ओल्ड मैन वांट सेक्स कहानी बड़ी उम्र के आदमी की यौन लालसा की है. उसे गदराये जिस्म की भरी हुई जांघों वाली सेक्सी लड़कियां और औरतें पसंद थीं।
नमस्कार दोस्तो! मैं कोमल मिश्रा अपनी कहानी में आप सभी पाठकों का स्वागत करती हूं।
मेरी पिछली कहानी
प्यासी भाभी को चाहिए जोरदार गन्दी चुदाई
आप लोगों ने इतनी पसंद की, उसके लिए आप सभी लोगों को दिल से धन्यवाद देना चाहती हूं।
इस समय मुझे इतने सारे मेल आ रहे हैं कि किस-किस को जवाब दूं समझ नहीं आ रहा है।
इसके साथ ही बहुत सारे लोग अपनी अपनी कहानियां मुझे भेज रहे हैं।
लेकिन मैं सभी लोगों की कहानी तो नहीं भेज सकती न!
अब जो कहानी मुझे पसंद आएगी वही कहानी आगे अन्तर्वासना पर भेज सकती हूं मैं!
जो कहानियां मुझे सच्ची और ज्यादा उत्तेजक लगेंगीं, वही कहानियां आप लोगों के सामने प्रस्तुत किया करूंगी।
इससे मेरे सभी पाठकों को एक अच्छी और उत्तेजित करने वाली कहानी पढ़ने को मिला करेगी।
अगर आप अपनी कोई राय मुझे देना चाहते हैं तो मुझे ई-मेल कर सकते हैं।
दोस्तो, आज की ओल्ड मैन वांट सेक्स कहानी मुझे मेरे एक पाठक महेंद्र जी ने भेजी है।
आज की यह पूरी कहानी उनके द्वारा ही लिखी हुई है और इसमें मेरे द्वारा कोई बदलाव नहीं किया गया है।
यह कहानी मुझे पसंद आई इसलिए आप सभी के सामने प्रस्तुत कर रही हूं।
उम्मीद करती हूं कि आप सभी लोगों को ये कहानी पसंद आएगी।
तो देर न करते हुए चलते हैं उनकी कहानी में …
दोस्तो! मेरा नाम महेन्द्र है और मेरी उम्र 44 साल है।
मैं अपनी एक छोटी सी कंपनी चलाता हूं।
स्वभाव से मैं बेहद ही गर्म हूं और सेक्स मुझे बेहद पसंद है।
अंतर्वासना पर कहानियां पढ़ना, नंगी फिल्में देखना मुझे बेहद अच्छा लगता है।
मेरे फोन पर नंगी फिल्में और लड़कियों की नंगी फोटो भरी पड़ी हैं।
वैसे तो मैं एक शादीशुदा जिंदगी जी रहा हूं लेकिन मैं कभी भी अपनी पत्नी से खुश नहीं रह पाया।
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि मेरी पत्नी चोदने के लिए मुझे चूत नहीं देती या मैं उसे नहीं चोदता.
लेकिन हर आदमी की एक अलग पसंद होती है। उसके दिमाग में एक ऐसी लड़की या औरत होती है जिसे वो अपनी पत्नी के रूप में चाहता है, या ऐसी लड़की या औरत के साथ बिस्तर पर चुदाई करना चाहता है।
मेरी पत्नी मेरी पसंद से बिल्कुल ही जुदा है।
जैसी औरत मेरे दिमाग में है और जैसी औरत को मैं चोदना चाहता हूं, मेरी पत्नी वैसी बिल्कुल भी नहीं है।
मेरे दिल की पसंद एक ऐसी औरत है जिसका बदन भरा हुआ हो, बड़े-बड़े स्तन हों, बड़ी सी उभरी हुई गांड हो, और जो बिस्तर पर मेरे साथ बेहद उत्तेजित होकर चुदाई का मजा ले।
लेकिन मेरी पत्नी ऐसी बिल्कुल भी नहीं है।
उसकी उम्र 37 साल है। उसके शरीर का वजन ही मात्र 42 किलो है। उसके स्तन बिल्कुल न के बराबर हैं और लटके हुए हैं।
जब मैं उसे नंगी करता हूं तो उसकी एक-एक पसली साफ-साफ दिखती है।
पीछे उसके चूतड़ सपाट मैदान की तरह ही हैं।
जब मैं उसे चोदता हूं तो वो किसी मुर्दे की तरह बिस्तर पर लेटी हुई रहती है।
तो अब आप ही बताइए कि मैं कितना खुश हो सकता हूं?
