मौसी को मकान मालिक के बेटे ने चोदा

मौसी को मकान मालिक के बेटे ने चोदा

Xxx लाइव सेक्स सीन मैंने नाना के घर में देखा. मेरी जवान मौसी अपने पड़ोसी लड़के से छत पर चुद रही थी. उसके बाद मैंने उन पर नजर रखी और खूब नज़ारे देखे चुदाई के!

दोस्तो, आज मैं जो घटना आपको बताने जा रहा, वो बिल्कुल सच्ची है.
मेरा नाम जतिन है. मैं रायगढ़ का रहने वाला हूं. मैं अभी कॉलेज में फर्स्ट ईयर का छात्र हूं.

यह Xxx लाइव सेक्स सीन 2 साल पहले देखा मैंने जब मैं बारहवीं कक्षा में था.

जब भी मेरी स्कूल की छुट्टी होती थी तो मैं नाना नानी के घर चला जाता था.

मेरे नाना नानी किराए के मकान में रहते थे.
उस मकान के मालिक अपनी फैमिली के साथ नीचे वाले हिस्से में रहते थे.

उनके परिवार में उनकी बीवी, एक लड़की और लड़का था.
लड़की छोटी थी और उनका बेटा भास्कर बारहवीं में था.

वो लोग बहुत ही अच्छे और दयालु लोग हैं.
उनका मेरे नाना नानी के घर में काफी आना जाना था.

आज से 2 साल पहले मेरे मामा की शादी थी तो हम 4 दिन पहले ही उधर पहुंच गए थे.
मैं अपनी मम्मी के साथ नाना नानी के घर आया था.

वहां पर नाना नानी, मेरे मामा और मौसी थे और गांव के कुछ रिश्तेदार भी थे.
सब हमें देख कर बहुत खुश हुए.

जब रात हुई तो सब खाना खाने के लिए आ गए.
तभी मेरे एक खास दोस्त का फोन आ गया तो मैं उससे बात करने के लिए अपना इयर फोन खोजने लगा.

तब मामी ने कहा- तुम्हारा इयरफ़ोन मौसी ले गई हैं और वो छत पर गई हैं.

मैं भी छत में जाने लगा और छत पर पहुंचा तो छत पर थोड़ा अंधेरा था.

तभी मुझे अचानक से आवाज़ आई- आह्ह आंह.
मैंने आवाज दी- मौसी?

मौसी छत के टंकी के पास खड़ी थीं.
मैं उनकी ओर बढ़ा तो मौसी ने आगे आकर कहा- हां बोलो?
वो घबराई हुई लग रही थीं.

मैं बोला- आप चिल्लाई क्यों थीं … क्या हुआ?
उन्होंने कहा कि मेरे पैर पर चींटी ने काट लिया था.

मैंने सोचा कि ठंड में चींटी ज़्यादा ज़्यादा कहां दिखाई देती है?

फिर उन्होंने कहा- बोलो, मुझे क्यों बुला रहे थे?
मैंने कहा- आपने मेरा इयरफोन लिया है, वो वापस लेने आया था. प्लीज़ दे दो.
उन्होंने कहा कि हां ये लो.

फिर मैं नीचे आ गया और अपने दोस्त से बातें करने लगा.
पर नीचे शोर की वजह से मैं वापस ऊपर छत पर जाने वाली सीढ़ी पर बैठकर बातें करने लगा.

फिर मैंने भास्कर को देखा. वो छत से नीचे आ रहा था.

वह मुझे देखकर सकपका गया और उसने झिझकते हुए पूछा- भैया आपने खाना खा लिया?
मैंने कहा- नहीं.

वो बोला- तो आ जाओ, साथ में खाना खा लेते हैं.
मैंने कहा- तुम जाओ, मैं आता हूं.

वो चला गया.
उसके बाद मेरी मौसी भी नीचे आईं और मुझे देख कर बोलीं- तू जब से यहीं है, नीचे नहीं गया?
मैंने कहा- गया था, पर नीचे शोर हो रहा था. तो मैं वापस आकर दोस्त से बात करने लगा.

फिर मैंने मौसी के चेहरे पर गौर किया कि वो थोड़ी थकी हुई लग रही थीं और उनके पीछे के बाल बिखरे हुए थे.
वो नीचे चली गईं.

मैं अब छत पर आ गया.

