कुकोल्ड हस्बैंड की फंतासी अपनी पत्नी को गैर मर्द की बांहों में देखने की ही होती है. ऐसे ही एक पति ने अपनी पत्नी को अपने दोस्त के साथ रोमांस करने के लिए उकसाया.
दोस्तो, मैं सनी वर्मा आपको एक मियां बीवी और वो का थ्री-सम सेक्स कहानी का मजा देने आया हूँ.
ये कुकोल्ड हस्बैंड की फंतासी कहानी रवि और पिंकी की है.
रवि का बैंक्वेट हाल का प्रतिष्ठित व्यवसाय है और पिंकी हाउसवाइफ है.
ये लोग पैसे वाले हैं, इन्हें किसी चीज की कमी नहीं है.
उनके एक 4 वर्ष की बेटी टीना और एक 2 वर्ष का बेटा चिंटू है. रवि के माता-पिता साथ ही रहते हैं.
रवि के पिता विक्रम सिंह फ़ौज से कर्नल रिटायर हुए हैं. वो मस्त और पीने के शौक़ीन हैं.
उनकी पत्नी रीमा एक कुशल गृहणी हैं. अच्छी माता, सास और लाड़ली दादी हैं. रवि के बेटी-बेटा उन्हीं के पास सोते हैं.
नोएडा की एक पॉश कोलोनी में उनके पास डुप्लेक्स फ्लैट है. इस फ्लैट के ऊपरी हिस्से में विक्रम सिंह और रीमा रहते हैं, नीचे रवि और पिंकी.
ड्राइंग रूम, किचन, डाइनिंग, पूजा, लॉबी सब नीचे ही है.
ऊपर के फ्लैट में विक्रम सिंह का बेडरूम, एक गेस्ट-रूम और ड्राइंग-रूम है.
उधर ही उन्होंने एक छोटा सा किचन भी मेन्टेन कर रखा है.
विक्रम सिंह का बार भी ड्राइंग रूम के कोने में ही है. बाहर टेरेस पर गार्डन है.
जब भी उनके फ्रेंड्स की दारू पार्टी होती है, तो ड्रिंक्स और नॉन वेज ऊपर रहता है, बाद में डिनर नीचे.
रवि सेक्स का भस्सी है.
पिंकी स्मार्ट है, पढ़ी-लिखी है, शौक़ीन है … पर आवारा नहीं है. वो रवि के साथ नाईट क्लब या कहीं भी चली तो जाती है, पर उन सबके लिए पागल नहीं है.
रवि को डेली सेक्स चाहिए तो पिंकी उसका पूरा साथ देती है.
दिन भर तो रवि अपने बैंक्वेट हाल में रहता है. उधर शाम को भले ही पार्टी चल रही हो, मगर वो पार्टी शुरू करवा कर 8 बजे तक घर आ जाता है.
घर आते ही बाप-बेटे एक एक पैग लगाते और डिनर लेकर 9 बजे तक विक्रम सिंह और रीमा टीना और चिंटू को लेकर ऊपर चले जाते हैं.
चूंकि ऊपर किचन भी था, तो रात को उनको कभी भी नीचे नहीं आना होता था.
बिल्डिंग के हिसाब से जीने में एक डोर भी था, जिसे उनके ऊपर जाने के बाद पिंकी लॉक कर लेती थी.
इसके बाद रवि और पिंकी साथ नहाते और नाममात्र के कपड़े पहन अपनी रात रंगीन करते.
अभी हाल में रवि को पोर्न मूवीज देखने का एक नया चस्का लगा है.
रोज रात को ड्राइंग रूम में बड़ी एलईडी पर पोर्न मूवी चलती और फिर जमकर सेक्स होता.
पिंकी भी धीरे धीरे रवि के रंग में ढल रही थी.
अब तो रवि कभी कभी उसे भी व्हिस्की का एक पैग सिप करवा देता.
रवि ने पोर्न मूवी देख और दिखा कर पिंकी को अपनी चूत चटवाने का शौक लगा दिया था. अब पिंकी सेक्स की शुरुआत ही अपनी चूत चटवा कर करती.
