पोर्न सिस्टर Xxx स्टोरी में पढ़ें कि मैं अपनी आपा को लेकर अपना कर्ज उतारने गया. वहां पर मेरी आपा मेरे सामने ही उस आदमी से चुदी.
कहानी के पिछले भाग
दिन में बहन को दूसरी बार चोदा
में आपने पढ़ा कि अम्मी घर में नहीं थी तो मौक़ा पाकर मैंने अपनी सेक्सी आपा को दिन में ही चोद दिया.
अब आगे पोर्न सिस्टर Xxx स्टोरी:
थोड़ी देर बाद दरवाजे पर दस्तक हुई तो हम दोनों एकदम से जैसे नींद से जागे.
आपा ने मुझसे अलग होकर जल्दी से अपने कपड़े पहने.
मैंने भी अपने कपड़े पहने.
मैं भागकर अपने कमरे में चला गया.
फिर जाकर आपा ने रूम दरवाजा खोला और देखा तो अम्मी गेट पर इंतजार कर रही थी.
पूरा दिन ऐसे ही निकल गया.
रात को आपा मेरे कमरे में आ गई और हमने चूत चुदाई का एक राउंड फिर से किया.
3 दिन तक हमने जमकर चूत चुदाई की तो आपा की चूत का छेद भी काफी खुल गया था और आपा को अब ज्यादा दर्द भी नहीं हो रहा था.
चौथे दिन जब मैं कॉलेज से वापस आ रहा था तभी रास्ते में मुझे जसवंत ने पकड़ लिया और मुझसे बोला- साले अगर तूने आज अपनी बहन को नहीं भेजा तो मैं तेरी वीडियो सबको दे दूंगा.
मैं डर गया और मैंने उससे कहा- मैं आपा से बात करके बताता हूं.
जैसे ही मैं घर पहुंचा, पहुंचते ही मैंने देखा कि घर पर सिर्फ मैं और आपा थी.
तो मैंने कहा- आज वो कमीना बुला रहा है, वरना वह मेरी वीडियो सबको दिखा देगा.
यह सुनते ही आपा का चेहरा उतर गया तो उन्होंने मेरा चेहरा पकड़ कर मुझे किस किया और बोली- मैं सिर्फ तुम्हारे साथ चूत चुदाई करना चाहती हूं. मेरे जिस्म पर सिर्फ तुम्हारा ही हक है.
मैंने आपा को अपने गले से लगा लिया.
आपा रो रही थी.
मैंने आपा को समझाया- एक बार ही तो करना है. वरना अगर पैसों का इंतजाम हो जाता तो हमें यह सब नहीं करना पड़ता!
तो आपा भी मान गई.
शाम को हम दोनों भाई बहन जसवंत के घर जाने लगे.
जसवंत के घर पहुंचते ही उसने हमें देखा और अंदर बुलाया.
मैंने देखा कि उसके घर में कोई और नहीं था.
उसने हमें बिठाया और बाहर चला गया.
थोड़ी देर बाद वह वापस आ गया. उसके चेहरे पर हरामीपन वाली मुस्कान थी.
वो आकर नसरीन आपा के पास बैठ गया और उसने अपना हाथ नसरीन आपा की जांघों पर रख दिया और उसको धीरे-धीरे सहलाने लगा.
उस वक़्त नसरीन आपा ने बुर्का पहना हुआ था, उनकी सिर्फ आंखें ही दिखाई दे रही थी.
जैसे ही जसवंत ने अपना हाथ नसरीन आपा की जांघ पर रखा तो आपा ने उसका हाथ अपने जिस्म से हटा दिया.
यह सब देख कर मैं वहां से जाने लगा तो जसवंत ने कहा- तू मादरचोद कहीं नहीं जाएगा. आज मैं तेरी बहन की चूत चुदाई तेरे सामने ही करूंगा. और तू भी अपनी बहन की चूत चुदाई देख … कितना मस्त माल है … तेरा भी इसे चोदने का मन करने लगेगा.
फिर मैंने मन ही मन सोचा कि तू क्या मुझे मेरी बहन की चूत चुदाई दिखाएगा. वो एक हफ्ते से मेरे लंड के नीचे ही सो रही है.
