साली ने अपनी मौसी की बेटी को चुदवाया-1

साली ने अपनी मौसी की बेटी को चुदवाया-1

आपने मेरी पिछली कहानियाँ
गांव की रिश्ते की साली को चोदा
गांव वाली साली की सहेली को चोदा

के दो दो भागों को पढ़ा, मुझे काफी मेल मिले. दोस्तो, आगे भी आप मुझे ईमेल लिखते रहें और मुझको प्रोत्साहित करते रहे कहानी लिखने के लिए और जो सुझाव हों वे भी आप मुझे अवश्य दें. मेरी कहानियां सौ परसेंट सच्ची हैं.

चलो अब कहानी पर आते हैं. मैं, मेरी पत्नी और नीरू तीनों आपस में चुदाई करते थे, इसी बीच में मैंने नीरू की सहेली पायल को किस तरह चोदा वह मैंने अपनी पिछली कहानी में आपको बतलाया.
उसके बाद जून के महीने में नीरू की मौसी की लड़की जिसका नाम सविता है, छुट्टियों में नीरू के घर पर आई हुई थी. वह बरेली की रहने वाली है, हर साल ही नीरू के यहां यानि अपनी मौसी के घर आती है. सविता की उम्र 18 साल है.

इस बार जब वह छुट्टियों में आई तो एक रोज जब मैं नीरू और मेरी पत्नी की चुदाई कर रहे थे तो मैंने नीरू से कहा- नीरू यार … तेरी मौसी की लड़की भी तो आई हुई है, उससे बात करके देख ना … कुछ नया हो जाए तो?
उसने कहा- मैं देखती हूं बात करके कि उसके मन में है यह नहीं!

नीरू ने जाकर सविता से बातचीत की और धीरे धीरे सेक्स के ऊपर बात करनी शुरू की तो वह इंटरेस्ट ले रही थी. नीरू ने पूछा- सविता, तेरा कोई बॉयफ्रेंड है या नहीं?
तब सविता ने बताया- हां, मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड है.
आगे नीरू ने पूछा- ब्वॉयफ्रेंड तक ही है या कभी मजा भी लिया है?
तो सविता ने बताया- नहीं, हाय हेलो और फोन पर बात हो जाती है, बाकी आगे कुछ नहीं हो पाया.
नीरू ने पूछा- क्या तेरा मन है?
तो सविता ने कहा- क्यों? क्या तेरी नजर में कोई लड़का है या तेरा कोई बॉयफ्रेंड है जिससे तू करवाती है?

तब नीरू ने कहा- बॉयफ्रेंड नहीं, एक अनुभवी फ्रेंड है मेरे पास … उम्र 42 वर्ष है लेकिन बहुत मस्त … ना कोई फिक्र, ना कोई झंझट, न राज खुलने का डर! और अनुभवी आदमी जो मजा दे सकता है, वह नया लड़का नहीं दे सकता. मजा ही मजा होता है सविता … और सबसे अच्छी बात यह है कि किसी तरह की कोई चिंता नहीं … ना ही बच्चे की … ना बदनामी की! बस हमें तो सिर्फ मजे लेने हैं. अब तू देख ले और तुझे करवाना है तो मुझे बतला? बहुत मजे कराआऊंगी … अपना मन बना ले! वह कौन है, यह तुझको तभी बताऊंगी जब तेरा चुदवाने का मन होगा.
सविता बोली- ठीक है, मैं सोच कर बताती हूं.

रात को नीरू और सविता एक ही बेड पर सोती थी. रात में जब दोनों लड़कियां सोने चली गई तो सविता ने पूछा- नीरू, बता ना वह कौन है? और क्या तूने उससे चुदवाया है?
तभी नीरू ने कहा- हां, मैंने बहुत बार चुदवाया है. मैं तो खूब मजे ले रही हूं अपनी चूत चुदाई के … वह बहुत मस्त चुदाई करता है. जो मजा चुदाई में है सविता … वह मुझे दुनिया में कहीं नहीं है.

सविता ने नीरू से पूछा- यार, मुझे डर लग रहा है. कुछ होगा तो नहीं? दर्द कितना होता है?
नीरू ने कहा- नहीं, बहुत थोड़ा सा दर्द होगा जब शुरू में लंड चूत में जाएगा. उसके बाद तो मजा ही मजा है.
और यह कहते हुए नीरू ने सविता की सलवार में अपना हाथ डालकर उसकी चूत के ऊपर रख दिया और नीरू बोली- अरे सविता, तेरी चूत तो बहुत उभार लिए हुए है, इसमें बहुत फंस कर जाएगा और तुझे बहुत मजा आएगा. और मेरा यार भी तेरी चूत देख कर मस्त हो जाएगा.

