मॉम डैड सेक्स की कहानी में पढ़ें कि मैं मम्मी पापा के कमरे में सोता था. एक रात चूड़ियों की खनक से मेरी नींद खुली पापा मामी को छेड़ रहे थे, सेक्स के लिए कह रहे थे.
मेरा नाम दमन कुमार है, उम्र 25 साल और मैं रायपुर से हूँ. ये मेरी पहली और आंखों देखी कामुक घटना है.
ये मॉम डैड सेक्स की कहानी कुछ साल पहले की उस समय की है, जब हम सभी एक छोटे से घर में रहते थे.
हम सब साथ में एक ही कमरे में सोते थे. कूलर भी एक ही था. दो बेड सटे हुए रहते थे और मां पापा एक एक पलंग पर लेटते थे. मैं पापा के साथ सोता था.
मेरे मम्मी पापा एक गांव से हैं. पापा जॉब में हैं और काफी रोमांटिक थे.
उस रात मैं गहरी नींद में सो रहा था.
अचानक हल्की सी आवाज से नींद खुली और मैं ध्यान से सुना तो ये चूड़ियां खनकने की आवाज थी.
मैंने आंखों को जरा सा खोल कर देखा तो कमरे में हल्की सी रोशनी थी.
पापा मम्मी पर हाथ फेर रहे थे. मम्मी हाथ हटा रही थीं और कह रही थीं- आज रहने दो.
लेकिन पापा कह रहे थे- यार आज बड़ा मन है. बस कुछ देर ही लगेगी जान, देखो लंड कैसे तना हुआ सलामी दे रहा है.
ऐसे ही पापा ने मम्मी का हाथ पकड़ा और अपने लंड पर ले गए.
मम्मी लंड सहलाने लगीं.
पापा ने कहा- लो न मुँह में.
पहले तो मम्मी ने मना किया, फिर नीचे हाथ बढ़ा कर उन्होंने पापा की चड्डी उतार दी और खुद नीचे मुँह ले गईं.
मम्मी पापा के लंड पर अपनी जीभ निकाल कर फेरने लगीं.
मैं ये देख कर दंग था.
पापा पूरे नंगे थे.
फिर उन्होंने मम्मी को ऊपर खींचा और उनके मुँह पर पाना मुँह लगाकर उन्हें किस करने लगे.
मम्मी- आवाज मत करो … दमन उठ जाएगा.
पापा- तुम चिंता मत करो. वो गहरी नींद में सो रहा है.
अब पापा मम्मी का ब्लाउज खोलने लगे.
मेरी मम्मी के दूध बड़े बड़े हैं. यही कोई 36 इंच की साइज के होंगे.
पापा मम्मी के आमों को हाथ से दबाते हुए जोर जोर से मसलने लगे.
मम्मी ‘अहह अहह …’ करने लगीं.
फिर पापा ने मम्मी का पेटीकोट निकाल दिया और पैंटी की इलास्टिक में उंगलियां फंसा कर नीचे कर दिया.
मम्मी ने अपनी पैंटी को नीचे करके उतार दिया और वो पूरी नंगी हो गईं.
मम्मी ने कहा- अब आ जाओ … मुझे मजा दो.
पापा- हां आओ जान.
पापा ने उन्हें बेड पर चित लिटा दिया, उनकी कमर के नीचे एक तकिया लगाया और मम्मी की चूत पर हाथ फेरते हुए मुँह से चूत चाटने लगे.
इससे मम्मी चुदाई की मस्ती में आ गईं और कराहती हुई मादक सिसकारियां भरने लगीं ‘अहह उइ म्म अहह उफ़्फ़ उफ़्फ़ …’
पापा मम्मी की चूत को पूरी मस्ती से चाट रहे थे.
कुछ देर में मम्मी ‘आहह हह …’ करती हुई पापा के मुँह को जोर से अपनी चूत में दबाने लगीं.
पापा ने मुँह हटा लिया और कहा- अब आ जाओ. मेरे ऊपर चढ़ जाओ.
मम्मी पापा के ऊपर चढ़ गईं और पापा के मोटे लंड को हाथ से पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ने लगीं.
फिर चूत में लंड फंसाया और हल्के से दाबती हुई कमर नीचे करने लगीं.
पापा का लंड चूत में घुस गया तो वो दोनों ‘अहह आह करने लगे.
