इस सेक्स स्टोरी हिंदी का पिछला भाग : मुझे किस किस ने चोदा-1
अभी तक आपने पढ़ा कि भाभी के पापा के दोस्त ने मुझे कार में नंगी कर लिया था और मेरी चूत की चुदाई शुरू करने ही वाले थे.
अब आगे:
मैंने कहा- अंकल कुछ करिये… उंहहह अहहह… मुझसे रहा नहीं जा रहा!
अंकल बोले- सच में मेरी बीवी बनना हो तो मैं चोद दूं?
मैं चुप रही तो बोले- चलो ठीक है आरती, मेरी रखैल बनोगी? इसमें तो दिक्कत नहीं है।
मैंने कहा- ठीक है, जो आप कहो!
तो अंकल बोले- आरती, रखैल मतलब जानती हो?
मैंने कहा- नहीं!
तब वे बोले- आरती, बिना शादी के चुदाई करवाने वाली… जब मैं जिससे बोलूं चुदवाना पड़ेगा. मजा बहुत आएगा इससे भी ज्यादा, बोलो मंजूर है तो तभी मैं तुम्हें चोदूंगा, बोलो बनोगी मेरी रखैल?
तभी मैंने कहा- हां हां अंकल, बनूंगी आपकी रखैल!
बोले- पक्का?
मैंने कहा- हां पक्का!
“मेरे सारे दोस्त मस्त चोदेंगे तुम्हें एक साथ 5-5 कभी 3-3… चलेगा?”
मैंने कहा- हां!
“कभी ना तो नहीं करोगी?”
मैंने कहा- नहीं!
तभी अंकल ने कहा- बहुत मस्त चुदासी हो आरती मेरी जान, आज से तुम मेरी रखैल!
मैंने कहा- कुछ भी करो, बस मेरी जलन शांत करो, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है।
अंकल बोले- ओके आरती , चलो तुम्हें चोदता हूं अगर कोई आ गया तो?
तब मैं बोली- जो भी हो, आप जल्दी करो बस!
मुझे अंकल चोदने वाले थे कि अचानक गाड़ी का गेट खुला और मेरी भाभी की आवाज़ आई- आरती माफ़ करना, डिस्टर्ब किया थोड़ा जल्दी कर लो, मैं बाहर इंतजार कर रही हूं।
मेरी हालत ऐसी कि काटो तो खून नहीं… मैंने कहा- अब क्या होगा? मेरी भाभी ने देख लिया अग रघर में पता चला तो मैं मुंह नहीं दिखा पाऊँगी।
अंकल बोले- भाभी तुम्हारी, मेरी भतीजी है, कभी कुछ नहीं बोलेगी किसी से… मेरी गारंटी है, घबराओ नहीं!
मैं बोली- पक्का?
अंकल बोले- देखा नहीं बेचारी क्या बोल रही थी तुम्हारी भाभी ‘जल्दी करो आरती मैं बाहर हूं।
अंकल ऊपर चढ़े हुए थे और लंड को पकड़ कर बोले- आरती, पांच मिनट में जल्दी चोद दूंगा.
मेरा बहुत मन था तो मना कैसे करती, मैं बोली- जल्दी करो बस!
और अंकल ने लंड को मेरी चूत में सेट किया जैसे रखा और लंड छू गया कि मैं पागल हो गई, खुद से अपनी कमर ऊपर कर दी.
अंकल बोले- बहुत मन कर रहा है आरती चुदवाने का?
मैंने कहा- हां अंकल, मुझे पता है कि तुम बहुत चुदासी हो, लो अब चोदता हूं जम के!
इतना जैसे हुआ, लंड घुसने को था, मैं चुदने ही वाली थी कि भाभी ने गेट खोला और बोली- आरती जल्दी उठो, बाद में कर लेना, मम्मी लोग सब आ गई गाड़ी के पास!
अंकल घबरा के उठे तो भाभी बोली- अंकल आप? मैंने आपको देखा नहीं था, मैंने सोचा कि आरती अपने ब्वॉय फ्रेंड के साथ कर रही है। कोई बात नहीं, सब चलता है आज के जमाने में! जैसे सैटिसफैकशन मिले, वही ठीक है।
भाभी बोली- जल्दी भागो अंकल उधर वाले गेट से!
अंकल गेट खोल कर तौलिया लपेट कर भाग गए, मैं नंगी भाभी के सामने… बहुत शर्म आ रही थी, मैं भाभी से नजरें नहीं मिला पा रही थी।
तभी भाभी बोली- जल्दी कपड़े निकाल कर पहनो जो बैग में हैं, शरमाओ नहीं अब मुझसे… मैंने भी खूबमस्ती की है. सभी रिलेटिव मेरे साथ सब कुछ कर चुके हैं, सभी लड़कियों को उनके रिलेटिव जान पहचान वाले ही करते हैं।
ये जब भाभी ने बोला, तब थोड़ा राहत मिली.
