Xxx सिस्टर चुदाई कहानी में मैंने अपनी भाई को अपना नंगा बदन, अपनी गर्म गीली चूत दिखाकर उसे गर्म किया और उससे अपनी चूत चुदाई का खूब मजा लिया.
यह कहानी सुनें.
Xxx Sister Chudai Kahani
फ्रेंड्स, मैं हिमानी सिंह आज फिर से अपनी सेक्स कहानी के दूसरे भाग को लेकर आपके सामने हाजिर हूँ.
कहानी के पहले भाग
भाई का लंड लेने की कोशिश
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अपने भाई से बाथरूम में चुद गई थी और उसको झूठी डांट लगाने के बाद टॉवल पहने पहने ही मम्मी के रूम में आ गई थी.
अब आगे Xxx सिस्टर चुदाई कहानी:
मेरी छोटी बहन कोमल अब भी सोई थी.
मैंने उसे उठाया और कहा कि जाओ जल्दी से फ्रेश हो जाओ, फिर तुमको नाश्ता लगा देती हूँ.
फिर मैं अपने रूम में गई और चेंज करके फिर से वही मिनी स्कर्ट और टॉप बिना ब्रा पैंटी के पहन लिया.
मैं मंद मंद मुस्कुरा रही थी कि मेरा भाई मुझे चोदने लगा है.
मैंने कोमल को नाश्ता दिया और टीवी देखने बैठ गई.
मैं भी टेबल पर पैर टिका कर बैठ गई और टीवी देखने लगी.
भाई किनारे सोफे पर बैठ गया. उसे वहां से मेरी चूत के साफ दर्शन हो रहे थे.
वो मुझसे नजर छुपा कर मेरी चूत देखने में लगा था और मैं अनजान बनकर टीवी देख रही थी.
बीच बीच में खुजली के बहाने मैं अपनी चूत को दो उंगली से खोल कर बीच वाली उंगली से उसको सहलाने लगती थी.
मैं ऐसे दिखाने की कोशिश करती थी कि किसी ने मुझे नहीं देखा.
चूत देख कर भाई के मुँह से लार टपक रही थी, मुझे पता था.
मैं वहां से उठी और अपने रूम में चली गई.
कोमल वहीं बैठी टीवी देखती रही.
भाई थोड़ी देर बाद मेरे पीछे आया और बोला- दीदी, वो जो अभी बाथरूम में हुआ था, मेरा वो फिर से करने का बहुत मन कर रहा है. पर मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है.
मैंने कहा- तो जाओ बना लो जाकर!
उसने कहा- दीदी मुझसे होता ही नहीं … मैंने बहुत कोशिश की.
फिर उसने मेरी चूत की तरफ इशारा करते हुए कहा- दीदी, अच्छा मुझे आप वो छू लेने दो, मैं और कुछ नहीं करूंगा.
मैंने कहा- ठीक है, पर सिर्फ छूना और कुछ नहीं.
उसने कहा- ठीक है दीदी.
मैंने कहा- जाओ, पहले दरवाजा बंद करके आओ.
वो दौड़ कर गया और दरवाजा बंद करके वापस आ गया.
आते ही उसने मेरी स्कर्ट ऊपर कर दी और मेरी चूत रगड़ने लगा.
वो बहुत जोर जोर से मेरी चूत रगड़ रहा था और जोर जोर से उंगलियां अन्दर बाहर करने में लगा हुआ था.
उसके इतनी जोर से रगड़ने और उंगली करने की वजह से मेरी चूत ने बहुत जोर से पानी छोड़ दिया.
उसका सारा हाथ गीला हो गया.
उसे लगने लगा कि मुझे भी मजा आ रहा है; वो और जोर से रगड़ने लगा और हिम्मत करके उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और जोर से पीने लगा.
मैंने कुछ नहीं कहा.
इससे उसकी हिम्मत बढ़ गई.
उसने किस करते हुए अपना लोअर निकाल दिया और लंड मेरी चूत में पेल दिया.
मैंने उसे खींच कर उसका पूरा लंड अपनी चूत में घुसवा लिया.
अब वो मुझे जोर जोर धक्के मार रहा था और मैं नीचे से गांड उठा उठा कर उसका साथ दे रही थी.
उसने मेरे दूध चूसना शुरू कर दिए थे और मुझे ताबड़तोड़ चोदने लगा था.
मुझे भी अपने भाई से अपनी चूत रगड़वाने में बेहद सुकून मिल रहा था.
वो फिर से 5 मिनट में मेरी चूत में झड़ गया और मैंने उसकी गांड पकड़ कर उसका लंड अपनी चूत में कसके दबा लिया, अपने पैरों से उसे कसके दबा लिया.
वो मेरे ऊपर ही लेट गया.
