मां के बाद बेटी की सीलतोड़ चूत चुदाई- 2

मां के बाद बेटी की सीलतोड़ चूत चुदाई- 2


इंडियन सेक्सी गर्ल होटल के कमरे में मेरे साथ थी अपनी अनचुदी बुर की सील तुड़वाने के लिए. मैं उसे उसकी पहली चुदाई का पूरा मजा देने की कोशिश कर रहा था.
दोस्तो, मैं विक्की विन एक बार फिर से आपके सामने हाजिर हूँ.
मेरी कहानी के पिछले भाग
बेटी को माँ की चूत चुदाई का पता चल गया
में आपने जाना था कि मैं एक आंटी को चोदता था और उसके साथ सेक्स चैट करता था. एक दिन उसकी बेटी ने मेरा फोन उठा लिया और मेरी चोरी पकड़ी गई. मगर आंटी की कुंवारी बेटी खुद चुदासी निकली और वो मेरे साथ चुदने की इच्छा जाहिर करने लगी.
अब आगे इंडियन सेक्सी गर्ल होटल के कमरे में:
मेरी आंटी की बेटी ऋतु के साथ यूं ही सेक्स चैट चलने लगी और उसके साथ कुछ दिन तक खुल कर चुदाई की बातें हुईं.
एक दिन वह बोली- क्या तुम मुझसे मिल सकते हो?
मैंने कहा- मैं तुमसे एक बात पूछना चाहता हूँ.
उसने कहा- हां पूछो.
मैं- क्या तुम अन्तर्वासना पर सेक्स कहानी पढ़ती हो?
उसने कहा- हां.
इस पर मैंने उसे अपनी एक सेक्स कहानी की लिंक भेजी और उससे कहा- पहले तुम मेरी कहानियों को पढ़ लो. इसमें तुम्हारी मॉम की भी कहानी है, शायद तुमको अच्छा नहीं लगे लेकिन पढ़ना जरूर.
उसने कहा- ठीक है.

अगले दिन उसका मैसेज आया कि कैसे हो?
मैंने कहा- ठीक हूं.
उसने कहा- मैंने अन्तर्वासना पर सेक्स कहानी पढ़ ली है.
मैंने पूछा- पढ़कर कैसा लगा?
वह बोली- हां तुम्हारा जो कहने का मतलब था, वो मैं समझ गई. क्या तुम सच में इतना मजा देते हो? मैं तो कहानी पढ़ कर ही न जाने कितनी बार पानी पानी हो गई.
मैंने कहा- हाथ कंगन को आरसी क्या … और पढ़े लिखे को फारसी क्या! संभव हो, तो मिल कर देख लो. वैसे तुमने क्या समझा?
उसने कहा- यही कि तुम अपने काम को बखूबी अंजाम देते हो.
मैंने कुछ नहीं कहा बस एक स्माइली भेज दी.
उसने कहा- तुम्हारी सेक्स कहानी पढ़ने के बाद मैं तुमसे किसी भी कीमत पर मिलना चाहती हूं.
मैंने लिखा- ऐसा क्यों!
वो- क्योंकि तुम्हारी कहानियां सच में बहुत एक्साइटिंग हैं.
मैंने कहा- ठीक है.
फिर कुछ दिन बाद उसका मैसेज आया- तुम कब आ सकते हो?
मैंने दस मिनट का समय माँगा फिर अपना रूटीन व्यवस्थित करके उसको एक निश्चित दिन के लिए बोल दिया.
उसने उस तारीख के लिए मना करते हुए कहा कि नहीं, तुम 10 सितंबर को आओ और मैं तुम्हारे कम से कम 2 दिन लूंगी. मॉम मामा के घर जा रही हैं. वो एक हफ्ते के लिए जा रही हैं … लेकिन हम लोग घर पर नहीं, एक होटल में मिलेंगे. मैं उसके लिए सारा इंतजाम कर दूंगी.
मैंने कहा- ठीक है.
