क्यूट गर्ल सेक्स कहानी मुझे मिली एक प्यारी सी भाभी की चुदाई की है. उसके पति एक साल से विदेश में थे तो उसका यौन संतुष्टि नहीं हो पा रही थी.
नमस्कार दोस्तो, मैं कोमल मिश्रा आप लोगों के लिए एक नई और मजेदार सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ.
मेरी पिछली कहानी थी: पार्टनर की जवान बीवी तलाक के बाद चोदी
मैं उम्मीद करती हूं कि मेरी पिछली कहानियों की तरह आप इस क्यूट गर्ल सेक्स कहानी को भी पसंद करेंगे.
जिस प्रकार मेरी सभी कहानियां सच्ची घटना पर ही आधारित होती हैं, वैसे ही आज की कहानी भी एक सच्ची घटना पर ही आधारित है.
ये कहानी एक कॉल बॉय की है, जो कि दिल्ली का रहने वाला है.
उसने अपनी ये कहानी मुझे भेजकर आप सभी के सामने रखने की बात कही थी.
मैं उसकी कहानी को आपके सामने प्रस्तुत कर रही हूं.
कहानी मेरे द्वारा लिखी गई है लेकिन कहानी में हर एक शब्द उसके द्वारा ही बताया गया है.
आप उसकी सेक्स कहानी का मजा लें.
दोस्तो, मेरा नाम सूरज सिंह है और मैं हरियाणा का रहने वाला हूं. मगर कुछ सालों से मैं दिल्ली में रह रहा हूँ.
पेशे से मैं एक कॉल बॉय हूँ, मैं कॉलेज गर्ल, हाउस वाइफ, भाभियों और आंटियों के जिस्म की प्यास बुझाने का काम करता हूँ.
मैं अपने शरीर की अच्छी देखभाल करता हूँ क्योंकि अच्छा शरीर ही इस काम में सफल होने का कारण है. मैं जिम में जाता हूँ, अच्छा पौष्टिक खाना खाता हूं और अपने लंड को मजबूत और ताकतवर बनाने के लिए कई तरह की दवाई और तेल आदि का इस्तेमाल करता हूँ.
मेरी उम्र 28 साल है मेरी लंबाई 5.8 फीट के करीब है, मेरा वजन 76 किलो है.
मैंने कितनी ही भाभियों, आंटियों, कॉलेज की लड़कियों के साथ सेक्स संबंध बनाए. कोई अपने पति से खुश नहीं रहती, किसी को अच्छा बॉयफ्रेंड नहीं मिलता, तो कोई अलग मजे के लिए मुझे बुलाती थी.
मैंने कई बार आंटियों की ग्रुप पार्टी भी ज्वाइन की है, जिसमें आंटी अलग से मजे करने के लिए मुझे बुलाती हैं.
आज तक मैंने एक बार में 5 औरतों को संतुष्ट किया है. इस तरह के मौकों के लिए मैं तरह तरह की टेबलेट और तेल से अपने लंड की मालिश करता हूँ, जिससे मेरा लंड काफी ताकतवर और लंबी रेस का घोड़ा बन गया है.
दोस्तो, एक बार मिलने के बाद मैं उस महिला या लड़की से कोई संबंध नहीं रखता.
वो मुझे क्यों बुलाती हैं या वो ये सब क्यों करती हैं, इससे मुझे कोई लेनादेना नहीं है.
आज तक ऐसी कोई लड़की या आंटी नहीं मेरे लंड के नीचे से नहीं निकली, जिसे मैंने पूरी तरह से संतुष्ट न किया हो.
मगर इस काम में ऐसी औरतों को भी चोदना पड़ता है, जो दिखने में बिल्कुल अच्छी नहीं होतीं, मुझे उनकी भी चूत चाटना पड़ता है.
ज्यादातर महिलाएं ऐसी होती हैं, जिनकी चूत पहले से ही बुरी तरह से चुदी पिटी होती है.
मेरा कहने का मतलब है कि हर तरह की लड़कियां और आंटियां मिलती रहती हैं, सबको अपने हिसाब से एडजस्ट करना पड़ता है.
