हैलो, मेरा नाम संजू है और मैं हरियाणा के सोनीपत में रहता हूँ.. मेरी हाइट 5 फुट 8 इंच है और मेरे लंड का साइज़ 6.5 इंच है.. ये काफ़ी मोटा भी है. आपका ज़्यादा वक़्त बर्बाद ना करते हुए अपनी हिंदी सेक्स स्टोरी पर आता हूँ.
ये सेक्स स्टोरी अभी एक महीने पहले की है. मुझे लड़कियों से ज़्यादा भाभियां पसंद हैं. दो को चोदा भी है, वो आपको फिर कभी बताऊंगा.
एक दिन मैं घर में ही था. घर वाले दूर के रिश्ते में मामा की शादी में गए हुए थे, मेरा जाना जरूरी नहीं था.
मैं कंप्यूटर में गेम खेल रहा था. अचानक बाहर दरवाज़ा खटखटाया, मैंने सोचा कौन होगा.
मैं गेम पॉज़ करके दरवाज़ा खोलने गया तो देखा कि एक औरत हाथ में बैग लिए खड़ी है. यार क्या माल थी.. वो मांग भरे हुए थी जिससे ऐसा लगता था कि उसकी अभी नई-नई शादी हुई थी.
उसके क्या चूचे थे यार.. एकदम गोल-गोल. वो सच में बड़ी सेक्सी थी.
वो एक सेल गर्ल थी, उसने अपनी कंपनी का नाम बताया और कहा- मुझे आपके दो मिनट चाहिए, मुझे आपको हमारे न्यू प्रॉडक्ट्स के बारे में बताना है.
मैंने कहा- घर में कोई नहीं है.
उसने कहा- कोई बात नहीं आप देख लो.
मैंने सोचा चलो टाइम पास कर लेते हैं.
वो कभी क्रीम निकालती, कभी कुछ… मैं तो उसके मम्मों की तरफ ही देख रहा था. उसने एक-दो बार मेरी नजरों को नोटिस भी किया.
फिर मैं उससे इधर-उधर की बातें करने लगा कि आप कहाँ से हो और इस काम में कैसे आ गईं.. शादी कब हुई.
इसी दौरान मेरा लंड तन चुका था, उसने ये भी नोटिस किया. फिर धीरे आगे बढ़ते हुए मैंने हिम्मत करके पूछा- आप इतनी सुंदर हो और ऐसे क्यों घूमती हो?
उसने बताया- पैसे के लिए काम करना पड़ता है.. मुझे पैसे की बहुत ज़रूरत है.
मेरे मन का शैतान जाग उठा. मैंने कहा- मैं आपको 1500 रूपए दूँगा अगर आप मुझे एक काम सिखा दो.
बोली मुस्कुरा कर बोली- क्या काम?
मैंने झूठ कहा- मुझे सेक्स करना नहीं आता.. वो सिखा दो.
वो चौंक गई. मैं भी डर गया क्योंकि मैंने सीधे ही बोल दिया था.
मैं फिर सॉरी बोलने लगा लेकिन उसने स्माइल की और कहा- ओ के, ठीक है.
मैं जान बूझ कर बोला- इसमें सबसे पहले क्या करते हैं?
उसने बिना कुछ बोले मुझे पकड़ा और मेरे होंठों को किस करने लग गई. मैं भी शुरू हो गया. कोई 15 मिनट तक हम दोनों किस करते रहे. मैं उसके मम्मों को दबाता रहा और उसकी गांड भी मसलता रहा.
क्या मस्त गांड थी यार.. मजा आ गया
अब उसने कहा- सारे कपड़े उतार दो.
मैं झट से नंगा हो गया. उसने भी अपनी जींस और शर्ट उतारी. क्या मस्त माल लग रही थी साली.. पिंक पेंटी और वाइट ब्रा.. यार मुझसे तो कंट्रोल ही नहीं हुआ. मैं उस पर टूट पड़ा और उसे बेड पर लेटा दिया. मैंने उसकी ब्रा खोली और मम्मों को चूसने लगा.
