दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्कार!
मैं आप सबके लिए आज एक और नई कहानी लेकर आई हूँ. आप सबने मेरी पिछली कहानी
बुआ के बेटे ने चोद दिया
को बहुत प्यार दिया, उसके लिए धन्यवाद. मैं अन्तर्वासना की सारी कहानियों को पढ़ती हूँ और मुझे अन्तर्वासना की सारी कहानियां बहुत अच्छी लगती हैं.
मेरी एक सहेली है, जो मेरे साथ बहुत अतरंग है. हमें कोई भी काम होता है, तो हम दोनों सखियाँ साथ में बाजार जाती हैं. हम दोनों बचपन से ही बहुत अच्छे फ्रेंड हैं. मेरा मेरी सहेली के घर आना जाना लगा रहता है और वो भी मेरे घर आती रहती है.
मेरी सहेली के घर में उसका भाई भी रहता है, जो मुझे बहुत अच्छा लगता है. लेकिन वो मेरी सहेली का भाई है इसलिए मैं उसको ज्यादा ध्यान नहीं देती हूँ. हम दोनों लोग बस एक दूसरे को देख कर थोड़ा सा मुस्कुरा देते हैं. मुझे पता है कि वो मेरे जिस्म का दीवाना है क्योंकि मैं जब भी अपनी सहेली के घर जाती हूँ तो वो किसी न किसी बहाने से मेरी सहेली के कमरे में आता है और मुझसे बातें करने की कोशिश करता है. वो मुझसे बातें करते करते वो मेरी चुचियों को भी बड़े ध्यान से देखता है.
मैं वैसे बहुत कमाल की लड़की हूँ. मैं जब चलती हूँ, तो मेरी गांड ऊपर नीचे होती रहती है, जो लोगों का दिल मचला देती है.
मेरी सहेली का भाई थोड़ा शरारती भी है. मेरी सहेली जब काम करने के लिए किचन में.. या घर में ही कहीं चली जाती है, तो वो मुझसे डबल मीनिंग में बातें करता है.
मेरी सहेली एक अमीर परिवार से है, इसलिए मैं उसके घर थोड़ा ज्यादा जाती हूँ. मेरी सहेली भी मेरी तरह लंड की दीवानी है. हम दोनों ने बहुत बार कॉलब्वॉय के साथ भी सेक्स किया है.
मेरी सहेली अक्सर किसी नए कॉलब्वॉय बुलाती है, जब उसके घर कोई नहीं होता है. हम दोनों लोग एक साथ एक ही बिस्तर में एक ही लंड से चुदवाती हैं. हम दोनों सहेलियों ने तय किया था कि अपनी चूत की खुजली मिटाने के लिए ऐसे कॉलब्वॉय को बुलाया करेंगी, जिसका लंड एक्स्ट्रा लॉन्ग न हो. क्योंकि हम लोग जवानी में ही अपनी चुत का भोसड़ा नहीं बनवाना चाहते थे. नई नई उम्र के लौंडे हम दोनों को ही ज्यादा पसंद आते थे.
मेरी सहेली का भाई भी अपने बाप के पैसों पर ऐश करता है. वो मुझे हमेशा चोदने के लिए लाइन मारता रहता था.
एक दिन मैं अपनी सहेली के घर रात को रुक गयी. मेरी सहेली सो रही थी.. और मैं बाथरूम से नहाकर बाहर निकली तो देखी कि मेरी सहेली का भाई मुझे तौलिये में देख रहा है. मैं उस वक़्त केवल एक तौलिये में थी. वो किसी काम से अपनी बहन यानि मेरी सहेली के कमरे में आया था और उसने मुझे एक गीले तौलिये में देख लिया.
इस वक्त मैं नहाकर बाहर निकली थी तो मेरे बाल भी गीले थे और मैं बहुत सेक्सी लग रही थी.