मैं मन में ये सोच रहा था कि मैंने देखा आपा ने भी मुझे इशारा करके वही बैठने को कहा जैसे वो चाहती थी कि मैं उनकी चुदाई के वक़्त उनके साथ रहूँ.
तो मैं वहीं पर बैठ गया.
जसवंत ने नसरीन आपा की जांघों को जोर-जोर से दबाना शुरू कर दिया.
वह इतनी जोर से आपा की जांघें दबा रहा था जिससे नसरीन आपा को दर्द हो रहा था और उनके मुंह से दर्द से जोर जोर से आह निकल रही थी.
अचानक से जसवंत ने नसरीन आपा का नक़ाब उनके चेहरे से हटा दिया और उनकी गर्दन पकड़ कर उनको किस करने लगा.
वह उनके होंठों को चूस रहा था. मुझे यह सब देखकर बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन मैं कुछ भी नहीं कर सकता था.
फिर जसवंत ने बुर्के के ऊपर से ही आपा के बूब्स दबाने शुरु कर दिए.
उसने आपा को अपने जिस्म से ऐसे लपेट किया जैसे कि वह उन्हें छोड़ना ही नहीं चाहता है.
थोड़ी देर किस करने के बाद आपा ने अपना आत्मसमर्पण कर दिया. वे छूटने की कोशिश भी नहीं कर रही थी.
जसवंत जोर-जोर से उनके होंठों को चूसे जा रहा था और उनके बूब्स दबा रहा था.
फिर उसने एक झटके में आपा को सीधा खड़ा किया और उनका बुर्का उनके जिस्म से अलग कर दिया.
आपा काले रंग के सूट में उस वक्त बहुत हसीन लग रही थी. गोरे रंग की लड़की पर काले रंग का सूट बहुत ही अच्छा लगता है.
अपनी आपा को ऐसे देख कर मेरा लंड भी खड़ा होने लगा.
लेकिन मैंने अपने अरमानों को शांत रखा क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि जसवंत को यह पता चले कि मैं अपनी आपा की चुदाई कर चुका हूं.
फिर जसवंत ने नसरीन आपा को गोदी में उठा लिया और उन्हें किस करने लगा.
जसवंत के दोनों हाथ आपा के चूतड़ों पर थे और वह उनके चूतड़ों को जोर जोर से दबा रहा था.
यह देखकर मेरा लंड भी फॉर्म में आ चुका था.
फिर उसने आपा को नीचे उतारा और उन्हें घुटने के बल कर दिया और अपनी जींस खोलने लगा.
उसने अपनी जींस को अपने जिस्म से अलग कर दिया और अपनी टी-शर्ट भी उतार दी.
वह नंगा हो चुका था, उसका काला और मोटा लंड लटक रहा था.
आपा उसके लंड की तरफ नहीं देख रहे थी, वे दूसरी तरफ देख रही थी.
तो उसने आपा का चेहरा अपने लंड की तरफ किया. आपा ने देखा कि उसका लंड लटका हुआ था.
फिर उसने अपना लंड पकड़ा और आपा के चेहरे पर सहलाने लगा.
आपा बार बार अपना चेहरा इधर-उधर करके लंड को अपने चेहरे पर से हटाना चाहती थी मगर जसवंत ने आपा का चेहरा अपने दोनों हाथों से जोर से पकड़ा हुआ था और वह बार-बार लंड को आपा के चेहरे पर मार रहा था.
फिर उसने आपा से मुंह खोलने के लिए कहा तो आपा ने नहीं खोला तो उसने अपने हाथों से आपा का मुंह खोल दिया और अपना लंड आपा के मुंह में डाल दिया.
आपा को घिन आ रही थी लेकिन फिर भी वे बेमन से जसवंत का लंड चूस रही थी.
लगभग 5 मिनट लंड चुसवाने के बाद जसवंत ने आपा को खड़ा किया और उसका कुर्ता उतार दिया.
अब आपा ब्रा और काली पजामी में थी.
फिर जसवंत ने आपा की पजामी का नाड़ा पकड़ कर खींचना चाहा तो आपा ने अपना नाड़ा पकड़ लिया.