फरवरी 2019 में मेरी किस्मत ने एक नया मोड़ लिया और मुझे एक ऐसी भाभी का साथ मिला, जिसे देखते ही मुझे उससे प्यार हो गया.
मैं उसके बारे में आपको हर एक बात बताऊंगा मगर उसका असली नाम और वो कहां रहती हैं, इसकी जानकारी मैं नहीं दे सकता.
फरवरी 2019 में एक दिन मैं दोपहर में अपने बेडरूम में लेटा हुआ मोबाइल चला रहा था.
उसी वक़्त एक अंजान नम्बर से मुझे मैसेज आया.
उसमें लिखा था कि मैं आपसे मिलना चाहती हूँ, आप अपने बारे में बताइए.
पहले तो मैंने नार्मल बातें करते हुए उसे अपने बारे में बताया.
उधर से उसने मुझसे पूछा कि क्या आप दिल्ली से बाहर मिलने आ सकते हैं.
मैंने जवाब दिया कि मैं दिल्ली के बाहर नहीं आ सकता. आप अगर दिल्ली में हों या दिल्ली आने वाली हों, तो मैं मिल सकता हूँ.
इसके बाद उसने कोई जवाब नहीं दिया.
उसी रात में उसने फिर से मैसेज किया और वो मुझे दिल्ली से बाहर मिलने के लिए जोर देने लगी.
उसने मुझसे कहा कि मैं एक हफ्ते के लिए आपको बुलाना चाहती हूँ.
पहले तो मैंने सोचा कि ये केवल परेशान कर रही है और टाइम पास बस कर रही है.
परेशान होकर मैंने भी कह दिया कि आप मेरे आने जाने के टिकट बुक करवा दीजिए.
उसने मेरा नाम वगैरा पूछा. मैंने उसे सब बता दिया और फिर उसका मैसेज नहीं आया.
मैं समझ गया कि ये कोई फेक औरत है, जो बस टाइम पास कर रही थी.
मगर दोस्तो, अगले दिन दोपहर में मेरे फोन पर उसने मैसेज किया और दिल्ली से अपने शहर तक आने जाने की टिकट भेज दी.
कुछ देर बाद उसने मुझे फोन किया और अपनी पूरी जानकारी मुझे दी.
वो राजस्थान के एक बड़े शहर की रहने वाली थी. वो एक बहुत अमीर परिवार से थी. उसके पति विदेश में बिजनेस करते थे और उनका साल भर में कभी कभी ही भारत आना होता था.
वो अपनी सेक्स की प्यास में तड़पती रहती थी पर किसी को अपना बॉयफ्रेंड भी नहीं बना सकती थी क्योंकि उसे बदनामी का डर था.
वो मुझे अपने साथ एक सप्ताह रखने वाली थी.
सब कुछ सही पाकर मैंने उससे हां कह दिया.
उसने मुझसे मेरी कुछ फोटो मांगी, तो मैंने अपनी फोटो उसके फोन पर भेज दी.
तीन दिन के बाद मुझे उसके यहां जाना था.
मैंने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर लीं और तीन दिन बाद ट्रेन से उसके शहर पहुंच गया.
ट्रेन में ही मैंने उसे मैसेज कर दिया कि मैं निकल चुका हूँ.
उसने जवाब में लिखा कि वो मुझे रेल्वे स्टेशन लेने के लिए आ जाएगी.
शाम 4 बजे मेरी ट्रेन उसके शहर पहुंच गई.
स्टेशन के बाहर आकर मैंने उसे फोन किया और उसने मुझसे कहा- मैं रास्ते में हूं और दस मिनट में पहुंच रही हूं.
मैं बेसब्री से उसका इंतजार कर रहा था क्योंकि मेरी उससे केवल फोन पर ही बात हुई थी.
मैंने उसे देखा नहीं था.