वो मुझे देख कर कमेंट करने लगा- अगर तुम्हारी जैसी मेरी गर्लफ्रेंड हो होती नेहा.. तो अब तक मैं पता नहीं उसके साथ क्या कर चुका होता.
उसका मतलब सेक्स करने से था. मैं उसकी सारी बातें समझ रही थी. वो मुझे गीले तौलिये में देख कर गर्म हो रहा था. मैं पतले वाले गीले तौलिये में थी तो मेरी चूची के उभार थोड़े साफ़ दिख रहे थे. जिससे मेरी सहेली का भाई मेरी चुचियों को देख कर ललचा रहा था. वो मेरे करीब आने की कोशिश कर रहा था.
वो मुझसे बातें करते करते हुए मेरे करीब आ गया. चूंकि मेरी सहेली अपने कमरे में गहरी नींद में सो रही थी. इसलिए उसका भाई ने मेरे हाथ को पकड़ लिया और अपने हाथों से उसे सहलाने लगा.
मैंने उसे नहीं रोका, वो थोड़ा ज्यादा उत्तेजित हो गया था और मैं भी धीरे धीरे उसके हरकतों से उत्तेजित होने लगी थी, सो उसका साथ देने लगी.
मैं अभी अभी नहाकर बाथरूम से आई थी और मेरे जिस्म की खुशबू उसको पागल बना रही थी. मेरे जिस्म की खुशबू से वो मस्त हुए जा रहा था. वो मेरे जिस्म को कुत्ते की तरह सूंघ रहा था. कुछ ही पलों में वो मेरे जिस्म की खुशबू से पूरा मदहोश हो गया था.
वो मुझे अपने कमरे में ले गया क्योंकि मुझे भी अपनी सहेली के भाई से खुल कर चुदवाने का मन था. आज मुझे अपनी चुत चुदवाने के लिए फ्री में नया लंड मिल रहा था, तो मैं भी अपनी सहेली के भाई के कमरे में चली गयी.
मैं भी कॉल ब्वॉय से चुदवाकर परेशान हो गयी थी. मुझे कोई घर का आदमी चाहिए था, जिससे मैं रोज चुदवा सकूं. आज मुझे मौका मिला गया था तो मैंने इस मौका का फायदा उठा लिया. उसके कमरे में जाकर जब मैंने उसके लंड की तरफ देखा, तो पाया कि उसका लंड एकदम उसके पेंट में खड़ा था. जिसको देखकर मैं भी उत्तेजित हो गयी.
मुझे भी अपनी सहेली के साथ कॉलब्वॉय से चुदवाकर लंड लेने की आदत हो गयी थी. मेरी चूत खुल चुकी थी.
मेरी सहेली का भाई मुझसे बोला कि मैं तुमको बहुत दिन से चोदना चाहता हूँ और आज तू मुझे मिली है, तो बहुत मजे से तुझे चोदूँगा.
यह कहते हुए उसने मेरे तौलिये को निकाल दिया और मैं उसके सामने एकदम नंगी हो गयी.
मेरी सहेली का भाई मेरे मम्मों को घूर घूर के देखने लगा. वो मेरे मम्मों पर टूट पड़ा और मेरी एक चूची को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा. वो मेरी चूची को ऐसे चूस रहा था, जैसे वो मेरी चूची को एकदम निचोड़ ही देगा.
मेरी चूची भी एकदम लाल हो गयी. वो मेरी चूची को बहुत जोर जोर से दबा रहा था और चूस रहा था. जब वो मेरी चूची को जोर जोर से दबा रहा था, तो मुझे दर्द भी हो रहा था और मजा भी आ रहा था. मैं भी अपनी चूची उसके मुँह में देकर उससे बड़े प्यार से चुसवा रही थी.
हम दोनों कामुकता से भरने लगे थे और थोड़ी थोड़ी सिसकारियां भी ले रहे थे. वो मेरी चूची को जीभ घुमा घुमा के चूस रहा था और चाट रहा था. वो मेरी चूची को चूसते चूसते मेरे निप्पलों को भी काट रहा था और मैं सिहरे जा रही थी.