हमारी शादी को 18 साल हो चुके हैं लेकिन अभी तक हमारा एक भी बच्चा नहीं हुआ है।
इलाज करवाने से पता चला कि मेरी पत्नी कभी मां नहीं बन सकती।
दोस्तो, मैं अपनी बीवी के शरीर के सामने बिल्कुल ही भिन्न था।
मेरे शरीर का वजन 90 किलो और हाइट 5 फिट 8 इंच है। मेरे लंड का साइज भी 8 इंच लंबा और ढाई इंच मोटा है।
मेरी चुदाई का समय इतना ज्यादा है कि मैं अच्छी से अच्छी चुदक्कड़ औरत की प्यास बुझा सकता हूं।
मगर मेरी किस्मत ऐसी थी कि कभी कोई दूसरी औरत मिली ही नहीं।
मुझे ज्यादातर कम उम्र की गदराई हुई लड़कियां ही पसंद आती हैं।
मैं अपनी जिंदगी ऐसे ही जी रहा था।
अंतर्वासना पर कहानी पढ़कर और नंगी फिल्में देखकर खुद को गर्म करता था और बाथरूम में जाकर मुठ मारकर खुद को शांत करता आ रहा था।
हमारे बीच महीने में कभी-कभी ही चुदाई होती थी।
जब भी मैं बाहर जाता हूं तो बाहर नई नवेली औरतों-लड़कियों, जिनके बड़े-बड़े स्तन बड़ी उभरी हुई गांड हो, को देख कर मन डोल जाता है।
वैसे भी आजकल की लड़कियां जिस प्रकार से कपड़े पहनती हैं, उनकी भरी हुई चिकनी जांघें और तने हुए दूध किसी का भी लंड खड़ा कर देते हैं।
ऐसे ही मैं भी बाहर लड़कियों को देखता रहता हूं।
मेरी गंदी नजरें बाहर से ही उनका सब कुछ टटोल लेती हैं।
मगर क्या करें … अब इस उम्र में ऐसी लड़कियां हमारी किस्मत में कहां हैं।
लेकिन दोस्तो, किस्मत कभी न कभी साथ देती है।
ऐसे ही मेरी किस्मत ने भी मेरा साथ दिया।
यह बात 2017 की है।
मैं जिस कॉ़लोनी में रहता हूं वहां आसपास बहुत से घर हैं और अगल-बगल में उस वक्त कई नई शादीशुदा औरतें रहती थीं।
लेकिन उन्होंने कभी भी मेरी तरफ देखा तक नहीं था।
मेरी आदत है कि मैं सुबह-सुबह उठकर मॉर्निग वाक के लिए जाता हूं।
यह मेरी काफी पुरानी आदत है।
रोज सुबह 5 बजे उठकर मैं जाता हूं और 8 बजे वापस घर आ जाता हूं।
ऐसे ही मैं एक सुबह कॉलोनी के बाहर जो छोटी सी पहाड़ी है, उसके पास दौड़ रहा था।
मैं हल्के हल्के कदमों के साथ आगे बढ़ रहा था कि तभी मेरी नज़र पहाड़ी से उतर रही एक लड़की की तरफ पड़ी।
मैंने उसे दूर से ही देख लिया था, वो भी हल्के-हल्के दौड़ते हुए मेरी तरफ आ रही थी।
मेरी निगाह उस पर ही टिक गई।
उसने एक बहुत ही टाइट हाफ पैंट पहनी हुई थी।
वो केवल उसकी जांघों के ऊपर तक आ रही थी और उसके ऊपर एक कसा हुआ टीशर्ट उसने डाल रखा था।
