Xxx वर्जिन गर्ल हॉट स्टोरी में पढ़ें कि एक दिन अनायास ही स्कूल से निकल रही लड़की मुझसे टकरा गयी. मुझे वह अच्छी लगी तो मैं अगले दिन भी उससे मिलने गया.
कहानी के पहले भाग
कमसिन स्कूल गर्ल को पटाकर सेक्स के लिए बुलाया
में आपने पढ़ा कि मैंने स्कूल के सामने ही एक लड़की से दोस्ती की. उससे सेक्स की बातें करके उसकी वासना भड़काई और उसे सेक्स के लिए बेचैन कर दिया. एक दिन मैंने उसकी चूत की सील तोड़ने के लिए उसके साथ था.
अब आगे पोर्न स्टूडेंट सेक्स कहानी:
अमिश्का अपनी उतरी हुई पैंटी देख कर शर्म के मारे लाल हो गई और अपने हाथों से अपने चूत को छुपाने की कोशिश करने लगी.
मैंने उसकी जाँघों को चूमते हुये जैसे ही उसके हाथों को हटाया,
उफ … क्या मस्त मखमली पावरोटी के जैसी फूली हुई चूत थी, चूत पर एक भी बाल नहीं था.
पूरी चूत साफ साफ दिख रही थीं, फूली हुई चूत के बीच में एक लकीर थीं, जो चूत की दोनों फांकों के बीच की दरार को दर्शा रही थी.
चूत की फांकें पूरी गीली हो गई थीं जो और भी मादक दिख रही थीं.
उसकी मदमस्त चूत देख कर मेरे लंड का बुरा हाल हो गया था.
ऐसा लग रहा था मेरा लंड अंडरवियर फाड़ कर उसकी चूत में घुस जाएगा.
मैंने जैसे ही उसकी जांघें खोली, उसकी चूत की दोनों फांकें फ़क की आवाज़ के साथ थोड़ी खुल गई.
उफ्फ … मस्त गुलाबी सीलपैक चूत दिखने लगी.
उसकी चूत से यौवन रस निकल रहा था जो उसकी जाँघों से होते हुये उसकी गांड की दरार में जा रहा था.
मेरा लंड बेकाबू होने लगा, उसकी गुलाबी चूत देख कर मुझसे रहा नहीं गया.
मैंने जैसे ही उसके गुलाबी चूत को चूमा, वह सिहर उठी.
उसके मुँह से सिसकारी और तेज़ हो गई- आह्ह ह्ह उउम्म्म उउफ!
मैं भी उसकी चूत की दरार में जीभ घुसा कर उसकी चूत चाटने लगा, उसने कस के चादर को मुट्ठी में भींच लिया.
उसके मुँह से लगातार आवाजें आ रही थीं- आह्ह उउफ … बस करो प्लीज!
मैंने उसकी टाइट चूत को और तेज़ी से चूसना शुरु कर दिया, जीभ उसकी चूत की फांकों में अंदर बाहर करने लगा.
उसकी चूत पूरी पानी पानी हो गई.
अब वह मेरा लंड लेने के लिए मचलने लगी.
मैंने भी अपना अंडरवियर उतार दिया, मेरा लंड पूरी तरह से फनफना रहा था.
अमिश्का ने जैसे ही मेरे मोटे और लम्बे लंड को देखा, वह डर गई.
वह समझ गई आज उसकी चूत पूरी फटने वाली है.
मैंने अमिश्का की चूत फिर से चाटना शुरु कर दिया.
उसकी चूत यौवन रस से पूरी गीली हो गई थी.
उसकी चूत को चाटते हुये धीरे धीरे मैं ऊपर आने लगा और उसकी मदमस्त टाइट चूचियों को पकड़ कर मसलने लगा.
अमिश्का वासना से पूरी भर गई.
उसकी चूचियों को मसलते हुये जैसे ही उसके टाइट निप्पल को मुँह में लेकर चूसना शुरु किया, उसकी आवाजें और तेज़ हो गई- आह्ह उफ फ्फ्फ़ ऊईई मा!