मुझे वहां एक कंडोम का पैकेट पड़ा मिला और छत पर कोने में मुझे इस्तेमाल किया हुआ कंडोम भी मिला, जिसमें ढेर सारा वीर्य था.
ये देख कर मेरे मन में आया कि मैं Xxx लाइव सेक्स सीन देखें से वंचित रह गया.

पर मैं तुरंत नीचे गया और भास्कर के बगल में बैठ कर खाना खाने लगा.

भास्कर ने मेरे से पहले ही खाना खा लिया और थाली लेकर किचन में चला गया.
मैं भी खाना खाकर हाथ धोने किचन में गया तो मैंने देखा कि मौसी बर्तन धो रही थीं और भास्कर थाली पौंछ रहा था.

वो दोनों हंस हंस कर बातें कर रहे थे.
फिर मैं उनकी ओर बढ़ा, तो वो दोनों चुप हो गए.

मैंने थाली रखी और हाथ धोकर वापस हॉल में आ गया.

वहां मम्मी और नानी खाना खा रही थीं.
उन्होंने मुझसे कहा- अचार दे दो, अचार किचन में रखा है.

मैं किचन में गया, तभी मैंने उन्हें बात करते हुए सुना.

भास्कर बोला- यार, छत पर ठीक से करते नहीं बना, पर मज़ा बहुत आया.
मौसी बोलीं- हां मज़ा तो मुझे भी बहुत आया. पर जैसे ही जतिन आया तो मैं घबरा गई. वो तो अच्छा हुआ कि तुम टंकी के पीछे छुप गए, तो उसने तुम्हें देखा नहीं.

भास्कर- दीदी, मुझे आपकी फिर से चुदाई करनी है. करने दोगी ना?
मौसी हंसती हुई बोलीं- कंडोम रखे हो ना?

भास्कर- नहीं, एक ही था, पर फिर भी कर लेते हैं ना!
मौसी- नहीं यार, पिछली बार तुमने मुझे प्रेगनेंट कर दिया था.

भास्कर- सॉरी यार … पर अब नहीं करूंगा.

मौसी- ओके, लेकिन सबको सो जाने दो, तब आराम से करेंगे.
भास्कर- लेकिन करेंगे कहां पर?

मौसी- एक काम करो, मैं तुमको रात में मैसेज करूंगी. तुम ऊपर वाले टॉयलेट में आ जाना … ओके!
भास्कर- ठीक है.

इतने में मामा मेरी पीठ पर हाथ रखते हुए बोले- क्या बात है, क्यों खड़े हो?
तब मैंने कहा- कुछ नहीं मामा!

मामा- नानी ने तुझसे अचार लाने को कहा था, तू कहां रह गया था?
मैं- वो मैं टॉयलेट चला गया था.
मामा- चल कोई बात नहीं. अब अचार दे आ … वो लोग इंतज़ार कर रही हैं.

मैं किचन में गया.
मुझे देखकर वो लोग शांत हो गए और भास्कर वहां से चला गया.

मौसी ने मुझसे पूछा- क्या काम है, क्या चाहिए तुम्हें … कुछ ढूँढ रहे हो क्या?
मैंने कहा- नानी ने अचार मंगाया, मुझे वो चाहिए.
तब मौसी ने मुझे अचार दिया और मैंने जाकर नानी को दे दिया.

फिर सब सोने के लिए जाने लगे.
भास्कर मेरे बाजू में आकर लेट गया और मौसी मेरी मम्मी वगैरह के साथ ऊपर वाले कमरे में थीं.

अब मैं मौसी को मैसेज आने का इंतज़ार करने लगा कि कब वो उठ कर जाती हैं.
रात 12.30 पर भास्कर के मोबाइल पर मैसेज आया और वो उठ कर दबे पांव उठकर चली गईं.

उनके जाते ही मैं भी चुपके से उनके पीछे गया और मैं उस ऊपर वाले टॉयलेट के दरवाज़े पर कान लगा कर सुनने लगा.
अन्दर से किस करने की आवाज़ें आ रही थीं.

मैंने टॉयलेट की खिड़की से झांक कर देखा, तो दंग रह गया.
मेरी मौसी ब्रा और नीचे जीन्स पहनी हुई थीं और भास्कर पूरा नंगा होकर उन्हें किस कर रहा था.