पापा ने मम्मी की चूचियों को पकड़ कर नीचे से गांड उठा दी और उनका लंड पूरा चूत में समा गया.
पापा- आह मजा आ गया जान!
मम्मी भी अपने होंठों से अपने दांतों को दबाती हुई हल्के हल्के ऊपर नीचे होने लगीं.
कुछ देर बाद मम्मी ने कहा- लो जी मैं आ गई. माल चख लो.
वो लंड से उठीं और पापा के मुँह पर चूत टिका कर बैठ गईं.
पापा अपनी जीभ से मम्मी की चूत चोदने लगे.
मम्मी- अहह अहह उफ़्फ़ … और अन्दर तक करो … आंह और करो.
पापा- हां साली, आज खा ही जाऊंगा.
तो मम्मी बोली- आंह आह पूरा खा जाओ न!
मम्मी की सिसकारी निकल रही थी- आहहहह अहह उफ़्फ़!
तभी मम्मी झड़ गईं और निढाल हो गईं.
पापा बोले- अभी लंड उफान मार रहा है.
मम्मी- आ जाओ राजा … फिर से पेल दो.
और मम्मी लेट गईं.
पापा ऊपर से चढ़ कर लंड पेल कर मम्मी के दूध मसलने लगे.
मम्मी- आह आह हहह मार दोगे क्या जी!
पापा ने कुछ नहीं कहा वो बस मम्मी की चूत में लंड आगे पीछे करते रहे.
कुछ देर बाद पापा ने मम्मी की गांड में जोर से उंगली डाल दी.
मम्मी तड़प गईं- आंह साले भड़वे मारेगा क्या!
पापा- साली छिनाल, रुक आज तेरी चूत का भोसड़ा बनाता हूँ. फिर से चूस मेरा लंड कुतिया.
ये कह करवो दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
मम्मी लंड जोर जोर से चूस रही थीं.
पापा मम्मी की चूत की फांकें फैला कर मुँह से चूसे जा रहे थे.
कुछ देर ऐसे ही करने बाद पापा सीधा हो गए और मम्मी की कमर नीचे तकिया लगा कर उनकी टांगें चौड़ी करके कंधे पर रख लीं.
मम्मी की चूत खुल गई थी.
पापा ने अपना लंड चूत पर टिकाया और जोरदार धक्का दे दिया.
मम्मी ‘उई अम्मा मर गई …’ करके चिल्ला उठीं.
तभी मम्मी ने दोनों हाथ से सिर में लगा तकिया पकड़ लिया और पापा लंड को हिलाने लगे.
फिर पापा ने सुपारे तक लंड बाहर निकाला और फिर से अन्दर पेल दिया.
अब उन दोनों की मजेदार चुदाई होने लगी. पापा मस्ती से मम्मी की चूत चोदने लगे.
मम्मी- आहह मां उइ मां अहह उफ़्फ़ करो करो … और करो जोर से करो … मजा आ रहा है.
पापा- हां जान ले … और ले … और ले साली.
वो जोर जोर से लंड चूत में अन्दर बाहर करने लगे.
फिर पापा ने कहा- अब कुतिया बन.
मम्मी झट से उठ कर घोड़ी बन गईं.
पापा ने पीछे से अपना लंड एक झटके से चूत में डाल दिया और मजे लेने लगे.
उन दोनों के धक्कों के कारण पूरा पलंग हिलने लगा.
पापा बोले- आज गांड भी फाड़ दूँ क्या?
मम्मी- नहीं नहीं उधर नहीं.
पापा- ठीक है. आगे ही ले.
वो जोर जोर से मम्मी को पेले जा रहे थे.
फिर पापा ने पोजीशन बदलने को कहा. उन्होंने मम्मी से सीधे लेटने को कहा.
मम्मी सीधी लेट गईं.
पापा ने उनकी दोनों टांग पकड़ ऊपर करते हुए उनके मुँह की तरफ झुका दीं.
अब मम्मी की चूत एकदम साफ फूली हुई दिख रही थी.
पापा पूरे मूड में आ गए थे. उन्होंने अपना चमकता हुआ लंड चूत पर रखा और जोर से धक्का देकर अन्दर कर दिया.
वो मम्मी को चोदने लगे.
मम्मी मादक सिसकारियां भरने लगीं- आंह ऐसे ही चोदते रहो मेरी जान … अहह उह अहह … अहह और चोदो आंह!
