अब तक आपने मेरी और मेरी मम्मी की एक साथ चुदाई की कहानी
मेरी और मम्मी की चुदाई की क्सक्सक्स मूवी-1
में पढ़ा था कि मेरी मम्मी उस नीग्रो का लंड चूस रही थीं और उनकी ब्लू फिल्म बन रही थी.
अब आगे..
मेरी मम्मी की लिपस्टिक नीग्रो के लंड पर साफ़ दिखाई दे रही थी. वह बीच बीच में कैमरे की तरफ देखकर मुस्कुरा भी रही थीं. अपने मुँह से “आहह आआहह हाहहाह सो बिग कोक..” जैसी कामुक सिसकारियां निकाल रही थीं.
“कैसी है.. तुम्हारी मम्मी? देखा बेबी? अब तू ही बता कि तेरी मम्मी को कौन नहीं चोदना चाहेगा?” अंकल ने मेरी जांघ को सहलाते हुए कहा.
“वाओ… मम्मी तो पूरी प्रोफेशनल पोर्न स्टार बनी हुई हैं. इतना लम्बा लंड कितनी आसानी से गले तक उतार रही हैं.”
मैंने अंकल के हाथ पर अपना हाथ रखते हुए जवाब दिया. इधर स्टीव मेरे टॉप के ऊपर से ही छोटी छोटी अम्बिया नुमा चुचियों से मसलते हुए खेल रहा था. काफ़ी देर तक ऐसा ही चलता रहा.
“ब्रयान, अब लंड पकड़ कर आगे मम्मी को बेड पर गिरा कर बढ़ो.” डायरेक्टर के इशारा करते हुए कहने पर, फिर ब्रायन ने राधिका को रोका और मम्मी को बेड पर गिराकर उनकी साड़ी खोलने लगा.
मम्मी ने साड़ी नीचे सरकाते हुए उसको सहयोग किया. सभी लोग खुश थे कि मेरी मम्मी शरमाई नहीं, बल्कि उसकी मदद करने लगीं.
मम्मी के जिस्म से साड़ी अलग हो चुकी थी.
“तेरी मम्मी बहुत तेज़ी से सीख रही हैं बेबी. अच्छा है लगा रह.. नीग्रो द्वारा शर्मीली भारतीय शादीशुदा औरत की चुदाई लोगों को पसंद आती है. कई भारतीय पुरुष अपनी पत्नी को शादी के बाद जब हनीमून पर ले जाते हैं तो उनकी फैंटसी रहती है कि वह अपनी पत्नी को किसी गठीले बदन के नीग्रो के साथ बिस्तर पर शेयर करें. बहुत से पुरुष विदेशों में अपनी नई नवेली पत्नी को इस तरह से चुदवाते हैं. फिल्म बना कर बार बार देखते हैं..”
अंकल की बात से मैं रोमांचित हो उठी, मेरे जिस्म में स्टीव के सहलाये जाने के कारण सिरहन सी हो रही थी. ब्रायन जो अब मम्मी की पोज़िशन बदल कर उसे चोद रहा था. राधिका की “प्रोग्रेस” देख कर बोल पड़ा- कुतिया बन जा मेरी रानी. तुझे बेड पर कुतिया बना कर चोदने में जो मजा है, वह कहीं नहीं!
“उफ़ कुतिया क्यों ब्रायन? चुदवा तो रही हूँ चुपचाप.”
“नाटक मत कर रंडी… लोग देसी भारतीय औरत को नीग्रो के साथ हर तरह से चुदता हुआ देखना चाहते हैं. तेरी गांड भी मारूंगा.”
