आई लव बैड सेक्स … एक शादी में मैंने एक भाभी को देखा, उसके पास एक कुत्ता था. वह्कुती को प्यार कर रही थी. मुझे लगा कि मैं भी भाभी का कुत्ता बन जाऊं और भाभी का प्यार पाऊँ.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राजवीर सिंह है।
मैं जयपुर, राजस्थान से हूं। मेरा रंग गोरा चिट्टा, मेरी हाइट 5 फुट 8 इंच है।
और मेरा उस्ताद 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है।
मैं स्वागत करता हूं आप सभी का मेरी पहले स्टोरी में जो आज मैं आप सभी के साथ शेयर करने जा रहा हूं।
मुझे कुंवारी लड़कियों से ज्यादा शादीशुदा भाभियां और आंटियों ज्यादा पसंद हैं, खासतौर से मोटी गान्ड वाली।
जब भी मुझे कोई मोटी गान्ड वाली दिख जाए तो मन करता है अभी पकड़ कर अपनी जीभ उसकी गान्ड में डाल दूं।
आई लव बैड सेक्स … मैंने गांड चाटने, मूत पीने, ठुक चाटने की हरकतें पसंद करता हूँ.
आज मैं ऐसी ही आपको अपनी मालकिन के साथ गंदी वाली कहानी सुनाने जा रहा हूं जिसे पढ़कर लन्ड वाले अपना लन्ड हिलाए और चूत वाली अपनी चूत में उंगली किए बिना रह नहीं पाएंगी।
बात एक महीने पहले की है जब मेरे दोस्त के शादी में गया जो जयपुर में ही थी।
वहां जाकर मैं अपने दोस्त से मिला उसको गिफ्ट दिया।
समय हल्दी का था, मेरे दोस्त को हल्दी लगाई जा रही थी।
तभी मुझे एक हॉट एंड सेक्सी लेडी दिखाई दी जिसके साथ में एक सफेद प्यारा डॉगी था।
मैं जाकर उस डॉगी को पकड़ कर प्यार करने लगा.
तभी उसने मुझे काटने की कोशिश की तो उसकी मालकिन ने उसे कंट्रोल कर लिया।
मैंने बदले में थैंक्यू कहा तो वह स्माइल करने लगी।
कसम से यार क्या स्माइल थी उसकी … कोई भी मर मिट जाए।
जब वह हल्दी लगाने के लिए झुकी तो उसकी मोटी गांड और उसमें हल्की सी दरार मुझे दिख गई।
फिर क्या … मेरा उस्ताद जाग गया और मेरी पैन्ट में उसी समय तंबू बन गया था।
फिर मुंह से लार निकल गई और उसके कुत्ते पर गिर गई तो उसका कुत्ता धीरे से आवाज करने लगा.
जैसे ही उसने पीछे देखा कि मैं उसकी गांड को घूर रहा था और मेरी लार उसके कुत्ते पर थी, और मेरे पैन्ट का तंबू भी दिख गया।
अचानक मुझे होश आया तो वह मुझे घूर रही थी।
एक बार के लिए मैं डर गया था।
मैंने अपना रुमाल निकाल कर अपना मुंह और कुत्ते की गर्दन को साफ किया।
बाद में कैमरामैन के कहने पर उसने हल्दी की रस्म पूरी की और मेरे पास आकर स्माइल दी, तो मैंने भी उससे स्माइल दी।
इतने में डॉग उसके पास जाने के लिए जिद कर रहा था तो मैं बोला- अब यह अपनी मालकिन के बगैर नहीं रह पाएगा … और यह क्या, कोई भी ना रह पाए।
उसने कहा- क्या मतलब?
तो मैं मुस्कुराते हुए चुपचाप वहां से हट गया.
फिर आगे जाकर पीछे मैंने मुड़कर देखा तो वह एक नजर से मुझे ही देख रही थी।
बाद में जब रिसेप्शन का टाइम हुआ तो मेरी नजर उसी पर थी।
भीड़ का फायदा उठाकर मैं जानबूझकर उससे टकराया और बोला- अरे मालकिन संभल कर!
तो उसने फिर मेरी तरफ देखा।
मैं बोला- अब मुझे आपका नाम नहीं पता तो मालकिन ही बुलाऊंगा ना!
