बिग डिल्डो सेक्स कहानी में पढ़ें कि हम दो बहनों के पास दो जवान लड़कियां आयी तो हमने उनकी चूत में बड़े बड़े डिल्डो घुसाकर कैसे चोदा.
दोस्तो, मैं आपकी फेहमिना इकबाल अपनी सेक्स कहानी के अगले भाग में फिर से मजा देने के लिए हाजिर हूँ.
कहानी के पिछले भाग
नंगी लड़कियों की आपस में मस्ती
में अब तक आपने पढ़ा था कि हम चारों सहेलियां आपस में लेस्बियन सेक्स करती हुई मजे कर रही थीं.
तभी मैंने आयेशा को डिल्डो लाने का इशारा किया और सहेलियों से कहा कि लड़कों के साथ किस तरह से गांड फाड़ चुदाई करनी है, उसकी प्रेक्टिस कर ली जाए.
अब आगे बिग डिल्डो सेक्स कहानी:
आयेशा अन्दर चली गई थी और वापस आते टाइम 2 डिल्डो ले आई.
दोनों डिल्डो 12 इंच बड़े और 4 इंच मोटे थे.
आयेशा के हाथ में डिल्डो देखकर रिया की आंखों में चमक आ गयी.
उसने आयेशा के हाथ से डिल्डो ले लिया और उसे चूसना शुरू कर दिया.
रिया को ऐसा करते देखकर हम तीनों की हंसी छूट गयी.
वह डिल्डो को ऐसे चूस रही थी जैसे वो किसी गधे का लंड चूस रही हो.
मैंने दूसरा डिल्डो आयेशा से लेकर नेहा को दे दिया.
नेहा डिल्डो को हाथ में लेकर ऐसे चौंक कर देखने लगी जैसे उसके हाथ में डिल्डो नहीं, किसी हाथी का लंड हो.
नेहा ने कहा- यार, मैंने पोर्न में डिल्डो बहुत देखे हैं, मगर कभी रियल में नहीं देखा था.
फिर उसने कहा- ये डिल्डो तुम दोनों आपस में यूज़ करती हो क्या?
मैंने कहा- हां.
तो नेहा ने कहा- यार, ये इतना मोटा है, इससे तो अच्छी खासी लड़की की चूत की माँ चुद जाए.
मैंने कहा- मेरी जान, मोटे लंड में ही तो मज़ा आता है. तू भी इस डिल्डो को लेकर देख, तुझे भी मज़ा ना आए तो कहना.
यह कहकर मैंने नेहा से डिल्डो ले लिया और उसे अपनी कमर पर बांध लिया.
अब ऐसा लग रहा था, जैसे मुझे सच में लंड लगा हो.
मैंने नेहा से कहा- चल मेरी जान आज तुझे जन्नत की सैर करवाती हूँ.
ये कहकर मैंने नेहा को घुटनों के बल बैठा दिया और डिल्डो नेहा के मुँह पर मारना शुरू कर दिया.
फिर मैंने नेहा के बाल पकड़े और उसके मुँह में डिल्डो डाल दिया.
नेहा के मुँह में पूरा डिल्डो नहीं जा रहा था मगर जितना हो सकता था, उतना डिल्डो मैंने उसके मुँह में डाल दिया.
फिर मैंने नेहा में मुँह में झटके देने शुरू कर दिए.
उधर आयेशा भी मेरी तरह रिया का मुँह चोद रही थी.
फिर मैंने डिल्डो नेहा के मुँह से निकाला और नेहा को बिस्तर पर धक्का देकर लेटा दिया.
मैंने डिल्डो नेहा की चूत पर घिसना शुरू कर दिया, जिससे नेहा पागल होने लगी.
वो बस मुझसे ‘चोदो आअहह आआआ अम्मम्म म्मम मेरी जान चोद दे मुझे …’ कह रही थी.
मैंने नेहा को जोर से किस किया और एक झटके में नेहा की चूत में डिल्डो डाल दिया.
बारह इंच का डिल्डो चूत में जाते ही नेहा की जान निकल गयी.
मैं धक्का देने लगी तो नेहा की चीख निकल गई.
वो, ‘उम्म्ह … अहह … हय … ओह … मर गई …’ करने लगी.
वह कुछ ज्यादा ही चिल्ला रही थी तो चुदाई के साथ ही मैंने उसके मुँह पर हाथ रख दिया.
नेहा की आंखों से आंसू निकल आए. हालांकि मैंने पूरा डिल्डो चूत में नहीं डाला था मगर नेहा की आंखें बाहर आने को तैयार दिख रही थीं.
उसने मेरे होंठों पर इतनी जोर से काटा कि उनमें से खून निकल आया.
मगर मैंने फिर भी चूत में से डिल्डो नहीं निकाला.