भाभी ने कहा- पर मस्त आइटम हो आरती तुम, आज मैंने जाना, छुपी रुस्तम निकली, तुम आज सेटिस्फाई हुई कि नहीं, ये बताओ?
मैं शरमा के बोली- नहीं भाभी, कुछ नहीं हुआ, बस ऊपर ऊपर… होने वाला ही था कि आप आ गई।
भाभी बोली- कोई बात नहीं, तुम चिंता मत करो, मैं बहुत इंजवाय करवाऊंगी, पर अभी तो तुम प्यासी रह गई।
भाभी ने मुझे किस किया और बोली- जल्दी कपड़े पहनो मेरी सेक्सी ननद, चिंता नहीं करो, ये बात कभी किसी को नहीं पता चलेगी।
मैंने कपड़े पहने और तैयार होकर गई.
कार्यक्रम हुआ, मैं एकदम मदहोश रही, सिर्फ वही दिमाग में चल रहा था कि कोई भी आकर मेरी चुदाई कर दे हर एक घंटे में… मेरी पुसी गीली हो जा रही थी, मेरी पैंटी चिपचिपाने लगी पर कोई मौका नहीं मिला.
शाम को मेरे दीपक भैया आते और मुझे उनके साथ अपने घर जाना पड़ा।
पूरी रात ठीक से नींद नहीं आई, बस वही सब दिमाग में चल रहा था, कैसे भी रात कटी, ऐसे ही दूसरा दिन कटा!
पर शाम को 6:30 बजे ठीक भाभी के पापा, वही राजेंद्र अंकल और उनके साथ एक बहुत हट्टा कट्टा आदमी था, आये.
भाभी के पापा बोले- ये आर्मी रिटायर हैं, मेरे दोस्त हैं।
मेरे पापा घर से बाहर थे, भाभी के पापा ने वहीं से फोन लगाया और कहा- कहां है समधी साहब? आ जाइए आपके घर में हैं. बहुत ओल्ड आर्मी की विह्सकी लिए बैठे हैं और भी बहुत कुछ होगा.
फिर मम्मी को बताया भाभी के पापा ने कि समधी साहब लेट नाइट आयेंगे, वो बोले कि हम उनका इंतजार करें. तो कोई ऊपर का कमरा खोल दीजिए और सलाद पानी और पांच ग्लास रख दीजिए तभी मैं निकली, पहली बार मम्मी ने बोला- आरती, इनको ऊपर के रूम में सब जमा दो.
मैं पानी ट्रे में लेकर आई, पानी देने के लिए भाभी के पापा के पास गयी तो आर्मी वाले अंकल को वो बोले- ये आरती है, ऐसी हुस्न की मल्लिका है कि अगर छू ले कोई मर्द तो उसका जीवन धन्य हो जाये।
मैं शरमा गई और आगे बढ़ी तो राजेंद्र अंकल के पास पानी देने को झुकी तो बोले- आरती याद है ना सब?
मैं उस दिन व्हाइट वी-नेक का टाप और ब्लू लैगी पहने थी अंदर ब्लैक कलर की ब्रा और पैंटी, उस वक्त मम्मी अंदर थी.
मैं बोली- अंकल पानी लीजिए!
तभी अंकल बोले- तुम्हारी मम्मी को देख रहा हूं.
तो मैं बोली- वो अंदर हैं।
इतना ही बोल पाई मैं कि राजेंद्र अंकल ने एकदम से मेरे होंठों को चूम लिया, उनके मुंह से दारू की बदबू आई और अपना हाथ गले से अंदर डाल कर मेरे ब्रा के अन्दर घुसा जोर से बूब्स दबाने लगे.
मैं नाराज हुई और मेरे हाथ से ट्रे गिर गई और पानी भी!
मम्मी बोली- क्या हुआ आरती?