ब्रायन ने अब मम्मी को बेड पर कुतिया बना दिया और उनकी टांगों को फैला कर चूत को खोल दिया. इसके बाद वो अपना मुँह मम्मी की चूत के पास ले जाकर चाटने लगा. अब मेरी मम्मी राधिका की “हाय हाय..” शुरू हुई वो उत्तेजना को बर्दाश्त करने के लिए खुद ही अपनी चूचियाँ दबाने लगीं, मम्मी की आँखें बंद थीं, अब वासना उन पर हावी हो चुकी थी, अचानक मम्मी के मुँह से घुटी घुटी सी चीख निकली- आअहहुउऊउ आआओ.. उउच्च्च्च..
ब्रायन ने बिना कोई इशारा दिए अपना लंड पीछे से मम्मी की चूत में पेल दिया था.
अब ब्रायन ने कहा- तू मेरे ऊपर से आ जा!
मम्मी ब्रायन के ऊपर आकर हाथ में लंड पकड़ कर अपनी चूत में घुसाने लगीं और एक झटके में नीचे लंड पर बैठ कर एकदम से चिल्लाने लगीं. शायद मम्मी इस तरह से रंडी की तरह कई दिनों के बाद चुदवा रही थीं. ऊपर से ब्रायन का काला नीग्रो लंड इतना मोटा और बड़ा था कि चूत की खाज पूरी तरह मिटना तय था.
कुछ देर मम्मी की सूरत ऐसे ही रोने जैसी रही जैसे वो अभी रो देंगी. उनके चेहरे पर ब्रायन के लंड जड़ तक घुस जाने के कारण दर्द साफ झलक रहा था.
“आहह्ह्ह.. आहह्ह.. हे भगवान… बहुत दर्द हो रहा है… उफ़.. आईई…”
थोड़ी देर के बाद धीरे धीरे मम्मी ऊपर नीचे होने लगीं. अब तो मम्मी सातवें आसमान पर थीं, खूब जोर जोर से ऊपर से झटके मार रही थीं.
“तेरी मम्मी किसी गश्ती रंडी से कम नहीं हैं मेघा.. देख मादरचोद रंडी को.” अंकल ने मेरे टॉप के ऊपर से ही मेरी चूचियां मसलते हुए कहा.
मेरे मुख से गाली निकल आई- हाँ साली कुतिया रंडी मम्मी.. पता नहीं पापा के अलावा कितनों के लंडों के मजा लेती है. पहली बार में ही इस हब्शी का पूरा लंड सटक गई.”
वो दोनों तो चुदाई में मस्त थे, खूब जमकर चुदाई चल रही थी. दोनों कैमरामैन उनकी मूवी बनाने में लगे हुए थे.
अब ब्रायन ने मम्मी को बेड से नीचे उतारा और एक सोफे के सहारे खड़ा करके एक टांग उठा कर चोदने लगा.
मम्मी आह.. ओह.. अई.. उम्म्ह.. की आवाजें निकाल कर कहने लगीं- हाँ ब्रायन चोद ऐसे ही, आज तक मुझे इस पोजीशन में किसी ने नहीं चोदा.
ब्रायन मम्मी को एक टांग खड़ी करके चोदे जा रहा था, लंड से झटके पर झटके लगाये जा रहा था.
मुझसे नहीं रहा जा रहा था मगर क्या करती. मेरी चुदाई बाकी थी, लेकिन इन लोगों ने मुझे बुरी तरह गर्म कर दिया था.
“सोफे पर झुककर कुतिया बन जा मेरी रंडी.” अब ब्रायन ने मम्मी को कुतिया बनने को कहा, मम्मी कुतिया बन गई. अब ब्रायन उस कुतिया को कुत्ता बन कर चोद रहा था. पता नहीं कितनी बार मम्मी ऐसे चुदी होंगी.. मम्मी ने पहले भी किसी मर्द से ऐसे ही होटल के रूम में चुदवाया होगा.
मम्मी ने होटल में काम करते करते अपनी साड़ी ऊपर की होगी और किसी टूरिस्ट का मन ललचाया होगा.. मम्मी ने ऊपर ऊपर से अपनी चूचियाँ दिखाई होंगी और होटल की नाईट शिफ्ट में ना जाने इस काउंटर के पीछे किसी ग्राहक ने मम्मी की चूत में कितने झटके मारे होंगे.
