मेड सेक्स फॉर मनी स्टोरी में पढ़ें कि मैंने कैसे अपने घर की जवान नौकरानी को पैसे का लालच देकर उसकी चूत चुदाई का मजा लिया.
दोस्तो, मेरा नाम राकेश साहू है.
मेरी पिछली कहानी
सुहागरात में दुल्हन और उसकी सहेली को चोदा
आपने पढ़ी और पसंद की, इसके लिए आभार!
आज मैं आपको अपनी तीसरी सेक्स कहानी लेकर हाज़िर हूँ.
हमारे घर में 4 लोग हैं. मम्मी-पापा, छोटा भाई और मैं!
यह मेड सेक्स फॉर मनी स्टोरी उस समय की है, जब मैं 12वीं कक्षा में पढ़ रहा था.
उस समय हमारे मामा घर में शादी थी. वहां जाना सबके लिए ज़रूरी था.
लेकिन अफसोस … मैं नहीं जा सकता था क्योंकि मेरे बोर्ड्स के पेपर चल रहे थे.
तो उस शादी में मम्मी-पापा जाने वाले थे और उनके साथ छोटा भाई भी जा रहा था.
मेरे खाने का इंतजाम हमारी नौकरानी के जिम्मे था.
अब मैं आपको अपनी नौकरानी के बारे में बता देता हूं.
उसका नाम रूपा है, वह दिखने में थोड़ी सांवली है, पर उसका 32-30-34 का फिगर बहुत ही मस्त है. उसके बाल काफी लम्बे हैं और उसकी गांड पर लहराते हैं.
रूपा के दूध भी बड़े बड़े है और गांड भी. उसके होंठ भी रसीले हैं.
शादी के दो दिन पहले ही सब चले गए.
अब घर में बस मैं ही अकेला रह गया था.
सबके जाने के बाद हमारे घर की नौकरानी आयी.
घर में कोई नहीं दिखा, तो वह मुझसे पूछने लगी- बाकी लोग कहां गए हैं?
मैंने कहा- शादी में गए हैं सब लोग और 5 या 6 दिन बाद ही आएंगे.
तो रूपा मेरे खाने के बारे में पूछने लगी.
मैंने कहा- अभी बता दूंगा.
वह अपने काम में लग गयी.
जब वह मेरे सामने झुक कर झाड़ू लगा रही थी तो पहली बार उसके दूध के दर्शन अच्छे से हुए, नहीं तो बाकी समय कोई न कोई तो घर में होता था.
उसको देख कर मेरा लंड खड़ा होने लगा.
फिर मैंने खुद को संभाला. मैंने अपना लंड ठीक किया.
अब वह ऊपर की मंजिल की ओर जाने लगी तो मैं भी बुक लेकर उसके पीछे पीछे जाने लगा.
पीछे से मैं अपनी किताब में कम और उसकी गांड पर ज्यादा ध्यान दे रहा था.
इससे मेरा लंड फिर से फन उठाने लगा.
तभी वह पीछे मुड़ी और बोली- तू क्या कर रहा है. मेरे पीछे पीछे क्यों आ रहा है?
तो मैं बोला- मैं ऊपर के रूम में ताला लगा है, उसी को खोलने आ रहा हूँ.
उसने कहा- ठीक है.
अब मैं उसकी गांड देखते देखते उसके पीछे चलता रहा.
शायद उसने मेरा खड़ा लंड देख लिया था क्योंकि वह इस बार कुछ ज्यादा ही गांड हिला कर चल रही थी.
फिर हम दोनों रूम में पहुँच गए.
मैंने रूम खोल दिया और वह अपना काम करने लगी.
तब मैंने सोचा कि यही सही मौका है, इसको पकड़ कर चोद लिया जाए.
मैंने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और उसके सामने ऐसे ही नंगा चला गया.
उसने मुझको नंगा देख कर अपनी आंखें बंद कर लीं और मेरे ऊपर गुस्सा होने लगी- यह क्या कर रहा है, तू पागल हो गया है क्या … मेरे सामने ऐसे नंगा क्यों आया है?
मैंने कहा- मैं तुझे चोदना चाहता हूँ.
नौकरानी- रुक … तेरी माँ को अभी फोन करके बताती हूँ.
मैंने उसको थोड़े पैसे का लालच दिया- देख रूपा … तू जितनी बार मेरे को अपनी चूत चोदने देगी, उतनी बार मैं तुमको पांच सौ रुपये दूंगा.
वह मना करने लगी, तो मैं बोला- चल तू बता तुझे कितना चाहिए?
तो वह बोली- पहली बार में 2000 रुपए लूँगी.
मैंने अगली बार के कितना लोगी, ये पूछना चाहा, फिर मैं चुप रहा और उससे बोला- चल ठीक है, मगर किसी तरह के नखरे नहीं करना.
वह भी मान गयी.
फिर मैं उसके पास गया और उसको किस करने लगा.
वह भी मेरा साथ दे रही थी.
उसका साथ पाकर मैं भी बहुत खुश था.
