माय पोर्न मॅाम सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरे अब्बू सऊदी गए तो उनके बिना मेरी अम्मी की चूत लंड मांगने लगी. मेरा एक दोस्त मेरे घर पढ़ाई करने आता था. अम्मी ने उसे ही पटा लिया.
दोस्तो, मेरा नाम अरमान है और 21 साल का हूँ.
अभी मैं अपनी पढ़ाई कर रहा हूँ.
हमारी फैमिली में 6 लोग हैं. अम्मी, अब्बू के अलावा मेरी दो बहनें, जिनके निकाह हो चुके हैं.
मैं और मेरा बड़ा भाई अपनी पढ़ाई पूरी करने को लेकर अपने मामू के पास रहते हैं.
यह माय पोर्न मॅाम सेक्स कहानी मेरी अम्मी की चुदाई की है.
उनका नाम सानिया हैदर है. वे 46 साल की हाउसवाइफ हैं.
पर अम्मी की बॉडी अभी भी बिल्कुल बॉलीवुड की हीरोइन के जैसी स्लिम और सेक्सी है.
मेरी अम्मी का रंग दूध सा गोरा, हाइट 5 फुट 7 इंच है … और बॉडी व फिगर तो … आह क्या ही बताऊं.
उनके बड़े बड़े भरे हुए चूचों को देख कर तो किसी का भी मन करेगा कि इनको एक बार ज़रूर चोद लूँ.
अपनी अम्मी पर पहले से मेरा दिल आ चुका था.
मैंने अम्मी को अपने अब्बा के लंड से खेलते हुए बहुत बार देखा था.
वे अब्बू के लंड पर चढ़ कर उछल उछल कर मस्ती से चुदवातीं और उनके मुठ को अपने पूरे चेहरे पर लगवातीं.
अम्मी जब सेक्स के मूड में होती हैं, तो एकदम जंगली बिल्ली हो जाती हैं.
यहां तक कि मैंने एक दिन अम्मी को पापा का पेशाब पीते भी देखा था.
तभी से मुझे भी अन्दर से तड़प थी कि मैं भी कभी अपनी अम्मी को अपने लंड के इशारे पर नचाऊं और उनके मुँह में अपना मोटा लंड अन्दर तक डाल दूँ.
बात लगभग एक साल पहले की है; तब लॉकडाउन धीरे धीरे खुल रहा था.
मेरी क्लासेस अभी भी ऑनलाइन चल रही थीं.
मेरा बड़ा भाई उस वक्त मामा के पास रह रहा था और अब्बू भी काम के वजह से एक साल के लिए सऊदी गए थे मगर कोरोना के कारण वापस नहीं आ पा रहे थे.
कोरोना के चलते घर में हम बस दो ही लोग रह गए थे … मैं और अम्मी.
मेरा एक दोस्त, जिसका नाम अभिजीत है … वह मेरे घर पर आया करता था और हम साथ में ही मेरे रूम में रह कर अनलाइन क्लास को अटेंड करते थे.
इसी दोस्त की मदद से मैंने पहली बार किसी लड़की को चोदा था.
क्लास के बीच में हम दोनों कभी कभी समय मिलने पर पॉर्न लगा कर एक साथ मुठ भी मारा करते थे.
इसी तरह एक दिन मैं और अभिजीत पॉर्न देख रहे थे.
चूंकि मैं अपने घर पर ही था तो मैंने क्लास के दौरान नीचे सिर्फ़ बॉक्सर पहना था.
मैं अपना बॉक्सर उतार कर नीचे से नंगा हो गया और अभिजीत को भी बोला कि आज तू भी नंगा हो जा, फिर मुठ मारते हैं.
इतने में मुझे लगा कि शायद दरवाजे पर अम्मी हैं.
मैंने झट से अपना बॉक्सर पहन कर दरवाज़ा खोला तो बाहर कोई नहीं था.
क्लास के बाद हम ड्रॉइंग रूम में बैठे थे.
इतने में मैं बाथरूम गया और आते वक़्त देखा कि अम्मी अभिजीत को अपने फोन पर कुछ दिखा रही थीं.
मेरे आते ही अम्मी ने फोन हटा लिया.
मैंने भी कुछ ख़ास ध्यान नहीं दिया.
अगले दिन अभिजीत आया, पर उसने कहा कि आज उसे किसी चीज़ की एंट्रेन्स एग्जाम देना है, तो वह अलग रूम में चला जाएगा.
अम्मी ने कहा- तुम मेरे बेडरूम में अपना एग्जाम दे सकते हो.
मेरी क्लास चालू थी और अभिजीत अम्मी के रूम में एग्जाम देने चला गया था.
मेरी क्लास का ब्रेक हुआ तो उस दौरान मैं किचन में पानी पीने गया.
मैंने देखा कि अम्मी कहीं दिख नहीं रही हैं.
तो मैंने सोचा कि शायद यहीं कहीं किसी पड़ोसी के घर चली गयी होंगी.
मैं वापस अपने रूम में जाने लगा तो मैंने देखा कि अम्मी का बेडरूम अन्दर से बंद है.
