दोस्तो, मेरा नाम शालीन (बदला हुआ) है, मेरी उम्र 26 साल है सामान्य बॉडी है और लंड का साइज़ 6.5 इंच है और मोटा काफी है.
मेरी पहली कहानी
ट्रेन में मिली भाभी को घर पर चोदा
और दूसरी
ट्रेन में मिली भाभी की बेटी को चोदा
दोनों कहानियों को आपने बहुत प्यार दिया और बहुत सारे मेल आये. उन्हीं मेल में एक मेल एक जयपुर की भाभी का था, उस भाभी को कैसे चोदा, यह कहानी उसी के बारे में है.
उसने मुझे कहा- मेरा नाम पायल (बदला हुआ) है, मैंने आपकी कहानी पढ़ी, बहुत अच्छी लगी, मुझे आप का सेक्स का तरीका पसंद आया, मैं आप से दोस्ती करना चाहती हूँ.
हमारी मेल पर बात होने लगी, एक दिन में ही उसने मुझे अपना नंबर दे दिया.
फ़ोन पर बात की तो उसने बताया- मेरी शादी को तीन साल हो गए हैं पर मेरे पति ज्यादातर काम से गुजरात में रहते हैं तो वो मेरे बदन की जरूरत पूरी नहीं कर पाते, मैं प्यासी हूँ लंड के लिए इसलिए मुझे आपसे दोस्ती करनी है.
तीन दिन फ़ोन पर बात करने के बाद हमने उसके घर पर मिलने का प्लान बनाया क्योंकि वो मानसरोवर के एक अपार्टमेंट में अकली रहती है.
हमारे प्लान के अनुसार में शाम को 5.30 की ट्रेन से जयपुर के लिए निकल गया, 10 बजे जयपुर पहुँच गया, 11 बजे उस के दिए एड्रेस के अनुसार उसके घर के नजदीक पहुँच गया.
वो बाहर आई मेरे को लेने!
उस टाइम मैंने पहली बार उस को देखा था, उसने नाईट सूट पहन रखा था, वो बहुत क़यामत लग रही थी, उसका बदन पूरा देसी था बड़े बूब्स. उसका साइज़ लगभग 34D-28-32 था.
हम एक दूसरे को परिचय के बाद उसके फ्लैट में गए.
उसने जाते ही हमारे लिए चाय बनाई, हमने नाश्ता वगैरा किया और बातें करने लग गए. उसने बताया- मैं काफी टाइम से प्यासी हूँ. तुम थोड़ा फ्रेश हो जाओ. क्योंकि चुदाई बहुत अच्छी होनी चाहिए.
मैंने कहा- मैं नहा लेता हूँ, उसके बाद आप भी नहा लेना और जब तक मैं नहाऊँ, आप बाहर से लिक्विड चॉकलेट ले आओ.
मैं नहाने लग गया, बाहर आया तो वो चॉकलेट ले आई थी.
अब मैंने कहा- आप भी नहा आओ और साड़ी पहन कर पूरी तैयार होकर आओ.
जब वो नहा कर बाहर आई तो क्या बताऊँ… बहुत क़यामत लग रही थी, उसने काली साड़ी और गोल्डन ब्लाउज बिना बाजु का पहना हुआ था. मेरा देखते ही खड़ा होने लग गया था. उसके रेडी होने के बाद मैंने उसको गोद में उठाया, कमरे के अन्दर ले गया और बेड पर लेटा दिया.
मैं उसके ऊपर गिर गया, मैंने उसको किस करना शुरू किया और हमारा गेम शुरू हो गया.
मैं किस करते हुए उसके रसीले बूब्स दबाने लग गया, वो बहुत सॉफ्ट और बड़े थे. धीरे धीरे हम दोनों ही मूड में आने लग गए थे, मैंने उस कोऊपर किया और उसके साड़ी के पल्लू हटाने लगा.
अब उसकी गर्दन के पास किस करते हुए बूब्स मसल रहा था. मैंने किस करते हुए उसका ब्लाउज खोल दिया, अन्दर देखा तो उसने ब्रा नहीं पहनी थी, उसके दोनों बूब्स आज़ाद से हो गए, मैं उनको पूरी तरह से चूसने लगा.
बहुत मज़ा आ रहा था… बीच बीच में उस के निप्पल भी काट रहा था.
भाभी भी जोश में आ गई थी, उसने मेरा लंड निकाला और चूसने लगी.
मैंने अब चॉकलेट लिया और उसके बूब्स और मेरे लंड पर लगाया, वो साथ में लंड चूसते हुए चॉकलेट चाट रही थी.
अब मैंने उसको बोला- घुटनों के बल बैठ जाओ, मैं तुम्हारे बूब्स चोदूँगा.
इस प्रकार मैं बूब्स चोद रहा था और साथ में वो लंड चूस रही थी, बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था, हम पागल हो रहे थे दोनों!
अब मैंने उसकी पूरी साड़ी खोल कर उतार दी और पेंटी भी उतार दी, हम दोनों पूरा नंगे थे.
मैंने चॉकलेट उसकी बॉडी और चूत पर लगाया और उसकी पूरी बॉडी को चाटने लगा, उसकी चूत चाट रहा था, वो पागलों की तरह सिसकारियाँ भर रही थी और बोल रही थी- आ आ आ उम्म्ह… अहह… हय… याह… चोद दो यार, अब मैं मर जाऊँगी.
अब मैंने सोचा कि माल गर्म है चोदा जाये! मैंने उसको लेटा लिया और उसकी टाँगें मेरे कंधों पर रखते हुए सेट कर के पहला झटका मारा, लंड लगभग जा चुका था, दूसरे झटके में पूरा लंड अन्दर चला गया.
मैंने भाभी को चोदना शुरू कर दिया, मैं उसको तेज तेज चोद रहा था और भाभी आवाजें कर रही थी.
अब मैंने भाभी को डॉगी पोजीशन में चोदना शुरू किया जो मेरी सबसे पसंद की पोजीशन है. मैंने उसे लगभग दस मिनट इस पोजीशन में चोदा, वो झड़ चुकी थी.
फिर मैं भाभी को लिटा कर उसकी गांड के नीचे तकिया लगाकर के उस पर चढ़ गया और इसी पोजीशन में चोदा बहुत देर. अब वो थकने लग गई थी और मेरा भी झरने वाला था, मैंने स्पीड बढ़ा दी.
भाभी ने कहा- पानी अन्दर ही निकालना!
तेज झटकों के बाद मैं झड़ गया और दोनों निढाल से होकर गिर गए.
भाभी ने कहा- आज तक ऐसी चुदाई नहीं करवाई यार मैंने! मैं तो दीवानी हो गई आपकी चुदाई की! रोमांटिक अंदाज़ से शुरू करी और बजा के रख दिया फुद्दी को!
मैं दो रात भाभी के यहाँ रुका और उसको जी भर के चोदा.
आते टाइम उस ने मुझे गिफ्ट दिया एक घड़ी और बोली- अगले महीने एक बार और आ जाना यार! ऐसी चुदाई के बाद किसी से नहीं चुदवाना चाहती.
आपको मेरी कहानी कैसी लगी जरूर लिखना!
[email protected]