मैं तो उसे एक टक देखता रह गया। उसके भरी हुई, वैक्स की हुई गदरायी जांघें जैसे चिकनी होकर चमक रही थीं।
उसके उभरे तने हुए दूध जैसे उसकी टी शर्ट को फाड़कर बाहर निकलने को उतारू हो रहे थे।
उसका बेहद खूबसूरत गोल चेहरा था।
कान में मोबाइल का ईयरफोन लगाए हल्के-हल्के कदमों से दौड़ती हुई वो मेरी तरफ आ रही थी।
उसके दौड़ने से उसके दोनों बड़े-बड़े स्तन ऐसे ऊपर नीचे हो रहे थे कि उन्हें देख कामदेव भी पागल हो जाएं।
उसके दूध देखने से ही पता चल रहा था कि वो 34 साइज से कम के नहीं थे।
वो हल्के-हल्के दौड़ती हुई मेरे बगल से गुजर गई।
उसने हल्का सा मेरी ओर देखा और फिर मुझे नजरअंदाज़ कर दिया।
उसके चेहरे को देखकर मुझे बॉलीवुड की हिरोइन सारा अली खान की याद आ गई।
वो बिल्कुल उसका दूसरा रूप ही लग रही थी।
मैं पीछे पलट कर उसे देखने लगा और उसकी गांड को देख मेरे बदन में करंट सा दौड़ गया।
उसकी टाइट फिट पैंट में उसकी बड़ी सी गांड बिल्कुल कसी हुई थी। गांड की बीच की दरार देख ऐसा लग रहा था कि उसने चड्डी भी नहीं पहनी थी।
उसके दौड़ने से उसकी गांड और जांघों के बीच जो सिलवट पड़ रही थीं वो देखने लायक थीं।
पीछे से भी उसकी चिकनी टांगें बड़ी मस्त लग रही थीं।
कुछ ही देर में वो लड़की मेरी नजर से दूर ओझल हो गई।
मैं उसके बारे में सोचता हुआ आगे बढ़ गया।
मैंने आज से पहले उसे कभी नहीं देखा था।
अगली सुबह भी वो लड़की फिर से मुझे दिखाई दी।
आज उसने वही टाइट पैंट और एक लाल रंग की, बिना बाजू की टीशर्ट डाली हुई थी।
उसके नंगे, कोमल, चिकने, मलाई से हाथ देखकर मुझे और ज्यादा सेक्स चढ़ रहा था।
अब मेरा भी ध्यान उसी पर रहने लगा।
वो रोज ही मुझे दिखने लगी।
अब मैं उसे देखने के लिए बेताब रहने लगा।
जल्द ही मुझे पता चला कि मेरे घर के आगे चौथे नंबर घर में एक गुप्ता जी रहने आ गए हैं, वो लड़की उनकी ही बेटी है।
रोज सुबह मेरे साथ ऐसा ही होता कि मैं वापस आता और वो जाती दिखती।
वो मुझे एक नजर देख आगे बढ़ जाती और मैं उसे पलट कर देखता रहता। एक दिन सुबह मैंने सोचा कि आज मैं इस लड़की का इंतजार पहाड़ी के ऊपर ही करूंगा। मैं वैसे तो पहाड़ी के नीचे से ही वापस आ जाता था लेकिन उस दिन पहाड़ी चढ़ गया।
पहाड़ी पर कुछ कुर्सियां लगी हुईं थीं और मैं एक कुर्सी पर जाकर बैठ गया।
मैं आधे घंटे तक वहां पर बैठा रहा लेकिन उसका कोई पता नहीं था तब तक!