अब मैं अमिश्का के गुलाबी होंठों तक पहुंच चुका था.
जैसे ही मैंने उसके होंठों को अपने होंठों में लिया, वह पूरी मदहोश हो गई और मुझे कस कर जकड़ लिया.
अमिश्का के होंठों और गालों को चूमते हुये अब मैं उसके कान के पास गया और उसकी कान की लौ को चूसते हुये उसके कान में फुसफुसाया- क्या मस्त कमसिन गुलाबी टाइट चूत है तुम्हारी, बिल्कुल फूली हुई पावरोटी की तरह!
यह सुनकर अमिश्का वासना में भर गई, मुझे बांहों में जकड़ती हुई मेरे कान के पास आई और मेरे कान में वासना भरी आवाज़ में बोली- प्लीज अभय. और मत तड़पाओ मेरी चूत को. अपना लंड घुसा कर फाड़ दो मेरी चूत को!
अमिश्का की बातों ने मेरे अंदर और वासना भर दी.
मेरा लंड भी अब पूरा बेकाबू हो गया, मैंने पास में रखी तेल को अपने लंड पर अच्छे से लगा दिया, थोड़ा तेल अमिश्का की चूत पर भी लगा दिया.
अब मैंने उसकी टांगों को घुटनों से मोड़ दिया और उसकी जाँघों को अच्छे से खोल दिया.
जैसे ही अमिश्का की जांघें खुली, उसकी उसकी चूत की फांकें भी थोड़ी खुल गई.
अब मैं अमिश्का की दोनों जाँघों के बीच में आकर अपने मोटे लंड के टोपे को उसकी चूत की फांकों में सटा दिया.
जैसे ही मेरे लंड की गर्मी अमिश्का की चूत को मिली उसकी कमर ऊपर उठने लगी मेरे लंड को अंदर लेने के लिए.
मैंने अपने लंड का सुपारा उसकी चूत की फांकों में रगड़ना शुरू कर दिया.
अमिश्का मचलने लगी, उसकी चूत गीली होने लगी.
वह अपने कमर को उठा कर मेरे लंड को अंदर लेने की कोशिश करने लगी, बोली- अभय, मत तड़पाओ. घुसा दो अपना लंड मेरी चूत में!
मैं भी उसके होंठों को अपने होंठों में लेते हुये एक जोर का धक्का मारा उसकी चूत में.
अमिश्का के मुँह से एक जोर आअह्ह्ह निकली.
मेरा लंड उसकी चूत से फिसल कर उसके पेट पर आ गया.
उसकी चूत बहुत टाइट थी पूरी तरह से सीलपैक.
मैंने फिर से लंड को उसकी चूत की फांकों में डाला और अपने हाथों से उसकी कमर पकड़ कर एक जोरदार धक्का उसकी चूत में मारा.
लंड चूत की सील फाड़ते हुये आधा अंदर घुस गया.
अमिश्का के मुँह से जोर की चीख निकली- उइईई मा मर गई! आआह्हः उह्म्म म्म्म्म निकालो अपने लंड को … बहुत दर्द हो रहा है.
वह छटपटाने लगी.
मैंने उसे कस के पकड़ लिया.
मेरे लंड को कुछ गीला गीला लगा, मैं समझ गया किउसकी सील टूट गई है, उसकी चूत से खून आ रहा है जो मेरे लंड को महसूस हो रहा था.
अमिश्का का दर्द से बुरा हाल था.
मैंने उसकी चूचियाँ मसलना और सहलाना शुरू किया और उसके गालों और होंठों को चूसना चालू रखा, जिससे अमिश्का का दर्द थोड़ा कम हुआ.
जैसे ही अमिश्का का दर्द कम हुआ, मैंने अपने लंड को उसकी चूत से थोड़ा बाहर निकला.
अमिश्का को लगा कि मैं लंड बाहर निकाल रहा हूं, वह थोड़ी ख़ुश हुई.
