मैं आप सभी के सामने अपनी एक रियल सेक्स स्टोरी सुना रहा हूँ।
हैलो मेरा नाम शोभित है (काल्पनिक नाम) मैं 28 साल का हूँ और इंदौर में रहता हूँ। यह कहानी उस समय की है जब मैं 12 वीं क्लास में था।
उन दिनों गर्मियों की छुट्टियाँ थीं और मैं अपने मामा के यहाँ घूमने गया हुआ था।
एक दिन मेरे मामा के घर में सिर्फ मैं और मेरी ममेरी बहन यानि मेरे मामा की बेटी थी.. हम दोनों के अलावा घर में और कोई नहीं था। हम दोनों बैठ कर बातें कर रहे थे कि अचानक उनके घर का लैण्डलाइन वाला फोन बजा।
तो मेरी बहन बोली- ये फोन पक्का मेरी फ्रेंड अन्नू का ही होगा।
जब मैंने उसकी फ्रेंड के बारे में सुना तो मैंने भागकर उससे पहले फोन उठा लिया। दूसरी तरफ से एक लड़की बोली- हैलो.. सिमी है?
सिमी मेरी बहन यानि की मामा की लड़की का नाम है।
तो मैंने कहा- हाँ है।
वो बोली- आप कौन बोल रहे हैं?
मैंने मज़ाक में जबाव दे दिया- मैं उसका बॉयफ्रेंड बोल रहा हूँ।
फिर वो बोली- मुझे पता है.. उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है.. और आप जो भी हैं, मुझसे मज़ाक़ कर रहे हैं।
इतने में सिमी ने मुझसे फोन छीन लिया और अन्नू से बोली- अरे यार, मेरी बुआ का लड़का आया हुआ है.. वो तुझसे मज़ाक कर रहा था।
कुछ देर यूं ही वे दोनों चटर-पटर करती रहीं। फिर फोन रखने के बाद मैंने अपनी बहन से बोला- उसकी आवाज बहुत अच्छी थी।
तो जबाव में वो ये कहते हुए किचन में चली गई- उस पर नजर मत डालना.. वो इस तरह की लड़की नहीं है।
यह बात यहीं खत्म हो गई।
अगले दिन मेरी बहन मुझसे बोली- मुझे मेरी एक फ्रेंड के घर जाना है.. तू मुझे स्कूटर से ले चलेगा क्या?
मैंने उसे ‘हाँ’ कर दिया और थोड़ी देर बाद हम घर से उसकी फ्रेंड के घर के लिए निकल गए।
रास्ते में उसने मुझे बताया- मैं अन्नू के घर जा रही हूँ, जिससे तेरी कल फोन पे बात हुई थी।
ये सुनकर मैं थोड़ा एक्साइटिड हो गया और कुछ ही देर में हम दोनों उसके घर पहुँच गए।
हम दोनों अभी उसके कमरे में जाकर बैठे ही थे कि लाइट ब्लू टॉप और डार्क ब्लू जीन्स में एक लड़की आई, यही लड़की अन्नू थी। अन्नू की हाईट करीबन 5’2” थी, उसका रंग एकदम फेयर और फिगर नॉर्मल थी.. मतलब 30-28-32 की रही होगी। मुझे वो बहुत प्यारी लगी और थोड़ी देर बाद वो हमारे लिए कुछ ड्राइ फ्रूट्स और रूहअफजा शरबत बना कर लाई।
अब सिमी और अन्नू आपस में बात करने लगे। वो हमारे मामा के बेटे की शादी के बारे में बात कर रही थीं, जिसके लिए मैं अपने मामा जी के घर आया था।
फिर सिमी ने मुझे अन्नू से परिचय करवाया और उससे बोली- ये मेरी बुआ का लड़का है और जबलपुर से आया है।
अन्नू ने ये सुनते ही मुझसे बोला- अच्छा आप वही हो ना.. जो फोन पर मुझसे बोले थे कि आप सिमी के बॉयफ्रेंड हो?
मैंने हँस कर कहा- जी मैं वही हूँ।
हम दोनों जोर-जोर से हँसने लगे। उस उन्मुक्त हँसी के बाद हम दोनों एक-दूसरे से काफ़ी घुल-मिल गए और हमारी अच्छी फ्रेंडशिप हो गई।
हम लोग करीबन एक घंटा अन्नू के घर बैठे और फिर वहाँ से वापस आने लगे।
वो हमें बाहर तक छोड़ने आई और जाते-जाते मैंने उससे पूछा- आप शादी में मेरे साथ डांस करोगी ना?