आज भी ब्रायन जोर जोर से झटके पे झटके मारे जा रहा था. मम्मी जोर जोर से चिल्ला रही थीं- आहह उईई माँ.. अआह.. ओहह उम्म्हाह..
पूरा कमरा मेरी मम्मी की चुदाई की सेक्सी सेक्सी आवाजों से गूंजने लगा. मेरी मम्मी की नीग्रो ब्रायन के साथ ब्लू फिल्म बन रही थी.
मेरा भी इतना मन कर रहा था कि बस अभी जाऊं और ब्रायन को बोलूँ- इस रंडी को बाद में चोदना.. पहले मुझे आज रंडी बना दे.
उधर उन दोनों का चुदाई का नजारा देख कर मुझे बहुत मजा आ रहा था.
लगभग आधा घंटा तक वह नीग्रो ब्रायन मम्मी को जमकर चोदता रहा. दोनों कैमरामैन मम्मी की उस नीग्रो के साथ चुदाई की ब्लू फिल्म बनाते रहे. फिर उसने मम्मी के चेहरे पर अपने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी. कुछ वीर्य मम्मी के मुँह में गया, कुछ उनकी आँखों में. मम्मी ने ब्रायन के लंड को चाट चाट कर साफ़ किया, फिर दोनों वैसी ही हालत में हमारे पास आकर सोफे पर बैठ गए.
सभी को ड्राईवर गंगाराम ने ड्रिंक बनाकर दिया.
“क्या हुआ मेघा?” मम्मी ने अपना ड्रिंक खत्म करते हुए कहा.
“कुछ भी नहीं.” मैंने शर्माते हुए जवाब दिया. मेरी मम्मी इस वक्त आदमजात पूरी नंगी थीं. उन्होंने मुझे अपनी गोद में बिठा कर एक ज़ोरदार किस किया.
“इस रंडी की बेटी की भी अभी ही शूटिंग कर लेते हैं?” स्टीव ने मेरे हाथ को चूमते हुए कहा.
मैं मम्मी की गोद से निकल कर उसके पास आ गई. स्टीव मुझे चोदने के लिए उतावला हो रहा था. मैं भी किसी गोरे मर्द से अब तक नहीं चुदी थी. मेरी मासूम सी चूत में उसका गोरा लौड़ा लेने को फड़क रही थी.
“ब्रायन अब तुम इस मासूम सी रंडी को जम कर चोदो.” अंकल ने सबको इशारा किया.
कैमरामैन ने अपने कैमरे सम्हाल लिए थे. ब्रायन मुझे चोदेगा, यह सुनकर मेरी रूह कांप गई. वह मुझे किसी रबर की गुड़िया की तरह गोद में उठाकर बेड पर आ गया. वह स्कर्ट से झांकती मेरी जांघें मसल रहा था. मैं तो स्टीव के गोरे लंड लेने की कल्पना कर रही थी. उस नीग्रो के सामने मैं कोई छोटी सी गुड़िया जैसी थी. उसने बेड पर लिटाकर मेरी टांगें खोल दीं और मेरी चड्डी को साइड करके मेरी मासूम सी चूत को अपने मोटे मोटे होंठों से चाटने लगा.
“मम्मी.. आप आओ न.. मुझे अकेले डर लग रहा है!” मैंने ब्रायन से अलग होते हुए कहा.
“सर वह अभी छोटी है, मेरे बिना नहीं रह पाएगी.” मम्मी ने उठते हुए कहा.
“ठीक है तुम उसके साथ जा सकती हो लेकिन कम से कम यह दो पैग खत्म करो.”
मम्मी ने पहले ही बहुत पी हुई थी. दो पैग और लेने के बाद अब वह बुरी तरह से नशे में थीं. उनसे चला तक नहीं जा रहा था.