जैसे ही लंड थोड़ा बाहर आया, उसकी कमर पकड़ कर एक जोरदार धक्का मारा चूत में!
लंड चूत को फाड़ते हुये पूरा अंदर तक घुस गया.
इस बार अमिश्का की मुँह से और जोर की चीख निकली- उईई ईई मा आह्ह उह्म्म्म म्म मर गई, लंड बाहर निकालो मेरी चूत फट गई. आअह्ह्ह उह्म्म्मम्म!
मैंने उसे कस के पकड़ लिया और उसके निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा, उसके होंठों को अपने होंठों में लेकर चूसता रहा.
थोड़ी ही देर में अमिश्का का दर्द कम होने लगा.
वह बोली- अभय प्लीज़ लंड बाहर निकालो, मेरी चूत फट गई है.
मैंने अमिश्का के कान में फुसफुसाते हुये कहा- बस अमिश्का, जो दर्द होना था हो गया. तुम्हारी चूत की सील टूट गई है. अब बस तुम्हें जन्नत का मज़ा मिलने वाला है.
अमिश्का की चूत में मेरा लंड पूरी तरह से कस गया था, उसकी चूत की फांकों ने मेरे लंड को पूरा जकड़ लिया था.
ऐसा लग रहा था जैसे किसी गर्म भट्टी में मेरे लंड को डाल दिया गया हो.
अब मैंने अमिश्का की चुदाई शुरू कर दी, लंड थोड़ा थोड़ा अंदर बाहर होने लगा.
जैसे जैसे लंड अंदर बाहर हो रहा था, अमिश्का की आवाजें भी तेज़ होने लगी- आह्ह ऊफ्फ फ्फ्फ़ ऊंम्म आह्ह!
अमिश्का की चूत में मेरा लंड, बहुत कसाव के साथ अंदर बाहर हो रहा था.
जैसे जैसे लंड अंदर बाहर हो रहा था, उसकी चूत भी गीली होने लगी.
दोस्तो, मैं बता नहीं सकता कि उसकी टाइट चूत को चोदने में कितना मज़ा आ रहा था.
चूत ने मेरे लंड को टाइटली कस लिया था क्योंकि अमिश्का की चूत बहुत कसी हुई थी.
जैसे जैसे चूत गीली होने लगी, मेरा लंड और तेज़ी से अंदर बाहर होने लगा.
अमिश्का को भी अब मज़ा आने लगा था.
वह भी अपनी कमर उठा उठा कर चुदवा रही थी.
हर धक्के के साथ अमिश्का की मादक आवाजें तेज़ होने लगी- आअह्ह्ह उउम्म उफ्फ … और चोदो! घुसा दो पूरा लंड मेरी चूत में!
अमिश्का की बातों ने मुझे और गर्म कर दिया.
अब मैंने अपने चोदने की रफ़्तार और तेज़ कर दी.
अमिश्का की चूत में लंड तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था.
उसकी सिसकारियों से पूरा रूम भर गया- आह्ह ह्ह उउह्ह्ह ह्ह्ह्ह … और तेज़ चोदो मेरी चूत को … उइईई!
मैं पूरा लंड बाहर निकाल कर एक ही झटके में पूरा लंड उसकी चूत में पेल देता!
हर धक्के पर अमिश्का की चीख निकल जाती- आह ह्ह उह्ह ह्ह्ह उईई मा मर गई!
मैंने भी चोदने की रफ़्तार और तेज़ कर दी, लंड तेज़ी से उसकी चूत में अंदर बाहर अंदर बाहर हो रहा था.
अमिश्का की सिसकारियाँ भी और तेज़ हो गई- आह्ह उफ्फ आईं ईहह … और तेज़ चोदो मेरी चूत को … फाड़ दो चोद कर!
उसने अपनी दोनों टांगें मेरे कमर में लपेट ली और अपने दोनों हाथों से मेरे पीठ को सहलाते हुये कस के जकड़ लिया.