तो उसने कहा- वैसे मेरा नाम साक्षी है पर तुम मुझे मालकिन ही बुलाओ, पहली बार मुझे किसी के मुंह से मालकिन सुनकर अच्छा लगा। मेरी शुरू से यही फैंटेसी रही थी कि कोई मुझे मालकिन कह कर बुलाए।
मैं बोला- अगर ऐसी बात है तो आज से आप मेरे लिए भी मालकिन ही हो।
यह सुनकर वह बोली- सच!
तो मैंने कहा- हां मालकिन!
यह सुनकर उसने फिर स्माइल दी।
और इस तरह से हमारी बातचीत शुरू हुई.
उसने कहा- तुम्हें मेरा डॉगी बड़ा पसंद आया?
तो मैंने जवाब दिया- हां, मुझे तुम्हारा डॉगी अच्छा लगा और उससे भी अच्छी उसकी किस्मत लगी!
तो उसने हैरान होकर पूछा- क्या मतलब?
मैं फिर हंसते हुए चुपचाप वहां से हट गया।
वह मुझसे थोड़ा थोड़ा इंप्रेस भी होने लगी।
फिर मैंने फटाफट खाना खाया और फिर मैंने देखा उसका डॉगी उसके पीछे बैठा था और उसने उसका पट्टा नहीं पकड़ रखा था.
वह किसी से बात कर रही थी.
तो मैंने उसके डॉगी को चुपचाप साइड में कर लिया और उसे अंदर रूम में ले गया।
बाद में उसको डॉगी का ख्याल आया तो उसने सबसे पूछताछ की और चिंतित हो गई।
किसी ने मेरे बारे में बता दिया कि मैं अंदर रूम में ले गया तो वह दौड़ी हुई आई.
यह सब मैं ऊपर खिड़की से देख रहा था।
जैसे ही वह अंदर आने वाली थी, मैं डॉगी के पास गया और उसे सहलाते हुए किस करते हुए प्यार से बोला- वाह मेरे शेर … क्या किस्मत है रे तेरी! क्या हॉट मालकिन मिली है तुझे और तेरा कितना ख्याल रखती है. तुझे कितना प्यार करती है। तुझे तो धरती पर ही जन्नत मिल गई है।
यह सब वह पीछे खड़ी सुन रही थी।
वह अचानक आई और बोली- अच्छा तो यह बात है, तुम्हें मैं हॉट लगती हूं।
मैंने बोला- हां, काश इसकी जगह मुझे मिल जाए तो!
इतना कहकर मैं रुक गया तो वह बोली- तो क्या, आगे बोलो?
फिर मैं बोला- अगर इसकी जगह मुझे मिल जाए तो मैं तुम्हारे लिए वो सब कुछ करू जो ये डॉगी भी ना कर पाए।
वो बोली- अच्छा तो तुम कुत्ते बनना चाहते हो?
इतने में किसी ने उसे आवाज लगाई और वह डॉगी को लेकर चली गई।
मैं उसके पीछे पीछे चला गया तो पता चला कि वह वापस जा रही है किसी काम से!
यह सुनकर मैं बहुत उदास हो गया।
कुछ देर बाद वह वापस आई और बोली- सुनो, एक बार मुझे तुम्हारा फोन देना।
मैंने उससे अपना फोन दिया, उसने कोई नंबर डायल किया तो कमरे से रिंग आई.
वह अंदर गई, अपना फोन उठाया और बाहर आते हुए बोली- मेरा फोन नहीं मिल रहा था तो तुम्हारे फोन से रिंग किया।
मेरे पास आकर उसने मुझे फोन दिया और मेरे गाल को छोटे बच्चे की तरह पकड़ कर बोली- थैंक्स मेरे कुत्ते!
इतना सुनकर मैं उसे देखने लगा.
तो उसने कहा- अब मुझे तुम्हारा नाम नहीं पता तो मैं तुम्हें कुत्ता ही बुलाऊंगी ना! और वैसे भी तुम्हें कुत्ता बनने का शौक है।
मैंने जवाब दिया- वैसे मेरा नाम राजवीर है पर तुम मुझे कुत्ता बुला सकती हो, मेरी भी यही फेंटेसी है कि कोई हॉट लेडी मुझे कुत्ता बोले।
फिर वह स्माइल करते हुए बोली- बाय मेरे कुत्ते!