“इन दोनों माँ बेटियों की जमकर चुदाई कर स्टीव और ब्रायन. देसी भारतीय किशोरी की नीग्रो के साथ चुदाई की फिल्म तहलका मचा देगी.”
स्टीव मम्मी को लेकर हमारे साथ आ गया.
“ले मेघा तू भी पी ले.” अंकल ने ज़बरदस्ती बोतल मेरे मुँह को लगा दी. मैं “नहीं नहीं..” करती रही लेकिन अंकल ने आधी बोतल खाली करवा दी. बाकी बची हुई ब्रायन पी गया. मैं बुरी तरह से नशे में थी. मुझे आँखें खोलना मुश्किल लग रहा था- सर अगर तुम हम दोनों को गालियाँ देते हुए चोदो तो हमें बहुत मजा आएगा.
इतना कहते ही उसे जोश आ गया, मुझ मासूम की चुदाई का जुनून सर चढ़ कर बोल रहा था. उसने कहा- साली मासूम रंडी, तूने मुझे पहले क्यों नहीं बताया कि तुझे और तेरी माँ को लंड चूत की गालियाँ पसंद हैं, मैं तेरी रंडी मम्मी की कायदे से चुदाई करता माँ बहन की गालिया दे दे कर! खैर अब मुझे ये बता कि तुझे हर तरह की गालियां चाहिए या कुछ अलग सी?
इस बात पर मम्मी बोलीं- मुझे तो आपसे से रंडी बन कर चुदना अच्छा लगता है और हाँ, गालियाँ हम माँ बेटी को हर तरह की देना ताकि मेरी चूत चुदते वक्त पानी की फुहारें छोड़ दे.
“साली रांड, कुतिया बना कर चोदूँगा तुझे!”
“अरे, वो तो देख लेंगे, पहले इस बच्ची को तो तो कुतिया बनाओ और अपना लंड इसके मुँह में दो..” मम्मी ने मुझे अपनी गोद में लिटाकर कहा.
मैंने तो मम्मी से मदद मांगी थी लेकिन यहाँ तो सब उलटा हो गया था. हम दोनों माँ बेटी की घमासान चुदाई होने वाली थी. खैर अब मैं भी खुद को मानसिक रूप से तैयार कर चुकी थी.
“साली चुदक्कड़.. तेरी गांड तक फट जाएगी मेरे लौड़े से.. और मादरचोदी, तेरे चूतड़ तो बहुत सेक्सी हैं.”
वे दोनों हम दोनों को गालियां दे रहे थे.
“वो तो तुम्हारा लंडवा भी सेक्सी है परन्तु पहले इस साली बहन की लौड़ी मेरी मासूम बेटी को पूरी नंगी तो कर लो स्टीव..”
मम्मी के कहने पर स्टीव ने मेरी चड्डी खींच दी.
“अरे सर, हम दोनों माँ बेटी आज आपकी रंडियां हैं, हमें ऐसे चोदो कि हमारी माँ बहन चुद जाए.”
“साली बहनचोद रंडियों, तुम्हारी बहन तो क्या.. मेरे लंड से तेरी माँ, भाभी चाची सब चुद जाएगी.. अभी करता हूँ तुम्हें नंगी सालियों..”
“हाँ ब्रायन, ये लो उतारो मेरी ब्रा.. मैं चुदने के लिए आपके सामने हाजिर हूँ.. ये मासूम देसी बच्ची नीग्रो से चुदने को तैयार है.”
“अभी तो डर रही थी साली कुतिया पहले मुझे चुदना है, लेकर मैं लेकर आई हूँ तुझे यहाँ.. और चुदेगी तू पहले.. हट पहले मुझे लंड मुँह में लेने दे?”
मम्मी ने तुरंत ब्रायन का लम्बा मोटा लंड अपने मुँह में ले लिया.
