मॅाम Xxx हिन्दी स्टोरी मेरी सेक्सी मम्मी की चुदाई की है. मेरे ख़ास दोस्त ने मेरी मम्मी को मेरी जानकारी में पटाया और मुझे दिखाकर उनकी चूत मारी.
दोस्तो, मेरा नाम अविनाश है और मैं 20 साल का हूँ.
मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. हम लोग घर में दो ही सदस्य रहते हैं … मैं और मेरी मॉम.
मेरी मॉम का नाम जाह्नवी है और वे अभी 40 साल की हैं पर वे बहुत ही सेक्सी हैं.
उनके बूब्स बहुत ही बड़े हैं और उनकी गांड की तो पूछो ही मत!
मैंने इतनी मोटी गांड वाली लुगाई आज तक नहीं देखी थी.
गली में सब उनको कामुक नजरों से घूरते थे.
मेरे पापा कनाडा में रहते हैं.
उन्होंने वहां दूसरी शादी कर ली है.
अब वे घर भी नहीं आते हैं.
यह मॅाम Xxx हिन्दी स्टोरी 2 साल पहले की है.
उस वक्त मैंने 12 वीं के एग्जाम दे दिए थे और मेरी स्कूल की पढ़ाई खत्म हो गई थी.
मैं उन दिनों बहुत ही रिलॅक्स महसूस कर रहा था.
एक दिन मैंने और मेरे दोस्त आयुष ने प्लान बनाया था कि कल हम दोनों मेरे घर पर मूवी देखेंगे और गेम आदि खेलेंगे.
अगले दिन आयुष मेरे घर आ गया.
उसने मेरी मॉम को उस दिन पहली बार देखा था.
वह मॉम को देख कर बोला- ये कौन हैं?
मैंने कहा- मेरी मॉम हैं.
वह चौंकता हुआ बोला- क्या सही में?
मैंने बोला- हां बे … क्यों क्या हुआ … ऐसे क्यों पूछ रहा है?
वह कुछ नहीं बोला.
फिर हम दोनों रूम में आ गए और गेम खेलने लगे.
थोड़ी देर बाद वह बोला- मैं अभी आता हूँ.
वह नीचे चला गया और बहुत देर तक नहीं आया.
मैं उसने देखने गया, तो देखा कि साला कोने में छुप कर खड़ा था और मेरी मॉम को देखे जा रहा था.
वह साथ ही अपना लंड भी मसल रहा था.
मैंने उसे आवाज देते हुए कहा- आयुष!
वह एकदम से डर गया और मेरे साथ वापस कमरे की तरफ आने लगा.
हम दोनों रूम में आ गए.
मैंने उससे पूछा- उधर क्या कर रहा था?
वह बोला- कुछ नहीं.
मैंने कहा- मैंने देखा था कि अपना हथियार सहला रहा था?
वह बोला- यार सॉरी, पर तेरी मॉम बड़ी सेक्सी हैं यार … उनके बूब्स और गांड देख कर मैं पागल हो गया था.
मैंने गुस्से से कहा- साले चुप हो जा, ये क्या बकवास कर रहा है?
वह बोला- ये तो देख ले पहले.
उसने मुझे फोन पकड़ा दिया.
फोन में मॉम के पीछे के फोटो थे.
उन फोटो को देखते ही मेरा भी लंड खड़ा हो गया.
आयुष बोला- अब बोल?
मैंने कहा- मॉम वैसे हैं तो नहीं ऐसी?
आयुष बोला- तू सब मुझ पे छोड़ दे.
मैंने कहा- अगर किसी को पता चला तो?
वह बोला- किसे पता चलेगा … तेरे बाप को तो कोई मतलब है नहीं … अब बचा तू. तो तू बस मेरा साथ दे.
मैंने ओके बोला और आयुष चला गया.
अगले दिन आयुष मेरे घर आया.
उस दिन मॉम ने सलवार सूट पहन रखा था.
वे माल लग रही थीं.
आयुष आया और मॉम के पास जाकर उनसे बोला- नमस्ते आंटी, आप बहुत सुंदर लग रही हैं.
मॉम हंस दीं और बोलीं- थैंक्स बेटा.
वह मॉम से बात करने लगा और उसने अपने हरामी दिमाग की मदद से मेरी मॉम को खुश कर दिया.
अब आयुष मेरे घर रोज़ आने लगा था.
वह मॉम से मीठी मीठी बातें करता, उनकी तारीफ करता.
मॉम भी उससे बात करतीं.
वैसे मॉम को भी अकेलापन बहुत सताता है.
उनकी ज़्यादा सहेलियां भी नहीं हैं.
