लूंगी.
मुझे उसका लंड चूसना बहुत अच्छा लग रहा था.
गौतम तो जैसे स्वर्ग की सैर कर रहा था.
मैं उसके लंड को अपने मुँह में आगे पीछे करने लगी. अब गौतम भी अपने दोनों हाथों से मेरे सर को पकड़कर मेरे मुँह को चोद रहा था. मुझे भी उसके लंड से ऐसे चुदने में आनन्द आ रहा था.
तभी अचानक से वो हो गया, जो मैंने कभी नहीं सोची थी.
अभी उसका लंड चूसते हुए 5 मिनट ही हुए होंगे कि गौतम ने मेरे मुँह में ही अपना स्पर्म छोड़ दिया.
मुझे ये बात बहुत अजीब सी लगी और मैं उसके लंड को अपने मुँह से निकालने की कोशिश करने लगी.
लेकिन गौतम ने मेरे सर को पकड़ लिया था और वो धीरे धीरे झटके देता हुआ अपना स्पर्म मेरे मुँह में निकाल रहा था.
कुछ स्पर्म तो मेरे गले से नीचे भी उतर गया था.
फिर मैंने जैसे तैसे उसके लंड को बाहर निकाला. उसी समय गौतम ने अपने लंड से निकली स्पर्म की एक धार मेरे होंठों पर भी निकाल दी.
वो इतने में ही थककर बैठ गया.
उसके स्पर्म की खुशबू मेरे नाक में जा रही थी. जो मुझे रोमांचित कर रही थी.
मुझे अपने मुँह में स्पर्म निकलवाने में घृणा थी लेकिन इसके स्पर्म और लंड में मुझे अजीब सी फीलिंग महसूस हुई.
तो दोस्तो, मैं उम्मीद करती हूं. कि आप लोगों को मेरी कहानी बहुत अच्छी लगी होगी. और आप इस कहानी को भी ढेर सारे प्यार देंगे. मुझे मेल करके और इंस्टाग्राम पर बातें करके.
बर्थडे सेक्स गिफ्ट की कहानी पर आप लोग अपनी राय मुझे कमेंट्स में बताएं.
इमेल नहीं दी जा रही है.
बर्थडे सेक्स गिफ्ट की कहानी का अगला भाग: लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 7

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