वो दोनों अब पूरी मस्ती में घमासान चुदाई करने लगे.
मैं पलंग पर एक ओर सोया हुआ ये सब देख कर अपना लंड दबाए जा रहा था.
उन दोनों की चुदाई से अब ‘अहह अहह फच फच …’ की आवाज गूंजने लगी थी.
मम्मी ने अपनी टांगों को पापा के ऊपर कर लिया और उन्हें जकड़ लिया.
पापा चूत में धक्के पर धक्के देकर चोदे जा रहे थे.
पापा- अहह अहह … कैसा लग रहा है?
मम्मी- उम्म अह बड़ा मजा आ रहा है … ऐसे नंगी होकर चुदने में बहुत मजा आ रहा है … अहह अहह … और चोदो बस आज मेरी चूत फाड़ डालो.
पापा- हां साली कुतिया ले लंड खा … आह चोद रहा हूँ … अहह.
कुछ तेज धक्के लगाते हुए पापा अकड़ने लगे. उनका वजन मम्मी के ऊपर हो गया था और लंड के धक्के ताबड़तोड़ लग रहे थे.
फिर पापा ने कसमसाते हुए अपने लंड का सारा माल मम्मी की चूत के अन्दर ही छोड़ दिया.
दोनों आंह आंह करते हुए ढीले पड़ गए.
कुछ मिनट तक वो दोनों ऐसे ही लेटे रहे.
फिर पापा उठे और तौलिया लपेट कर अलग हुए.
मम्मी भी उठीं. वो एक चादर लपेट कर बाथरूम में चली गईं. वहां अपनी चूत साफ करके वापस आ गईं.
मम्मी पेटीकोट पहनने लगीं.
पापा बोले- रहने दो, ऐसे ही मस्त लग रही हो.
मम्मी हंस कर बोलीं- क्या अभी मन नहीं भरा … फिर से मूड है क्या?
पापा बोले- हां यार तुमको ऐसे देख कर फिर से खड़ा होने लगा है … देखो.
मम्मी चादर लपेटे लेट गईं.
इतने में मेरी बेचैनी बढ़ने लगी.
उन दोनों की फिर से चुदाई शुरू होती कि मैं पेशाब के लिए जाग गया.
इतनी देर तक मैंने सुसू रोके रखी थी.
मैंने उठ कर कहा- क्या हो गया पापा आप जाग क्यों रहे हैं?
पापा हड़बड़ाए- नहीं कुछ नहीं, तुम सो जाओ.
मैंने कहा- मुझे वाशरूम जाना है.
मैं वाशरूम गया और वापस आकर पलंग पर लेट गया.
मैंने ऐसे नाटक किया जैसे मुझे तेज नींद आ रही हो.
पापा तौलिया के अन्दर से लंड सहला रहे थे.
वो पानी पीने गए.
थोड़ी देर बाद मम्मी भी गईं.
दोनों कमरे के बाहर वाले कमरे में सोफा पर लेट गए.
वो कमरा ठीक सामने था.
मम्मी बोलीं- दमन जग गया है, अब नहीं.
मगर पापा मूड में थे, वो बोले- यहीं करते हैं न यार … तुम्हारी चूत के रस को तो मैंने पिया ही नहीं है. अभी मेरा गला प्यासा है.
मम्मी- तुम भी बड़े ठरकी हो.
इतने में पापा मम्मी के होंठों को चूमने लगे.
ऐसे ही चूमते चूसते उन्होंने मम्मी को सोफे पर बैठा दिया और उनकी एक टांग फैला कर सोफे के हैंडल पर रख दी और एक नीचे जमीन पर.
इससे मम्मी की चूत एकदम साफ फैली सी दिखने लगी.
मैं सोच रहा था कि चूत के लिए इतना पागलपन होता है.
कैसे कैसे करते हैं.
शायद आज पापा ने कुछ ज्यादा ही पोर्न देख लिया था तभी अपने लंड की गर्मी निकाल रहे थे.
पापा मम्मी की चूत पर हाथ फेरने लगे, फिर जीभ से चाटने लगे.
मम्मी अहह अहह करके हांफ सी रही थीं- तुम मुझे पागल कर दोगे.
पापा ने कुछ नहीं कहा. बस मम्मी की उनकी चूत में उंगली डाल कर अन्दर बाहर करने लगे.