वे ज़्यादातर घर में अकेली ही रहती हैं.
आयुष से बात करके मॉम को भी अच्छा लगता.
इतने सालों बाद अपनी तारीफ सुन कर अब वे भी रोजाना अच्छे से तैयार होने लगीं और हमारे लिए टेस्टी खाना भी बनाने लगीं.
फिर एक दिन आयुष नहीं आया तो मॉम मुझसे बार बार पूछने लगीं- आयुष क्यों नहीं आया आज?
मैं समझ गया कि मॉम भी उसे पसंद करने लगी हैं.
मैंने आयुष को फोन लगाया और उससे कहा- लो, मेरी मॉम तुझसे बात करना चाहती हैं.
मॉम ने उससे पूछा- घर क्यों नहीं आए?
वह बोला- अरे आंटी, आज जरा काम में फंस गया. बस अभी आता हूँ.
फिर जब तक आयुष घर नहीं आ गया, मॉम को उसी याद आती रही.
अब वह भी रोज़ आने लगा और मॉम के साथ बहुत खुल गया था.
वह इतना खुल गया था कि अब वह मेरी मॉम को ब्यूटीफुल की जगह कहने लगा था- आंटी, बड़ी हॉट लग रही हैं आप!
वह यह बोलता तो मॉम हंस देतीं और उसे डांटने की जगह थैंक्स बोल देतीं.
एक दिन उसने मॉम से कहा- आंटी, आपका नंबर मिल सकता है क्या?
मॉम ने भी झट से उसे अपना फोन नंबर दे दिया.
आयुष बोला- कभी अकेला हुआ तो आपको मैसेज करूं, तो आपको दिक्कत तो नहीं होगी ना?
मॉम बोलीं- मैं कौन सी बिज़ी होती हूँ. कर लेना.
ऐसे ही चलता रहा.
एक दिन आयुष सुबह ही आ गया- आंटी नमस्ते, आज आपको हग करने का मन कर रहा है.
मॉम बोलीं- कर लो.
वह मॉम के गले से लग गया.
फिर आयुष बोला- आंटी, नसीब ही खुल गया मेरे तो आज. आप जैसी सेक्सी लेडी को गले लगाने को मिल गया!
मॉम हंस कर किचन में चली गईं.
उसके बाद आयुष मेरे पास आया.
हम दोनों ऐसे ही बात करने लगे.
वह बोला- अभी आता हूँ.
तब वह बिंदास मॉम के रूम में गया.
मगर मॉम उस वक्त किचन में थीं.
आयुष ने मॉम के रूम में जाकर उनकी ब्रा पैंटी उठाई और नाक से लगा कर सूंघने लगा.
फिर वापस मेरे पास आ गया.
ऐसे ही एक महीना बीत गया.
एक दिन रात को आयुष का मैसेज आया.
वह बोला- कल तेरी मॉम जीन्स पहनेगी.
मैं बोला- क्यों?
उसने मैसेज का स्क्रीनशॉट भेजा.
आयुष- आंटी, आज क्या सेक्सी लग रही हो.
मॉम- क्या देख लिया तूने इस बुढ़िया में … हर दम सेक्सी और हॉट बोलते रहते हो?
आयुष- बुढ़िया? अरे जवान लड़की भी फेल है आपके आगे … मैंने जो देखा है उसे अगर बोलूंगा, तो आप गुस्सा हो जाएँगी.
मॉम- बोलो, नहीं होऊंगी!
आयुष- आंटी, आपके बूब्स कितने बड़े और टाइट हैं … और आपकी गांड तो पूछो ही मत. जीन्स में तो आप और कड़क माल लगोगी.
मॉम- जीन्स? अच्छा फिर कल आओ.
आयुष- सच में?
फिर अगले दिन तो मॉम जीन्स और टी-शर्ट पहन रखी थी.
मॉम तो क्या गजब की सेक्सी रांड लग रही थीं.
उनकी गांड तो अलग ही लग रही थी.
मैंने कहा- मॉम, क्या बात है, आज तो आप बहुत ब्यूटीफुल लग रही हैं. कुछ स्पेशल है क्या?
मॉम- नहीं बेटा, बस पहनने का मन कर रहा था.
थोड़ी देर में आयुष आ गया और मॉम को देखता ही रह गया.
मॉम उसे यूं देखता देख कर शर्मा गईं और बोलीं- मैं तुम दोनों के लिए चाय बना देती हूँ.
वे किचन में चली गईं.
आयुष बोला- बेटा, तेरी मॉम मेरे कंट्रोल में आ गई हैं.
