यादों के झरोखे में मेरी चुदक्कड़ बीवी

यादों के झरोखे में मेरी चुदक्कड़ बीवी


मेरी चीटिंग वाइफ Xxx कहानी में पढ़ें कि जब मैं अपनी बीवी के साथ अपने पुराने घर में गया तो वहां हम दोनों को मेरी बीवी की मेरे दोस्त से हुई चुदाई याद आ गयी.
प्रिय दोस्तो और सहेलियो!
काफी समय बाद मैं अपनी जानेमन नीना के साथ बीते दिनों जब होम टाउन घूमने गया तो बहुतेरी यादें ताज़ी हो गईं।
इसलिए वो यादें इस मेरी चीटिंग वाइफ Xxx कहानी में लिख रहा हूँ.
यादें उन दिनों की है जब मेरी चुदक्कड़ बीवी नीना उन वर्षों में किराएदार प्रशांत के गदहलंड का मजा ले रही थी।
हालांकि बाद में हमारे घर के इंटीरियर में काफी फेरबदल हुआ।
फिर भी हमें वह हर जगह याद आ गई, जहां प्रशांत ने मेरी स्वीट वाइफ की जवानी का रस निचोड़ कर खूब मस्ती की थी।
इस लंबी छुट्टी की पहली रात हम दोनों उसी कमरे में ठहरे, जो किसी जमाने में प्रशांत के फ्लैट का कमरा हुआ करता था।
दोस्तो, रात में जब हम दोनों सोने के लिए बेड में गए तो नीना के चेहरे पर मस्कुराहट से भरी हुई अजीब तरह की खुशी चमक रही थी।
लिहाजा मैंने सवाल दाग दिया- तो इस बिंदास मुस्कुराहट की वजह क्या है मैडम जी?
इस सवाल पर पुरानी चुदक्कड़ मेरी बीवी नीना एक बारगी मेरे सीने से चिपक गई और मुझे किस करने लगी।

फिर वह बोली- बात पुरानी है … लेकिन लगता है जैसे कल की बात हो।
दोस्तो, दरअसल यह वही कमरा है जिसमें नीना रानी अपने यार प्रशांत के लौड़े का भरपूर लुत्फ उठा चुकी थी।
पुराने यार के साथ सेक्स की याद में नीना खिलखिला उठी और बोली- यार, उसके जैसी तगड़ी बॉडी और जबरदस्त लोड़े को कोई भी लेडी नहीं भूल सकती।
उन दिनों नीना कुछ ज्यादा ही बिंदास प्रशांत होकर लौड़े का मज़ा लेती रही।
डिटेल जानने के लिए पढ़ें मेरी कहानी
और नीना पकड़ी गईhttps://www.antarvasna3.com/chudai-kahani/general-aur-nina-pakdi-gai/
वह टॉयलेट भी तो इस कमरे से सटा हुआ है, जिसमें वाश और टॉयलेट को अलग करने के लिए पार्टिशन वॉल बनी थी, जो आज भी वैसी ही है करीब ढाई फीट ऊंची।
इस दीवार पर नीना अपनी एक टांग टीका देती तो प्रशांत फ्रंट पोज से सुरंग में अपना हथियार डालकर बोरिंग शुरू कर दिया करता था।
क्या गजब का समा बंधता था, उस वाशरूम सेक्स में!
वाह क्या लाजवाब होता था सेक्स का वह मौसम!
