मेरी गांड में अंकल के लंड ने मजा दिया


मोटी गांड की चुदाई कहानी में पढ़ें कि मुझे लंड का चस्का लग गया था. मैं गे साइट में जाकर अपने लिए लंड खोजने लगा. एक अंकल से मेरी बात हुई.
दोस्तो नमस्कार.
मैं गोरा चिट्टा क्यूट सा लड़का हूँ.
मेरी मोटी गांड 34 इंच की है और कमर पतली सी है. मेरी गांड में मुझे बाल पसंद नहीं हैं, तो मैं अपनी गांड एकदम चिकनी रखता हूँ.
मुझे लंड का ऐसा चस्का लग गया था कि मुझसे अब रहा ही नहीं जा रहा था.
ये मोटी गांड की चुदाई कहानी गर्मियों की है.
मैं घर में बहुत बोर हो रहा था. अनजान जगह में तो किसी से भी गांड मरवा लो, कोई डर नहीं लगता लेकिन अपनी सिटी में किसी से भी सैट हो जाने में डर लगता है.
मैं अपनी गांड की खुजली खत्म करने के लिए किसी अजनबी लंड को ढूँढने लगा और एक गे साइट में जाकर मैंने फिर से एक नया अकाउंट बना लिया.
इस साईट पर मुझे बहुत से लोग मिले लेकिन सब टाइमपास टाइप वाले आदमी निकले.
फिर एक आदमी से बात जमती हुई नजर आई.
ये चैट के दौरान महाशय मुझे कई बार मैसेज कर रहे थे.
मैंने उनको रिप्लाई किया और हमारी बात होना शुरू हो गई.

उनसे बात करके पता चला कि वो एक 29 साल के मर्द थे और मुझसे बहुत ही अच्छे से बातें कर रहे थे.
उनका बात करने का तरीका मुझे बहुत पसन्द आया. तो मैंने उनकी फोटो मांगी.
उन्होंने अपनी नंगी फोटो मुझे भेज दी.
वो बहुत स्मार्ट लग रहे थे और उनकी बॉडी भी अच्छी खासी थी. साफ़ और चिकनी छाती थी.
उनका लंड उनके मर्दाना जिस्म जैसा ही था, देखने में काफी मोटा गोरा और हार्ड दिख रहा था.
फिर उन्होंने मुझसे मेरी पिक मांगी और मेरी नंगी गांड देखने की इच्छा जाहिर की.
मैंने अपनी और अपनी मोटी गांड की पिक्स उन्हें भेज दीं.
वो बोले- बहुत क्यूट हो यार … और तुम्हारी गांड तो बहुत ही मस्त है.
अब वो मुझसे मिलने को बोलने लगे.
जानकारी हुई, तो मालूम हुआ कि वो मेरे घर से पास ही में रहते थे, तो मिलना आसान था.
उसी दिन उन्होंने मुझे ऐसे ही मिलने को बुलाया लेकिन मैं इतनी जल्दी मिलने से डर रहा था.
उन्होंने कहा- वैसे ही मिल लो.
मैंने कहा- ओके.
मैं तैयार होने लगा.
मैंने एक टाइट लोवर पहना जिसमें मेरी गांड उभर कर आ रही थी और टी-शर्ट डाल कर उनका वेट करने लगा.
वो दस मिनट बाद आए और मुझे अपनी बाइक पर बिठा लिया.
हम दोनों चल पड़े.
रास्ते भर वो मुझसे प्यार से बात कर रहे थे तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हुआ.
हम दोनों शाम को निकले थे तो अब अंधेरा होने लगा था.
मैं बाइक पर उनसे चिपक कर बैठा हुआ था.
उन्होंने कहा- यार, मैं तुम्हें किस करना चाहता हूँ.
मैंने हां बोल दिया.
उन्होंने बाइक सुनसान रास्ते की तरफ मोड़ दी.
रात को वहां को कोई नहीं आता था.
हम दोनों बाइक से उतर कर उधर बनी चट्टान पर बैठ गए.
वो मुझे बहुत ही प्यार से हग कर रहे थे और साथ में मेरी गांड मसल रहे थे.
हम दोनों किस करने लगे.
वो बहुत ही ज्यादा एक्सपर्ट लग रहे थे.
उनका लंड मुझे उनकी जींस में से अपने पेट पर फील हुआ.
वो मुझसे हाईट में लंबे थे.
मैंने जींस के ऊपर से ही उनका लंड पकड़ लिया.
उन्होंने जल्दी से अपनी चैन खोली और अपना गोरा मोटा लंड बाहर निकाल लिया.
उनका लंड 6 इंच का रहा होगा और मोटा बहुत था.
मैं नीचे बैठ गया और उनका लंड सीधे अपने मुँह में ले लिया.
वैसे ही मैं बहुत हॉर्नी था, तो मैंने जल्दी से लंड को गले गले तक लेकर चूसना शुरू कर दिया.
वो भी मजे से लंड चुसवाने लगे.