नेहा मुझे कमर पर मुक्के मारे जा रही थी, वो छटपटा रही थी और अपने पैर इधर उधर फटकार रही थी.
मगर मैंने फिर भी डिल्डो नहीं निकाला.
हालांकि मुझे समझ आ गया था कि इसे दर्द हो रहा है इसलिए मैंने अब धक्के मारने बंद कर दिए थे.
थोड़ी देर बाद जब उसकी चूत में दर्द बंद हुआ, तो मैंने अपने होंठ उसके होंठ से अलग किए.
वो लम्बी सांस लेकर बोली- साली बहनचोद रंडी, चूतिया है क्या? मादरचोद मेरी चूत फट गयी.
मैंने हंसते हुए कहा- क्यूं मेरी जान सच बता … मोटे लंड से मज़ा आया या नहीं?
नेहा ने कहा- माँ चुदाने गया मज़ा … यहां चुत की माँ चुद गयी … तू मज़े की बात कर रही है.
तभी अचानक से एक तेज चीख हम दोनों के कानों में पड़ी, तो देखा आयेशा ने आधे से ज्यादा डिल्डो रिया की चूत में डाल दिया था और वो चीख रिया की थी.
मगर रिया नेहा के मुताबिक कम ही चीख रही थी.
फिर आयेशा ने रिया की चूत में जोर जोर से झटके देने शुरू कर दिए.
अब शायद रिया को भी मज़ा आ रहा था तो वो ज्यादा चीख नहीं रही थी मगर उसकी हल्की हल्की सिस्कारियां अभी भी निकल रही थीं.
इधर मैंने भी नेहा के चूत में जोर से झटके देने शुरू कर दिए.
अब पूरे कमरे में हम चारों लड़कियों की सिसकारियों की आवाज आ रही थी.
पूरा रूम सिर्फ आह आह आ आह हआह आह आह … उह उह उह आउच यस फ्क फ्क्फच फच फच की आवाजों से ही गूंजता रहा.
थोड़ी देर में हम सब ऐसे ही डिल्डो सेक्स करते हुए झड़ गयी और थक कर एक साथ ही लेट गयी.
फिर लगभग शाम को 5 बजे रिया ने सबको जगाया तो हमें याद आया कि आज तो हमें लड़कों की गांड मारने की तैयारी करनी है.
रिया ने कहा कि यार हम उनकी गांड मारेंगे कैसे?
मैंने कहा- उन हरामियों की गांड इन डिल्डो से मारी जाएगी.
रिया ने कहा- बहनचोद पागल है, अगर इससे उनकी गांड मारी तो डिल्डो गांड में जाएगा, मगर आंखों की गोटियां बाहर आ जाएंगी.
ये सुनकर हम सब हंस दी.
मैंने कहा- फिर तू बता कि कैसे गांड मारेंगे?
रिया ने कहा कि मेरी एक सहेली के पास डिल्डो है. उसका साइज़ भी छोटा है. मैं वो मंगवा लेती हूँ.
मैंने कहा कि यार एक से क्या होगा. मैं चाहती हूँ कि सब लौंडों की गांड में डिल्डो एक साथ जाएं.
रिया ने कहा- तो ये बात पहले सोचनी चाहिए थी ना? हम पहले से ही और डिल्डो मंगवाकर रख लेते.
यह सुनते ही मैंने कहा- कहीं से कुछ मंगवाने की जरूरत नहीं है. मैंने पहले से ही 4 नार्मल साइज़ के डिल्डो मंगवाकर रखे हुए हैं.
ये कहकर मैं डिल्डो लेने चली गयी.
जब मैं वापस आई तो मेरे हाथ में 4 डिल्डो थे.
वो चारों डिल्डो नार्मल साइज़ के ही थे मतलब लगभग 6 इंच लंबे और 2 इंच मोटे थे.
मैंने वो डिल्डो रिया और नेहा को दे दिए.
नेहा ने कहा- बहनचोद अगर तेरे पास ये डिल्डो थे तो तूने हमारी चूत में वो घोड़े के लंड जैसे डिल्डो क्यों डाले?
मैंने नेहा को किस करते हुए कहा- यार तू लड़की है, तू ये 6 इंच के डिल्डो कब से लेने लगी. तुझे तो ऐसे 12 इंच के डिल्डो लेने की आदत होनी चाहिए.
ये सुनकर नेहा ने कुछ नहीं कहा, वो बस वो छोटे वाले डिल्डो देखने लगी.
मैंने कहा- आज रात उन भोसड़ी वालों की माँ चोद देनी है.
अब हमारे पास ज्यादा टाइम तो था नहीं तो मैंने सबको समझा दिया कि आज हम लड़कों के साथ क्या क्या करने वाले हैं.
