हॉट सिस्टर सेक्स स्टोरी मेरी सगी बहन की है. एक दिन उसने मुझसे कहा उसका मन सेक्स करने का करता है लेकिन बाहर डर लगता है. और मुझे गले लगा लिया.
मेरे प्यारे दोस्तो,
कहानी के पिछले भाग
कालगर्ल ने मुझे चुदाई का पहला पाठ पढ़ाया
में आपने पढ़ा कि मैंने पैसे उधार लेकर कालगर्ल को चोदा. लेकिन मैं पैसे वापिस नहीं कर पाया.
तो मेरी बहन मेरे साथ उस पैसे देने वाले के घर गयी.
जसवंत ने थोड़ी देर नसरीन आपा की तरफ देखा और बोला- एक रास्ता है जिससे इस चूतिये को ज्यादा रूपए भी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
नसरीन आपा ने उससे पूछा- क्या रास्ता है?
तो जसवंत ने कहा- जैसे आँख के बदले आँख!
यह सुनते ही नसरीन आपा ने कहा- मैं समझी नहीं?
तो वो बोला- इस चूतिये ने चूत चुदाई के लिए रूपए लिए थे. तो अब अगर इसे पैसे देने से बचना है तो बदले में मुझे भी चूत चाहिए!
ये सुनते ही नसरीन आपा ने शर्म से सर झुका लिया.
अब आगे हॉट सिस्टर सेक्स स्टोरी:
मैंने उससे पूछा- आप कहना क्या चाहते हो?
तो जसवंत बोला- साले तूने जिस लड़की को चोदा था वो मेरी ममेरी बहन थी इसका मतलब तूने मेरी बहन चोदी हैं, और बदले में मुझे तेरी बहन को चोदना है.
यह सुनते ही नसरीन आपा और मुझे बहुत जोर से गुस्सा आया.
तो मैंने कहा- साले जसवंत, तेरी माँ चोद दूंगा … बहन के लोड़े … तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी नसरीन आपा के बारे में ऐसा बोलने की?
लेकिन मैंने देखा नसरीन आपा सर झुकाए रो रही थी.
जसवंत गुस्से में उठकर आया और उसने मुझे कॉलर से पकड़कर उठाया और मुझे मारना शुरू कर दिया.
उसने मुझे बहुत मारा.
नसरीन आपा बार बार मुझे उससे छुड़ाने की नाकामयाब कोशिश कर रही थी लेकिन जसवंत तो जैसे आज मुझे मार डालना चाहता था.
थोड़ी देर बाद अचानक जसवंत का हाथ रुक गया और वो जाकर अपनी जगह बैठ गया.
आपा ने मुझे देखा तो मुझे देखते ही वो जोर जोर से रोने लगी क्यूंकि मेरे मुंह से खून निकल रहा था.
नसरीन आपा ने अपने रुमाल से मेरा खून पौंछा और मेरे गले लगकर रोने लगी.
फिर मेरा हाथ पकड़कर मुझे वहाँ से ले जाने लगी.
जसवंत पीछे से बोला- सुन बहन के लोड़े … अगर कल तक मुझे मेरे पैसे नहीं मिले तो साले तेरी अम्मी को सब बता दूंगा और तेरा ये वीडियो इन्टरनेट पर डाल दूंगा.
तो मैंने कहा- उससे तो तेरी बहन की भी बेज्ज्ज़ती होगी.
वो बोला- वो साली तो पहले से रंडी है, मैं भी उसे चोद चुका हूँ. साली मस्त लंड लेती है चूत में! सब जानते हैं, उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
तब नसरीन आपा ने उससे कहा-हम कल तक सारे रूपए दे देंगे.
फिर हम दोनों घर आ गए.
घर आते ही नसरीन आपा रोती हुई अपने कमरे में चली गयी.
मुझे उन्हें रोती हुई देखकर बहुत बुरा लग रहा था तो मैं नसरीन आपा के कमरे में चला गया.
मैंने देखा कि नसरीन आपा बहुत जोर जोर से रो रही थी.