वह मेरी नीना को अपनी बीवी की तरह चोदता रहा क्योंकि नीना भी तो लंड खाने के लिए बेचैन रहती थी।
उस दिन तो नीना की कलई ही खुल गई जब नीना चुदाने के बाद प्रशांत के फ्लैट से लौटते ही मेरे हाथों रंगे हाथों पकड़ी गई।
बाद में मेरी ओर से उसे प्रशांत से चुदाने का ओपन लाइसेंस मिल गया।
फिर तो नीना रानी की लॉटरी लग गई।
चाहे जो हो … वे दोनों वाशरूम में चौबीस घंटे में एक बार जरूर ही मिलते थे।
लिहाजा मेरी मैम की मुनिया पूरा अघा जाती थी।
पहले दोनों का आंखों में इशारा होता और ब्रा पैंटी के बिना मैक्सी डाल कर मैडम वाशरूम में घुस जाती।
पीछे पीछे प्रशांत बनियान और नीचे महज तौलिया लपेटकर बाद उसी वाशरूम में दाखिल हो जाता क्योंकि नीना भीतर से डोर लॉक नहीं करती थी।
फिर क्या था … प्रशांत का तौलिया और नीना की मैक्सी हेंगर पर होते।
साथ ही उसके सनसनाते हुए लौड़े की सामने होती मेरी बीवी नीना की मुनिया!
लेकिन अक्सर नीना पहले उसके लंड को मुंह में भरकर सटाक सटाक सेवा करती, तब मैम की मैक्सी हटती।
फिर तो दोनों ही पागल कुत्ते कुटिया की तरह एक दूसरे पर टूट पड़ते थे।
इस तरह दोनों का दिन मस्ती में गुजरता रहा।
नीना ने दी एक सरप्राइज:
एक दिन सुबह सवेरे हम दोनों की नींद खुली तो फ्रेश होने के बाद नीना मुझे सरप्राइज देने के लिए वॉशरूम की ओर गई।
दरअसल आज मैं काफी देर से सोकर उठा था।
तब तक बच्चे स्कूल जा चुके थे।
नींद खुलते ही नीना ने मुझे मार्निंग किस की।
फिर बोली- मैं प्रशांत वाले टॉयलेट में जा रही हूं। दस मिनट बाद तुम भी उसी में आ जाना। थोड़ा फन करते हैं।
“प्रशांत के टॉयलेट में क्यों?”
मेरा सवाल जायज़ था।
मगर नीना आंख तरेरी और बोली- फन की बात है यार!
साथ ही पक्की छिनार की तरह उसने आंख मारी।
फिर हंसती हुई वह वाशरूम की ओर तेज कदमों से भाग गई।
मेरी लंडखोर चुदक्कड़ सहेलियो! आपको बता दूं कि आपके लिए नीना रानी एक बड़ी मॉडल रोल के कम नहीं है।
वास्तव में प्रशांत को वह पहले ही इशारा कर आई थी कि वह वाशरूम पहुंच जाये और अपना लंड खड़ा करके उसका इंतजार करे।
चूंकि प्रशांत का ट्रांसफर तब ड्यू हो चुका था; वह बस अगले महीने शहर छोड़कर जाने ही वाला है।
लिहाजा नीना ने सोचा कि पतिदेव और यार को एक बार तो आमने सामने कर दिया जाये ताकि खुल्लमखुल्ला चुदाई की मस्त यादें हमेशा बनी रहें।
नीना ने प्रशांत को यह कभी नहीं बताया था कि उन दोनों के बीच चल रहे सेक्स रिलेशन की मुझे भनक भी है।
ऐसे में बस थोड़ी ही देर बाद प्रशांत के होश उड़ने वाले थे और साथ ही मेरा बिंदास फन होना था।
खैर नीना के कहे के मुताबिक मैं अगले 10-12 मिनट बाद धीरे धीरे कदमों से वाशरूम की ओर चल पड़ा।
वास्तव में प्रशांत की समझ से कोई आने जाने वाला था नहीं तो उसने नीना से वाशरूम लॉक करने को बोला ही नहीं!