बात करते-करते उसने अपनी एक हॉट पिक्चर मुझे भेज दी और मुझसे भी फोटो मंगा ली.
मैंने उससे उसकी साइज पूछी तो उसने कहा- मेरे बूब्स 32 इंच के हैं. कमर 26 की और हिप्स 36 साइज़ के हैं.
फिर मैं 10 सितंबर को सुबह दिल्ली पहुंच गया.
वो मुझे लेने के लिए अकेली ही आई थी.
हम दोनों को एक दूसरे को पहचानने में कोई दिक्कत नहीं हुई क्योंकि बीच बीच में वीडियो कॉल से भी हम लोगों की बात हो गई थी.
वो मुझे एक होटल में लेकर गई. ये होटल अच्छा था.
उसने पहले से कमरा बुक किया हुआ था. वो पहले से ही उस कमरे में चैक इन कर चुकी थी.
हम दोनों होटल के रूम में आ गए.
मैंने उससे पूछा- तुम यहां पर कब आ गई थी!
उसने कहा- मैं अपना सामान रखकर तुमको लाने के लिए गई थी.
मैंने उससे पूछा- तुम कह रही थीं कि तुम्हारी बहन भी तुम्हारे साथ रहती है, तो क्या उसे कोई दिक्कत नहीं हो रही होगी … उसे तुमने क्या बताया?
उसने बोला- मैंने उससे बोला कि मैं अपनी एक सहेली के यहां जा रही हूं दो दिन के लिए … पढ़ाई करनी है. हम लोग अक्सर ऐसा करते हैं. मेरी बहन को मेरे जाने पर कोई शक नहीं हुआ था. फिर मैंने अपनी सहेली को भी बोल दिया था कि यदि मेरी बहन का फ़ोन आए, तो सम्भाल लेना. इधर आने की बात सिर्फ मेरी सहेली को मालूम है.
मैंने कहा- हम्म …
फिर उसने कहा- तुम फ्रेश हो जाओ … मैं नाश्ता आर्डर कर देती हूं.
मैं फ्रेश होकर आया, नाश्ता किया तो मुझमें भी ताजगी का अनुभव होने लगा.
हम दोनों टीवी देखने लगे. कुछ मिनट टीवी देखने के बाद धीरे-धीरे मैं उसके पास आ गया.
फिलहाल वो उतना सहज महसूस नहीं कर रही थी.
मैंने उससे पूछा- तुम सहज महसूस क्यों नहीं कर रही हो … और क्या तुमने पहले कभी सेक्स किया है?
वह बोली- किया तो नहीं, सिर्फ किस किया था. वो भी तब, जब मैं दसवीं में थी. मेरा एक बॉयफ्रेंड था, उसके घर पर गई थी. मैं कुछ करने ही वाली थी कि एकाएक उसकी मां आ गई थी. उसके बाद कभी मौका ही नहीं मिला. मैं अभी भी उसके साथ रिश्ते में हूं. मैंने सोचा था कि उसी के साथ ही पहला संभोग करूंगी, लेकिन फिर उस दिन तुम्हारा फोन आया तो पता नहीं क्यों, मेरा इरादा बदल गया.
मैंने उसकी तरफ देख कर पूछा- वो क्या इरादा था?
वो- मैंने सोचा कि किसी अनुभवी बंदे से जिंदगी में संभोग की शुरुआत की जाए.
मैं समझ गया कि लौंडिया बहुत समझदार है और अपनी बुर को किसी अनुभवी लंड से ही खुलवाना चाहती है.
मैंने ऋतु का हाथ पकड़ कर पहले तो उसे धन्यवाद कहा, फिर कहा- तुम अपने आपको बस सहज रखो … और रही बात इस पल के आनन्द की, तो वह तुम यह वक्त खत्म होने के बाद महसूस करोगी.
वो हल्के से मुस्कुरा दी.
उसके बाद मैं उससे बोला- आओ मैं तुम्हें हग करता हूं.