मैंने दरवाज़े पर कान लगाया तो मुझे धीमी आवाज में गाना बजता सुनाई दिया.
मैंने सोचा शायद अभिजीत म्यूज़िक के साउंड के बीच मुठ मार रहा होगा.
मैंने की-होल से झांक कर देखा.
मैंने जो देखा, उसमें मुझे यकीन नहीं हुआ.
मैंने देखा कि अभिजीत ने अम्मी को पूरी नंगी कर दिया था और खुद भी पूरा नंगा था.
मेरी अम्मी के सर को दीवार पर तकिया लगा कर दीवार के सहारे अड़ाए हुए था.
उस पोजीशन में वह मेरी अम्मी के मुँह में खचाखच अपना लंड डाल कर अम्मी के मुँह की चुदाई कर रहा था.
कुछ पल बाद उसने मेरी अम्मी को उनके घुटनों के बल बैठा दिया था और उनके हाथों को उनके सर के ऊपर पकड़ कर रखा था.
वह अम्मी के मुँह को चोदे जा रहा था और अम्मी बिना हाथ लगाए उसके मोटे काले लंड को किसी प्यासी रंडी के जैसे चूस रही थीं.
अभिजीत का लौड़ा मेरे लौड़े से कम से कम दो इंच ज्यादा लंबा और एक इंच मोटा था.
उसका लंड हल्का टेढ़ा सा भी था जो मेरे अम्मी की मुँह को बार बार फाड़ रहा था.
अपना लंड चूसते चूसते वह अम्मी की चूचियों पर थप्पड़ भी मार रहा था.
अम्मी भी इससे गर्म हो रही थीं.
फिर उसने अम्मी की मुँह में थूका और उनको उनके बालों से पकड़ कर गाली देते हुए अपने लंड को और अन्दर तक डालने लगा ‘ले साली रांड बहन की लौड़ी चूस लौड़ा.’
अम्मी की सांसें फूलने लगीं तो अम्मी ने उसका लंड निकालने की कोशिश की.
इस पर अभिजीत ने अम्मी को एक थप्पड़ मारा और बोला- साली रंडी, मुझे सैट करके चुदवाती है … ले चूस मादरचोदी साली छिनाल.
इतना बोल कर उसने फिर से अम्मी की मुँह को लगभग दस मिनट चोदा.
अब अभिजीत का गर्मागर्म माल मेरी अम्मी की मुँह में जाने वाला था.
अम्मी ने पहले थोड़ा इंकार करना चाहा.
पर अभिजीत ने अम्मी की नहीं सुनी; उसने अम्मी की गर्दन को एक हाथ से पकड़ लिया और दूसरे हाथ से अम्मी के बालों को अपने हाथ में लपेट लिया.
उसने अपना लंड मेरी अम्मी के गले तक पेल दिया और अपना सारा मुठ वहीं छोड़ दिया.
मेरी अम्मी ने मेरे दोस्त का आधा वीर्य पी लिया और आधा अपने पूरे शरीर पर लगा लिया.
अब अम्मी ने अभिजीत को बेड पर लिटा दिया और उसके मुँह पर चूत रख कर ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगीं.
अम्मी को देख कर लग रहा था कि वे मानो जन्नत में हैं.
वे भी अभिजीत को गाली देते देते उसके मुँह की सवारी गांठ रही थीं.
अम्मी सीत्कार कर रही थीं और गालियां दे रही थीं- चूस मादरचोद मेरी चूत को … आह साले चाट कर साफ कर दे चूत मेरी … आज एक रंगीली औरत मिली है तुझे … आह चोद दे भोसड़ी के … अपने दोस्त की अम्मी को पेल दे मादरचोद आज मुझे अपना लंड दे दे हरामी … मुझे लंड चाहिए तेरा!
ऐसे बोल बोल कर अम्मी मस्ती से चूत चटवा रही थीं.
करीब 20 मिनट तक अम्मी ने अभिजीत के मुँह को अपनी चूत के नीचे दबाए रखा था.
अभिजीत नॉनस्टॉप मेरी अम्मी की बुर में अपनी जीभ और अन्दर घुसाते जा रहा था.
इतने में अम्मी झड़ गईं और वे अभिजीत के मुँह पर ही छूट गई थीं.
अभिजीत का मुँह पूरी तरह से मेरी अम्मी की चूत के पानी में भीगा हुआ था.
अब तक अभिजीत का लंड अब अम्मी की गांड को देख कर फिर से खड़ा हो चुका था.
उसने अम्मी को बेड पर धक्का दे दिया.
अगले ही पल अभिजीत ने मेरी अम्मी को घोड़ी बना दिया और अपना मोटा लंड मेरी अम्मी की गांड के छेद में पूरा डाल दिया.
अम्मी दर्द के मारे चीख उठीं.
अभिजीत ने पीछे से अम्मी के मुँह में अपनी हथेली लगा दी ताकि अम्मी चीख बाहर ना जा सके.
फिर उसने मेरी अम्मी को पीछे से खूब चोदा.
कुछ ही देर बाद अम्मी भी सब कुछ भूल कर कमर हिला हिला कर मेरे दोस्त के मोटे लवड़े से अपनी गांड चुदवा रही थीं.