और उसने भी बड़े ही कॉन्फिडेन्स से कहा- हाँ हाँ जरूर.. क्यों नहीं..!
इसके बाद हम दोनों अपने घर वापस आ गए।
उसके बाद मेरी उससे 4 दिन कभी भी कोई भी बात फोन पर नहीं हुई और आखिर शादी वाला दिन आ गया। बारात में सिमी की सारी फ्रेंड्स आ चुकी थीं और अन्नू भी।
मैं उसे चोरी-चोरी देख रहा था.. पर शायद उसने अभी तक मुझे नहीं देखा था। क्योंकि मैं अपने मामा के लड़कों और उसके दोस्तों के साथ डांस कर रहा था। मैं सोच रहा था कि किसी तरह अन्नू की नजर मुझ पर पड़ जाए, इसीलिए मैं जानबूझ कर डांस करते-करते उसके करीब चला गया और उससे टकरा गया।
जैसे ही मैं उससे टकराया.. वो गुस्से से मेरी तरफ घूमी, पर मुझे देखते ही उसके चहरे पर स्माइल आ गई, वो बोली- ओह.. आप!
मैंने कहा- जी मैं.. हाऊ आर यू मैडम?
उसने जवाब दिया- आई एम फाइन.. वॉट अबाउट यू?
मैंने जबाव दिया- एकदम बढ़िया..!
उससे बात करते-करते मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और डांस करने के लिए उसे भी अपने साथ खींच लिया। वो भी मेरे साथ डांस करने लगी, पर बाकी लोगों को अजीब ना लगे, इसीलिए मैंने अपनी बहन को भी डांस के लिए खींच लिया। फिर तो हम लोगों ने खूब डांस किया।
अन्नू इस वक्त एक टाईट जींस और चुस्त टॉप पहने हुई थी, इस ड्रेस में वो बहुत ही गजब का माल लग रही थी।
कुछ ही देर में बारात दरवाजे तक पहुँच चुकी थी। अब वो अपनी सहेलियों के साथ और मैं अपने दोस्तों के साथ बिज़ी हो गए।
मैं चाह कर भी उससे बात नहीं कर पा रहा था, क्योंकि मेरे साथ मेरे बाकी फ्रेंड्स भी थे। लेकिन तब भी मैं नजरें चुरा-चुरा कर उसकी तरफ देख रहा था। इस दौरान मुझे एक बार भी ऐसा नहीं लगा कि वो मुझे देख रही है। वो अपनी सहेलियों के साथ मस्ती में बिज़ी थी।
फिर रस्में शुरू हुईं, लड़का और लड़की स्टेज पर आ चुके थे और वरमाला के लिए आमने-सामने खड़े थे। अन्नू मेरी बहन सिमी के साथ सामने सोफे पर बैठी थी। ये देखकर मैं सिमी के पास गया और उससे झूठ बोल दिया कि मामी जी तुझे स्टेज पर बुला रही हैं।
यह सुनकर सिमी स्टेज की तरफ चली गई और जिस जगह से वो उठी थी.. ठीक उसी जगह पर मैं अन्नू के साथ जाकर बैठ गया।
अब हम दोनों दुबारा बातचीत करने लगे। मैं और वो स्टडी की बातें कर रहे थे कि आपने कौन सा सब्जेक्ट ले रखा है वगैरह वगैरह..