हां … बदले में वो रवि का लंड इतनी बेहतरीन तरीके से चूसती कि रवि की आहें निकल जातीं.
पोर्न मूवीज को देख देख कर वो दोनों कामसूत्र की नयी मुद्राएं अपनाते थे.
पिंकी छरहरे बदन की थी और रवि बलिष्ठ.
वो पिंकी को गोदी में उठाकर नीचे से उसकी चूत में अपना लंड घुसा कर चोदता था.
पिंकी भी उसके निप्पलों पर अपने लम्बे नाखूनों से गोल गोल घुमाती और जीभ से चाटती, तो रवि को बहुत अच्छा लगता.
रवि के शौकों की वजह से पिंकी का ब्यूटी पार्लर का बिल हर महीने अच्छा खासा बैठने लगा था, पर फ़िक्र किसे थी.
पिंकी का बदन बिल्कुल मखमली और बालों रहित होता.
उसकी चूत चाटने में रवि को कभी भी खुरदुरापन नहीं लगा.
रवि ने अपनी नसबंदी करा ली थी, तो कोई खतरा भी नहीं था
पिंकी को रवि ने कम से कम दो दर्जन नाईट ड्रेसेज दिला रखी थीं, जिसमें छोटे से छोटे और झीने से झीने कपड़े होते थे, पर किसी भी इमरजेंसी के लिए दो-तीन गाउन भी रखे थे कि कभी अचानक से ऊपर से कर्नल साहब या रीमा जी का फोन आ जाए, तो तुरंत ऊपर जाया जा सके.
रवि ने आज शाम को मूड बनाया और नहाकर पोर्न मूवी लगाई.
पिंकी उसकी गोदी में बैठी हुई थी.
मूवी में दिखाया था कि एक पति पत्नी सेक्स में मशगूल थे कि अचानक पति का एक ऑफिस का साथी किसी जरूरी काम से घर आ गया.
सामने टीवी पर ब्लू-फिल्म चल रही थी.
फिल्म चूंकि विदेशी थी. तो उस समय फिल्म में पति तो केवल शॉर्ट्स में ही बाहर चला गया और गेट खोल कर दोस्त को सिटिंग रूम में बिठा आया.
और इधर उसकी बीवी जो बेड पर नंगी पड़ी थी, उसने अपने पति के कहने पर केवल एक लॉन्ग टी-शर्ट डाल ली, जिसमें से उसके निप्पल और नितम्ब साफ़ झलक रहे थे.
पति और उसका दोस्त साथ काम कर रहे थे.
पत्नी ने तीनों को लिए ड्रिंक बना दिए और वहीं सामने बैठ गयी.
अब पति के दोस्त का ध्यान कभी उसके निप्पलों पर जा रहा था, कभी नीचे से झांकती चूत की दरार पर.
बीवी भी चालू थी. वो जानबूझकर अपने पैर चौड़ाकर अपनी चूत उसको दिखाने लगी.
इस बीच में उसका पति वाशरूम चला गया, तो बीवी झटके से उठकर पति के दोस्त की गोद में बैठ गयी और दोनों के होंठ मिल गए.
अब मूवी तो पोर्न थी, उन्हें तो सेक्स दिखाना था.
दोस्त ने बीवी का टॉप उतार कर उसको नंगा किया और उसके निप्पल चूसने लगा.
बीवी ने भी उसके सारे कपड़े उतार दिए.
अब फटाफट सेक्स में दोस्त ने बीवी को मेज पर झुकाकर पीछे से उसकी चूत में अपना लंड पेल दिया.
इतनी देर में पति महोदय भी आ जाते हैं और हिन्दुस्तानी पति की तरह गुस्सा न होकर वो भी अपनी शॉर्ट्स उतारकर अपनी बीवी के मुँह में अपना लंड दे देते हैं.
इस तरह विभिन्न मुद्राओं में दोनों मिलकर पत्नी का बैंड बजाने लगे थे.
एक सीन में तो दोनों के लंड उसकी चूत में एक साथ जाते हैं.
मूवी देखते-देखते रवि ने पिंकी के निप्पल खूब मसले. फिर उसने वहीं सैटी पर पिंकी की चुदाई शुरू की.
