किस्मत ने मुझे असली लड़की की चूत की चुदाई का मौक़ा दिला दिया… वो भी वर्जिन लड़की… वो ऐसा अनुभव था कि मैं उस पहले सेक्स के अनुभव को कभी भुला नहीं सकता।
मेरा नाम अजय है, मैं 31 साल का हूँ. मेरी शादी हुए दो साल हुए हैं पर यह कहानी मेरे कॉलेज के समय की है जब मैंने पहली बार सेक्स किया था।
मैं कॉलेज में पढ़ाकू लड़कों में था, पर लड़की की चूत की चुदाई का चस्का किसको नहीं होता। मैं अपने सेक्स की भूख मुठ मार कर पूरा किया करता था और रोज़ बिना पोर्न देखे नहीं सोता था… जब तक पोर्न देख कर मुठ ना मार लूँ, मुझे नींद नहीं आती थी।
यह कहानी तब की है जब मैं फाइनल ईयर में पहुँच गया था इंजीनियरिंग के! तब तक मैंने सिर्फ मुठ ही मारी थी।
हमारे कॉलेज में फेस्टिवल चल रहा था और मैंने एक मॉडल बनाया था अपने क्लास के लड़के और लड़कियों के साथ… जो हम उस फेस्टिवल में दिखा रहे थे।
मेरे क्लास की एक लड़की थी कमल… उसकी एक सहेली थी नगमा… देखने में थोड़ी सांवली थी पर थी गज़ब की ख़ूबसूरत… कोई भी उसे देख कर उसका दीवाना हो जाए।
कमल ने मुझे उससे मिलवाया पर बाद में उसे बहुत अफ़सोस हुआ क्यूंकि वह मुझे बहुत पसंद करती थी क्यूंकि उस मुलाकात के बाद मैं नगमा का हो गया।
अगले दिन फिर से वह हमारे टेबल पर आई हमारे मॉडल को देखने! मैंने मौका देखते ही उसका नंबर मांग लिया और उसने बिना सोचे झट से नंबर दे दिया।
बस फिर क्या था, प्यार मोहब्बत की बातें शुरू कर दी हमने!
पर मेरा मिशन तो उसे चोदना था… पर सही मौका नहीं मिल पा रहा था।
मुझे क्या पता था यह दिन जल्द ही आएगा।
सेमेस्टर ख़त्म होने के बाद हमें ट्रेनिंग पर जाना था, हम दोनों ने चंडीगड़ में ट्रेनिंग करने की सोची। हम अपने कुछ फ्रेंड्स के साथ चंडीगढ़ में रूम लेकर रहने लगे।
वह अपनी कुछ फ्रेंड्स के साथ रह रही थी और मैं अपने कुछ लोकल फ्रेंड्स के साथ!
शनिवार और रविवार को मेरे फ्रेंड्स अपने घर चले जाते थे तो मैंने नगमा को फोन किया कि मेरा मन नहीं लग रहा, तुम प्लीज मेरे रूम पर आ जाओ।
वो मान गई।
और कुछ देर में वह मेरे पीजी पे आ गई।
मैंने पहले ही अपने मकान मालिक को कह दिया कि मेरी कजिन आ रही है एग्जाम देने… तो एक दिन यहीं रहेगी।
तो उसे रूम में लाने में कोई तकलीफ नहीं हुई।
उसके रूम में आते ही मैंने सबसे पहले कुण्डी लगाई और उसे पागलों की तरह चूमने लगा, वो भी मेरा साथ दे रही थी।
धीरे धीरे मैंने अपना राइट हैंड उसके मोम्मे पे रख दिया पर उसका कोई रिएक्शन न होने से मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैंने अपना राइट हैंड उसके टॉप के अंदर डाल दिया। अब मुझे विश्वास होने लगा था कि आज मुझे लड़की की चूत की चुदाई करने को जरूर मिलेगी.
उसने अपनी आँखें बंद कर ली और मादक सी आवाज़ें निकालने लगी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
मैं चूमते चूमते उसके मम्मे की तरफ बढ़ रहा था और वो अपनी बाहों में मुझे जकड़ती जा रही थी। मैंने उसके मम्मे पे टॉप के ऊपर से ही एक दांत काट ली और अपनी उंगलियाँ उसकी गांड पर घुमा रहा था।
उसकी मादक आवाज़ों से पूरा रूम गूंज गया।
मैंने उसे अपनी बाहों में उठा लिया और बेड पर ले गया। उसके बाद मैंने अपने सारे कपड़े निकाल दिए, अब मैं सिर्फ अपने बॉक्सर में था.
नगमा ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी।
मैंने उसकी जीन्स का बटन खोल दिया और जीन्स नीचे सरका दी। अब वह सिर्फ पेंटी में थी… पहली बार मैंने किसी लड़की को इस तरह देखा था। मेरा लंड तो पैंट में ही तम्बू बना रहा था।
मैं उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को काटने लगा, वह मदमाती आवाज़ें निकाल रही थी।
यह हिंदी चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
उसी दौरान मैंने उसकी टॉप का बटन खोलना शुरू कर दिया और उसकी चुची को आज़ाद कर दिया।
फिर मैं उसके ऊपर आ गया और अपना लंड उसकी पेंटी पे रगड़ने लगा और कबूतरों को ब्रा के ऊपर से काटने लगा।
फिर मैंने धीरे से उसके कबूतरों को उसकी ब्रा से आज़ाद कर दिया और निप्पलों को चूसने लगा। पहली बार सेक्स का मुझे इतना जोश था कि मैं अच्छे से उसके शरीर को निहार भी नहीं पाया।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
मैंने उसकी पेंटी निकाल दी और उसकी चूत को चाटने लगा और अपने हाथों से उसकी चुची को दबा रहा था। हम दोनों उस समय जन्नत में थे क्यूंकि हम दोनों का यह पहला अनुभव था।
मैंने अपने बॉक्सर को निकाला और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा। जब मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसाने की कोशिश की तो वह फिसल के बाहर आ गया।
मैंने पास ही पड़ी नारियल तेल की बोतल ली और ढेर सारा तेल उसकी चूत पे डाला और अपने लंड पे… फिर एक हाथ से उसकी चूत की मालिश कर रहा था और एक हाथ से अपने लंड की!
फिर मैंने एक बार और लंड उसकी चूत पे लगाया और थोड़ा जोर लगाया तो लंड का टोपा उसकी चूत में घुस गया, वो एकदम से चिल्ला पड़ी- निकालो… बहुत दर्द हो रहा है।
पर मैं वैसे ही पड़ा रहा उसके ऊपर… और उसकी चुची चूसने लगा।
फिर कुछ देर बाद मैंने अपनी कमर हिलानी शुरू की धीरे धीरे और लंड उसकी चूत में घुस रहा था!
वो भी कुछ देर के बाद मेरा साथ देने लगी।
थोड़ी देर में ही मैं झड़ गया क्यूंकि यह किसी लड़की की चूत की चुदाई का मेरा पहला अनुभव था।
जब मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाला तो वह खून से सना हुआ था।
हम दोनों बाथरूम में गए और अपने आप को साफ़ किया।
उसके बाद तो यह चुदाई का सिलसिला चलता रहा।
किसी लड़की की चूत की चुदाई का यह पहला अहसास मैं बयां नहीं कर सकता… ऐसा न तो कभी फील हुआ और न कभी होगा। आप लोग अपनी राय मुझे जरूर भेजिएगा.
[email protected]