माफ़ करना दोस्तो, मैं अपनी मौसी के बारे में बताना भूल ही गया.
उनका नाम जया है. उनकी उम्र 22 साल है. बदन पूरा गोरा है. उनके चूचे 36 इंच के, कमर 32 की और चूतड़ 40 के हैं.

उनकी गांड भी मस्त उठी हुई है.

मौसी ने कहा- बाबू आराम से करो, मैं कहीं भाग थोड़ी रही हूं.
भास्कर- दीदी, प्लीज़ आज मत रोकना.

मौसी- ओके … पर थोड़ा जल्दी करना क्योंकि कोई भी कभी भी आ सकता है.
भास्कर बोला- कोई नहीं आएगा क्योंकि जो शर्बत हमने खाने के बाद सबको दिया था, उसमें मैंने नींद की दवा मिला दी थी.

तभी मुझे ख्याल आया कि खाना ज़्यादा खा लेने की वजह से मैंने शर्बत नहीं पिया था जो कि अच्छा हुआ. वरना यह लाइव ब्लूफिल्म देखने नहीं मिलती.
मौसी- वाह यार … तू तो बड़ा स्मार्ट हो गया!

तभी भास्कर ने मौसी की जीन्स की ज़िप खोली और उनकी चूत में उंगली डाल दी.

एकदम से उंगली चूत में गई तो मौसी ‘आअहह सस्स्स्शह आहह आह श …’ करने लगीं.

भास्कर ने मौसी की जीन्स को जांघ तक सरका दिया और उनकी पैंटी को बिना उतारे बगल से उनकी चूत में अपना खड़ा हुआ लंड घुसेड़ने लगा.
वो मौसी के मम्मों को मसलता हुआ लंड अन्दर पेलने की कोशिश कर रहा था.

जैसे ही लंड अन्दर गया, भास्कर ने मौसी को दीवार से सटाया और पीछे से खड़े होकर चोदने लगा.
मौसी के मुँह से ‘आहह अहह ओह उमाह अहह आहह …’ की आवाज निकल रही थी.

वे दोनों मादक आवाजें करते हुए चुदाई का मज़ा लेने लगे.
दस मिनट बाद भास्कर बोला- दीदी, मेरा माल निकलने वाला है.

मौसी अपनी गांड आगे कर ली जिससे उनकी चूत से लंड बाहर निकल आया.

फिर जैसे ही लंड बाहर निकला, वैसे ही उसके लंड से ढेर सारा वीर्य मौसी की पीठ पर गिर गया.
वे दोनों हांफ रहे थे और पीठ से वीर्य सरकते हुए मौसी की गांड पर आ गया था.

मौसी- ओह माय गॉड … इतना सारा माल निकाल दिया तुमने?
भास्कर- आपको चोदने में बहुत मज़ा आता है. फिर वीर्य तो इतना सारा निकलेगा ही ना!

मौसी- यार, लेकिन मुझे अभी और चुदना है.
ये कह कर मौसी घुटने के बल बैठ कर भास्कर का सोया हुआ लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.

इससे उसका लंड वापस खड़ा हो गया.

तभी अचानक से किसी से टॉयलेट का गेट खड़खड़ा दिया.
मौसी ने भास्कर के मुँह पे हाथ रखकर कहा- कौन है?

बाहर कोई महिला की आवाज़ थी.
उसने कहा कि मुझे टॉयलेट जाना है.

मौसी ने कहा- मेरा पेट खराब हो गया है. मुझे टाइम लगेगा, आप नीचे वाले टॉयलेट में चले जाइए.
वो महिला वहां से चली गई.

अब भास्कर और मौसी वापस अपने खेल में लग गए.

मौसी ने दोबारा उसका लंड मुँह में ले लिया और भास्कर से कहा- मेरे पास आ जाओ.

वो टॉयलेट में कमोड का प्लास्टिक का ढक्कन बंद करके उसके ऊपर बैठ गईं और मौसी ने अपनी दोनों टांगें फैला लीं.
उन्होंने भास्कर का लंड अपनी चूत में घुसा कर उसकी कमर पकड़ी और उसे अपनी ओर ज़ोर से खींचने लगीं.

मौसी ने भास्कर से कहा- अपना लंड मेरी चूत में पूरा डाल दे.
भास्कर- अहह दीदी … आपकी चूत में मेरा लंड और अन्दर किसी चीज़ में फंस सा रहा है … ये क्या है?
भास्कर का लंड बच्चेदानी में जा लगा था जिससे जया मौसी की भी आंतें भिंच गई थीं.