वो मेरी चूची को चूसने के बाद कुत्ते की तरह मेरे पेट को चाटने लगा. उसके बाद वो मेरी पेट को चाटने के बाद मेरी नाभि को अपनी जीभ से चाटने लगा.
मेरी नाभि को अपनी जीभ से चाटने के बाद उसने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और मेरे होंठों को चूसने लगा और चाटने लगा.
मैं अपनी आँखें बंद करके अपनी सहेली के भाई से अपनी होंठों को चटवा रही थी और मैं भी उसके होंठों को चाट रही थी. हम दोनों लोग को एक दूसरे को होंठों को चाटने में बहुत मजा आ रहा था और हम दोनों एक दूसरे के मुँह में थूक भी दे रहे थे. एक दूसरे को बहुत देर तक किस करने के बाद हम दोनों लोग बिस्तर पर लेट गए. हम दोनों की सांसें किस करने के कारण तेजी से चल रही थीं. मेरी चूत गीली हो गई थी और मेरी चूत से पानी निकलने लगा था.
मेरी चूत एकदम चिकनी चूत है और उभरी हुई चूत है. वो मेरी चूत को देखने के बाद मेरी चूत को सूंघ रहा था और बोल रहा था- आह.. क्या खुशबू है तुम्हारी चूत की.
वो मेरी चूत की खुशबू को सूंघने के बाद मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा. उसने मेरी टांगों को फैला दिया और मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा. मैं अपनी सहेली के भाई का सर अपनी चूत में दबा रही थी और उससे अपनी चूत चटवा रही थी. मैं सिसकारियां ले रही थी- ओह्ह्ह उम्म्मम उम्म्ह… अहह… हय… याह… अह्ह्ह उम्म्म हह्ह्ह्ह …
वो मेरी चूत को कुत्ते की तरह चाट रहा था. मैं जोर जोर से चिल्लाने लगी- और चाटो मेरी चूत को आह्ह्ह्ह ह्ह और चाटो अह्ह्ह …
उसने मेरी चूत को बहुत देर तक चाटा और मेरी चूत को चाटने के बाद अपनी दो उंगलियां मेरी चूत डाल दीं. मेरी सहेली के भाई ने जब मेरी चूत में अपनी दो उंगलियों को डाला, तो मैं मचल गयी. वो मेरी चूत को अपनी उंगलियों से चोदने लगा और मैं वासना से भरी सिसकारियां लेने लगी.
वो बीच बीच मेर चूत में उंगली करते समय मुझे किस भी कर रहा था और मेरे होंठों को काट भी रहा था. मेरी चूत ने बहुत सारा पानी छोड़ दिया और मैं थोड़ी शांत हो गयी. वो मेरी चूत को दुबारा चाटने लगा और मैं दुबारा गर्म हो गयी.
मैं अपनी सहेली के भाई के कपड़ों को निकालने लगी और मैं कुछ देर में ही उसको नंगा कर दिया. अब हम दोनों लोग एक दूसरे के सामने एकदम नंगे थे. वो मेरी नंगी चूत देख सकता था और मैं उसके लंड को देख सकती थी.
मेरी सहेली के भाई का लंड इधर उधर झूल रहा था और मैं उसके लंड को पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी. वो भी जोर जोर से मादक आवाजें लेने लगा और कहने लगा- मेरी जान नेहा डार्लिंग और जोर जोर से मेरे लंड को ऊपर नीचे करो.
मैं उसके लंड को और जोर जोर से ऊपर नीचे करने लगी. वो मुझे लंड चूसने के लिए बोलने लगा और मैं उसके लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
कुछ देर बाद वो मुझे अपनी बाँहों में भरकर मुझे प्यार करने लगा. उसके बाद उसने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया. हम दोनों लोग एक दूसरे के ऊपर आ गए थे. कभी मैं उसको किस कर रही थी, कभी वो मुझे किस कर रहा था. हम दोनों लोग एक दूसरे को किस करने लगे और हम दोनों लोग गर्म हो गए.