“कोई बात नहीं, मैं दोनों को एक साथ चोदूँगा मेरी रांड पोर्न स्टार.”
“सर मुझे गालियाँ तो दो और इस साली कुतिया राधिका की माँ चोद दो.. यह छिनाल मेरी माँ है कि कलयुग की माँ साली मेरी ब्लू फिल्म बनवा रही है.”
मेरी बात पर सब लोग हंस दिए. मैं अपनी मम्मी को गालियाँ दे रही थीं.
“साली, माँ की लौड़ी.. अपनी माँ को गालियाँ दे रही है.. रुक तेरी गांड भी मरवाती हूँ.” मेरी माँ बोली.
अब तक हम चारों नंगे हो गए थे, तभी मैंने अपने चुच्चों को रगड़ना शुरू कर दिया, इसे देख कर मम्मी बोलीं- कमीनी, साली कुतिया.. अब मर्द के सामने भी तू अपने मम्मों को खुद ही रगड़ेगी?
“साली बहनचोदी, ला मैं चूसता हूँ तेरे मम्मों को..” यह कह कर स्टीव ने अपना मुँह मेरे छोटे छोटे मम्मों पर लगा दिया. वह मेरे मम्मे चूसने मसलने लगा.
तभी ब्रायन ने भी मेरा एक स्तन अपने मुँह में ले लिया और दूसरा उरोज स्टीव के मुँह में था.
“सर कैसे लगे मेरी बेटी के मम्मे? मेरी मासूम बेटी को आज सब लोग जमकर चोदो.”
“साली, तेरी बेटी तो बहुत सेक्सी है, इसे तो दो दो लंडों से चोदना चाहिये.. रांड तू भी चुद इसके साथ, तेरी बेटी की गांड मारूँ सालियों.. तुम्हारी तो आज चूतों के साथ साथ गांडें भी बजेंगी.”
“मैं भी इसकी चूसती हूँ. बहुत चूत चुदवाई है साली ने कॉलेज के लड़कों से.. सिटी कॉलेज की क्यूट रंडी है यह और इसकी सहेली.” कहते हुए मम्मी ने अपना मुँह मेरी मासूम सी नाज़ुक चूत पर लगा दिया.
मेरे अन्दर सिरहन सी दौड़ गई. मम्मी की जीभ मेरी चूत में थी. मैं दुबली पत्नी नन्हीं सी जान बेड पर थी और वे तीनों मुझे चूस रहे थे. कैमरामैन हर तरफ से हम माँ बेटी की घूम घूम कर ब्लू फिल्म बना रहे थे.
तभी मम्मी ने मेरी चूत को छोड़कर स्टीव का लिंग अपने मुँह में ले लिया और मम्मी के मम्मे मेरे हाथों में आ गए. मम्मी उसका लंड चूसे जा रही थीं, तभी उठकर मम्मी के मम्मों को मैंने चूसना चालू कर दिया और अब हम चारों मस्त होते जा रहे थे.
“आह.. सी.. आ.. ह.. ब्रायन मेरे मम्मों को चूस लो, निकाल दो मेरा जूस, मेरा दूध!”
“ला साली भोसड़ी की रांड, ला तेरी बेटी को चोदूँ, साली कुतिया यह देख तेरी मासूम बेटी कैसे मेरा लंड चूस रही है.” ब्रायन का मोटा लंबा लंड मेरे मुँह में गहराई तक जा रहा था. मैं खों खों करके खांसने लगी. मेरी आँखों से आंसू बहने लगे, लेकिन वह मेरे सर के बाल पकड़कर अपना लंड मेरे कंठ तक उतार रहा था.
“हाँ ब्रायन, बहुत मस्त है मेरी बेटी आप इसकी चूत भी बजाओगे, मुझे अपनी बेटी की चुदाई देख कर बहुत मजा आएगा. साली मादरचोद को रांड बना कर चोदना.. यह कॉलेज में नए नए लड़कों से झुक झुक कर बहुत चुदवाती है.”