मैं सोच रहा था कि कहीं वो 50 साल की कोई औरत न निकले, नहीं तो बिना मन के ही उसके साथ चुदाई करनी पड़ेगी और एक सप्ताह उसके साथ रहना पड़ेगा, वो अलग.
यही सब सोचते हुए मैं उसका इंतजार कर रहा था.
जल्द ही उसका फोन आया और उसने मुझे अपनी गाड़ी का नम्बर, रंग आदि बताया और गाड़ी कहां पर खड़ी है, उसकी जानकारी मुझे दी.
जल्द ही मैं उसकी कार तक पहुंच गया.
कार की ड्राइवर सीट पर एक लड़की बैठी हुई थी, जिसने अपना चेहरा दुपट्टे से ढका हुआ था और आंखों पर काला चश्मा लगाए हुई थी.
मैं उसके पास गया और अपना नाम बताया.
उसने कार का दरवाजा खोला और मैं उसकी बगल वाली सीट पर बैठ गया.
बैठने के बाद मैं उसे देखने लगा और वो कार चलाने लगी.
उसने टी-शर्ट और टाइट जींस पहनी हुई थी. माथे पर छोटा सा सिंदूर लगा हुआ था और उसका बदन बिल्कुल फिट था, न मोटी और न पतली.
टी-शर्ट में उसके तने हुए दूध मस्त लग रहे थे जिनका साइज मेरे हिसाब से 34 का लग रहा था.
वैसे उसका चेहरा तो नहीं दिख रहा था लेकिन शरीर के हिसाब से वो 26 या 27 साल से ज्यादा की नहीं लग रही थी.
मुझे इस बात की खुशी थी कि वो कोई अधेड़ उम्र की औरत नहीं थी.
उसने मुझसे मेरे सफर के बारे में पूछा और हम दोनों लगभग आधे घंटे कार से चलने के बाद शहर के बाहर बने हुए एक फार्महाउस पर आ पहुंचे.
कार अन्दर गई और हम दोनों कार से बाहर उतर गए.
मैं इधर उधर देख रहा था लेकिन कोई और नजर नहीं आ रहा था, वहां केवल हम दोनों ही थे.
मुझे इधर उधर देखते हुए उसने देखा तो बोली- ये मेरा घर नहीं है. ये मेरा फार्महाउस है और यहां फिलहाल कोई नहीं रह रहा है, हमें यहीं कुछ दिन रहना है.
उसने दरवाजा खोला और हम दोनों अन्दर चले गए.
उसने मुझे एक कमरा दिखाया और कहा- तुम यहां आराम करो और फ्रेश हो जाओ. मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने के लिए लाती हूं.
मैं कमरे में गया और अपना सामान रखने के बाद नहाने के लिए चला गया.
नहाने के बाद मैं कपड़े बदल कर लेटा हुआ था कि किसी ने दरवाजा खटखटाया.
मैंने दरवाजा खोला और वो मेरे सामने ट्रे में नाश्ता और चाय लेकर खड़ी थी.
मैं उसे देखता ही रह गया.
पहली बार मैंने उसका चेहरा देखा था.
दिखने में वो बेहद ही खूबसूरत थी.
उसने एक पतला सा गाउन पहना हुआ था.
उसकी खूबसूरती के बारे में मैं शब्दों में ज्यादा कुछ नहीं कह सकता था
मैं बस उसे देखे ही जा रहा था.
उसका रंग बिल्कुल दूधिया था, होंठ बिल्कुल पतले और गुलाबी थे.
सच कहूँ तो दोस्तो, वो मेरे लिए किसी परी से कम नहीं थी. वो मेरी जिंदगी में अब तक की सबसे खूबसूरत लड़की थी.
वो अन्दर आई और मुझे चाय दी.
हम दोनों चाय पीते हुए बातें करने लगे.
तब उसने मुझे अपने बारे में बताया.
वो 25 साल की थी और उसका नाम रूना (बदला हुआ नाम) था.
उसने मुझसे कहा- आप जितने भी दिन यहां रहोगे, उसके बारे में कभी किसी को पता नहीं चलना चाहिए. मुझे पूरी प्राइवेसी चाहिए.