मैं उनके पास जाकर बैठ गया और उन्हें चुप करने की बेकार कोशिश करने लगा.
नसरीन आपा मुझसे गुस्सा तो थी मगर वो जानती थी कि मैं बहुत बड़ी मुश्किल में फंस चुका हूँ.
आपा ने मेरी तरफ देखा, फिर वो झट से उठी और जाकर दवाई का डिब्बा ले आई और उसमें से रुई निकालकर मेरे होंठ पर साफ़ करने लगी.
चूँकि मुझे दर्द हो रहा था तो नसरीन आपा भी मेरे दर्द को देखकर रो रही थी.
उस दिन मुझे पता चला कि नसरीन आपा मुझसे कितना ज्यादा प्यार करती हैं.
तभी एक ख्याल ने मेरा दिल एकदम से बैठा दिया कि अगर हम पैसों का इन्तजाम नहीं कर पाए तो मेरी प्यारी नसरीन आपा को अपनी इज्ज़त एक हरामी कुत्ते को सौम्पनी पड़ेगी.
और उससे ज्यादा अफ़सोस यह था कि ये सब मेरी एक चुतियापे की वजह से हो रहा था.
खैर अब नसरीन आपा ने मेरे होंठ साफ करके उस पर क्रीम लगा दी.
अब फिर से आपा बैठकर रोने लगी.
मैं आपा के पैरों में गिर कर माफ़ी मांगने लगा.
नसरीन आपा ने मुझे उठाया और मेरे गले लगकर रोते हुए बोली- अब जो भी हुआ, उसे भूल जाओ. जो हो चुका है, हम उसे बदल नहीं सकते. मगर अब हमें यह सोचना है कि पैसों का इन्तजाम कहाँ से किया जाये।
मैंने एक बात नोटिस की कि नसरीन आपा से गले लगे लगे मेरा लंड खड़ा होने लगा.
नसरीन आपा को मैंने कस कर गले लगा रखा था.
और अब मेरे हाथ नसरीन आपा की कमर को सहला रहे थे जिसका अहसास नसरीन आपा को भी हो गया था.
थोड़ी देर तक तो वो मेरे सहलाने का मज़ा लेती रही.
मेरी गर्म साँसें नसरीन आपा की गर्दन पर पड़ रही थी तो आपा की सिसकारियाँ निकलनी शुरू हो गयी.
मैं समझ गया कि नसरीन आपा को मज़ा आ रहा था क्यूंकि उनके हाथ भी मेरी कमर पर बेतहाशा घूम रहे थे.
मगर थोड़ी देर बाद मैंने कपड़ों के ऊपर से ही अपने लंड को उनकी चूत में झटके देने शुरू कर दिए तो उन्होंने मुझे अपने से अलग कर दिया और बोली- अब तुम अपने रूम में जाओ.
मैं बेमन से नसरीन आपा से अलग तो हो गया.
मगर मेरा मन जाने का नहीं कर रहा था. मुझे जाना ही पड़ा.
रात को हम तीनों खाना खाने साथ बैठे थे तो मैंने देखा कि नसरीन आपा चोरी चोरी मेरी तरफ देखकर मुस्कुरा रही थी.
फिर अचानक नसरीन आपा ने अम्मी को कहा- अम्मी, मुझे कॉलेज फीस के लिए कुछ रूपए चाहियें.
तो अम्मी ने कहा- कितने रूपए चाहियें?
उन्होंने 20 हजार बोल दिए.
इतने सुनते ही अम्मी ने कहा कि अभी उनकी सैलरी नहीं आई है, 10 दिन बाद ही रूपए मिल पाएंगे.
तब नसरीन आपा और मैंने एक दूसरे की तरफ देखा और दोनों का चेहरा उदास हो गया.
हम दोनों खाना खाकर अपने अपने रूम में चले गए.
मुझे चिंता की वजह से नींद नहीं आ रही थी, मैं बस लेटा हुआ यही सोच रहा था कि कल पता नहीं वो कुत्ता मेरे नसरीन आपा के साथ क्या क्या करेगा.