“आह्ह्ह्ह.. बहुत मोटा है.. उफ़…” स्टीव ने मेरी छोटी सी चूत में अपना लंड घुसा दिया था.
“हाँ साली मादरचोद तुझे अपनी गुलाम रखैल बनाऊंगा. तुम दोनों माँ बेटी को टॉप की पोर्न स्टार बनाऊंगा.”
“हाँ साल कुत्ते चोद मुझे… चोद… और चोद… मुझ मस्त कर मुझे जितनी गालियाँ दे सको, दो और मेरी फ़ुद्दी को चोद चोद कर चिथड़े उड़ा दो इसके.. और गाण्ड फाड़ दो स्टीव, मेरी माँ चोद दो.” मैं पूरे जोश में थी.
“आहह्ह्ह… अंकल आप भी आओ… प्लीज अंकल आप भी मुझे चोदो.. आह्ह.. आह्ह… आपकी प्यारी बेबी हूँ न मैं.. चोदो मुझे…आह्ह्ह.. आपकी प्यार बच्ची हूँ न मैं..” स्टीव का लंड तेज़ी से मेरी चूत में अन्दर बाहर हो रहा था. मैं उसकी गोद में बैठी लंड पर उछल रही थी.
“साली राधिका मादरचोद.. तू मेरे सामने मेरे ही यार से चुदना चाहती है. वह अंकल मेरे यार हैं.. मैं उनकी बच्ची हूँ.. आहह्ह.. आह्ह्ह.. बोल..”
अब तो मेरी कामोत्तेजना शिखर पर थी और मैं मम्मी को उनके नाम से गालियां दे रही थी.
“मैं चुदूँगी पहले साली, तू खा लंड और मैं चुसवाती हूँ अपनी चूत स्टीव से.. आह.. स्टीव चूसो मेरी चूत.. कुतिया की तरह हम माँ बेटी को बना दो आज रण्डियां.. दोनों माँ बेटी को एक साथ चोदो आज..”
अगले ही पल ब्रायन ने अपना लंड मेरी छोटी सी चूत में पेवस्त कर दिया. मैं दर्द से बिलबिला उठी- आह्ह्ह… मम्मी बचा मुझे.. बहुत मोटा है इस नीग्रो हब्शी का… अपनी मासूम बच्ची को बचा ले राधिका.. मैं मरी..
ब्रायन के सामने मैं बहुत छोटी थी. वह मुझे किसी गुड़िया की तरह दोनों जांघें पकड़ कर चोद रहा था.
“बस बस मेरी लाडली… थोड़ा सा और ले ले..”
मैं मम्मी की गोदी में लेटी थी. वह मुझे पकड़े हुए थीं और मेरे गाल सहला रही थीं.
मैं फ्लो में आ गई थी, ब्रायन अपने मोटे नीग्रो लंड से मेरी चुदाई कर रहा था. स्टीव ने मम्मी को अपनी तरफ खींचा. अगले ही पल वह टांगें खोल कर बेड पर पसर गईं. मम्मी की गुलाबी बिना झांटों की चिकनी चूत खुली थी. स्टीव मेरी मम्मी की चूत के ऊपर टूट पड़ा और उसे चाटने लगा. अब तो मम्मी एकदम गरम हो गई थीं और स्टीव का चेहरा अपनी चूत में घुसा रही थीं. साथ ही मेरी मम्मी “आह्ह्ह्ह आम्म्म्म म अहमम्म्म..” की मस्ती भरी आवाज़ निकाल रही थीं.
स्टीव मम्मी के ऊपर चढ़ गया. वो मम्मी के मम्मों को मसल रहा था और चूत को चाट रहा था. मम्मी तो जैसे अब सातवें आसमान पर पहुंच गई थीं और फिर अचानक से उनकी “अहम.. उम्म्म.. उमहहां.. एमेम आहह्ह्ह..” की आवाज़ और तेज़ हो गई.