थोड़ी देर लंड चूसने के बाद उन्होंने मुझे खड़ा किया और मेरा लोवर नीचे करने लगे लेकिन मैंने उन्हें मना कर दिया कि अभी नहीं!
कारण ये था कि इधर खुला था. ऐसे खुले में कोई भी आ सकता था.
यदि कोई आ जाता, तो ना ही मुझे मज़ा आता और न ही उन्हें!
वो समझ गए और मुझे नीचे बिठा कर अपने लंड मेरे मुँह में देकर चुसवाने लगे.
मैंने मज़े से चूस कर कुछ दस मिनट में ही उनके लंड का पानी निकल दिया.
उन्होंने सारा माल मेरे मुँह में ही डाल दिया और मैं भी मजे से पी गया.
हम दोनों अब उठ गए और कपड़े ठीक करके वापस घर आ गए.
उन्होंने मुझे घर छोड़ा और बाद में मिलने का वायदा लेकर चले गए.
फिर कई दिन बीत गए, हम बस कॉल या मैसेज में ही बात करते थे.
उनकी एक शॉप थी तो वो उसमें बिज़ी रहते थे.
एक दिन उनका कॉल आया कि उनके घर में कुछ दिन तक कोई नहीं रहेगा तो हम दोनों मिल कर प्यार कर सकते हैं.
मैं भी बहुत ज्यादा चुदासा था, तो मैंने हां बोल दिया.
हम दोनों शाम को उनके घर में मिलने वाले थे.
मैं जल्दी से सारी तैयारी करने लगा. घर में अपने दोस्त के घर जाने का बहाना बना कर शाम को निकल गया.
उन्होंने मुझे रास्ते से पिक किया और हम दोनों उनके घर में चले गए.
उनका घर बहुत ही अच्छा था. सब मस्त था. हम लोग कुछ देर बैठे रहे बातें करते रहे, कुछ नाश्ता किया. फिर वो ड्रिंक करने लगे और मुझे भी पिलाने लगे.
इससे पहले मैंने कभी नहीं पी थी मगर उनकी ज़िद के आगे में झुक गया और मैंने थोड़ी सी पी ली.
अब मुझे सेक्स और दारू का नशा एक साथ में चढ़ने लगा.
वो सोफे पर पसर कर बैठे थे.
उन्होंने मुझे अपने पास खींचा और किस करना शुरू कर दिया.
दो दो पैग के बाद उन्होंने एक सिगरेट सुलगाई तो मैंने भी एक सिगरेट जला ली.
वो मुझसे बात करने लगे कि अब तक मैंने कितने लंड लिए हैं.
मैंने उन्हें बताया कि अब तक मैं चार लंड अपनी गांड में लिए हैं और आज आप पांचवें मर्द होंगे, जो मेरी गांड मारेंगे.
वो बोले- कितने दिन से गांड नहीं मरवाई है?
मैंने कहा- इस बार काफी लम्बा समय हो गया है और मैं बहुत ज्यादा प्यासा हूँ.
वो हंस कर बोले- हां यार, इस बार मुझे भी काफी समय से कोई गांड मारने नहीं मिली.
मैंने पूछा- अब तक आपने क्या सिर्फ लड़कों की गांड मारी है या औरतों की गांड भी मारी है?
वो बोले- मैंने अब तक छह लुगाइयों की और चार लड़कों की गांड मारी है. जिसमें से एक लौंडा कोरा था.
मैं समझ गया कि श्रीमान जी को गांड मारने का खासा अनुभव है.
उनकी इस बात को जानकर मैं दिल ही दिल में खुश हो गया.
अब तक वो मेरे लंड को सहलाने लगे थे.
मैं भी उनका साथ देने लगा.
कुछ ही देर में हम दोनों ही बहुत ज्यादा गर्म हो गए थे.
हम दोनों ने जल्दी से अपने अपने कपड़े खोल दिए.
मैं अब अंडरवियर में था और मेरी मोटी गांड अंडरवियर में बहुत सेक्सी लग रही थी.
उन्होंने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया और किस करने लगे.
वो बहुत ज्यादा कामुक हो गए थे, मेरे होंठों पर अपने होंठों को लगा कर चूम रहे थे और साथ में काट भी रहे थे.
कभी कभी वो मेरे निप्पल चूसते और काटते जा रहे थे.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मैं उठा और मैंने उनका अंडरवियर उतार दिया.
उनका लंड उछल कर मेरे मुँह के सामने आ गया.
मैंने उसे हाथ में ले लिया और उनकी आंखों में देख कर कामुक इशारा कर दिया.
उन्होंने स्माइल पास की और मेरा सिर अपने लंड की ओर खींच लिया.
मैं मजे से उनका लंड मुँह में लेकर चूसने लगा.
उनका लंड मोटा था तो मेरे मुँह में आसानी से नहीं आ रहा था लेकिन मैं पूरी कोशिश कर रहा था कि पूरा लौड़ा अपने मुँह में ले लूं.
वो सोफे में मजे से पसरे बैठे थे और मुझे लंड चूसता देख रहे थे.