मेरे प्लान सुनकर नेहा ने कहा- यार ऐसे तो उनकी सच में माँ चुद जाएगी. मगर हम जब ये सब करेंगे, तो कहीं कोई परेशानी न हो जाए.
मैंने नेहा से कहा- बहनचोद तू भूल गयी, उन मादरचोदों ने हमारे साथ क्या किया था? मैं अभी तक मेरी चूत में मोम डालने वाला कांड भूली नहीं हूँ. आज तो उन सबकी माँ चोदनी है मुझे. अगर तुम लोग साथ दोगी तो और ज्यादा मज़ा आएगा वर्ना ये सब मैं अकेले ही कर लूंगी.
मेरी बात सुनकर आयेशा ने कहा- मैं तो हमेशा मेरी जान के साथ हूँ.
फिर रिया ने भी कहा- हां यार, उन बहन के लौड़ों ने उस दिन कुछ ज्यादा ही किया था, तो अब उसका बदला तो लेना ही है.
अंत में नेहा ने कहा- ठीक है, जैसा तुम लोग ठीक समझो मगर कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
नेहा की शायद गांड फट रही थी मगर वो हमारे समझाने से मान गयी.
फिर हम लोग रात का इन्तजार करने लगे.
मैंने सबको सिर्फ ब्रा पैंटी पहनने को कहा और ये भी कहा कि लड़कों को जितना हो सके उतना ज्यादा तड़पाना है मगर कुछ भी हो जाए, आज उन्हें चूत मारने नहीं देनी है. जब तक वो लोग हमसे गांड नहीं मरवा लेते, तब तक चुत में कुछ नहीं करने देना है.
सबने ये बात मान ली.
अब रात के 8 बज चुके थे तो दरवाजे पर बेल बजी.
आयेशा ब्रा पैंटी में ही गेट खोलने चली गयी.
अन्दर हम सब लड़कियां भी सिर्फ ब्रा और पैंटी में थीं.
गेट खोलने से पहले आयेशा ने दरवाजे के की-होल से देखा कि कौन है, तो वहां लड़के ही थे.
आयेशा ने गेट खोल दिया.
गेट खुलते ही सारे लड़के आयेशा को ब्रा पैंटी में देखकर उसे घूरने लगे.
आयेशा ने कहा- अबे चूतियो अन्दर आकर पूरा घूर लेना.
तभी सब लड़के जैसे नींद से जगे और अन्दर आ गए.
उनके अन्दर आते ही आयेशा ने गेट बंद कर दिया.
उनमें सबसे आगे अमन था, फिर पुलकित, फिर अमित और अंत में हरामी मोहित था.
उसके पीछे आयेशा थी.
मोहित ने पलटकर आयेशा को किस करना शुरू कर दिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाने लगा.
आयेशा ने उसे धक्का देकर अपने से दूर कर दिया और कहा- भोसड़ी के, आज हम नहीं, तुम मरवाओगे.
ये सुनकर मोहित बोला- बहनचोद, सारे मूड की माँ चोद दी तूने.
आयेशा ने कहा- अभी तो ये भी कहेगा कि तेरी गांड की भी माँ चोद दी.
ये कहकर आयेशा हंसने लगी तो मोहित ने कहा- यार, क्यूं अभी से गांड फाड़ रही है हमारी?
यह कहकर मोहित ने आयेशा के चूतड़ पर थप्पड़ मार दिया.
फिर सब लोग अन्दर आ गए.
अन्दर आते ही सब लड़कों ने हमें ब्रा-पैंटी में देखा तो सबकी लार टपकने लगी.
सब हमें ऐसे घूरने लगे, जैसे अभी आंखों से ही चोद देंगे.
रिया ने कहा- जितनी लार टपकानी है, टपका लो मगर आज तो तुम लोगों को चूत मिलेगी नहीं.
ये सुनकर सारे लड़कों के चेहरे उतर गए.
मैंने कहा- अगर हमारे साथ सेक्स करना है, तो कर सकते हो मगर उसके लिए पहले कुछ देना पड़ेगा.
सारे लड़के अच्छे से जानते थे कि मैं किस चीज़ की बात कर रही हूँ.
मगर अनजान बनते हुए अमन ने कहा- क्या देना पड़ेगा?
नेहा ने कहा- जरा देखो तो इस बहन के लंड को … कैसे अनजान बन रहा है, जैसे कुछ पता ही ना हो.
मैंने कहा- कोई बात नहीं. जल्दी पता चल जाएगा इन बेचारों को.
ये कहकर हम सब हंसने लगीं.
सारे लड़के झेंप गए.
फिर आयेशा ने कहा- यार फेहमिना, ज़रा सामान तो लाना.
तो मैं समझ गयी कि ये डिल्डो लाने की बात कर रही है.
मैं जान बूझकर मोटे वाले डिल्डो ले आई.