फिर मम्मी झड़ गईं, वो बिल्कुल चित्त होकर पड़ी रहीं और उन्हें देखकर लग रहा था कि जैसे उन्हें जन्नत नसीब हो गई है. स्टीव ने अब अपने तनकर खड़े औज़ार को माँ की चूत से सटाया और मम्मी के दोनों पैरों को फैला दिया और एक प्यारा सा झटका दे दिया, जिसकी वजह से उसके लंड का टोपा मम्मी की प्यासी चूत में घुस गया और मम्मी ने “आहह्ह्ह आईईईई..” करके एक गरम आह भरी और अपनी दोनों आखें बंद कर लीं.
तभी स्टीव ने एक और लेकिन थोड़ा दमदार झटका दे दिया.
“आह्ह्ह… स्टीव उफ़.. बहुत मोटा है तुम्हारा.. आहह्ह.” अब उसका लंड मम्मी की चूत को चीरता हुआ पूरा अन्दर चला गया और उस दर्द से मम्मी एकदम चीख पड़ीं.
इधर ब्रायन ने झड़ने से पहले अपना लंड मेरी चूत से निकाल कर मेरे मुँह में दे दिया. वह मेरे मुँह में झड़ गया, मैं गटगट करती उसका सारा स्पर्म पी गई.
पूरी रात हम दोनों माँ बेटी की कभी गैंग बैंग तो कभी सोलो… खूब चुदाई हुई. फिर हम सब वैसे ही वहां थक कर सो गए.
तकरीबन सुबह 5 बजे मेरी आँख खुली तो मेरा सर दर्द से फटे जा रहा था, शराब का नशा अभी भी मुझ पर था.
मैंने देखा मम्मी नशे में धुत्त वहीं बेड पर औंधी पड़ी हुई थीं. दोनों कैमरामैन उनको बेसुध अवस्था में ही चोद रहे थे. वह बेहद नशे में बेसुध थीं. मैं मूतने के लिए जा रही थीं. जैसे तैसे मैं वाशरूम में गई और खड़े खड़े ही मूतने लगी. फिर वहीं कमोड पर झुकती हुई वहीं सो गई.
अगले ही पल मुझे अपने जिस्म पर दवाब सा महसूस हुआ. मैंने देखा यह ड्राईवर गंगाराम था. वह मुझे वहां कमोड पर झुकाकर चोदने की कोशिश कर रहा था. उसने अपनी उंगलियों से मेरी चूत को खोलते हुए अपना लंड डालना शुरू कर दिया. फिर मेरी छोटी सी कमर को पकड़ कर वह वैसे ही कमोड पर मुझे झुकाए मेरी चूत चोद रहा था. मैं नशे और नींद की खुमारी में थी. वह मुझे वहां से उठाकर सोफे पर ले आया. फिर उसने मेरे गालों को थपथपाते हुए अपना लंड मेरे मुँह में देना शुरू कर दिया था. मैं बेसुध सी थी. अगले ही पल मेरा मुँह उसके वीर्य से भर गया. उसका वीर्य मेरे गालों पर बह रहा था.
सुबह मम्मी ने मुझे उठाया. मैंने देखा मैं पूरी नंगी गंगाराम से चिपटी हुई थी. मम्मी ने मुझे कपड़े दिए, साथ ही साथ गंगाराम की गांड पर लात भी मारी. शायाद रात को वह मुझे चोदने के बाद अपने साथ लेकर सो गया था. हम दोनों घर आ गए.
एक ही रात में हम माँ बेटी ने लाखों रुपया कमा लिया था.. हम दोनों बहुत खुश थे.
मेरी जवानी की चुदाई की इस देसी कहानी के लिए आपके मस्त कमेंट्स का मुझे इन्तजार रहेगा.
मेघा मुक्ता
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