जैसे ही मैं जाने की सोचने लगा कि मेरी नजर उस लड़की पर पड़ी।
मैं चुपचाप बैठा रहा।
वो लड़की आई और किस्मत से ठीक मेरे सामने वाली कुर्सी पर बैठ गई।
हम दोनों में करीब 10 मीटर का फासला था।
वो पसीने से भीगी हुई थी और अपना ईयरफोन निकाल कर उसने बगल में रख दिया।
फिर वो कुर्सी पर कमर टिकाकर आंख बंद करके बैठ गई।
मैं बड़े गौर से उसे देखने लगा।
मेरी नजर सबसे पहले उसकी दोनों टांगों के बीच में पड़ी। उसकी दोनों जांघों के बीच में उसकी चूत के पास बिल्कुल पैंट संकरी हो गई थी और उसने बस चूत वाली जगह को ही छुपाया हुआ था। अगर पैंट की पट्टी वहां नहीं होती तो चूत बस दिख ही जाती।
उसकी गदरायी जांघें देख मेरा लौ़ड़ा अकड़ने लगा था।
उसका खूबसूरत चेहरा पसीने से भीग गया था और सामने से उसकी टी शर्ट भी आधी भीग चुकी थी।
उसकी सांसें तेज तेज चल रही थीं जिससे उसके तने हुए दोनों दूध ऊपर नीचे हो रहे थे, और उसके दूधों की निप्पल साफ साफ दिख रही थीं।
सेक्सी जवान लड़की की जांघ पर एक तिल भी था जो मुझे साफ साफ दिख रहा था।
उसके गुलाबी होंठ देखकर चूमने का मन कर रहा था।
उस लड़की को देख मेरे अंदर बहुत ही गंदे गंदे ख्याल आ रहे थे।
उसकी उम्र लगभग 20 से 21 साल थी लेकिन उसका फिगर बिल्कुल कयामत था। ऊपर से नीचे तक पूरी तरह से गदराई हुई जवानी थी वो!
वो अपने बदन का बहुत ख्याल रखती होगी, तभी तो पूरे जिस्म पर कहीं भी एक बाल का रोआं तक नहीं था।
कुछ देर बाद वो लड़की उठी और वहां से वापस लौट गई।
मैं भी उसके बाद वहां से चल दिया।
उस दिन पहली बार मैंने उस लड़की को सोचकर मुठ मारी थी।
अब तो ये रोज का काम हो गया।
वो लड़की मेरे दिल पर छा चुकी थी; उसके अलावा कुछ दिखाई नहीं देता था मुझे!
फिर एक दिन मैं अपनी कंपनी से शाम को वापस घर आया और अपनी कार पार्क करने के बाद अंदर जाने लगा।
मुझे बाहर कुछ औरतों के सैंडल दिखाई दिए।
मैं समझ गया कि घर पर कोई लोग आए हुए हैं।
मैं अंदर गया तो मेरी पत्नी के साथ वही लड़की और एक औरत बैठी हुई थी।
उसे देख मैं तो दंग रह गया।
मेरी पत्नी ने उनका परिचय देते हुए उसका नाम जिया बताया और उसके साथ में उसकी मम्मी थी।
जिया मुझे देखते ही बोली कि वो मुझे जानती है और मैं उसको मॉर्निंग वाक करते हुए दिखता हूं।
मुझे खुशी हुई कि जिया रोज मुझे नोटिस करती थी।
मैं अंदर चला गया और कुछ देर बैठने के बाद वो लोग भी चले गए।
बाद में मेरी पत्नी ने मुझे उनके बारे में बताया कि ये लोग अभी अभी हमारे पड़ोस में रहने आए हैं।
जिया के बारे में बताते हुए वो बोली- जिया अभी कॉलेज के दूसरे साल में है।