मौसी ने कराहते हुए कहा- हां, तेरा लंड मेरी बच्चेदानी में जा लगा है. उसके अन्दर बेबी बनता है न … और तू अपना लंड आगे पीछे मत करना. अभी थोड़ी देर तक ऐसे ही डाले रह, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.
भास्कर- हां मुझको भी.

इतने में मौसी झड़ने लगीं.
तभी भास्कर बोला- दीदी मेरे लंड में कुछ गर्म गर्म सा लग रहा है.
मौसी- चल, अब मुझे चोदना चालू कर दे.

भास्कर भी उन्हें फुल मस्ती से चोदने लगा.
उन दोनों को देख कर मैं भी मुठ मारने लगा.

कुछ देर बाद भास्कर ने मौसी से घोड़ी बनने को कहा.
वो घोड़ी बन गईं.

भास्कर उनको डॉगी स्टाइल में चोदने लगा.
पूरे टॉयलेट में फ़च फ़च की और मौसी की आह उहह की आवाज़ें आने लगी थीं.

इतने में भास्कर ने मौसी की चूत से लंड निकालकर सारा वीर्य उनकी गांड के छेद में गिरा दिया.

वो वीर्य मौसी की गांड में सरका तो मौसी की गांड चिकनी हो गई.

भास्कर का लंड अभी पूरी तरह से बैठा नहीं था तो उसने झट से अपना लंड मौसी की गांड में पेल दिया.
मौसी की चीख निकल गई- अबे तू पागल हो गया है क्या … ये क्या कर रहा है?
भास्कर- प्लीज़ दीदी करने दो ना … बहुत दिन हो गए, आपकी गांड नहीं मारी.

तभी मौसी ने उसे शैम्पू की बॉटल उठा कर दे दी.
उसने थोड़ा शैम्पू अपने लंड पर लगाया और मौसी की गांड मारने लगा.

उसका लंड फिसलकर मौसी की गांड में अन्दर घुस गया.
उन दोनों को गांड चुदाई का मज़ा आने लगा था.

मौसी भी आहह और अन्दर तक पेल … आहह उहहह … की आवाज़ें निकल रही थीं.

तभी भास्कर बोला- दीदी मेरा फिर से होने वाला है.
मौसी ने कहा- बाहर निकाल!
भास्कर बोला- गांड मारने से प्रेगनेन्ट नहीं हो सकतीं.
इतना कह कर भास्कर ने मौसी के मुँह में अपनी जीभ घुसेड़ दी और उन्हें किस करते हुए सारा वीर्य उनकी गांड में भर दिया.

दोनों बहुत हांफ रहे थे.
फिर वो दोनों खड़े हुए.

भास्कर बोला- आज तो मज़ा ही आ गया … सच में!

मौसी खड़ी हुईं और टॉयलेट सीट का ढक्कन हटा कर उस पर बैठ गईं.
मुझे लगा शायद उन्हें पॉटी आई होगी. पर उनकी गांड में से ढेर सारा वीर्य बाहर निकलने लगा.

मुझे ये देख कर थोड़ा अजीब सा लगा, पर मज़ा बहुत आया.
उस दिन के बाद मैंने उन दोनों को कई बार सेक्स करते हुए देखा. कभी कभी तो दोनों घर के पीछे बने एक कमरे में भी सेक्स करते थे.

एक दिन जब नाना नानी मेरे घर पर आए तब मैंने मौसी को कॉल किया.
कॉल पर वो थोड़ा हांफ रही थीं.
उन्होंने बताया कि वो घर पर अकेली हैं.

वो सही थीं क्योंकि नाना नानी और मामा मेरे घर पर थे.
फिर मुझे फोन में भास्कर की हंसती हुई सी आवाज़ सुनाई दी.
मैं समझ गया कि अभी दोनों का सेक्स वाला खेल चल रहा है.

उनका चुदाई का खेल आज भी चल रहा है.
आज भी मैं कभी उनके घर पर जाता हूँ तो मौसी छुप छुप कर भास्कर से चुदवाती हैं.
शायद इस वक़्त भी वो लोग चुदाई का खेल खेल रहे होंगे.

आपको मेरी मौसी का Xxx लाइव सेक्स सीन कैसा लगा?
प्लीज़ मुझे बताएं.

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