ऐसा लग रहा था मानो आज पहली बार अम्मी पूरी तरह से सेक्स में संतुष्ट दिख रही थीं और एंजाय कर रही थीं.
चोदते चोदते अभिजीत अम्मी की गांड का छेद बड़ा कर चुका था और अम्मी गांड को खोल कर उसमें अपनी चार उंगलियों को अन्दर डाल रहा था.
करीब 20 मिनट और चोदने के बाद अभिजीत ने अम्मी के चूचों के बीच अपना लंड रगड़ते हुए पानी छोड़ दिया, उसने अपना पानी अम्मी को पिला दिया.
गांड चुदवाने के बाद अम्मी ने अपने कपड़े पहने और उठ कर जाने लगीं.
तभी अभिजीत ने अम्मी को पीछे से पकड़ लिया और अम्मी की बुर में ऊपर से उंगली करने लगा.
अम्मी ने कहा- अब तो छोड़ दे मादरचोद … आज के लिए इतना काफ़ी है.
अभिजीत ने पीछे से अम्मी की चूचियों को मसलते हुए कहा- साली रंडी, कल भी आऊंगा. तू अपनी चूत से बाल हटा कर रखना.
अम्मी ने कहा- जब तक अरमान के अब्बू नहीं हैं, तब तक तू मुझे अपनी रंडी बना कर रख ले. रोज़ मुझे चोद लेना.
अभिजीत ने कहा- तू चिंता मत कर मेरी रंडी … अब से मेरी क्लास रोज तेरे बेडरूम में तेरी चूत के साथ चलेगी.
यह कह कर अभिजीत ने अम्मी की गांड पर कस कर थप्पड़ लगाया और अम्मी को जाने दिया.
वह भी अपने कपड़े पहनने लगा.
अम्मी अब बेडरूम से बाहर आ रही थीं तो मैं भाग कर अपने कमरे में चला गया.
पीछे पीछे अभिजीत भी बेडरूम से निकला और अम्मी को एक आखिरी किस करके चला गया.
अब अम्मी ने धीरे धीरे उससे रोजाना चुदवाना शुरू कर दिया.
अभिजीत क्लास के बहाने आता था और अम्मी को रोज … कभी बाथरूम में, कभी किचन में, तो मुझसे छिपा कर बेडरूम में चोद देता था.
माय पोर्न मॅाम सेक्स का मजा लेने के लिए मेरे दोस्त से खूब चुदवाया करती थीं.
वे बिल्कुल रंडी की तरह टांगें उठा देती थीं और अभिजीत भी मेरी अम्मी को रंडी की तरह चोदा करता था.
एक दिन मैंने अभिजीत से कहा- मेरी अम्मी के साथ तू सही नहीं कर रहा है.
वह चौंक गया और उसने धीमी आवाज में कहा- यार, उन्हें तेरे अब्बू की कमी सालती है. मैं उन्हें काफी समझा चुका हूँ. उनका कहना है कि यदि मैंने उन्हें सहारा नहीं दिया तो वे बाहर कहीं भी अपना साथी ढूंढ सकती हैं. अब तू ही बता कि मैं क्या करूँ?
मैंने आंख दबाते हुए कहा- तू मुझे ही उनका सहारा बना दे ना!
वह मुस्कुरा दिया और बोला- मैं उनसे कह देता हूँ … मगर भाई तू बाद में मेरी गांड पर लात मत मार देना.
मैंने भी हंस कर हामी भर दी.
उसने कहा- कुछ दिन रुक जा. मैं पहले उन्हें मां बेटे के सेक्स की कहानी सुनाता हूँ … बाद में तू हमारी चुदाई के बीच में आ जाना और बस उसके बाद मैं सब संभाल लूँगा.
मैंने हां कह दी.
एक दिन अभिजीत ने मुझसे कहा- अब तू आ जाना.
उसी दिन मैंने अम्मी और अभिजीत की चुदाई के बीच में आकर अपनी अम्मी को खूब बुरा भला कहा और अभिजीत को भी भगा दिया.
वह माफी मांगता हुआ चला गया.
उसके बाद अम्मी ने मुझसे माफी मांगी और मेरे सीने से लग कर रोने लगीं.
मैंने उन्हें सहला कर चुप कराया और कहा- आज से मैं आपको अभिजीत से भी ज्यादा प्यार करूंगा.
माय पोर्न मॅाम हंस पड़ी और हम दोनों ने एक दूसरे को देख कर अपने इरादे साफ कर दिए.
अब मेरे स्कूल दोबारा चालू हो गए हैं, तो मैंने अभिजीत को अपने घर आने से मना कर दिया.
लेकिन मेरी अम्मी फिर भी छुप छुप कर कभी कभी उससे चुदवाने जाती हैं और उसके लंड से चुदवाने का मज़ा लेती हैं.
अम्मी के साथ मेरा खेल कबसे शुरू हुआ वो एक अलग सेक्स कहानी में मैं आपको लिख कर बताऊंगा.
आपको ये माय पोर्न मॅाम सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे बताना.
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