मेरे हाथ में डिल्डो देखकर सारे लड़के समेत सभी लड़कियां भी चौंक गईं क्यूंकि ये तय हुआ था कि हम पतले वाले डिल्डो से इनकी गांड मारेंगे मगर मैं तो बड़े वाले ले आई थी.
दरअसल मैं बस लड़कों को अन्दर तक डरा देना चाहती थी बाकी चुदाई तो उनकी पतले वाले डिल्डो से ही होनी थी.
मैंने इशारे से लड़कियों को समझा दिया.
मेरे हाथ में इतना मोटा डिल्डो देखकर अमन ने कहा- ओ बहनचोद इससे क्या करने वाली हो?
आयेशा ने कहा- देखो अब हमारे पास लंड तो हैं नहीं, लेकिन फिर भी हमें तुम्हारी गांड मारनी ही है, तो अब ये डिल्डो ही लंड का काम करेगा. और इससे ही तुम सबकी गांड मारी जाएगी.
ये सुनकर मोहित ने कहा- अबे चूतिया हो क्या बहनचोद? मुझे नहीं मरवानी कोई गांड वांड. बहनचोद इतने मोटे डिल्डो से तो तुम गांड फाड़ दोगी. अगर इन रोज लंड लेने वाली रंडियों की गांड मारी जाएगी, तो उनकी भी माँ चुद जाएगी. हमने तो आज तक अपनी गांड में पेंसिल भी नहीं डाली है, तो फिर ये इतना मोटा डिल्डो कैसे जा सकता है?
मैंने कहा- ठीक है, जिस चूतिये की भी गांड फट रही है, वो यहां से निकल ले. और ये समझ लेना आज के बाद अगर उसने हमारे साथ सेक्स करने का सोचा भी न … तो यही डिल्डो मुँह में डालकर गांड से बाहर निकाल दूंगी.
सब लड़के वहीं रुककर कुछ सोचने लगे.
अमित ने बेचारे की सी सूरत बनाकर कहा- यार देखो, हम गांड मरवाने से मना नहीं कर रहे, बस ये बहुत मोटा डिल्डो है, इससे गांड नहीं मरवाई जा सकती … समझो यार!
नेहा ने कहा- यार फेहमिना, क्यूं इन बेचारों की गांड फाड़ रही हो. इन बेचारों को असली वाले डिल्डो दिखा दे, वर्ना इनकी गांड बिना वजह ही ऐसे ही फटती रहेगी.
मैंने उन्हें असली वाले डिल्डो दिखाए और कहा- सालो, इन डिल्डो से तुम सबकी चुदाई होगी.
मेरे हाथ में पतले वाले डिल्डो देखकर उन सबकी जान में जान आई.
फिर मैंने कहा- देखो अब ये सारे डिल्डो अलग अलग साइज़ के हैं. मैं इनको तुम सबकी तरफ फेकूंगी और तुम खुद पसंद कर लो कि किसे किस डिल्डो से चुदना है. और हां ये याद रखना, इन सबमें 3 डिल्डो एक साइज़ के हैं और चौथा डिल्डो इन सबसे बड़ा है. अब देखते हैं कि वो बड़ा डिल्डो किसकी गांड फाड़ता है.
ये कहकर मैंने वो डिल्डो लड़कों की तरफ उछाल दिए.
वो सारे के सारे डिल्डो पर ऐसे झपटे, जैसे उन्हें कोई लड़की पसंद करने को कहा गया हो.
उन्हें लड़ता हुआ देखकर हम लड़कियां हंसने लगीं.
आयेशा ने कहा- देखो इन मादरचोदों को, कैसे गांड मरवाने के लिए तड़प रहे हैं.
थोड़ी देर में सबने अपनी पसंद का डिल्डो ले लिया और फिर अपने अपने डिल्डो देखकर बोले- बहनचोद ये तो सब एक ही साइज़ के हैं.
मैंने कहा- हां हमें पता था कि ये सब एक ही साइज़ के हैं. वो तो हम तुम्हारी गांड मरवाने की तड़प देखना चाहते थे.
ये कहकर हम सब लड़कियां जोर जोर से हंसने लगीं.
अब तक लड़कों को भी ये अंदाजा हो गया था कि आज उनके साथ बहुत बुरा काण्ड होने वाला है.
मुझे उम्मीद है कि आपको सेक्स कहानी में मजा आ रहा होगा. अगले भाग में आपको और भी ज्यादा मजा आने वाला है.
चुदाई का मजा लेने के लिए मेरे साथ बने रहें.
बिग डिल्डो सेक्स कहानी पर अपने विचार अवश्य बताएं.
बिग डिल्डो सेक्स कहानी का अगला भाग: होली का रंग चूत चुदाई के संग- 9