मम्मी बड़ी जोर जोर से ‘अहह अहह उइ मां ईईई ऊऊ आह … करने लगीं.
आंखें बंद करके मम्मी पापा का हाथ पकड़ रही थीं, उन्हें रोक रही थीं.
पापा जोश में थे, बस चूत में उंगली करे जा रहे थे.
कुछ मिनट करने के बाद मम्मी का रस झड़ गया, उनकी चूत पानी पानी हो गयी, वो निढाल हो गईं.
पापा बिल्कुल पागलों की तरह मुँह से चूत का जूस चूसने लगे.
मैं दूर से ये सब देख कर दंग रह गया.
पापा चूत के रस की आखिरी बूंद तक चूस गए.
पापा- अमृत रस पीने में मजा आ गया जान!
मम्मी- तुम तो पूरा जिस्म हिला देते हो यार … मुझे पूरा निचोड़ देते हो.
पापा- हां पूरा मजा लो यार … लाइफ के में जवानी एक बार ही आनी है जान.
मम्मी- ठीक है बाबा … समझ गयी. तुम्हें जो करना है सो करो. मैं तो आपके साथ ही हूँ.
पापा- ये हुई न बात.
अब मम्मी ऐसे बैठी ही थीं. पापा अपना खड़ा लंड चूत के छेद में रखकर हल्के से घुसाने लगे.
उन्होंने मम्मी से कहा- अपने हाथों से मेरी गर्दन पकड़ो.
मम्मी ने वैसे ही किया.
पापा उनकी टांगों को अपने हाथों से पकड़ कर ऐसे ही सोफे से उठा लिया.
उनका लंड चूत में था.
पापा ऐसे ही गोद में उठाकर धक्के देने लगे. पापा झूला झुलाते हुए मम्मी को चोदे जा रहे थे.
ये दृश्य अद्भुत था.
एक देसी कपल अपने जवानी की पूर्ण मजा ले रहा था.
मम्मी कह रही थीं- आंह मजा आ गया यार … ये सब कहां से सीखते हो … अब उतारो मुझे.
पापा- अरे हम हैं न यार, बस तुम लंड के मजे लो.
पापा जोरदार धक्के दिए जा रहे थे और मम्मी को उठा उठा कर चोदे जा रहे थे.
मम्मी- आह आह उफ़्फ़ … मार डालोगे क्या चोद चोद कर … अपनी बीवी को रंडी बना दिया है तुमने … आह.
ऐसे ही चोदने के बाद पापा ने मम्मी को बड़े वाले सोफे पर लिटा दिया.
मम्मी भी समझ गयी थीं कि ये मानने वाले नहीं हैं.
वो वैसे ही टांगें फैला कर लेटी रहीं.
पापा ने अपना लंड मम्मी के मुँह में डाल दिया.
मम्मी इस बार पूरी मस्ती से लंड चूस रही थीं.
पापा आंख बंद करके आवाज निकाल रहे थे- अहह जान अहह … जन्नत का मजा आ रहा है.
मम्मी अपने गले तक अन्दर लेकर लंड चूसे जा रही थीं.
अब मम्मी गर्म हो गई थीं.
वो पापा के टट्टे भी अपने मुँह में लेकर चूस रही थीं.
काफी देर ऐसे ही लंड चुसवाने के बाद पापा सोफे पर बैठ गए और मम्मी से कहा- आओ लंड की सवारी करो.
मम्मी झट से ऊपर आकर लंड पर बैठ गईं.
अब मम्मी जोर जोर से उछलकर चुदने लगी थीं.
‘आहह अहह ईईई ऊऊ मम्म … अहह …’ की आवाजें आ रही थीं.
मम्मी के उछलते हुए दूध डांस करने लगे थे. ये सब मस्त नजारा पेश कर रहा था.
इस पोजीशन में चुदने के बाद मम्मी पापा उठ गए.
मम्मी सोफे पर लेट गयीं.
पापा ने सीधा चूत पर लंड टिकाया और जोर से धक्के देकर लंड अन्दर डाल दिया.
मां ने जोर से सिसकारी भरी- आह मम्मी मर गई.
पापा लगातार जोरदार घमासान चुदाई किए जा रहे थे.
मम्मी भी पूरे मूड में नीचे से गांड उछाल कर साथ दे रही थीं.