और चली गई।
मैं भी दूसरे दिन शादी पूरी होने के बाद अपने घर चल दिया।
जब मैं अगले दिन सुबह उठा तो मैंने देखा व्हाट्सएप पर कोई अज्ञात नंबर से मैसेज आया हुआ था.
मैंने मैसेज खोल कर देखा तो उसमें लिखा था- कैसा है मेरे कुत्ते!
मैं समझ गया यह उसी मालकिन का मैसेज है.
तो मैंने वापस रिप्लाई किया- बहुत बढ़िया मालकिन, आप बताओ!
ऐसे ऐसे करके हमारी बातचीत शुरू हुई और हम फोन पर बात करने लगे।
उसने बताया कि वह भी जयपुर में ही रहती है और शादीशुदा है. उसका पति अमेरिका की एक कंपनी में काम करता है और तीन चार महीने से एक बार घर आता है. जब वह शादी में आई तो उसका पति यहीं था पर उसे आवश्यक काम की वजह से वापस अमेरिका जाना था तो उस दिन अचानक शादी बीच में छोड़कर आना पड़ा। अभी वह घर पर अकेली रहती है और उनका एक और घर है जो उसकी किसी सहेली और उसके हस्बैंड को किराये पर दिया हुआ है।
इस तरह हमारी रोज बात होने लगी।
एक दिन उसने बोला- अगर एक हफ्ते के लिए मैं तुम्हें अपना कुत्ता बना लूं तो तुम मेरे लिए क्या क्या करोगे?
इतना सुनते ही मेरा उस्ताद खड़ा होकर नाचने लगा.
मैं एक्टिंग करते हुए बोला- अरे छोड़ो यार, ऐसी मेरी किस्मत कहां!
वह बोली- यह मजाक नहीं, मैं सीरियसली पूछ रही हूं मेरे सवाल का जवाब दो!
मैं बोला- अगर ऐसा हो गया तो मैं अपनी मालकिन के लिए वो सब करूंगा जो तुम हुकुम दोगी, सब कुछ करूंगा जो तुम कहोगी।
वो बोली- रियली?
मैंने कहा- हां!
तो वह बोली- तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है!
मैं बोला- जल्दी बताओ क्या है? अब रहा नहीं जाता!
वह बोली- आज मेरी सहेली घर आई और बोली कि उन्हें एक हफ्ते के लिए उनके घर जाना है. और वह मेरे डॉगी को अपने साथ ले जाना चाहती है। मैंने उसे हां कर दी और दो दिन बाद वे लोग यहां से निकल जाएंगे। तो दो दिन बाद तुम्हें मेरे घर आना है।
इतना सुनते ही मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
फिर मैंने कुछ देर के लिए सोचा और बोला- पर मालकिन, एक बात और कहनी थी!
मालकिन- चल भौंक मेरे कुत्ते!
मैं- मैंने पोर्न मूवीज में भी देखा है और सेक्स स्टोरीज में भी पढ़ा है कि कुछ औरतें अपने गुलाम के साथ बहुत बुरा सलूक करती हैं; उसे शारीरिक रूप से बहुत कष्ट देती है, सेंडल चटवाती हैं। और हद तो तब हो जाती है जब वे उसे टॉयलेट स्लेव बना देती है। पर मुझे उन सबसे नफरत है। आप ऐसा बिल्कुल ना करें इसलिए मेरी कुछ शर्ते हैं।
मालकिन- क्या?