लेकिन जसवंत हंसता हुआ अपने काम में लगा रहा, उसने आपा की पजामी का नाड़ा खोल दिया और नीचे बैठकर पजामी उनके जिस्म से अलग कर दी.
अब आपा काली ब्रा और पैन्टी में बहुत ज्यादा हसीन लग रही थी.
जिसे देखकर जसवंत से भी रहा ना गया और उसने हाथ पीछे ले जाकर आपा के चूतड़ों पर थप्पड़ मारने शुरू कर दिए और आगे से वह आपा को किस किया जा रहा था.
फिर उसने हाथ पीछे ले जाकर आपा की ब्रा भी उसके जिस्म से अलग कर दी.
तब उसने आपा को झुकने के लिए बोला.
आपा झुक गई.
जसवंत आपा के पीछे जाकर पैंटी के ऊपर से ही उसके चूतड़ों में अपना मुंह देने लगा और हाथ आगे ले जाकर आपा के बूब्स दबाने लगा.
फिर उसने हाथ पैंटी की इलास्टिक के साइड में डालकर पैन्टी भी आपा की टांगों से नीचे उतार दी.
यानि अब आपा और जसवंत दोनों मादरजात नंगे थे.
आपा अपने बूब्स और अपनी चूत को छुपाना चाहती थी मगर वह छुपा नहीं पा रही थी.
फिर जसवंत आपा के आगे आ गया और उसके बूब्स को चूसने लगा.
जसवंत ने मेरी तरफ देख कर कहा- देख तेरी बहन का जिस्म कितना प्यारा है. क्या तेरा अपनी बहन को चोदने का मन नहीं करता?
मैंने उसकी बात को अनसुना करके अपना मुंह दूसरी तरफ कर लिया.
फिर जसवंत अपने काम में लग गया और आपा के बूब्स दबाने लगा और एक हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत सहला रहा था.
अब तक जसवंत का लंड पूरा तरीके से खड़ा हो गया था.
वह आपा को उठाकर अपने बिस्तर पर ले गया और फिर वह नीचे जाकर उसकी चूत चाटने लगा.
चूत चाटते हुए वह बोला- यह साली तो चुदी हुई है.
फिर उसने आपा से पूछा- क्यों बे रंडी … कितने लंड खाये हैं तूने अभी तक?
यह सुनकर आपा ने कोई जवाब नहीं दिया.
तो जसवंत अपने काम में लग गया. वह आपा के ऊपर उल्टा होकर लेट गया फिर उसने अपना लंड आपा के मुंह में डाल दिया और खुद आपा की चूत चाटने लगा.
अब वह आपा के मुंह में धक्के देने लगा क्योंकि जसवंत का लंड मेरे लंड से काफी ज्यादा मोटा था. तो लंड चूसने में आपा को बहुत परेशानी हो रही थी लेकिन फिर भी वे बेमन से लंड चूस रही थी.
थोड़ी देर लंड चूसवने के बाद जसवंत सीधा होकर आपा के ऊपर आ गया और आपा को किस करने लगा.
फिर उसने आपा की टांग अपनी कमर के इर्द गिर्द करवा दी और अपना लंड आपा की चूत पर चलाने लगा.
तभी उसने एक झटके में पूरा लंड आपा की चूत में डाल दिया जिससे की आपा की बहुत जोर से आह हह आहह की आवाज निकली.
मैंने देखा कि आपा की आंखों से आंसू आ चुके थे.
आपा दर्द के कारण बहुत जोर जोर से अपने हाथ पटक रही थी क्योंकि अभी तक सिर्फ आपा की चूत में मेरा ही लंड गया था और मेरा लंड जसवंत के लंड के आगे कुछ भी नहीं था.
जसवंत का लंड लगभग 7 इंच बड़ा 3 इंच मोटा था. इतना बड़ा लंड लेकर आपा की हालत खराब हो चुकी थी.
मगर फिर भी उसे थोड़ा सा एक्सपीरियंस था तो वह थोड़ा सा सहन भी कर रही थी.
लगभग 10 मिनट तक जसवंत ने आपा को ऐसे ही दबा कर चोदा.