मैंने उससे कान में कहा- तुम मेरे सगे भाई नहीं हो.
वो अचानक से चौंक कर उठ गया और बोला- ये क्या कह रही हो आप दीदी?
मैंने उसे पूरी बात बताई.
मुझे लगा वो नाराज होगा या अपसेट होगा.
मगर वो तो उल्टा और खुश हो गया और मुझे पकड़ कर जोर से किस करने लगा.
मैंने उसे हटाया और उसके कान में धीरे से कहा- रात में आना रूम में. मम्मी के रूम में चले जाने बाद.
वो और खुश हो गया और कसके मेरी चूचियां दबा कर एक और किस ले ली.
फिर हम दोनों रूम से बाहर चले गए और मैं खाना बनाने लगी.
शाम को पापा के आने के थोड़ी देर पहले मम्मी आ गईं और कुछ देर बाद पापा भी आ गए.
सब लोग इधर उधर अपना कुछ न कुछ काम करने में लग गए.
रात का खाना बना और सब खाकर अपने अपने रूम में चले गए.
मेरा भाई मुझे चोदने आएगा इसलिए मैंने उसके लिए पहले से तैयारी कर रखी थी.
मैं बिना कपड़ों के चादर ओढ़ कर बैठ गई.
5 मिनट बाद ही भाई आ गया.
मैंने उससे कहा- पहले जाकर अपने रूम का दरवाजा लॉक डाल दो ताकि लगे तुम अन्दर से बंद करके सोए हो.
वो गया और जल्दी से लॉक डाल कर आ गया.
मैंने कहा- रात में जब भी मैं बुलाऊं तो अपने रूम में लॉक डाल ही आया करना.
उसने मेरा रूम अन्दर से बंद किया.
मैंने लाइट ऑन की और वो झट से आकर मुझे किस करने लगा.
मैं उसके कपड़े उतारने लगी.
मैंने जल्दी से उसके कपड़े उतार दिए और उसे बेड के ऊपर खींच कर जोर से उसे किस करने लगी.
वो मेरी चूत में उंगली करने लगा और मैं उसके लंड को हिलाने लगी.
फिर मैं 69 पोजीशन में आकर उसके मुँह पर बैठ गई और उसका लंड चूसने लगी, वो मेरी चूत चाटने लगा.
वो मेरी गांड के छेद में अपनी उंगलियां घुसा रहा था और पूरे मजे से मेरी चूत को चाट रहा था.
मैं उसका लंड चूसने में लगी थी.
भाई बहन आज से भाई बहन नहीं रहे थे.
फिर मैं उठी और उसके लंड पर बैठ गई.
उसने भी नीचे से कमर उठा कर लंड चूत में पेल दिया.
मैं ऊपर नीचे होने लगी.
मुझे असली लंड से चुदने में बहुत मजा आ रहा था.
मैं उसके ऊपर झुकी, उसके हाथ अपनी चूचियों पर रखे और उसे किस करते हुए अपनी गांड हिलाने लगी.
उसका लंड मेरी चूत की गहराई में जा रहा था.
फिर मैं नीचे लेट गई और उसे ऊपर बुला कर फिर से लंड चूत में घुसा लिया.
वो Xxx सिस्टर चुदाई करते हुए जोर जोर से धक्के मारने लगा और मेरे कान में कहने लगा- दीदी, आपकी चूत बहुत हॉट है. मुझे आपकी गांड मारनी है.
मैंने कहा- आज नहीं, कल. अभी जोर से करो.
उसने और जोर से धक्के देना शुरू कर दिए.
मैंने कहा- जब तुम झड़ने वाले होना, तो मेरे मुँह में झड़ जाना.
वो इतनी जोर से धक्के मार रहा था कि दो मिनट बाद जल्दी से उठ कर मेरी चूचियों पर बैठ गया और लंड मुँह में लगा दिया.
मैंने उसका लंड जोर से हिला कर सारा रस अपने मुँह में गिरा लिया और पी गई.
फिर मैंने उसका लंड 2 मिनट तक और चूसा और फिर उसे अपने ऊपर लिटा लिया, भाई का लंड अपनी चूत में फिर घुसवा लिया.
मैंने उससे कहा- बस अब ऐसे ही सो जाओ.
वो लंड पेले हुए ही मस्ती करने लगा.
हम दोनों सो गए.
वो रात में उठा और उसने मुझे फिर से चोदना शुरू कर दिया.
इस तरह से वो रात भर मुझे चोदता रहा.
कई बार झड़ने के बाद उसको सुबह 4 बजे नींद आई और तब मुझे सोने दिया.
सुबह 6 बजे मेरी आंख खुली.
मेरा भाई नंगा पड़ा था और मेरी चूची पकड़े सोया हुआ था.