पिंकी भी मूवी देख कर गर्म हो चुकी थी.
रवि बोला कि उस लड़की की तो दो दो लंड से चुदवा कर मौज हो गयी होगी.
पिंकी बोली- मौज क्या हुई होगी … चूत का भोसड़ा बन गया होगा, अगले दो-तीन दिन तो वो सीधे चल भी नहीं पायी होगी.
रवि ने धक्के लगाते हुए कहा- कुछ नहीं होता. सेक्स तो जितना ज्यादा रोमांचक हो, मजा उतना ही आता है.
पिंकी बोली- तुम मेरी चुत चुदाई पर ध्यान लगाओ.
रवि ने पिंकी से कहा- अगर मुझे कोई एतराज न हो … तो क्या तुम दो लंड से चुदवा लोगी!
पिंकी बोली- धत्त … ये इंडिया है, यहां ऐसा नहीं होता.
ये बात यहीं खत्म हो गयी.
पर अब रोज ही रवि थ्री-सम सेक्स की मूवी लगाता.
कभी एक लड़की दो लड़के, कभी दो लड़कियां और एक लड़का, कभी ग्रुप सेक्स.
इस तरह की मूवीज चलाने लगीं तो दोनों रोज ही थ्री-सम सेक्स की बात करने लगे.
पिंकी भी ये सोच कर बातों का रस लेती कि बातों में क्या जाता है.
रवि ये सोचकर बातें बनाता कि इसके बाद उनका सेक्स और जोरदार होता.
ना तो रवि के दिमाग में कोई प्लानिंग थी, न पिंकी की सोच में ये सब शामिल था.
फिर एक दिन रवि ने ऑनलाइन एक वाइब्रेटर मंगवाया. अब वो दोनों सेक्स के दौरान उसका भी इस्तेमाल करने लगे.
वाइब्रेटर से पिंकी को भी बड़ा मजा आता.
वो दोनों सेक्स के दौरान वाइब्रेटर को एक नया लंड मान कर इस्तेमाल करने लगे.
रवि ने पिंकी को मोबाईल पर अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज भी भेजनी शुरू कर दीं.
शुरू में तो पिंकी नहीं पढ़ती थी, बाद में उसे भी रस आने लगा.
असल में जिन्दगी में जब पैसे की इफरात हो, तो हर चीज मजा देती है.
अब स्थिति ये हो गई थी कि पोर्न मूवीज के हर सीन पर रवि कुछ कहता, तो पिंकी भी उसे रसदार जवाब दे देती.
अगर रवि कहता कि चलो आज दो दो लंड से तेरी चुदाई करते हैं, तो पिंकी जवाब देती कि इस रबर के लंड में क्या मजा रखा, कोई असली वाला हो, तो मजा आए.
पर पिंकी कभी भी दिल से इस सोच की नहीं थी. वो तो बस रवि का साथ देने के लिए ये सब बात कर लेती.
पर रवि की हदें बढ़ती जा रही थीं.
वो सेक्स के दौरान कभी अपने दोस्तों के नाम ले लेता, कभी पिंकी की सहेलियों के नाम.
शुरू में तो पिंकी को खराब लगता, पर धीरे धीरे उसको आदत पड़ गयी और वो शुरुआत तो नहीं करती, पर जवाब देने लगी थी.
रवि सेक्स में ज्यादा ही थ्रिल करता था.
रात को डिनर के बाद कभी नीचे घूमने जाते, तो वो पिंकी को बिना ब्रा के टी-शर्ट पहनने को कहता.
हालांकि पिंकी को खराब लगता, पर जब रवि मुँह फुलाता, तो पिंकी उसकी बात मान लेती.
चूंकि नीचे अंधेरा होता था, इसलिए किसी बात का कोई डर भी नहीं था.
नीचे और कपल भी घूमते थे.
आजकल नोएडा में खुलापन कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है. नयी उम्र की लड़कियां तो अधिकतर शॉर्ट्स में नजर आती थीं.
रवि भी पिंकी को कभी कभी शॉर्ट्स में ले जाता.