फिर उसने आपा को घोड़ी बना दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड डाल दिया और चुदाई करने लगा.
चुदाई करते करते जसवंत ने अपनी एक उंगली आपा की गांड में भी डाल दी.
गांड में उंगली जाते ही आपा उचक उठी और बोली- ये मत करो, मैंने कभी गांड नहीं मरवाई है.
तो जसवंत ने एक हरामीपन वाली हंसी और बोला- साली, आज तेरी गांड का उद्घाटन भी करूंगा.
यह सुनकर मेरी और आपा दोनों की गांड फट गई क्योंकि जसवंत का लंड बहुत मोटा था और आपा ने कभी गांड मरवाई नहीं थी.
आपा ने जसवंत से कहा- मेरी गांड मत मारना, वरना मैं मर जाऊंगी. तुम्हारा लंड बहुत मोटा है.
अपने लंड की तारीफ सुनकर जसवंत के मुंह पर एक कातिलाना हंसी आई और वह आपा की चूतड़ों पर थप्पड़ मारते हुए उसकी चूत चुदाई करने लगा.
थोड़ी देर बाद आपा को भी मजा आ रहा था लेकिन वह सब दिखा नहीं रही थी.
तभी आपा ने मेरी तरफ आंख मार कर इशारा किया तो मैं समझ गया कि आपा को भी मजा आ रहा है.
जसवंत अपने हाथों से ले जाकर उसके बूब्स दबाते हुए मेरी बहन को चोदने लगा.
फिर मेरी तरफ देखते हुए बोला- देख तूने मेरी बहन चोद दी थी, मैंने भी तेरी बहन की चुदाई करके हिसाब बराबर कर लिया.
तो मैंने कहा- तेरी बहन हानिया एक रंडी है लेकिन मेरी बहन रंडी नहीं है.
उसने कहा- हाँ यह बात तो है. हानिया की चूत चुदाई करने पर मजा नहीं आता लेकिन तेरी बहन को चोदने में बहुत मजा आ रहा है.
फिर उसने आपा का चेहरा ऊपर उठाया उसको किस करते हुए बोला- तू भी हानिया की तरह रंडी बन जा … तेरे तो एक रात के बहुत रुपए मिलेंगे!
आपा को इस बात पर गुस्सा आया लेकिन वे कुछ कर नहीं सकती थी तो अपना चेहरा उसके हाथ से झटक दिया और कोई जवाब नहीं दिया.
जसवंत ने आपा के बाल पकड़कर जोर-जोर से उसकी चूत में धक्के देने शुरू कर दिए.
हर धक्के पर आपा की आवाज जोर जोर से निकल रही थी.
अब जसवंत गालियां दे देकर आपा की चूत कर रहा था- ले बहन की लोड़ी … रंडी तेरी मां चोद दूंगा. मां की लोड़ी देख कैसे अपने यार का लंड अपनी चूत में ले रही है. बहन की लोड़ी देख कैसे अपने भाई के सामने अपनी चूत चुदाई करवा रही है.
यह करते हुए वह आपा को बुरे तरीके से चोद रहा था.
मैंने सोचा कि इतनी देर में तो उसको झड़ जाना चाहिए था लेकिन वो झड़ ही नहीं रहा था.
फिर उसने मुझे अपने पास बुलाया, नीचे बिठा दिया और अपना लंड मेरे मुंह में डालकर बोला- चूस मेरा लंड!
उसने आपा को सीधा खड़ा करके उसके बूब्स चूसने शुरू कर दिए और लंड मेरे मुंह में डालकर धक्के देने लगा.
मुझे बहुत घिन आ रही थी.
फिर उसने मेरा मुंह पकड़कर आपा की चूत पर लगा दिया.
क्योंकि आपा की चूत को मैं पहले भी चाट चुका था इसलिए मुझे मजा आ रहा था.
आपा मुझे यह ना करने के लिए बोल रही थी क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि किसी और को पता चले कि मैं और आपा चूत चुदाई कर चुके हैं.
लेकिन जसवंत नहीं माना और उसने आपा की चूत पर मेरा मुंह बनाए रखा और मुझसे बोला कि मैं अपनी आपा की चूत चाटूं!