दोनों सब कुछ भूल कर भयंकर आवाजों के साथ चुदाई किए जा रहे थे.
इस वक्त शायद मैं उनके सामने भी जाता, तो वो अपनी मस्ती में खोए रहते.
मम्मी की फूली और खुली हुई चूत फच फच के आवाज के साथ लंड का स्वाद लिए जा रही थी.
धक्के पर धक्के देखकर लग रहा था ये तो पोर्न स्टार को भी फेल कर दें.
पापा जोर जोर से चोद रहे थे. मम्मी बस अहह उहह की आवाज के साथ लंड का पूरा मजा ले रही थीं.
इस तरह पूरी तरह मेरी मम्मी अपने पति को स्वर्ग का मजा दे रही थीं.
लगभग आधे घण्टे की ऐसे धक्कम पेल चुदाई बाद पापा ने कहा- मैं आ रहा हूँ जान … इस बार मेरा रस पी लो.
मम्मी- आह अहह … हां जी पिला दो.
पापा लंड चूत से निकाल कर मम्मी के मुँह पर ले गए और हाथ से पकड़ कर लंड हिला रहे थे.
मम्मी ने मुँह खोला हुआ था.
पापा के लंड से जोर से पिचकारी निकली और मम्मी के मुँह में चली गई.
कुछ माल मुँह के अन्दर गया, कुछ चेहरे पर गिरा.
मम्मी पूरा माल निगल गयीं.
पापा निढाल होकर लेट गए.
वो पूछने लगे- कैसा लगा टेस्ट?
मम्मी बोलीं- पति का रस मेरे लिए अमृत है … मुझे बड़ा मस्त लगा.
फिर वो दोनों ऐसे 20 मिनट पड़े रहे.
इसके बाद दोनों वाशरूम गए, साफ सफाई की.
मम्मी ने वहीं से पैंटी पहनी और पापा तौलिया लपेट कर अन्दर आ गए.
मम्मी पेटीकोट ब्लाउज पहन कर सो गईं पापा भी तौलिया पहन सो गए.
मैं भी सो गया.
इस तरह पहली चुदाई घर में देखी थी. ये पहले मुझे अजीब सा लगा था.
पर अब समझ आया कि सबकी अपनी जरूरत होती है, अपनी लाइफ के मजे लेने ही चाहिए.
पापा मूड में रहते, वो मोबाइल और दोस्तो से नई नई पोजीशन सीखते रहते और मम्मी को चोदते रहते.
एक दिन उनके मोबाइल में मम्मी की बिकनी पिक देख कर मैं दंग हो गया.
मैंने बाद में मम्मी से पूछा भी- वो गंदी से पिक आपकी है?
मेरी मम्मी जरा हड़बड़ा गईं और बोलीं- तेरे पापा आजकल ये सब लेते हैं, क्या करूं उनकी इसी सब में खुशी है.
मैं चुप रह गया.
अब हम सब बड़े घर में आ गए हैं. मम्मी पापा को जब भी मौका मिलता है, ऊपर वाले कमरे में जाकर मॉम डैड सेक्स करते हैं.
मम्मी कभी भी इस सबके लिए पापा को मना नहीं करती हैं.
और मम्मी की पैंटी ज़्यादातर पापा ही मजे से वाशरूम में साफ करते हैं.
कभी नहाते समय मम्मी पापा को बुलाती हैं तो मैं समझ जाता हूँ कि मम्मी अपनी झांटें साफ करने के लिए बुला रही हैं.
पापा ही हमेशा मम्मी की चूत साफ़ करते हैं.
एक दिन मैं दोपहर में सो कर उठा तो अजीब सी आवाज आ रही थी.
मैंने सोचा पापा तो काम पर गए हैं, फिर ये क्या हो रहा है.
तो मैंने मम्मी के कमरे के पास जाकर खिड़की से देखा तो मम्मी कमरे में अकेली थीं और वो मोबाइल में पोर्न देख रही थीं.
पोर्न देखते हुए ही जोश में आकर मम्मी अपनी साड़ी ऊपर करके खुद ही बुर में उंगली करने लगीं.
वो इतने जोश में उंगली कर रही थीं कि उनकी आंखें बंद थीं.
ये देख कर मेरा पानी निकल गया.
सच में सेक्स एक ऐसी चीज है कि सभी को मजा देती है.
आपको मेरी मॉम डैड सेक्स की कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल करें.
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