अब मैं उसको हर जगह किस करने लगा; उसके गाल पर, माथे पर, कान के पीछे सब जगह खूब चूमा.
फिर मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा.
वह सीत्कार करने लगी.
शायद गर्दन के पास चूमना उसे बेहद संवेदनशील लगा होगा.
अब मैंने उसको बिस्तर पर लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया.
मैं उसको किस करता जा रहा था.
उसे चूमते हुए मैं थोड़ा नीचे हुआ और उसके ब्लाउज के ऊपर से उसके दूध दबाने लगा.
साथ ही मैं उसे चूम भी रहा था.
उसके मुँह से कामुक सिसकारियां निकल रही थीं- आह आह आह … मेरे कपड़े हटा दो वरना साड़ी खराब हो जाएगी.
उसकी बात सुनकर मैं उसके ऊपर से हटा और उसकी साड़ी निकाल कर अलग कर दी.
अब वह सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में थी.
वह आंखों में शरारत के भाव लाकर बोली- ब्लाउज मैं उतार दूँ क्या?
मैंने भी हंस कर उसका एक दूध दबाया और कहा- साली रांड, बड़ी जल्दी है तुझे चुदने की … जरा रुक जा, आज सब जगह की छुट्टी कर दे मेरी जान … आज तुझे मैं धीरे धीरे चख चख कर खाऊँगा रूपा रानी.
वह हंस दी और मैं धीरे धीरे उसके ब्लाउज का हुक खोलने लगा.
उसका एक हुक खोलकर मैं उसके दूध पर एक चुंबन करता और वह आह करती.
हम दोनों की आंखें एक दूसरे से मिली हुई थीं.
इसी तरह से स्लो मोशन में मैंने रूपा का ब्लाउज निकाल कर अलग कर दिया.
उसने काले रंग की ब्रा पहना हुई थी. उसके भरे हुए मम्मों पर काली ब्रा बड़ी मस्त लग रही थी.
अब मैं ब्रा के ऊपर से ही उसके बोबों को दबाने लगा. इससे वह और मस्त होने लगी.
मैंने उसकी ब्रा को भी उतार दिया और उसके दोनों दूध मेरे सामने नग्न हो गए थे. मैं उन पर टूट पड़ा.
मैं जोर जोर से उसके दोनों मम्मों को दबाने लगा और पीने लगा.
जब मैं एक दूध को दबाता, तो दूसरे दूध को मुँह में भर कर चूस चूस कर पीने लगता.
इससे उसको भी मजा आने लगा और वह जोर जोर से सिसकारी लेती हुई मुझे खुद अपने हाथ से अपने निप्पल पिलाने लगी.
मैं उसकी आंखों में आंखें डालकर उसकी चूची को चूस रहा था.
वह भी मुझे दबा कर दूध पिला रही थी- आह … पी लो मेरा दूध आह और बन जाओ मेरे छोटे से बच्चे … आह चूस लो.
काफी देर तक चूचियों का रस पीने के बाद अब मैं थोड़ा और नीचे हुआ.
मैं उसके सेक्सी पेट को चाटने लगा.
आह क्या मस्त पेट था उसका … मैं जैसे जैसे अपनी जीभ उसके पेट पर चला रहा था, वैसे वैसे उसकी सिसकारी बढ़ने लगी थी.
मैं अपना हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत पर फेरने लगा. फिर पेटीकोट के साथ उसकी पैंटी को भी खोल कर अलग दिया.
अब वह पूरी नंगी हो गयी थी.
मैं उसे चाटते चाटते उसकी चूत के पास आ गया. उसकी चूत पर थोड़े थोड़े बाल थे जो बहुत अच्छे दिख रहे थे.
फिर मैंने अपनी उंगली से उसकी चूत को छुआ, तो उसकी एक प्यारी सी आह निकल गयी.
मैंने उसकी चूत में अपना मुँह लगा दिया और चूसना ऐसे चालू कर दिया, जैसे मैं एक रसमलाई को अपने मुँह में दबा कर चूस रहा हूँ.
जैसे जैसे मैं उसकी चूत चूसता जा रहा था, वैसे वैसे उसकी सिसकारी भी बढ़ने लगी थीं.
वह अब और ज़ोर से आवाजें निकालने लगी थी- आह आह … चाट लो मेरी चूत को … आह आह बड़ा मजा आ रहा है.
उसकी वासना भरी आवाजें सुनकर मैं और उत्तेजित होता जा रहा था और मैं और ज़ोर ज़ोर से उसकी चूत चाटने लगा.
फिर 5 मिनट के बाद वह झड़ गयी.
मैं बोला- तेरा तो एक बार हो गया, चल अब मेरा भी मुँह में लेकर चूस.
उसने मेरी टी-शर्ट निकाली और मेरे सीने को चूमने और चूसने लगी.
मुझे मजा आने लगा.
फिर वह धीरे धीरे नीचे आ गयी और मेरी जीन्स उतार कर हटा दी और चड्डी के ऊपर से ही मेरे लौड़े को चूसने लगी.