तो अंकल ने जल्दी से छोड़ा और बोले- ये सुरेश सिंह है आर्मी के पहलवान… ये एक घंटे तक लगातार करते हैं, इन्हें सब पता है, गाड़ी के अंदर के वीडियो सब दिखा दिया है और नहाते की फोटो भी, तब से ये पागल है तुम्हारे लिए, ये हमारे घर के सदस्यों की तरह है कभी कुछ नहीं बतायेगा।
तभी वो आर्मी वाला उठा और अपनी जेब से कुछ निकाला और मेरे शर्ट के ऊपर गले से नीचे हाथ डाल कर मेरे बूब्स को दबा लिया और वहीं कुछ रख दिया, बोले- आरती, तुम्हारी बूब्स बहुत गर्म हैं, और जो दिया वो तुम्हारे लिए है अपनी पसंद की ड्रेस ले लेना।
तभी मम्मी अंदर से आयी सब आते ही वैसे ही शांत बैठ गये। मैंने अंदर जाकर ब्रा से वो निकाला जो आर्मी वाले अंकल ने डाला था, देखा 2000 के तीन नोट यानि 6000 रूपये, मैं सच में बहुत खुश हुई, लाइफ में पहली बार मुझे किसी ने ऐसे पैसे दिए, मुझे काफी कुछ लेना होता है पर्सनल… पर पैसे नहीं होते, आज पैसे पाकर बहुत खुश हुई।
तभी मम्मी ने पापा से बात की और बोली- ये समधी साहब लोग खाना यहीं खाएंगे, उनके लिए मैं कुछ सामान दूध सब्जी ले आती हूँ, आप तो लेट आओगे.
फिर मम्मी ने झोला लिया और बोली- आरती, कुछ भजिया पकौड़ी तल दो और चटनी पीस कर दे देना, मैं आती हूं कुछ सामान लेकर पास से ही!
मुझे डर लगा अकेले होने से! मैं बोली- मम्मी मैं भी चलूं?
पर मम्मी बोली- नहीं, मैं लाती हूं, तुम्हें जो बोला, उतना करो.
मैं मम्मी के सामने ही किचन में चली गई, मम्मी उनको बोली- भाई साहब, आप लोग बैठिए, मैं बस कुछ काम से जाके आती हूं।
भाभी के पापा ने कहा- कोई दिक्कत नहीं, आराम से आइये, हम लोग बैठे हैं।
मैं किचन में बेसन थाली में गूंथ रही थी और घबरा रही थी कि अकेली हूं कहीं ये लोग कुछ करें ना!
मम्मी जैसे बाहर गई पांच मिनट हुए कि राजेंद्र अंकल किचन में आ गये और बोले- कुछ हेल्प कराऊं?
मैं बोली- नहीं अंकल, थैंक्स आप बैठिए आराम से!
तभी अंकल मेरे एकदम पीछे आकर मुझसे लिपट गये और टाप के ऊपर से दोनों बूब्स पकड़ कर दबाने लगे, उनका लंड मेरी गांड में लेगी के ऊपर से ही चुभ रहा था मैं डर रही थी, बोली- अंकल प्लीज मुझे छोड़ दो, वो लोग क्या सोचेंगे? और अगर मम्मी को कहीं शक भी हुआ तो मैं नहीं बचूंगी, वो मुझे बहुत सीधी और सच्ची मानती हैं.
अंकल बोले- वो लोग ड्राइंगरूम में बैठे रहेंगे, तुम्हारी मम्मी की आहट भी आयेगी तो तुरंत बतायेंगे, बात इन लोगों की… तो तुम्हारी भाभी के पापा का लंड तुम मुंह में ले ही चुकी हो। और वह आर्मी वाले इतनी औषधि खाये हैं, पन्द्रह साल तो कश्मीर में ही रह गए, उनका लंड हम लोगों से तीन चार गुना जानदार है और कोई लड़की उन्हें पाकर जन्नत की सैर करेगी और वो तुम्हारे सारे गाड़ी के अंदर के वीडियो देख चुके… इसलिए उनसे मत शरमाओ. वह बोले कि अगर पसंद आई तो तुम्हें हर महीने 10000 रुपए देंगे। वह बहुत अच्छे हैं, उनसे जुड़ कर रहो!
यह कहते हुए मेरे बूब्ज़ दबाने लगे और जोर जोर से मैं उनके रगड़ से गरम होने लगी. तभी उनका हाथ टाप से अंदर ले जा कर ब्रा के ऊपर से दूध दबाने लगे और एक हाथ लेगी के अंदर से पैंटी के नीचे घुसा कर मेरी चूत में उंगली करने लगे, मैं गरम होने लगी. तभी मेरी गर्दन में चूमते हुए मेरी चूत में जोर से उंगली अंदर बाहर करने लगे.
मेरी हालत बहुत खराब होने लगी, तभी मैं गहरी सांस लेने लगी और मेरा बदन टूटने लगा.
अंकल बोले- आरती तुम बहुत गर्म हो, बहुत सेक्सी हो, आज तुम्हें किसी हाल में बहुत चोदेंगे!
और ऐसा कहते हुए बोले- तैयार रहना क्योंकि हम लोग परसों से तुम्हारे वीडियो देख देख कर 20 बार मुट्ठ मार चुके हैं। अब बर्दाश्त नहीं होता!