इसी बीच सिमी वापस आई और मुझसे बोली- तू झूठ क्यों बोल रहा था? मम्मी तो मना कर रही हैं कि उन्होंने तो मुझे नहीं बुलाया।
अब शायद सिमी और अन्नू दोनों ही इस बात के बाद समझ गई थीं कि मैंने उससे झूठ क्यों बोला।
खैर.. मुझे इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ा क्योंकि मैं जानता था कि सिम्मी ये बात किसी को नहीं बताएगी कि मैं अन्नू में इंटरेस्ट ले रहा हूँ।
फिर मैं स्टेज पर चला गया और दोस्तों के साथ डांस करने लगा। तभी सामने से लड़कियों का ग्रुप भी स्टेज पर डांस करने के लिए आया, जिसमें की सिमी और अन्नू भी थीं। मैं उनके साथ डांस करने लगा। मैंने अन्नू का हाथ जोर से पकड़ लिया और डांस करते-करते उसकी आँखों में देखने लगा।
स्टेज पर बहुत भीड़ थी आगे-पीछे से लोग धक्का दे रहे थे। इस बात का फायदा उठाते हुए मैं 2-3 बार अन्नू के दूधों से टकरा गया। अब शायद वो भी मेरी नियत समझ चुकी थी।
डांस खत्म होने के बाद और खाना आदि खाने के बाद फेरे स्टार्ट हुए। क्योंकि हम पंजाबी लोगों में फेरे रात को ही होते हैं।
इस वक्त अन्नू पता नहीं कहाँ चली गई थी। मुझे लगा कि शायद वो घर चली गई है मैं बहुत उदास हो गया था.. पर तभी मेरी नजर सामने से आती हुई मेरी मामा की लड़की और अन्नू पर गई।
अब वो दोनों दूसरी ड्रेस में थीं।
मैं अन्नू को देखकर मुस्कुराया और उसने भी स्माइल पास कर दी। मैं उसे लगातार देखे जा रहा था और नोटिस कर रहा था कि अब वो भी मुझे बीच-बीच में देख रही थी।
इस वक्त रात के 3 बज चुके थे और उसे शायद अब नींद आने लगी थी। उसने मेरी बहन से कुछ कहा और मेरी बहन ने मुझे बुला कर कहा- इसे विभा के रूम तक छोड़ आ.. इसे नींद आ रही है।
इतना सुनकर मैं अन्नू को विभा के रूम में ले गया। मैंने रूम की लाइट जलाई तो देखा कि मेरी कजिन विभा और राजेश डबलबेड पर सो रहे थे।
वो भी विभा के बगल में जाकर लेट गई और बोली- लाइट बंद कर दीजिए।
मैं लाइट बन्द करके वापस फेरों वाली जगह पर चला आया। अब मुझे बहुत बुरा लग रहा था.. क्योंकि उसे देखे बिना मेरा भी मन नहीं लग रहा था।
पन्द्रह मिनट वहीं बैठने के बाद मैंने सोचा कि क्यों ना मैं भी उसी रूम में सोने चला जाऊँ। मैं किसी को कुछ कहे बिना उसी रूम में चला गया और उसी डबलबेड पर अन्नू के बगल में जाकर लेट गया।
एक ही डबलबेड पर अब हम 4 लोग हो चुके थे.. इसीलिए हम सभी एक-दूसरे के बहुत पास-पास लेटे थे।
मैंने बेड पर पड़ी हुई चादर ओढ़ ली और आँखें बंद करके लेट गया। कोई 5 मिनट माहौल को समझने के बाद जब मुझे अन्नू में कोई हलचल महसूस नहीं हुई.. तो मैं समझ गया कि वो गहरी नींद में है। फिर पता नहीं अचानक मुझे क्या हुआ कि मैंने अपनी चादर में से एक पैर निकाला और धीरे से अन्नू की चादर में डाल दिया।
कुछ ही पलों बाद मेरा पैर उसके पैर से टकरा रहा था। ऐसा मेरे साथ पहली बार हो रहा था.. जब कोई लड़की मेरे पास लेटी हो और उसका पैर मेरे पैर से टकरा रहा हो। तब भी पैर टच करते ही मुझे ऐसा लगने लगा था जैसे कि मैं आसमान में उड़ रहा हूँ।
मैं लगातार अपना अंगूठा उसके पैर पर रगड़ रहा था। वो इस वक्त बहुत टाइट सिल्की लैगी पहने हुई थी जो कि घुटनों के नीचे तक थी।
काफ़ी देर तक पैर रगड़ने के बाद जब उसकी तरफ से कोई हलचल नहीं हुई तो मैंने अपना हाथ भी उसकी चादर में डाल दिया और उसके हाथ पर रख दिया। उम्म्ह… अहह… हय… याह… साथियो, उसके शरीर से खुद को स्पर्श करने मात्र से मेरा खून उबलने सा लगा था।
इस रियल सेक्स स्टोरी में आगे लिखूंगा कि उस रात क्या हुआ।
आपके मेल का इन्तजार रहेगा।
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कहानी जारी है।
मामा की लड़की की सहेली के साथ सेक्स स्टोरी-2