मैंने चुदाई की रफ़्तार और तेज़ कर दी.
मेरी चुदाई की रफ़्तार अमिश्का की चूत सह नहीं पाई और करीब 10 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद अमिश्का की चूत से जोरदार धार के साथ उसकी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया.
अमिश्का ने मुझे कस के अपनी बांहों में जकड़ लिया.
उसकी तेज़ सिसकारी के साथ उसका चूत रस भी तेज़ी से उसके चूत से निकला.
अमिश्का आअह उफ्फ आअह्ह करती हुई अपनी कमर को उठा उठा कर अपनी चूत से पानी निकालने लगी.
उसकी चूत रस ने मेरे लंड को पूरा भीगा दिया.
मेरा लंड टाइटली उसकी चूत में घुसा हुआ था.
कमर उठा उठा कर पानी छोड़ने के बाद अमिश्का बेड पर रिलैक्स हो गई.
रिलैक्स होने के बाद अमिश्का ने मेरी आँखों में देखा और एक प्यारी सी मुस्कान के साथ बोली- सच में आज तुमने मुझे जन्नत के मज़े दिए!
अमिश्का बहुत खुश थी, उसकी ख़ुशी उसके चेहरे पर साफ साफ दिख रही थी.
मैं अमिश्का की होंटों और गालों को चूमते हुये उसके कान में बोला- अमिश्का, मेरा लंड अभी भी खड़ा है. उसका पानी नहीं निकला है, तुम्हारी चूत में टाइटली घुसा हुआ है.
अमिश्का बोली- उफ्फ अभय, क्या समस्त चुदाई करते हो. किसी भी लड़की को खुश कर सकते हो तुम!
और मेरे होठों को चूमते हुये बांहों में कस लिया.
मैं अमिश्का के ऊपर लंड डाले थोड़ी देर लेटा रहा.
थोड़ी देर बाद मैंने अमिश्का को फिर से किस करना शुरू किया.
जैसे ही उसके होंठों को चूमना शुरू किया, वह फिर से गर्म होने लगी, उसके गोरे गोरे गालों को चूमना शुरू किया.
फिर धीरे से उसकी चूचियों को मसलते हुये, उसके निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा.
वह और गर्म होने लगी, उसकी चूत में भी थोड़ी हलचल होने लगी, फिर से गीली होने लगी.
मैं उसके निप्पल को जैसे जैसे चूस रहा था, वैसे वैसे वह गर्म होकर अपनी कमर को फिर से ऊपर नीचे उठा रही थी.
मैं समझ गया अमिश्का फिर से चुदने के लिए तैयार हो गई है.
अपने टाइट लंड को मैंने थोड़ा बाहर निकाला चूत से और एक जोर के धक्के के साथ पूरा अंदर घुसा दिया चूत में!
उसके मुँह से सिसकारी निकल गई- आह्ह ऊफ्फ … धीरे धीरे चोदो अभय, चूत में दर्द हो रहा है.
मैं उसे धीरे धीरे चोदने लगा, वह भी अपनी कमर उठा उठा कर मेरा लंड अपनी चूत में ले रही थी.
जैसे ही मेरा लंड बाहर निकलता, अमिश्का अपनी कमर नीचे कर लेती.
और जैसे ही मैं अपने लंड को, जोर का धक्का दे कर चूत में पेलता.
अमिश्का अपनी कमर ऊपर उठा कर मेरा लंड पूरा चूत में अंदर तक ले लेती.
इस तरह हम दोनों एक दूसरे की चुदाई कर रहे थे.
कुछ देर बाद मेरा लंड तेज़ी से अमिश्का की चूत में अंदर बाहर होने लगा.
अमिश्का की भी सिसकारी बढ़ने लगी- आह्ह उफ्फ फ्फ्फ़ चोद दो अभय मेरी कमसिन चूत को!
उसने अपनी टांगें फिर से मेरी कमर में लपेट ली और कमर उठा उठा कर चुदवाने लगी.