वो कामुक सिसकारियां ले रही थी- आअहह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… अहह..
वो जोर-जोर से गर्म गर्म साँसें ले रही थी.
फिर उसकी बॉडी को किस करते हुए मैं उसकी पेंटी तक आ गया. मैंने पेंटी उतारी. वाह क्या फुद्दी थी यार.. बिल्कुल साफ चिकनी… और उसकी फुद्दी में से कमाल की खुशबू आ रही थी. मैं झट से अपनी जीभ से उसकी फुद्दी चाटने लगा. वो जोर-जोर से मादक सिस्कारियां लेने लगी. उसने मेरे बाल पकड़े और अपनी चुत के ऊपर खींचने लगी.
मैंने एक उंगली उसकी फुद्दी में डाली तो वो तिलमिला उठी और बोली- बहुत आग लग गई है.. जल्दी जल्दी उंगली अंदर बाहर करो, मुझ से इंतज़ार नहीं हो रहा!
कुछ मिनट बाद वो झड़ गई. मैंने उसकी चुत का पानी पी लिया और चाट कर चुत साफ कर दी. अब मैं लेट गया और उसे लंड चूसने को कहा.
उसने मना करते हुए कहा- मैंने ये पहले कभी नहीं किया.
लेकिन फिर मेरे बार बार कहने पे वो मान गई. जब उसने धीरे से मेरा लंड अपने मुँह में डाला तो यार मुझे लगा में हवा में हूँ. वो मेरा लंड जोर-जोर से चूस रही थी. मेरी आवाजें निकल रही थीं- अहह अहह..
पांच मिनट लंड चूसने के बाद मैंने उसे लेटाया और उसकी टाँगें खोल कर अपना लंड उसकी चुत पर फेरने लगा था.
वो बोल रही थी- साले अब इतना क्यों तड़पा रहा है.. जल्दी चोद दे ना.
उसने मेरा लंड पकड़ा और अपनी चुत में डाल लिया. मेरा टोपा ही अन्दर गया कि उसको दर्द सा हुआ. फिर भी मैंने धक्का लगा कर पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया.
वो दर्द से चीखी और बोली- धीरे करो मुझे दर्द हो रहा है.
मैंने ध्यान नहीं दिया और धक्के लगाने लगा. कुछ देर बाद वो खुद गांड उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी.
वो ‘अहह उफ्फ़ आहह उईईहह..’ की आवाजें भी निकाल रही थी. फिर 5 मिनट बाद मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से लंड उसकी चुत में डाल दिया. वो खुद आगे-पीछे होकर चुदवा रही थी. इस चुदाई में वो अब तक दो बार झड़ चुकी थी.
फिर मैंने उससे कहा- मेरे ऊपर आओ.
मैं चित लेट गया और उसे अपने ऊपर बिठा कर उसकी फुद्दी में लंड डाल कर उसे चोदना शुरू किया. वो गांड उछाल-उछाल कर चुदवा रही थी. वो पागलों की तरह उछल रही थी और ‘अहह अहह अहह’ कर रही थी.
मैं झड़ने वाला था लेकिन वो पागलों की तरह लगी रही और मैं उसकी चुत में ही झड़ गया साथ में वो भी फारिग हो गई. अब हम दोनों बेड पर लेट गए.
कुछ देर बाद उसने कपड़े पहने और मैंने उसे 1500 रूपए दे दिए.
जाते जाते उसने अपना मोबाइल नम्बर दे दिया और बोली- जब भी मन करे फोन कर देना, मैं आ जाऊंगी.
फिर मैंने 2 बार उसे बुला कर चोदा और दूसरी बार में मैंने उसकी गांड भी मारी.
दोस्तो, भाभियों और लड़कियों कैसी लगी सेक्स स्टोरी.
कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कमेंट्स में ज़रूर लिखें, ताकि आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सकूं. ये मेरी पहली सेक्स स्टोरी है, जो मैं लिख रहा हूँ अगर आपको सेक्स स्टोरी बताने का स्टाइल अच्छा ना लगा हो तो साफ़ बता देना. लेकिन मेल जरूर करना.
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