और यह कहते हुए नीरू ने अपनी उंगली सविता की चूत में डाल दे डाली. चूत में उंगली घुसते ही सविता उछल पड़ी, बोली- अरे नीरू, क्या कर रही है दर्द हो रहा है!
नीरू बोली- हय रे छिनाल … अभी तुझे दर्द हो रहा है, जो लोड़ा तू अपनी इस छोटी सी चूत में लेगी, वह तो बहुत मोटा होगा, उसको लेते वक्त तो अपनी गांड उछाल उछाल कर मजे लेगी. देख लेना उस वक्त तुझको बताऊंगी. सच बता …क्या तेरा मन हो रहा है सेक्स का?
सविता बोली- हां यार, हो तो रहा है! मन तो करता है! मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड भी है पर वह बुद्धू है, मैंने कई बार इशारा भी किया लेकिन उसकी डर के मारे फटती है. चल यार तू ही करवा दे मुझे मजा … मैं किसी से नहीं बताऊंगी लेकिन शुरू में प्यार से कराना यार … मेरे को दर्द ना हो!

उस वक्त रात के करीब 10 बजे होंगे. नीरू का और मेरा घर पास में ही थे, नीरू ने मुझे फोन किया- जीजू, सविता और मैं आपके यहां आना चाह रही हैं, मम्मी से कोई बहाना करके आ जाती हैं. मैंने कहा- इस वक्त देख लो यार … बेटा तो सो गया है. तेरी मम्मी तुम दोनों को भेज दे तो!

मैं तो पहले ही समझ चुका था कि नीरू ने सविता को मुझसे चुदवाने के लिए तैयार कर लिया है. यह सोचते ही मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने अपनी पत्नी को यह बात बतलाई.
मेरी पत्नी ने कहा- कोई बात नहीं … आने दो, मजा लेंगे.

लगभग 20 मिनट बाद गेट पर दस्तक हुई, मैंने गेट खोला तो नीरू और सविता दोनों गेट पर खड़ी हुई थी. मैंने गेट खोल कर दोनों दोनों को अंदर बुला लिया.
हम बेडरूम में पहुंच गए, मेरी पत्नी दूसरे रूम में थी, मैं नीरू और सविता एक रूम में!

मैंने नीरू को पूछा- नीरू, क्या बात? इतनी रात कैसे आना हुआ? और मम्मी से क्या बोल कर आई हैं?
नीरू बोली- मैंने मम्मी को बोल दिया है कि जीजी सुबह कहीं बाहर जा रही हैं, उनका हाथ बटाना है, फोन आया था जीजी जी का … तो मम्मी ने भेज दिया.
नीरू की मम्मी उसे उसकी जीजी के यहां मतलब हमारे घर किसी वक्त भी भेज देती थी, उनके मन में कोई शंका नहीं थी.

मैंने उनके अंदर आते ही कमरे का दरवाजा बंद कर लिया. नीरू ने पूछा- आपका बेटा सो गया है?
मैंने कहा- वह सो चुका है और उसका रूम भी काफी दूर है, कोई आवाज उसको नहीं जाएगी.
मैं आगे बोला- बतलाओ मेरे लिए क्या सेवा है?
तो नीरू ने सविता का हाथ पकड़ते हुए कहा- जीजू, सविता भी जवान हो चुकी है, यह आप से चुदाई कराना चाहती है.
मैंने कहा- ठीक है!

नीरू के मुंह से ऐसी बात सुन सविता शर्मा गई और बोली- धत्त … क्या बात करती है.
नीरू ने सविता के बूब्स को मसलते हुए कहा- अब क्यों शर्माती है? अब तो कुछ ही देर बाद तेरी चूत में मेरे जीजू का लोड़ा घुसने वाला है, नखरे मत दिखा, अगर मजे लेने हैं तो शर्म उतार दे!
यह कहते हुए नीरू ने सविता को अपने पास खींच लिया और उसके ऊपर लेट कर के गालों और होंठों को किस करने लगी.

यह देख मेरा लंड अंडरवियर खड़ा हो चुका था, नीरू ने मुझको बेड पर अपने पास खींचते हुए मेरे लंड को पकड़ लिया और बोली- जीजू, आज तो आपको नई चूत का मजा मिलने वाला है. बहुत मस्त फंसी हुई चूत है जब लंड डालोगे तो आप भी मान जाओगे कि मैं क्या मस्त माल लाई हूं आपके लिए!
यह कहते हुए नीरू ने मेरा लोअर और अंडरवियर उतार दिया और मेरा लंड पकड़ कर मुंह में लेकर चूसने लगी.