मैं और तेज़ धक्कों के साथ उसे पेल रहा था.
क्या माल थी अमिश्का … उसकी चूत पेलने में बहुत मज़ा आ रहा था.
उसने मुझे फिर से कस के पकड़ लिया और चिल्लाने लगी- और तेज़ चोदो अभय … और तेज़, पूरा लंड अंदर पेल कर फाड़ दो मेरी चूत … आअह उफ्फ.
मैं समझ गया कि अमिश्का फिर से झड़ने वाली है.
मैंने चुदाई और तेज़ कर दी.
लंड तेज़ी से अंदर बाहर होने लगा.
मेरा लंड भी अब अपनी चरम पर पहुँच चुका था.
करीब 20 मिनट चुदने के बाद, अमिश्का ने मुझे कस के अपनी बांहों में जकड़ लिया.
जैसे ही मैंने चार पांच जोर के धक्के चूत में मारे, अमिश्का अपनी कमर उठा कर ‘आह्ह ऊफ्फ फ्फ्फ़ उईई मा’ करती हुई अपनी चूत का रस छोड़ने लगी.
चूत रस ने मेरे लंड को छुआ, मेरा लंड उसकी चूत रस की गर्मी सह नहीं पाया.
मैंने एक जोर का धक्का मार कर पूरा लंड चूत में घुसा दिया और मेरे लंड से वीर्य की तेज़ धार निकलने लगी.
चार पांच तेज़ धार के साथ वीर्य निकल कर अमिश्का की चूत में चली गया.
मेरा गर्म वीर्य जैसे ही अमिश्का की चूत गया, उसे लगा मानो उसे चरम सुख मिल गया हो.
अमिश्का निढाल होकर बेड पर लेट गई.
मैं भी अमिश्का के ऊपर ही लेट गया.
कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे एक दूसरे के ऊपर!
मेरा लंड अपने आप अमिश्का की चूत से बाहर निकल गया.
जब मैंने उठ कर उसकी चूत को देखा तो देखता ही रह गया.
चूत पूरी सुज़ गई थीं, चूत की दोनों फांकें थोड़ी खुल गई थीं. चूत की फांकों से अभी भी मेरे लंड का वीर्य निकल रहा था जो उसकी गांड से होते हुये बेड पर टपक रहा था.
जब मैंने चादर को देखा तो दंग रह गया, चादर पूरी लाल हो गई थी.
अमिश्का की वर्जिनिटी टूटने से चादर का यह हाल हो गया था.
थोड़ी देर में अमिश्का ने भी उठने की कोशिश की.
पर चूत में दर्द होने के कारण उठ नहीं पाई.
अमिश्का को जोर की सुसू आई, मैं उसे उठा कर बाथरूम ले गया, वह सुसू करने के लिए बैठ गई.
जैसे ही अमिश्का की सुसू तेज़ धार के साथ निकली, उसकी मुँह से आह्ह निकल गई.
मैं समझ गया कि चुदाई के कारण उसकी चूत में जलन हो रही है.
सुसू करने के बाद अमिश्का उठी और बाथरूम में अच्छे से अपने आप को साफ किया और बाहर आ गई.
अमिश्का की चाल थोड़ी बदल गई थी.
वह अपने टांगों को थोड़ा खोल कर चल रही थी.
शायद चूत में दर्द के कारण ऐसा था.
अमिश्का ने कमरे में आकर अपने कपड़े पहने और मेरे गले से चिपक गई और मुझे चूमते हुये बोली- अभय, तुमने मुझे जन्नत का मज़ा दिया है. पहली बार इतना मज़ा मिला … जिसे मैं भूल नहीं सकती. अब मैं अच्छे से मन लगाकर पढ़ सकती हूं. पहले मैं सेक्स के बारे में सोचती रहती थी, मेरा मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता था.
मैं भी अपने कपड़े पहने और अमिश्का को उसके घर के पास छोड़ कर आया.
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पोर्न स्टूडेंट सेक्स कहानी में लेखक का इमेल नहीं है.