दोस्तो, हग करना किसी को सहज महसूस कराने का सबसे बेहतर जरिया होता है. लेकिन याद रहे, उस आलिंगन में कोई हवस नहीं होनी चाहिए. यह सही है कि कोई आपको पहली बार सेक्स के लिए बुलाता है, लेकिन जब इस तरह की परिस्थिति आ जाए तो सामने वाले को सहज महसूस कराने के लिए आपको हमेशा हवस के नजरिए से न चल कर … कुछ सावधानी भी रखनी होती है.
मैंने उसका हाथ पकड़ लिया.
वह अभी भी असहज महसूस कर रही थी.
मैं धीरे-धीरे उसे अपने पास लाया और उसे आलिंगन किया और हल्के से कसते हुए उसकी पीठ पर अपनी हथेलियों को घुमाने लगा.
मैंने उसके कान में बोला- तुम बस इस पल सिर्फ अपने आपको महसूस करो. ज्यादा कुछ मत सोचो, तभी तुम सहज महसूस कर पाओगी. तुमने जिस काम के लिए मुझे बुलाया है, उसका संपूर्ण मजा भी तभी ले पाओगी.
उसने कुछ पल बाद खुद को मेरी बांहों में ढीला छोड़ दिया.
मैंने अपने आलिंगन को और ज्यादा टाइट कर लिया.
वो धीरे-धीरे अपने आपको समर्पित करती जा रही थी. हम दोनों की दिल की धड़कनें एक दूसरे को सहज करने लगी थीं.
मैंने उसके साथ कुछ भी ऐसा नहीं किया था, जिससे उसको ऐसा लगे कि मैं उसको वासना से दबाए हुए हूँ.
मैंने उसके कान में पूछा- कैसा लग रहा है ऋतु?
ऋतु बोली- क्या तुम सच में इतने अच्छे हो!
मैंने कहा- मैं अपनी बड़ाई कभी भी नहीं करता … बस तुम देखती जाओ.
मेरी बात सुनकर उसने अपने चूचे मेरी छाती में गाड़ से दिए.
मैं समझ गया कि इसकी बुर में चुनचुनी होने लगी है.
अब आलिंगन के साथ-साथ मैं उसकी पीठ पर अपने हाथों को धीरे-धीरे ऊपर नीचे करने लगा था.
मेरा हाथ उसके कूल्हे तक भी जाने लगा था.
कुछ ही देर में हम दोनों एक दूसरे से इतने चिपक गए थे कि मुझे उसकी गोलाइयों का अहसास मेरे सीने में होने लगा था.
मैं इस काम को और बढ़ाने लगा और उसके कूल्हे को अपने हाथों से दबाने लगा.
वो मदहोशी के साथ ‘सो नाइस …’ बोलने लगी थी.
मैं उसकी गांड के एक फलक को कुछ जोर से दबाने लगा था.
वो भी इसके प्रतिउत्तर में एक हाथ से मेरे पीठ को सहलाए जा रही थी और अपने दूसरे हाथ से मेरे सर को अपने कंधे पर थोड़ा जोर देकर सहला रही थी.
मैं उसके कूल्हे को थोड़ा जोर जोर से दबा रहा था ताकि वह उत्तेजित महसूस करे.
उसके साथ ही मैंने दूसरे हाथ से उसके बालों को पीठ से हटाया और गर्दन के पीछे एक स्वीट बाइट दे दी और किस कर दिया.
इस चुम्बन से वो इंडियन सेक्सी गर्ल सिहर उठी और उसने भी मुझे टाइटली हग कर लिया, वो मेरे सर को और ज्यादा सहलाने लगी.
मैं चुंबन करते हुए धीरे धीरे उसके कान के नीचे आया और एक स्वीट बाइट दे दिया.
वो उन्ह कर उठी.
मैंने आगे बढ़ते हुए उसके कान की लौ को अपने मुँह में ले लिया और गीला कर दिया.
इसके बाद तो वो एकदम से बदल सी गई और मुझे जोर जोर से खींचने लगी … मदहोश होने लगी.