इतना कहकर उन्होंने अपना जिप खोल कर लंड बाहर निकाल दिया और पीछे से मेरी लैगी और पैंटी नीचे खिसका कर अपने लंड को मेरी खुली गांड में रगड़ने लगे. मैं बिल्कुल तड़पने लगी, तभी अंकल ने आर्मी वाले अंकल को आवाज दी- आ जाओ सुरेश भाई।
मैं बोली- प्लीज भगवान के लिए ऐसा मत करो, उन्हें मत बुलाओ यहां, मम्मी आ जाएगी, मुझे मार देगी।
मैं इतना कह रही थी कि आर्मी वाले वह अंकल अंदर आ गए और मेरा सीन देखकर अपना मोबाइल निकाल कर बोले- क्या सीन है, ऐसे ही रहो!
और अपने मोबाइल से फोटो निकालने लगे.
तभी राजेंद्र अंकल भाभी के पापा को बोले- आप वहीं बैठना, आरती की मम्मी आए तो बताना। हम लोग किचन में आरती की हेल्प कर रहे हैं.
उन्होंने कहा- ठीक है, आराम से करो, मैं सब संभाल लूंगा।
इतने में सामने से राजेंद्र अंकल ने मुझे पकड़ लिया और मेरे बेसन से सने हाथ पानी से धुलवा दिए और अब आर्मी वाले अंकल मेरे पीछे आकर मुझसे लिपट गये, मैं खड़ी थी, उन्होंने बैठ कर मेरी नंगी गांड को इधर-उधर फैलाया और पहला किस मेरे गुदा द्वार पर लिया और जोर से सूंघा, बोले- आरती, तुम्हारी गांड की बहुत तारीफ सुनी थी, मैंने जब से तुम्हारे वीडियो और फोटो देखें, दीवाना हो गया था, इन लोगों ने जितनी तारीफ की, उससे कहीं ज्यादा सेक्सी और मस्त हो, तुम मुझे अपना समझो जितना खुलोगी, जितना इसमें वाइल्ड होगी, उतना मजा आ जायेगा!
यह कहते हुए वो मेरे पीछे खड़े हो गए।
इधर राजेंद्र अंकल मेरे टांग के नीचे बैठ कर मेरी चूत को चाटने लगे, अब मेरी हालत धीरे धीरे बहुत खराब होने लगी.
तभी आर्मी वाले अंकल, जिनका नाम सुरेश है, जेब से 2000 के दो नोट निकालें और मेरे हाथ में दे दिए- आरती, यह तुम्हारे बॉडी मसाज के लिए है.
मैं बोली- नहीं चाहिए प्लीज, मुझे नहीं चाहिए!
पर उन्होंने पैसे मेरे हाथ में रख दिए। अंदर से मेरा मन था, मुझे पैसे लेकर बहुत खुशी हुई, मैंने सोचा कि ये तो बहुत अच्छे हैं.
तभी आर्मी वाले अंकल बोले- आरती, मेरी तरफ अपना चेहरा करो!
मैंने कर दिया, वह मेरे होठों को चूमने लगे और फिर मेरी नाक को, उसके बाद मेरे माथे को, मेरी आंखों को और गर्दन में भी किस किया। मुझे उनका यह अंदाज बहुत अच्छा लगा, मैंने उन्हें कहा- अंकल आप बहुत अच्छे हैं।
जैसे मैंने यह कहा तो सुरेश अंकल मेरे सामने आ गये और बोले- आरती आई लव यू!
और मेरे सीने में अपने सर को रख दिया और पीछे मेरे कूल्हों को दबाकर मुझे अपनी बाहों में भर लिया.
नीचे राजेंद्र अंकल जोर से अपनी जीभ मेरी चूत में डाल दी. मैंने एकदम से आवाज निकाली, तभी आर्मी वाले अंकल फिर मेरे होठों को चूसने लगे, मैं भी उनसे लिपट गई और बहुत एक्साइटेड हो चुकी थी.
सुरेश अंकल बोले- आरती मेरा पैन्ट अपने हाथों से खोल दो और अंडरवियर नीचे करो!
मैं चुप रही, कुछ नहीं किया.
वे फिर बोले- प्लीज करो!
मैंने उनकी पैंट खोल दी और जैसे ही अंडरवियर नीचे करने लगी कि उनका लंड बहुत बड़ा होकर खड़ा था, उसे देख कर मैं चौंक गई, मेरे हाथ के बराबर मोटा और दस इंच लम्बा रहा होगा। अंकल बोले- आरती, अपने हाथों से पकड़ो प्लीज!
और मेरा हाथ ले जाकर अपने लोड़े पर रखवा दिया.
इतना सख्त कठोर बहुत ही गर्म था
मेरी सेक्स स्टोरी हिंदी जारी रहेगी.
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