मैंने उसको किस किया और उसको सीधा लिटा कर उसका लंड मुँह में ले लिया.
मुझे पता था कि मम्मी पापा 7 बजे से पहले नहीं उठेंगे, तब तक एक और राउंड हो जाएगा.
मैंने जैसे ही 5-6 बार उसका लंड मुँह में अन्दर बाहर किया, भाई उठ गया और मेरा सिर अपने लंड पर दबाने लगा ताकि उसका लंड मेरे मुँह में और अन्दर तक जाए.
मैं उसका लंड पूरा अन्दर तक ले जाने लगी.
उसे मजा आ रहा था.
मैंने अपनी चूत की तरफ इशारा करते हुए उससे कहा- ये चाहिए तुम्हें?
वो उठ कर तुरंत मेरी चूत चाटने लगा.
फिर उसने मुझे किस करते हुए अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा.
कुछ मिनट तक चोदने के बाद उसने मेरी चूत अपने रस से पूरी भर दी.
उसका गर्म गर्म रस मुझे और एक्साइटेड कर रहा था.
फिर मैंने उससे कहा- इधर उधर देखकर जल्दी से अपने रूम में घुस जाओ.
मैं कपड़े पहन कर नीचे गई और फिर स्कूल चली गई.
अब मैं स्कूल में भी ब्रा पैंटी पहन कर नहीं आती थी. स्कूल में मुझे घर जाने को जल्दी हो रही थी ताकि जल्दी भाई से मिल कर फिर से चुद लूँ.
दोपहर में मैं स्कूल से वापस घर आई.
उस वक्त पापा दुकान गए थे और मम्मी घर पर ही थीं.
भाई अभी स्कूल से नहीं लौटा था.
मैं चेंज करके आई और खाना खाया.
तब तक भाई आ गया और मुझे देखते ही मुस्कुराने लगा.
मम्मी ने पूछा- आज तुम सबका दिन कैसा रहा स्कूल में?
हम सबने कहा- ठीक था.
कोमल मम्मी की गोदी में बैठी लाड़ दिखा रही थी.
भाई चेंज करके आया और उसने भी खाना खा लिया.
मम्मी आराम करने के लिए वहीं टीवी वाले रूम में बैठ गईं और हम दोनों एक दूसरे के सामने चेयर लगा कर उनके सिर के पीछे बैठ गए.
मैंने अपनी टांग भाई की चेयर के हैंडल पर रख दी, जिससे उसे मेरी चूत मेरी स्कर्ट के अन्दर साफ नजर आ जाए.
उसने अपना पैर उठाया अपने पैर का अंगूठा मेरी चूत में घुसाने लगा.
पर वो घुसा नहीं पा रहा था क्योंकि मेरी चूत अभी भी बहुत टाइट थी.
मैंने उसका अंगूठा पकड़ा और जल्दी से अपनी चूत में घुसा लिया.
अब वो पैर हिलाकर अपना अंगूठा मेरा चूत में अन्दर बाहर करने लगा.
मम्मी और कोमल हमारे बिल्कुल पास में लेटी थीं और हम दोनों अलग ही नशे में थे.
मैं उसके लंड को अपने पैर से सहला रही थी.
उसने अपना लंड लोअर की एक टांग से बाहर कर दिया था.
भाई का लंड और मेरी चूत धीरे धीरे गीले होने लगे.
मैं थोड़ा आगे झुकी और भाई का लंड पकड़ कर उसकी मुट्ठी मारने लगी.
क्योंकि उसका लंड पहले ही बहुत गीला हो चुका था इसलिए वो 2 ही मिनट में झड़ गया.
उसका सारा वीर्य उसकी टांग पर गिर गया.
मैंने जल्दी से उठकर सारा रस उसकी टांग से चाट लिया और पी गई.
फिर मैं वहीं बैठ गई और उसे इशारे से अपनी चूत की तरफ बुलाने लगी.
वो समझ गया कि उसे क्या करना है. वो धीरे से अपनी कुर्सी से उठा और जमीन पर बैठ कर मेरी चूत चाटने लगा.
कुछ 5 मिनट बाद मैं भी झड़ने वाली थी, तो मैंने उसे उठाया और बाथरूम में ले गई.
उसने वहां इतनी जोर से मेरी चूत रगड़ी कि मेरी चूत से रस की धारा बहने लगी.
मैं कुछ मिनट तक लगातार झड़ती रही.
फिर हम दोनों बाहर आ गए.
आगे की सेक्स कहानी में और भी मजा आएगा. वो मैं फिर कभी सुनाऊंगी.
आप मुझे मेल व कमेंट्स से बताएं कि आपको मेरी Xxx सिस्टर चुदाई कहानी कैसी लगी.
[email protected]