मैं देखता रह गया … यह सब इतनी जल्दी हुआ. अब नीरू मेरे लंड को मुंह में लेकर चूस रही थी और यह नजारा सविता बड़े गौर से देख रही थी.
मैंने कहा- नीरू, आज कुछ ज्यादा ही गर्म नहीं हो रही है तू?
तो नीरू बोली- हां जीजू … यहां आने से पहले मैंने और सविता ने आपके बारे में सेक्सी बातें की हैं और मैंने सविता की चूत में उंगली भी डाली है. इस सबके कारण मैं पहले ही गर्म हो चुकी हूं, मुझसे रहा नहीं जा रहा!
मैंने कहा- नीरू थोड़ा सब्र करो, मैं तुम दोनों की चुदाई करूंगा … लेकिन पहले सविता को तो गर्म कर लो, इसका पहली बार है ना!

यह सुनते ही नीरू ने सविता के कपड़े उतारने शुरू कर दिए. सविता सूट सलवार पहने हुई थी, नीरू ने सविता के सूट और सलवार दोनों एक मिनट में उतार दिए. अब सविता के शरीर पर केवल ब्रा और पेंटी रह गई थी.
दोस्तो, सही बतलाऊं तो सविता का शरीर बिल्कुल सफेद संगमरमर की तरह नीचे से ऊपर तक … सुडौल जांघें … बहुत मस्त बूब्स बिल्कुल गोलाई लिए हुए सेब के आकार के!

सविता के कपड़े उतारने के बाद नीरू खुद भी नंगी हो गई और मेरे कपड़े उतार कर मुझे भी बिल्कुल नंगा कर दिया. मैं और नीरू दोनों बिल्कुल नंगे हो चुके थे जबकि सविता के शरीर पर ब्रा और पेंटी बाकी थी.
तभी नीरू ने सविता से पूछा- पहले तेरी चूत में डलवा दूँ या थोड़ा प्रैक्टिकल करके तुझको हम दोनों दिखलाएं कि चूत में लंड किस तरह घुसाया जाता है?
सविता ने कहा- नहीं, पहले आप दोनों करो, आपको देख कर मैं भी मजा लूंगी. तब मेरे लिए आसानी होगी!

यह सुनते ही नीरू टांगें चौड़ी करके बेड पर लेट गई और मुझको बोली- आओ जीजू, मेरी चूत पर अपना लंड सेट करो!
और सविता से बोली- देख तू मेरी चूत में जीजू का लंड जाता हुआ … देख किस तरह लंड अंदर घुसेगा!

यह सुनते ही सविता ने अपनी आंखें नीरू की चूत पर गड़ा दी जिस पर मैंने अपना लंड लगाया हुआ था.

अब नीरू ने अपने दोनों हाथों से अपनी चूत के लबों को चौड़ा कर दिया. दोस्तो, चूत चौड़ी करते ही नीरू की चूत अंदर से गुलाबी नजर आ रही थी. मस्त क्या मजेदार सीन था!
तभी मैंने अपने लंड का सुपारा उसकी गुलाबी चूत पर रखा और एक हल्का सा धक्का लगाया, मेरा सुपारा नीरू की चूत के अंदर चला गया. सविता अपनी नजर नीरू की चूत और मेरे लंड पर टिकाये हुए थी.

अगले झटके में मैंने पूरा लंड नीरू की चूत में डाल दिया. नीरू के मुंह से हल्की सी आवाज निकली- जीजू, यार मार डालोगे क्या?
मैंने कहा- क्या हुआ?
नीरू बोली- अरे जीजू 7 इंच लंबा लौड़ा एक झटके में अंदर डालोगे तो थोड़ा दर्द तो होता है!
मैंने कहा- अरे साली छिनाल … कितनी बार इस लोड़े को लेकर मजा ले चुकी है, अब भी दर्द होता है?
नीरू बोली- हां जीजू, जब 7 इंच लंबा लंड एक झटके में डालोगे तो थोड़ा सा दर्द तो अभी भी होता है!

मेरा पूरा लंड नीरू की चूत के अंदर समा चुका था. यह नजारा देखकर सविता मन ही मन खुश हो रही थी और वह गर्म हो चुकी थी. तभी मैंने सविता का एक बूब ब्रा के ऊपर से ही पकड़ कर मसल दिया.
सविता ने सिसकारी ली और बोली- जीजू दर्द होता है, धीरे से करो ना!
मैंने कहा- दर्द ही होता है या कुछ मजा भी आ रहा है?
तो सविता बोली- हां जीजू, आप दोनों को देख कर बहुत मजा आ रहा है, मुझे भी बहुत प्यार से करना! मेरी चूत में इस वक्त चीटियां सी रेंग रही हैं.

कुंवारी चूत की चुदाई होनी तो अभी बाक़ी है, दूसरे भाग में पढ़ें कि सविता की अनछुई चूत की सील कैसे टूटी!
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कहानी का अगला भाग: साली ने अपनी मौसी की बेटी को चुदवाया-2

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