पिंकी ने एक बार रीमा जी से शिकायत भी की, तो उन्होंने कहा कि अगर रवि को कोई शिकायत नहीं है, तो उन्हें क्या ऐतराज होगा.
अब जब किसी को ऐतराज नहीं था, तो पिंकी को क्या फर्क पड़ने वाला था. उसने भी इस माहौल में खुद को ढाल लिया.
रवि के टावर में नीचे ही एक उसका दोस्त अनिल रहता था, जो किसी एमएनसी में मार्केटिंग में था.
अनिल बहुत स्मार्ट, अंग्रेजी फर्राटेदार बोलने वाला और सलीकेदार नवयुवक था. उसका अपना एक स्टाइल था, जो हर किसी को प्रभावित करता था.
उसकी शादी एक साल पहले ही हुई थी.
पर उसकी पत्नी पिछले 3-4 माह से अनिल के पेरेंट्स के पास ही थी, क्योंकि अनिल की मां का बड़ा ऑपरेशन हुआ था.
हालांकि वो उम्र में रवि से ज्यादा छोटा नहीं था, बस पिंकी से एक आध महीने बड़ा था.
अनिल को रवि के घर में सभी पसंद करते थे. पिंकी जब भी डिनर में कुछ ख़ास बनाती तो … वो या तो अनिल को बुला लेती डिनर पर या सर्वेंट से टिफिन उसके फ्लैट में भिजवा देती.
पिंकी और अनिल की हंसी मजाक भी चल जाता था. पिंकी उसे नाम लेकर ही बुलाती, पर अनिल उसे भाभी ही बोलता.
अब रवि ने एक रात सेक्स के दौरान पिंकी से उसकी चचेरी बहन रिंकी का नाम लिया, जो बहुत सुंदर और पिंकी के काफी नजदीक थी.
पिंकी को रिंकी का नाम सुनकर बुरा लगा.
उसने बात बदलते हुए कहा- अगर तुम रिंकी के साथ सेक्स करोगे, तो मैं क्या करूंगी.
इस पर रवि बोला- तुम अनिल से सैटिंग कर लेना.
इस बात पर पिंकी ने रवि से नाराजगी कर ली. दो दिन दोनों की बात भी नहीं हुई.
पर पिंकी को भी बिना चुत चुदाए कहां चैन था.
तीसरे ही दिन दोनों में समझौता हो गया.
रवि बोला- मैं बेड पर ही तो नाम ले रहा हूँ, सच्ची में थोड़े ही अनिल को बुला रहा हूँ.
पिंकी ने इस बात को स्वीकार कर लिया.
अब रवि अक्सर ही अनिल का नाम लेकर सेक्स को मजेदार बनाने लगा और पिंकी भी अनिल का नाम सुनकर उत्तेजित होने लगी.
सही में तो उस दिन से पिंकी के मन में अनिल के लिए भाव भी बदल गए थे.
यह बात रवि ने भांप ली थी.
उसके मन में भी एक भाव आया कि अगर वो पिंकी को अनिल के नजदीक जाने दे और एक गैप बना कर रखे, तो पिंकी और उसकी सेक्स लाइफ और रोमांचक हो जाएगी.
पिंकी को अगर अनिल के रूप में आशिक मिल जाए, तो वो दोबारा एक कॉलेज गर्ल बन जाएगी.
एक दिन रवि ने पिंकी से कहा- आज रात को अनिल को डिनर पर बुला लो, पर मैं लौटते में लेट हो जाऊंगा, तो उसको रोक कर रखना, साथ ही डिनर करेंगे.
तुम पापा मम्मी को डिनर करा देना. और तुम भी ये नेल पॉलिश बदल लो, कुछ नए लगा लेना.
पिंकी ने हंस के कहा- आज क्या कुछ ख़ास बात है?
रवि ने आंख दबा कर कहा- सरप्राइज है.
दोस्तो, अब ये क्या मामला होने वाला था, इसका खुलासा कुकोल्ड हस्बैंड की फंतासी कहानी के अगले भाग में लिखूंगा. आप मेल करना न भूलें.
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कुकोल्ड हस्बैंड की फंतासी का अगला भाग: सेक्स में फंतासी की इन्तेहा- 2