क्योंकि मुझे पता था कि इसका पहली बार है और यदि मैं इसे पहली बार में बहुत ज्यादा मजा दूं तभी यह पहला संभोग को हमेशा याद रख पाएगी.
वह धीरे-धीरे अपने आप को इस कदर मुझे समर्पित कर चुकी थी कि जैसे उसके शरीर में जान ही ना बची हो.
कुछ देर के बाद ऋतु बोली- मुझे किस करो.
मैं उसकी बात को अनसुनी करके थोड़ी देर तक और उसकी गर्दन के पीछे … और कान के नीचे किस करता रहा. इससे वो और ज्यादा उत्तेजित हो गई.
उसके बाद मैं धीरे से उसके चेहरे पर आया, सबसे पहले मैंने उसके माथे पर किस किया, अपने होंठों से उसके माथे पर ही चुम्बन किया और उसे देखने लगा.
वो शर्मा गई.
उसके बाद मैंने उसके दोनों गालों पर किस किया.
जैसे मैं गाल पर किस करने को जा रहा था, वह होंठों को बीच में लाने की कोशिश कर रही थी, साथ ही मुझे जोर से खींच भी लेती.
लेकिन मैं भी उसकी इस चाहत को समझ कर होंठों को नहीं चूमता.
मैं चुंबन वहीं करता, जहां पर मैं चाह रहा था. मैं कोई भी काम जल्दबाजी में नहीं करना चाहता था.
उसको तरसाना मेरे पहला काम था.
मैं यह भी चाहता था वह इस पल का पूर्ण रूप से आनन्द ले, ना कि मैं उसके कहने पर करूं और वह इस पूर्णानंद के अधूरी रह जाए.
थोड़ी देर इसी तरह करने के बाद ऋतु बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई थी.
उसके बाद उसने मेरी शर्ट को पकड़ा और मेरी आंखों में देखती हुई बोली- प्लीज किस मी … और इतना तरसाने का काम तो तुम अपनी रेशमा जी के साथ नहीं करते थे. मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे हो, मुझे इतना क्यों तड़पा रहे हो?
मैंने उसकी आंखों में देखते हुए कहा- इसे तड़पाना नहीं, आनन्द देना कहते हैं बेबी. तुम इसे तड़पाने के नजरिए से मत देखो, बस इस पल को आनन्द लेने के नजरिए से देखो.
ऋतु के होंठ बेहद कांप रहे थे.
मैं भी अब ज्यादा देर करना उचित नहीं समझ रहा था, मैंने उसके कहने पर होंठों पर अपने होंठों को रख दिए और धीरे-धीरे से उसके होंठों को खींचा. फिर दांत से हल्का सा खींचा.
जैसे ही मैं उसके होंठों को खींचता, वह मेरे और करीब आने की कोशिश करती.
मैं इस दौरान एक निश्चित दूरी बनाए रखता ताकि वह और ज्यादा तड़पे. उसके बाद थोड़ी देर और इस तरह करने के बाद मैं उसे पूरी तरह से चुंबन करने लगा.
चुंबन के साथ-साथ मैं अपनी जीभ को उसके मुँह में डालने लगा और वो भी अपनी जीभ को मेरे मुँह में डालने लगी.
कुछ ही देर में वो पूरी जंगली होती जा रही थी, मुझे भी ज्यादा आवेग से चुंबन करने के लिए कोशिश कर रही थी.
मैं चुम्बन के साथ साथ उसके एक कूल्हे को जोर से दबा रहा था.
उसके अंदाज से लग रहा था कि उसकी बुर पूरी गीली हो चुकी है.
दोस्तो, उस नवयौवना की पहली चुदाई में किस तरह से मजा आया, इसको मैं अपनी इस इंडियन सेक्सी गर्ल की कहानी के अगले भाग में लिखूँगा.
आप मेल करना न भूलें.
[email protected] इंडियन सेक्सी गर्ल की कहानी का अगला भाग: मां के बाद बेटी की सीलतोड़ चूत चुदाई- 3

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