पहली बार मुझे अपनी पत्नी से खुशी हुई कि इसने कोई अच्छा काम किया कि उनसे दोस्ती कर ली।
जल्द ही हम दोनों परिवारों की अच्छी खासी दोस्ती हो गई और अब जिया रोज सुबह मुझसे बात भी करने लगी।
उसकी उम्र 21 साल थी और उसे फिटनेस का ख्याल रखना बहुत अच्छा लगता था, जिसके लिए वो सुबह मॉर्निग वॉक करती और घर पर तरह तरह की एक्सरसाइज करती।
ऐसे ही दोस्तो, एक साल का समय बीत गया था और हम सब लोगों के बीच एक परिवार जैसा रिश्ता बन गया था।
हम लोग उनके घर जाते और वो लोग हमारे घर आते।
मगर मैं अपनी गंदी आदत से मजबूर, जिया को गंदी निगाह से ताड़ता रहता। उसका कसा हुआ, गदराया जिस्म मेरी नज़र में डोलता रहता था।
रोज उसे याद करते हुए मुठ मारना अब मेरी आदत हो गई थी।
जिया ने कभी मुझसे ऐसी कोई बात नहीं की जिससे मुझे लगे कि उसके अंदर भी कुछ मेरे प्रति भावना या विचार है।
इसलिए मैंने भी उससे कभी ऐसी कोई बात नहीं की।
बस वो मेरे दिल-दिमाग में छाई हुई थी।
दोस्तो, फिर आप लोग सोच रहे होंगे कि मेरे और जिया के साथ कभी कुछ हुआ या नहीं।
तो मैं आपको बता दूं कि जिसकी किस्मत में जो लिखा होता है, वो उसे जरूर मिलता है।
और ऐसा सच में मेरे साथ हुआ भी है।
मैंने कभी नहीं सोचा था कि जिस लड़की को याद करते हुए मैं रोज मुठ मारता हूं उसे चोद भी पाऊंगा।
क्योंकि जिया जैसी खूबसूरत लड़की शायद मेरी किस्मत में नहीं थी, ये मैं मान चुका था।
मेरी किस्मत में बस उसे देखना और उसके नाम की मुठ मारना ही लिखा था, ऐसा मैं सोचा करता था।
लेकिन मैं गलत था।
जिया मुझे मिली भी और आज तीन सालों से लगातार मैं उसे चोद रहा हूं।
और केवल चोद ही नहीं रहा हूं, उसे मैंने इस हद तक चोदा है कि इन तीन सालों में वो 4 बार वो प्रेग्नेंट भी हुई है।
अब जिया मुझे कैसे मिली और मैंने उसे कैसे चोदा, इसके बारे में जानने के लिए आप कहानी का दूसरा भाग जरूर पढ़ियेगा।
मैं आप सभी दोस्तों से वादा करता हूं कि आगे का भाग पढ़कर आप लोगों के लंड का पानी निकल जाएगा क्योंकि मेरी और जिया की पहली चुदाई थी ही ऐसी!
तो दोस्तो, मैं कोमल मिश्रा आपके लिए कहानी का पहला भाग लाई थी।
आपने महेंद्र जी की चुदाई की कहानी का ये भाग पढ़ा, जो काफी कामुकता से भरा था।
ऐसी कमसिन लड़की और चोदू मर्द की चुदाई की कहानी पढ़कर मैं भी उत्तेजित हो गई थी।
इसलिए मैंने इस कहानी को चुना।
आशा करती हूं कि आपको ये पसंद आई होगी।
आपको इसका दूसरा भाग जल्द ही पढ़ने को मिलेगा।
तब तक अपनी राय इस ओल्ड मैन वांट सेक्स कहानी पर भेजते रहें।
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ओल्ड मैन वांट सेक्स कहानी का अगला भाग: गदराये बदन का मजा लेने की लालसा- 2