मैंने भी अपने हाथ आपा के चूतड़ों पर कर उसकी चूत चाटनी शुरू कर दी.
फिर जसवंत ने अपने होंठों को आपा के होंठों से मिला दिया और उसको किस करने लगा.
आपा की टांगें अब कांप रही थी क्योंकि दो दो मर्द मिलकर सुख दे रहे थे.
मेरी आपा का हाथ अचानक मेरे सिर पर आ गया और वे मेरे बालों को सहलाने लगी जैसे कि उन्हें बहुत मजा आ रहा था.
सच में आपा को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था मैं उसके चूतड़ पर हाथ भी चला रहा था.
फिर जसवंत ने मुझे लात मार के साइड में कर दिया.
उसने आपा की टांगों को अपने कमर के इर्द-गिर्द करके उसको हवा में उठा लिया; फिर लंड उनकी चूत में डालकर फिर से चूत चुदाई करने लगा.
जसवंत एक भारी जिस्म का मालिक था, आपा एक हल्की-फुल्की सी लड़की थी जो उसके लंड पर उछल उछल कर अपनी चूत मरवा रही थी.
आपा को ऐसे चुदाई करवाती हुई देखकर मेरा लंड भी खड़ा हो गया.
मैंने अपना लंड सहलाना शुरु कर दिया.
यह जसवंत ने देख लिया, वह बोला- साले तू भी अपनी बहन की चुदाई करना चाहता है क्या?
तो मैंने अपना हाथ लंड से हटा लिया.
लगभग 5 मिनट की चुदाई के बाद जसवंत जोर जोर से धक्के देने लगा.
फिर उसने आपा को नीचे उतार दिया और घुटनों के बल बैठने को बोला.
वो आपा के मुंह में अपना लंड देकर धक्के देने लगा.
लगभग 15 सेकंड बाद ही उसने अपना सारा पानी आपा के मुंह में ही छोड़ दिया.
आपा चाह कर भी वो पानी नीचे ना गिरा पाई.
उसने आपा का मुंह बंद कर दिया जिस वजह से आपा को सारा पानी पीना पड़ा.
पानी पीने के बाद आपा को उल्टी आने लगी तो सीधा भाग कर बाथरूम में चली गई.
जसवंत जाकर लेट गया.
फिर उसने मुझे अपने पास बुलाया और मुझसे बोला- मेरा लंड चाट कर साफ़ कर!
मैं यह सब नहीं करना चाहता था लेकिन वो लंड मेरे मुंह में डाल कर मुझसे अपना लंड साफ करवाने लगा.
मुझे बहुत घिन आ रही थी.
लंड साफ करने के बाद में भी आपा के पीछे बाथरूम में चला गया.
मेरे बाथरूम में जाते ही आपा मेरे गले लग गई.
मैंने उनको कहा- अब घर चलते हैं.
हम दोनों एक साथ बाहर आ गए और आपा अपने कपड़े पहनने लगी.
तो जसवंत बोला- साली अब अगली बार कब आएगी?
यह सुनते ही आपा ने कहा- अब नहीं आऊंगी. एक बार की बात हुई थी. अब तो वह वीडियो डिलीट कर!
इस बात पर जसवंत हंसने लगा और बोला- ले नहीं करता डिलीट … क्या करेगी?
तभी आपा ने कहा- प्लीज वह वीडियो डिलीट कर दे, हम तेरे पैसे जल्दी लौटा देंगे.
तो जसवंत ने कहा- ठीक है. अगर तुमने परसों तक मेरे पैसे लौटा दिए तो मैं वह वीडियो डिलीट कर दूंगा. लेकिन अगर परसों तक पैसे नहीं लौटाए तो तुझे फिर से आकर चूत मरवानी पड़ेगी. इस तरीके से हर दूसरे दिन तुझे मुझसे आकर चुदाई करवानी पड़ेगी, जब तक तुम लोग पैसे नहीं दे देते.
यह सुनकर हम लोग वापस घर आ गए.
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पोर्न सिस्टर Xxx स्टोरी का अगला भाग: मेरी बहन को मुझसे चुदकर चुदाई की लत लग गयी- 8