मैं उनकी आंखों में देख देख कर लंड चूस रहा था.
कमरे का माहौल बहुत रोमांटिक हो गया था.
कुछ देर बाद मैं उनका लंड छोड़ उनके टट्टों को चाटने लगा.
वो इतनी मस्ती में आ गए कि आंखें बंद करके मजे लेने लगे.
फिर जब उनसे ना रहा गया तो उन्होंने मुझे गोद में उठाया और अपने रूम में ले गए.
उन्होंने मुझे बेड पर लुढ़का कर उल्टा कर दिया और मेरी अंडरवियर खींच दी.
वो मेरी गोल मस्त चिकनी मोटी गांड देख कर चाटने लगे.
मैं बस चादर पकड़े मजे लेने लगा.
कुछ देर तक मेरी गांड चाटने के बाद उन्होंने मुझे पलटा दिया और मुझे किस करने लगे.
फिर उन्होंने मेरी दोनों टांगें उठा लीं और अपने कंधे पर रख लीं.
अपने लंड में बहुत सारा तेल लगा कर मेरी गांड के छेद में लंड का सुपारा सैट कर दिया.
मैंने मीठी सीत्कार भरी तो उन्होंने मुझे देखा और लंड गांड के अन्दर डालने लगे.
मैं बस चादर पकड़े उन्हें देखता रहा और वो धीरे धीरे अपना लंड मेरी गांड में अन्दर डालते रहे.
वो थोड़ा डालते, फिर रुक जाते और मेरे निप्पल मींजते … और फिर डालने लगते.
कब उनका पूरा लंड अन्दर चला गया … मुझे पता ही नहीं चला.
हां शुरू में बस थोड़ा सा दर्द हुआ मगर वो दर्द उनके प्यार के आगे कुछ भी नहीं था.
पूरा लंड अपनी गांड में लेते ही मैं तो मानो पागल सा हो गया था.
वो हल्के हल्के धक्के देकर मुझे चोदने लगे.
मैं ‘आआह … आआह …’ करके बस उनका लंड लेता गया.
अब उनके हाथ मेरे पैरों पर थे और वो मेरे पैरों को चौड़ा कर अपना मोटा लंड मेरी गांड में पेलते जा रहे थे.
पूरे रूम में हमारी चुदाई की आवाजें गूँज रही थीं.
ऐसे ही 15 मिनट चोदने के बाद वो नीचे लेट गए और अब उनके लौड़े को मजा देने की मेरी बारी आ गई थी.
मैंने पहले उनका लंड अपने मुँह में लिया और चूसने लगा.
फिर उन लौड़े के ऊपर आकर मैंने अपने हाथ से उनके लंड को अपनी गांड में सैट कर लिया.
उनका लंड आराम से अन्दर घुसता चला गया.
वो लेटे रहे और मैं उनकी छाती पर हाथ रख कर बस अपनी गांड उनके लंड के ऊपर नीचे करता रहा.
मुझे बेहद मजा आ रहा था तो मैं बस मादक आवाजें भरते हुए उनके लंड से अपनी गांड को चुदवा रहा था.
कुछ मिनट चोदने के बाद उन्होंने मुझे डॉगी पोज़िशन में कर दिया.
मैंने अपनी खुली हुई गांड उठा दी और उनका लंड अन्दर ले लिया.
लंड अन्दर लेते ही मैं खुद आगे पीछे होकर चुदने लगा.
मुझे ऐसा आनन्द मिल रहा कि बता नहीं सकता.
ऐसे ही कुछ मिनट गांड मारने के बाद उनके धक्के अप्रत्याशित रूप से तेज हो गए.
मैं समझ गया कि अब गर्म मलाई मेरी गांड को मजा देने वाली है.
उनका हर एक धक्का मैं अपनी गांड में फील कर रहा था.
वो मुझे बहुत तेज तेज चोदने लगे और कुछ ही पलों बाद उन्होंने अपने लंड का सारा पानी मेरी गांड में छोड़ना शुरू कर दिया.
वो लंड खाली करके मेरे ऊपर ही लेट गए.
उन्होंने अभी भी अपना लंड मेरी गांड में ही रखा था और मेरे ही ऊपर चढ़े रहे.
फिर कुछ देर बाद हम दोनों उठे और वो मुझे किस करने लगे.
हम दोनों वॉशरूम में गए और एक साथ फ्रेश हुए.
फ्रेश होकर हम दोनों बेडरूम में वापस आ गए.
हम दोनों बिना कपड़ों के ही एक दूसरे से चिपककर लेट गए और सो गए.
उस रात उनका जब भी लंड खड़ा होता, वो मुझे चोद देते.
हम दोनों ने रात भर चुदाई की और थक कर सो गए.
सुबह देर से उठे.
फिर वो मुझे घर छोड़ आए.
हम दोनों अब भी मिलते रहते हैं और चुदाई का मज़ा लेते हैं.
ये थी मेरी मोटी गांड की चुदाई कहानी, आपको कैसी लगी, मेल से ज़रूर बताएं.
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