तभी मुझे आज सुबह वाला समय याद आने लगा जब मैं और नसरीन आपा दोनों एक दूसरे के गले लगे हुए थे और एक दूसरे को सहला रहे थे.
यह सोचते सोचते मैंने एक बार मुठ मार ली और थोड़ी देर बाद मैं सो गया.
रात को अचानक किसी की आवाज से मैं उठ गया.
लाइट जलाई तो देखा कमरे में नसरीन आपा बैठी हुई हैं, वो उस वक़्त नाईट सूट में थी.
मैंने पहली बार नसरीन आपा को ऐसे कपड़ों में देखा था.
उन्हें देखते ही ऐसा लगा जैसे मैं कोई सपना देखा रहा था और सपने में कोई परी उतर कर आ गयी हो.
मैं थोड़ी देर तक उन्हें देखता रहा.
फिर थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे हिला कर कहा- सलीम कहाँ खो गये?
तो मैं जैसे नींद से जागा.
अचानक मेरे मुंह से निकला- आपा, आपका हुस्न देखकर मैं तो खो गया था.
नसरीन आपा ने पूछा- क्या कहा?
तो मुझे अब होश आया कि मैंने अपनी आपा से ये क्या कह दिया.
मैंने कहा- कुछ नहीं आपा, आप बताइये कैसे आना हुआ?
तो उन्होंने कहा- सलीम मुझे नींद नहीं आ रही है, मुझे कल के बारे में सोच सोचकर डर लग रहा है. मैं ऐसे ही किसी के साथ सेक्स नहीं कर सकती.
नसरीन आपा के मुंह से सेक्स शब्द सुनकर मुझे बहुत अजीब लगा क्यूंकि नसरीन आपा बेहद शरीफ और सीधी लड़की हैं.
लेकिन मेरी वजह से आज न जाने उन्हें क्या क्या शब्द सुनने को मिले थे.
आपा की बात सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा तो मैंने उनसे कहा- आपा, आपको मेरी वजह से कुछ करने की जरूरत नहीं है. जो होगा देखा जायेगा.
ये कहकर मेरी आँखों में आंसू आ गये.
आपा ने मुझे अपने गले से लगा लिया.
उनके गले से लगे ही मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
क्यूंकि आज नसरीन आपा ने ज्यादा कपड़े नहीं पहने थे और उनका नाईट सूट बहुत हल्का था तो ऐसा लग रहा था जैसे मैंने नसरीन आपा नंगी हैं और मैंने उन्हें गले लगा रखा है.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
मैंने धीरे धीरे सुबह की तरह उनकी कमर सहलानी शुरू कर दी.
सुबह की तरह नसरीन आपा के मुंह से सिसकारियां निकालनी शुरू हो गयी जो मुझे और ज्यादा जोश दे रही थी.
पता नहीं कैसे मेरे हाथ अपने आप नसरीन आपा के चूतड़ों तक पहुँच गए और मैंने उनके चूतड़ सहलाने शुरू कर दिए.
जैसे ही मेरा हाथ नसरीन आपा के चूतड़ों तक पंहुचा, तभी नसरीन आपा ने मुझे अपने से अलग कर दिया.
तो मुझे मेरी गलती का अहसास हुआ.
मैंने उनसे सॉरी बोला और चुपचाप बिस्तर पर बैठ गया.
आपा भी आकर मेरे पास बैठ गयी और बोली- सलीम, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है.
मैंने कहा- जी आपा … कहिये?
तो वो बोली- देखो हम दोनों अभी जवान हैं लेकिन तुमने अपनी जरूरत पूरी करने के लिए गलत रास्ता अपनाया था. तुम्हें ऐसे किसी अनजान लड़की के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था. बाहर जाकर ऐसे किसी अनजान लड़की के साथ सेक्स करने से एड्स जैसी बीमारी हो सकती है. तुम्हें अगर सेक्स करना ही था तो कोई गर्लफ्रेंड बना लेते!