उसने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और मेरी दोनों टांगों को खोल कर मेरी चूत को अपने लंड से रगड़ने लगा. अचानक उसने मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया और मुझे चोदने लगा.
मैं जोर जोर से चिल्लाने लगी- आह.. निकालो बाहर अपना लंड तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है.
वो मुझे गाली देने लगा- साली चुप कर … थोड़ी देर में तुझे भी मजा आने लगेगा.
कुछ देर के बाद जब मैं थोड़ा नार्मल हो गयी, तो उसने अपना लंड मेरी चूत में पूरा डाल दिया और मुझे धीरे धीरे चोदने लगा. अब उसने मेरी कमर को जोर से पकड़ लिया था और जोर जोर से अपना लंड मेरी चूत में अन्दर बाहर करने लगा.
मैं चिल्लाने लगी तो वो थोड़ा धीरे धीरे मुझे चोदने लगा. वो मेरी चूची को थोड़ी देर चूसा और जब मुझे भी चुदवाने में मजा आने लगा, तो वो मुझे चोदने लगा.
मैं अब उसका साथ देने लगी और हम दोनों लोग खुलकर चुदाई करने लगे. हम दोनों लोग की चुदाई से बिस्तर हमारे पसीने से भीग गया था और बिस्तर भी खराब हो गया था.
मैं अब मजे से अपनी सहेली के भाई से चुदवा रही थी और उसने भी अपनी चुदाई की स्पीड को बढ़ा दिया था.
हम दोनों लोग जोर जोर से चुदाई करने लगे और मुझे कभी कभी थोड़ा दर्द होने लगता था, तो वो मुझे किस करने में लग जाता था और मेरी चूची को चूसने लगता था.
मुझे जब दर्द होता था तो मैं उसको बोल देती थी कि मेरी चूत में दर्द हो रहा है तो वो लंड निकाल कर मेरी चूत को चाटने लगता था और जब मेरी चूत का दर्द खत्म हो जाता था, तो वो मुझे दुबारा चोदने में लग जाता था.
हम दोनों लोग चुदाई करते करते बीच बीच में एक दूसरे को किस कर रहे थे और एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे.
हम दोनों का जिस्म एकदम गर्म हो गया था. वो मेरी चूत में जोर जोर से झटका देने लगा और हम दोनों कुछ देर की चुदाई के बाद झड़ गए. उसने अपना माल मेरी चूत पर निकाल दिया और मेरा पानी वो पी गया. उसने मेरी चूत को चाट कर साफ़ किया.
उसके बाद मैंने बाथरूम में जाकर पेशाब की और उसके बाद मैं दुबारा बिस्तर पर आकर लेट गयी, तब मेरी सहेली का भाई दुबारा मेरी चूत को चाटने लगा और उसके बाद मैंने भी उसका लंड चूसा और हम दोनों लोग ओरल सेक्स करने के बाद अलग हो गए.
इसके मैं अपनी सहेली के कमरे में जाकर सो गयी और अब हम दोनों को जब भी मौका मिलता है, हम दोनों लोग सेक्स कर लेते हैं.
मेरी सहेली को पटा नहीं है कि मैं उसके भाई से चुदाई का मजा लेने लगी हूं.
तो दोस्तो, यह मेरी हिंदी सेक्स कहानी थी, जिसमें मैं अपनी सहेली के भाई से चुदी थी. ये मेरी सच्ची घटना है.. और अगर आपको और भी कहानी चाहिए तो मुझे मेल करके बताएं कि मेरी कहानी आप सबको कैसी लगी. आप सबके मेल से मैं प्रेरित हो कर ये कहानी लिख रही हूँ. आप सब मुझे फीडबैक जरूर दीजिये. मैं बहुत जल्द अपनी नयी कहानी भी आप सबको बताऊंगी.
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