थोड़ी देर बाद उसने मेरी चड्डी को भी निकाल दिया.
उसके सामने मेरा 7 इंच का लौड़ा आ गया, जिसको देख कर उसकी आंखों में चमक आ गयी.
वह गप से मेरे लौड़े को मुँह में लेकर चूसने लगी और पागलों की तरह चाटने लगी.
मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
कोई 6-7 मिनट चूसने के बाद मैं अब झड़ने वाला था, तो मैंने उसका मुँह पकड़ा और उसके मुँह को चोदने लगा.
मेरा लंड उसके गले तक जा रहा था. कुछ शॉट्स के बाद मैं उसके मुँह में ही झड़ गया और उसने मेरा पूरा माल पी लिया.
अब थोड़ा आराम करने के बाद मैं उसको फिर से किस करने लगा और गर्म करने लगा.
एक हाथ से मैं उसके मम्मों को दबा रहा था और दूसरा हाथ उसकी चूत से खेल रहा था.
वह अपने दोनों हाथों से मेरे लौड़े को खड़ा करने की कोशिश कर रही थी.
कुछ ही देर बाद मेरा लौड़ा तन गया था.
नौकरानी बोली- अब जल्दी से डाल दे … मुझसे रहा नहीं जाता.
मैंने कहा- एक बार मुँह में लेकर गीला कर दो ताकि अन्दर जाने में आसानी हो जाए.
वह फिर से मेरे लौड़े को चूसने लगी.
मुझे फिर से मजा आने लगा.
अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था, तो मैंने उसको पीठ के बल लेटाया और अपने लौड़े को उसकी चूत के पास रगड़ने लगा.
वह और पागल होने लगी और ‘आह आह आह’ करने लगी.
वह बोली- लंड में तेल लगा लो ताकि जाने में आसानी हो.
मैंने तेल लिया और अपने लंड पर अच्छे से लगा लिया और उसकी चूत पर भी लगा दिया.
अब मैंने उसके पैर अपने कंधे पर रखे और लंड को उसकी चूत के छेदे पर रख कर एक ज़ोर का धक्का दे दिया.
मेरा टोपा और थोड़ा सा लंड अन्दर चला गया.
लंड अन्दर जाते ही वह ज़ोर से चिहुँक पड़ी ‘आई मर गई … धीरे पेलो.’
लेकिन मैंने उसकी आवाज पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि घर में मेरे और उसके अलावा और कोई नहीं था.
फिर मैं थोड़ा रुका और किस करते करते उसको थोड़ा शांत किया.
उसने मुझे गांड हिला कर सिग्नल दिया कि अब चालू हो जाओ.
मैंने एक और धक्का मारा, जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया.
वह फिर से चिल्लाने लगी, लेकिन मैं रुका नहीं, उसको चोदता गया.
धीर धीरे करके उसको भी मजा आने लगा. वह अपनी कमर उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी.
और मुझे भी खूब मजा आने लगा था.
कुछ 5 मिनट तक एक ही पोजीशन में चोदने के बाद हमने पोजीशन बदल ली.
अब हम दोनों डॉगी स्टाइल में सेक्स करने लगे.
मैं उसकी चूत को खूब बजा रहा था.
दस मिनट के सेक्स के बाद वह झड़ गयी … लेकिन मेरा अभी बाकी था.
मैं उसको चोदता गया, रुका ही नहीं. उसका पानी निकलने के कारण रूम में पच पच की आवाज़ आना शुरू हो गयी थी.
कुछ देर बाद अब मेरा भी होने वाला था.
मैंने उससे पूछा- कहां निकालूँ?
उसने कहा- तुम्हारे माल का टेस्ट बहुत अच्छा है. मुझे एक बार और पीना है.
मैंने वैसा ही किया.
जैसे ही मेरा निकलने वाला था, मैंने लंड उसकी चूत से निकाल कर उसके मुँह में दे दिया और 3-4 शॉट्स के बाद उसके मुँह में ही झड़ गया.
मैं उसके मुँह में अपना माल निकाल कर एक तरह लुढ़क गया.
सच में नौकरानी को चोदने में बड़ा मजा आया.
चुदाई के बाद हम दोनों थक गए थे तो थोड़ी देर आराम करने लगे.
फिर मैंने उससे कहा- रूपा, जो दूसरी कामवाली बाई शीला आती है ना, उसकी भी चूत दिलवा दे, तो मजा ही आ जाएगा.
वह बोली- इससे मुझे क्या मिलेगा?
मैंने कहा- थोड़ा और पैसा ले लेना.
पैसे की बात सुनते ही उसने हां कर दी और मैं भी बहुत खुश हो गया.
खुशी खुशी मैं हमने एक राउंड और सेक्स कर लिया.
अब उसके जाने का टाइम हो गया था, तो वह चली गयी.
दोस्तो, प्लीज मुझे कमेंट्स करके जरूर बताएं कि आपको ये मेड सेक्स फॉर मनी स्टोरी कैसी लगी.
धन्यवाद.
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