मैंने कहा- आपा, मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और मुझसे कोई लड़की पटती भी नहीं है. पर मेरे दोस्त साले रोज नई लड़की लाकर चोदते हैं. तो मुझे भी मन होने लगा.
ये सब मैंने एक सांस में बोल दिया.
मेरे मुंह से ‘चोदते हैं’ शब्द सुनकर नसरीन आपा ने अचानक मेरी तरफ देखा तो मुझे मेरी गलती का अहसास हुआ.
मैंने उनसे माफ़ी मांगी.
तो वो बोली- कोई बात नहीं, तुम जवान हो ऐसा बोलना बहुत स्वभाविक है. मैं तुम्हारी हर जरूरत समझती हूँ लेकिन तुम वादा करो कि आगे से ऐसे किसी अनजान लड़की के साथ सेक्स नहीं करोगे.
मैंने नसरीन आपा को कहा- आपा लेकिन मुझे सेक्स करने का बहुत मन करता है. मैं खुद पर कैसे कण्ट्रोल करूँ?
तो वो कुछ नहीं बोली.
पर थोड़ी देर बाद बोली- जब भी जरूरत लगे, तुम मुझसे कह देना … मैं अपने प्यारे भाई के लिए इतना तो कर सकती हूँ.
यह कहकर उन्होंने अपना मुंह दूसरी तरफ फेर लिया.
मैंने नसरीन आपा की तरफ देखा और बोला- आपा, आप मेरे साथ सेक्स करोगी?
तो उन्होंने कहा- हाँ कोई परेशानी है क्या तुम्हें?
मैंने कहा- मगर आप तो मेरी आपा हो?
तो वो बोली- सलीम सुनो, अब मैं तुमसे सीधे सीधे बात करती हूँ. देखो, मैं भी तुम्हारी तरह जवान हूँ, मुझे भी सेक्स करने का मन करता है. लेकिन मैं बाहर ऐसे किसी अनजान के साथ सेक्स नहीं कर सकती. इसलिए अपनी इच्छाएं अन्दर दबाकर रखती हूँ. और आज जब से तुम्हरी सेक्स की वीडियो देखी है, मैंने तभी सोच लिया था कि मैं अपनी ज़िन्दगी का पहला सेक्स किसी गुंडे के साथ नहीं करना चाहती. मेरे जिस्म पर पहले हक मेरे भाई का होगा. इसमें हम दोनों का फायदा है. एक तो दोनों को घर में ही सेक्स मिल जायेगा तो जब मन करे तब सेक्स कर लो. और कोई बीमारी का या ब्लैकमेल का खतरा भी नहीं रहेगा!
ये सुनते ही मैंने नसरीन आपा को अपने गले से लगा लिया और उन्हें चूमना शुरू कर दिया.
मैं नसरीन आपा पर ऐसे टूट पड़ा जैसे मुझे कोई कोहेनूर का हीरा मिल गया हो.
मैंने जोश में नसरीन आपा की गर्दन पर काटना शुरू कर दिया क्यूंकि नसरीन आपा जैसे हसीन जिस्म की लड़की मुझे पहली बार मिली थी तो मुझसे कण्ट्रोल करना बहुत मुश्किल हो रहा था.
इसलिए मैंने जोर जोर से नसरीन आपा की गर्दन पर काटना शुरू कर दिया जिससे नसरीन आपा को दर्द हो रहा था.
तो उन्होंने मुझे रोका और कहा- सलीम, ऐसे जंगली मत बनो. मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ, तुम्हरी बहन हूँ, जो करना है, आराम से करो. आज की रात मेरे लिए बहुत खास है, इसलिए मैं चाहती हूँ कि आज की रात तुम मुझे ऐसे चोदो जैसे मैं तुम्हें आज की रात ही मिली हूँ.
नसरीन आपा भी मुझे पूरे जोश के साथ मुझसे चिपटी जा रही थी.
मेरी इस हॉट सिस्टर सेक्स स्टोरी पर अपनी राय मुझे [email protected] पर बताएं.
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