मैं- पहली शर्त कि आप मुझे फिजिकली टॉर्चर नहीं करेंगी। जैसे आप अपने डॉगी को प्यार करती है, मुझे भी ऐसे ही करेंगी। आप प्यार से मुझे हुकुम देंगी, मैं सब करूंगा।
दूसरी शर्त मैं अपनी जीभ आपकी बॉडी के सिवाय कहीं और नहीं चलाऊंगा. मतलब आप मुझे अपनी बॉडी के सिवाय कुछ और चाटने के लिए नहीं कहेंगी।
तीसरी और आखिरी शर्त कि जब मैं आपकी गांड और तलवे चाटूं तो आपकी गांड और तलवे एकदम साफ सुथरी और धुली हुई होनी चाहिए. आप चाहें तो मुझसे धुलवा सकती हैं।
बस मेरी यह तीन शर्ते मान लीजिए मैं आपकी सभी शर्ते मान लूंगा। चाहे आप मुझे अपना गुलाम बनाओ, अपना मूत भी पिलाओ। मैं सब कर लूंगा।
वो बोली- ओ मेरे प्यारे डॉगी! इतना टेंशन मत लो मैं खुद इन चीजों से नफरत करती हूं मैं तुमसे ऐसा कुछ नहीं करवाऊंगी। और मैं तुम पर किसी टाइप का कोई फोर्स नहीं करूंगी। और तुम्हें अपने डॉगी की तरह ही प्यार से रखूंगी। लव यू माय स्वीट डॉगी
उसकी यह बात सुनकर मैं बहुत खुश हुआ और दो दिन बाद मैं अपने घर वालों को दोस्तों के साथ बाहर घूमने का बहाना बनाकर उसके बताए हुए पते पर शाम को 6:00 बजे पहुंच गया.
वहां मैंने देखा कि क्या आलीशान घर था उसका … जहां वह अकेली रहती थी।
मैंने डोरबेल बजाई, उसने दरवाजा खोला तो उसे देख कर मैं हक्का बक्का रह गया।
क्या क़यामत लग रही थी वह!
टीशर्ट स्कर्ट और ब्रांडेड जूते पहने थे।
उसे देख कर मेरा मुंह खुला का खुला रह गया.
तो उसने मेरे मुंह में अपनी दो उंगलियां डाल दी और मैं चूसने लगा।
उसने मेरा मुंह पकड़ कर के अंदर खींच लिया और दूसरे हाथ से दरवाजा बंद कर दिया।
अंदर लाकर मुझे बोली- आ … आ … आ … आह मेरे कुत्ते तेरा इंतजार करते हुए अपनी उंगलियां चूत में डाल रही थी; चूस इनको!
मैं बड़े मजे से चूस रहा था।
कुछ देर चूसने के बाद उसने अपनी उंगलियां मेरे मुंह से निकाल ली और बोली- कैसा लगा मेरी चूत का टेस्ट?
मैं- मजा आ गया मालकिन। आज तो आप पूरी सर से पांव तक कयामत लग रही हो। अब स्वागत नहीं करोगी मेरा!
मालकिन- स्वागत कैसे?
मैं- अपने थूक से!
वह आश्चर्य से देखने लगी।
मैं- मेरे मुंह में आपका थूक डालो मेरी मालकिन!
तो उसने मेरा मुंह पकड़कर खोला और उसमें ढेर सारा थूक दिया।
मैं बड़े मजे से उसका थूक खा रहा था।
मालकिन- चल मेरे कुत्ते, अब अपना बैग मुझे दे और जल्दी से अपने कपड़े उतारकर नंगा हो जा!
मैंने बैग उसे दिया तो वह बैग लेकर अंदर कमरे में गई तब तक मैं भी नंगा हो गया।
वह बाहर आई तो उसके हाथ में कुत्ते वाला पट्टा था, जो मेरे गले में बांध दिया।
फिर वह बोली- हाय … कितना बड़ा लन्ड है। चल मेरे कुत्ते, नीचे चार पैरों पे झुक के मेरे पीछे पीछे आ!
मैं- आई लव बैड सेक्स … आप मुझे गंदी गंदी गालियां दीजिए मालकिन! आपके मुंह से गंदी गालियां सुनने का मन कर रहा है।
मालकिन- ओह मेरे कुत्ते, साले भोसड़ी के … मुझे भी गंदी गालियां देने और सुनने में बहुत मजा आता है। मां कसम यह बात बोलकर तूने मेरे अंदर की रण्डी को जगा दिया है। अब से तू मुझे मालकिन नहीं, रण्डी मालकिन बोलेगा।
वह मेरे मुंह में फिर से थूकते हुए बोली- ये ले, मेरा थूक खा मादरचोद भोसड़ी के और कुत्ते की तरह चार पैरो पे चल के मेरे पीछे पीछे आ!
मुझे वह हॉल में ले गई और सोफे पे बैठ गई।
आई लव बैड सेक्स कहानी में आपको मजा आ रहा तो ही अगला भाग पढ़ें. अगला भाग और भी डर्टी होने वाला है.
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