वह मुझे कमरे में रुकने का कह कर किचन में चला गया.
उसने किचन में जाकर मॉम को गले लगाया और उन्हें घूरने लगा.
वह बोला- आह आंटी, सच में आज तो बड़ी ही सेक्सी माल लग रही हो.
मॉम शर्मा रही थीं.
फिर वह मॉम की गांड को छूने लगा.
पहले मॉम डर गईं, फिर शर्मा कर घूम गईं.
तभी आयुष ने मॉम पीछे से कसके पकड़ लिया और उनकी गांड में लंड लगाने लगा.
वह मॉम से धीमे से बोला- बूब्स भी दिखा दो ना!
यह कहते हुए उसने मॉम को घुमा दिया और वह बिंदास मेरी मॉम के बूब्स दबाने लगा.
मॉम चुपचाप मजा ले रही थीं.
उसने मॉम का हाथ अपने लंड पर रख दिया.
मॉम उसके लंड को दबाने लगीं.
उसने मॉम की टी-शर्ट उठा दी.
मॉम बोलीं- अविनाश देख लेगा!
आयुष बोला- बस 5 मिनट के लिए.
वह मेरी मॉम के बूब्स दबाने लगा.
मॉम बोलीं- बस कर, मैं रूम में जा रही हूँ. तुम भी कोई बहाना बना कर आ जाओ.
अब मॉम ने चाय बाहर रख दी.
मॉम की टी-शर्ट बूब्स से आयुष के हाथ लगने से थोड़ी गीली दिख रही थी.
मॉम खुद को छिपाती हुई अपने रूम में चली गईं.
आयुष ने कहा- चल भाई, टाइम आ गया है.
हम दोनों चाय पीने के बाद ऊपर आ गए.
मैं खिड़की पर जाकर बोला- मैं यहां से अन्दर का हाल देखूँगा.
वह बोला- ओके, देखना तेरी मॉम को आज मैं कैसे चोदता हूँ.
आयुष कमरे में चला गया.
कमरे के अन्दर मॉम बेड पर बैठी हुई थीं.
वह मॉम के पास जाकर बैठ गया और बोला- आज तुम मेरी हो गई हो डार्लिंग.
यह कह कर वह मॉम के होंठों को चूसने लगा.
उसने जल्द ही मॉम की टी-शर्ट उतार दी और बूब्स को ब्रा से बाहर निकाल कर एक दूध को चूसने लगा.
मॉम भी उसका लंड सहलाने लगीं.
आयुष समझ गया.
वह बोला- आंटी कपड़े उतार दो.
मॉम ने अपनी जीन्स उतारी और उसके बाद अपनी ब्रा-पैंटी भी उतार दी.
नंगी होने पर मॉम मस्त माल लग रही थीं.
उनकी गांड देख कर तो मेरा हथियार जल्द ही झड़ गया.
मॉम के नंगी होते ही आयुष भी नंगा हो गया.
मॉम बोलीं- आज 6 साल बाद लंड देख रही हूँ.
आयुष बोला- आंटी 6 साल से नहीं चुदी हो?
मॉम बोलीं- हां और सोचा भी नहीं था कि 19 साल के लड़के से चुदूँगी.
यह कह कर मॉम आयुष से चिपक कर किस करने लगीं.
फिर वे उसके सीने को चाटने लगीं और पोजीशन में बैठ कर उसका लंड चूसने लगीं.
मैं हैरान हो गया था कि मॉम क्या मस्त चूस रही थीं.
वे कुछ ही समय में और जोर से लंड चूसने लगीं.
आयुष बोला- आह … आराम से आंटी … झड़ ना जाना?
मॉम बोलीं- अभी नहीं झड़ूँगी, अभी तो मुझे बहुत कुछ करना है.
अब मॉम लेट गईं.
आयुष मॉम के पैर चाटने लगा और उसके बाद वह चूत पर आ गया.
आयुष की जुबान अपनी चूत पर पाते ही मेरी मॉम कराह उठीं और कुछ ही पलों में वे एकदम से भड़क उठीं.
अब मॉम अपनी गांड उठाती हुई बोलीं- आह बेटा, अब और मत तड़पाओ … बस जल्दी से अपना औजार पेल दो.
आयुष ने तुरंत चुदाई की पोजीशन बनाई और लौड़े को मॉम की चूत के अन्दर पेल दिया.
मॉम की चूत अन्दर से एकदम गुलाबी थी पर बाहर से जामुनी रंग की थी.
चूत पर हल्के हल्के बाल भी थे.