वैसे भी उसे तो गचागच ठुकाई की जल्दी पड़ी थी, डोर लॉक अनलॉक की बात ऐसे में कौन सोचता है।
एक झटके में जैसे ही मैंने वाशरूम का डोर खोला तो समझो भूकंप आ गया या कहें तूफान ठहर गया।
इधर नीना रानी की एक टांग पार्टिशन वॉल पर टिकी थी। दूसरी ओर प्रशांत का पैर फर्श पर झुकते हुए लंड का पोजिशन बनाकर नीना की चूत में तूफानी रफ्तार से घुड़दौड़ लगा रहा था।
तब तक प्रशांत का विशालाकार कड़क लौड़ा अचानक मेरी बीवी नीना की चूत से छलांग लगाकर बाहर आ गया।
प्रशांत की चोरी अब पकड़ी गई … लिहाजा उसके चेहरे पर हवाई उड़ने लगी।
वह लैंड लार्ड के सामने उसकी चुदासी बीवी को चोदते हुए सामने खड़ा था।
उसके पास कोई जवाब नहीं था।
बिल्कुल सन्न, काटो तो खून नहीं।
देखते ही देखते कुछ ही देर में उसका गदह लंड भी ढीला पड़ने लगा।
अब नीना को प्रशांत पर तरस आने लगा।
लिहाजा वह खिलखिला कर हंस पड़ी और इस हंसी मस्ती में मैं भी उसका साथ निभाने लगा।
इस माहौल से अब प्रशांत को नेचुरली जाहिर हो गया था कि उन दोनों के बीच चोदा चोदी के रिश्ते की मुझे अच्छी तरह जानकारी है।
जिससे उसकी हंसी भी हमारे ठहाके में घुलमिल गई।
लिहाजा नीना का आदेश पाते ही लंड देवता एक बार फिर चूत देवी की गुफा में प्रवेश कर गए और अन्दर बाहर दौड़ने लगे।
इधर नीना रानी की लटकती हुई टांग के बीच में प्रशांत का लौड़ा गचागच चोदम चोद मचाए था तो मेरे दोनों हाथ मैम के खरबूजों की चटनी बनाने की नाकाम कोशिश में जुटे थे।
नीना की सिसकारियों के बीच मेरे होंठ उनकी होंठों की पंखुड़ियों को अपने भीतर समेटे हुए थे।
उधर नीचे चूत के होंठों पर लंड मसाज जारी था।
एकदम नया अहसास था यह प्रशांत के लिए … क्योंकि वह पहली बार किसी सेक्सी महिला को उसके पति के साथ मिलकर चोद रहा था।
इस अंदाज़ में हम दोनों ने अपनी बिंदास मेमोरी को कुछ ऐसे ही खास पल की तरह रिफ्रेश किया।
झड़ती हुई नीना से चुहलबाज़ी करते हुए मैंने कहा- आखिर चोरी छिपे तुमने चुदने का शौक पूरा कर ही लिया।
इस बात पक्की चुदक्कड़ जैसी आंख मारते हुए नीना बोली- क्या करती, इस गधे पर दिल जो आ गया और फिर तुमने भी तो परमिशन दिया था चुदाने का?
फिर मैंने भी हंसते हुए नीना की खुशी में अपनी खुशी जताई।
नीना की सेक्सी कहानियों में रुचि लेने वाले मेरे दोस्तों और सहेलियों को पता ही है कि मेरे घर में ऐसा कोई कोना नहीं बचा होगा जहां मेरे दोस्त प्रशांत ने मेरी नीना की चूत का पानी न निकाला हो।
बात ही बातों में हम दोनों फ्लैशबैक से बाहर निकल गए और इमोशनल हो गए।
फिर हम दोनों ने प्रशांत की नाम पर सेक्स किया।
मेरे दोस्तो और सहेलियो! कृपया आप बताएं यह सच्ची कहानी कैसी लगी?
ताकि अगली कहानी लिखने मूड बन जाय।
अब विदा लेता हूं नीना डार्लिंग की रसीली चूत के प्यार भरे नमस्कार के साथ!
आपका दोस्त रितेश शांडिल्य
मित्रो, कैसी लगी यह मेरी चीटिंग वाइफ Xxx कहानी?
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