मैं उससे खुलकर बोला- मैं कभी किसी के बारे में किसी से कुछ नहीं बोलता. मैं क्या करता हूँ, ये बात मेरे घर वालों को, दोस्तो को, किसी को कुछ पता नहीं. आप मेरी तरफ से बिल्कुल निश्चिन्त रहिए.
हम दोनों ने चाय पी.
उसके बाद उसने मुझे आराम करने के लिए बोला और अपने कमरे में चली गई.
मैं बिस्तर पर लेटा हुआ था और मेरी आंख लग गई.
शाम को 7 बजे मैं सोकर उठा और बाहर की तरफ देखने लगा.
आसपास ज्यादा घर भी नहीं थे और चारों तरफ अंधेरा छा गया था.
थोड़ी देर बाद रूना मेरे पास आई और मेरे बगल में खड़ी हो गई.
हम दोनों बातें करने लगे.
सच में दोस्तो उसकी खूबसूरती पर मैं पूरी तरह से फिदा हो चुका था.
बात करते हुए उसने अपने बारे में कुछ और बताया.
फिर उसने मुझे अपने पति के बारे में भी बताया- वो साल भर से यहां नहीं आए थे और मैं यहां किसी से दोस्ती भी नहीं करना चाहती क्योंकि हमारे खानदान के बारे में यहां सब लोग जानते हैं. इसलिए मैंने तुमको यहां बुलाया है.
मैं समझ गया कि ये लगभग एक साल से ही बिना चुदे ही रह रही है.
कुछ देर हम दोनों बातें करते रहे, फिर अन्दर चले गए.
रात करीब दस बजे खाना खाने के बाद, वो मुझे अपने कमरे में ले गई.
उस कमरे में एक आलीशान पलंग बिछा हुआ था और उसमें एक महंगा मोटा सा गद्दा बिछा था.
कमरे में हल्की हल्की रूम फ्रेशनर की खुशबू फैली हुई थी.
उसने मुझसे पूछा- क्या तुम वाइन पीना पसंद करते हो?
मैंने कहा- हां.
वो जाकर एक वाइन की पूरी बोतल ले आई.
हम दोनों ने पलंग पर ही बैठे हुए ही वाइन पीना शुरू कर दिया.
मैं पैग बना कर उसे देता जा रहा था और वो एक एक करके 4 पैग पी गई.
हम दोनों जल्द ही नशे में चूर हो गए.
मैंने उससे पूछा- आज से पहले कभी तुमने किसी कॉल बॉय को बुलाया था.
उसने कहा- नहीं, ये मेरा पहला मौका है और तुम्हारा नम्बर मुझे मेरी दिल्ली की एक फ्रेंड से मिला था. आज तक मैंने अपने पति के अलावा किसी और मर्द के साथ कुछ नहीं किया है.
इतना सुनकर मेरा दिल झूमने लगा कि मुझे ज्यादा चुदी हुई चूत नहीं मिलेगी और वैसे भी रूना को देखते ही मुझे उससे प्यार सा हो गया था.
अब तो आज मैं अपने दिल से क्यूट गर्ल सेक्स करूँगा.
रात के 11 बज चुके थे और हम दोनों ही नशे में एक दूसरे के बगल में बैठे हुए थे.
उसके बदन की खुशबू मुझ तक पहुंच रही थी.
मैं जल्द से जल्द उसे नंगी देखना चाहता था क्योंकि जब वो ऊपर से ही इतनी गोरी थी तो अन्दर से वो कैसी दिखती होगी.
उसकी चूत किस तरह की होगी, यही सोच कर मैं उसे निहारे जा रहा था.
दोस्तो, क्यूट गर्ल सेक्स कहानी के अगले भाग में आप पढ़िए कि कैसे मेरे और रूना के बीच चुदाई हुई और मैं कितने दिन उसके साथ वहां रहा.
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क्यूट गर्ल सेक्स कहानी का अगला भाग: क्यूट भाभी को चोदकर प्यार हो गया- 2