जैसे ही मॉम की चूत में मेरे दोस्त ने अपना लंड पेला, मॉम एकदम से कराहने लगीं क्योंकि उनकी चूत काफी समय से चुदी न होने के कारण सिकुड़ गई थी और कुंवारी लड़की की चूत जैसी हो गई थी.
कुछ देर के दर्द के बाद मॉम की चूत खुल गई और आयुष भी अपना मोटा लंड पेल कर जोर जोर से चोदने लगा.
अब मेरी मॉम भी मेरे दोस्त से चूत चुदाई के पूरे मज़े ले रही थीं.
कुछ देर बाद मेरे दोस्त ने अपना लौड़ा चूत से बाहर निकाल लिया और मॉम को घोड़ी बना दिया.
वह मॉम की गांड की तरफ से उनके ऊपर चढ़ कर धक्का मारने लगा.
मॉम मस्ती में अपनी गांड हिलाने लगीं और चूत में आयुष के लौड़े को निचोड़ने लगीं.
इससे आयुष थोड़ी ही देर में अपने चरम पर आ गया और वह बोला- आंटी, मैं आने वाला हूँ.
मॉम बोलीं- अन्दर नहीं निकलना बेटा, बाहर निकलना.
यह कहती हुई मॉम ने अपनी चूत लंड से अलग कर ली.
आयुष ने अपने लंड का माल मॉम की पीठ पर ही झाड़ दिया.
वे दोनों थक कर बेड पर लेट गए.
आयुष बोला- आज से, आंटी … आप मेरी वाइफ हो गईं.
वह मेरी मॉम के रसीले दूध पीने लगा.
मॉम उसके सर को सहलाती हुई बोलीं- ओके मेरे पति देव … आज से मैं तुम्हारी बीवी हो गई हूँ.
कुछ पल बाद वे आयुष का लंड चूसने लगीं और उसका लौड़ा खड़ा होते ही उसके ऊपर बैठ गईं.
मॉम ने मेरे दोस्त के लंड को अपने हाथ से पकड़ कर अपनी चूत में ले लिया और वे लंड के ऊपर अपनी गांड उछालने लगीं.
कुछ ही देर में मॉम जोर जोर से चिल्लाने लगीं.
आयुष भी मज़े में लंड पर चूत को रगड़ रहा था.
दोनों इतनी ज्यादा मज़े में आ गए थे कि उन्हें कुछ ध्यान ही नहीं रहा और आयुष मेरे मॉम की चूत में ही झड़ गया.
मॉम भी कुछ नहीं बोलीं.
वे आयुष के लंड से नीचे उतर आईं और उससे बोलीं- अब तुम नीचे जाओ … अविनाश क्या सोचेगा?
उनकी यह बात सुनकर मैं भी नीचे जाने लगा.
मेरा लंड कई बार झड़ चुका था.
नीचे आकर आयुष बोला- मज़ा आया?
मैं बोला- हां बहुत!
वह हंसता हुआ चला गया.
आयुष अब मेरे घर रोज़ आता और Xxx मॉम को चोदता.
उसे रोकने वाला कोई नहीं था.
मॉम भी बहुत खुश रहने लगी थीं और सेक्सी ड्रेस पहनने लगी थीं.
उन्हें देख कर मुझे ऐसे लगता कि जैसे मॉम को पति मिल गया हो.
अब तो आयुष रात को भी आता.
वह रात भर मेरी मॉम को चोदता और साथ में ही सो जाता.
उसने मॉम को चोद चोद कर उनका डील डौल बदल दिया था.
मॉम का पेट हल्का सा बाहर आ गया था.
वे एकदम प्रेग्नेंट लेडी जैसे लगने लगी थीं.
गांड चुदाई से मॉम की गांड भी फूल गई थी.
उसने मेरी मॉम के बूब्स भी बड़े कर दिए थे.
उनके दूध लटके हुए दिखने लगे थे और निप्पल भी बड़े बड़े कर दिए थे.
मॉम की चुदाई के यह सिलसिला अभी तक चालू है.
आयुष अब हमारे घर का सदस्य बन गया है.
वह खुद मुझसे ऐसे बात करने लगा है जैसे वह मेरा डैड हो.
मॉम को भी इस बात का अहसास हो गया है कि उनकी चुदाई के बारे में मुझे सब मालूम हो गया है.
अब वे बिंदास चुदाई करती हैं.
मुझे भी इस बात की खुशी है कि मैं अपनी मॉम की जरूरत को घर में ही पूरा करने में सफल रहा हूँ.
तो दोस्तो, आपको मेरी मॅाम Xxx हिन्दी स्टोरी कैसी लगी, प्लीज बताएं.
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