भाभी Xxx हिंदी कहानी मेरे मामा की पुत्रवधू की चुदाई की है. मैंने सेटिंग करके मामा के बेटे के साथ बीवी की अदला बदली की, अपनी बीवी को उसके साथ भेजा.
हैलो फ्रेंड्स, मैं विक्रांत आपको अपने मामी की बहू सोनल के साथ अपनी Xxx चुदाई की कहानी बता रहा था.
भाभी Xxx हिंदी कहानी के पिछले भाग
ममेरे भाई की सेक्सी बीवी को चोदा
में आपने अब तक पढ़ा था कि मैंने अपनी बीवी नैना को सोनल के पति हितेश के साथ चुदने के भेज दिया था और खुद हितेश की बीवी सोनल के साथ चुदाई करने के उसका बाथरूम से बाहर आने का इन्तजार कर रहा था.
अब आगे भाभी Xxx हिंदी कहानी:
वो बाथरूम में चली गई और मैं बिस्तर पर लेट गया.
रूम में जीरो वाट लाल रंग का बल्ब जल रहा था, उसकी डिम लाइट थी.
वो बाथरूम से बाहर आई, तो मैं उसे देख कर पगला गया क्योंकि मैं उसको इस रूप में पहली बार देख रहा था.
आज की रात सोनल की चूत चुदाई की मस्त रात होने वाली थी.
सोनल बाथरूम से बाहर आई तो मैं उसके मदमस्त रूप को देख एकदम से बौरा गया.
मेरे सामने एक सेक्सी सी कुड़ी 5 फुट 1 इंच की … उसकी 36सी-30-38 की फिगर क़यामत ढा रही थी.
सोनल ने एक छोटी सी फ्रॉकनुमा मरून रंग की नाइटी पहनी हुई जो सिर्फ उसकी चूत तक आ रही थी.
नाइटी के नीचे से उसकी थोंग चड्डी उसकी चूत को ढके हुई थी.
जब वो मेरे करीब आई तो मैं और मदहोश और पागल हो गया.
उसकी ये नाइटी एकदम पारदर्शी थी; उसमें से आर-पार का सब दिख रहा था.
उसने ब्रा नहीं पहनी थी जिस वजह से उसके निप्पल वासना से एकदम अकड़े हुए थे.
ये देख कर मैं बिस्तर से उठा और उसे अपने गले से लगा लिया.
मैं उसे ऊपर से लेकर बूब्स तक चूमने लगा- आह जान आंह … तुमने तो मुझे एक भूखा शेर बना दिया है … आह मेरी जान सोनल डार्लिंग … बहुत ही हॉट माल लग रही हो.
सोनल बोली- आज से पहले हमने जितनी बार भी सेक्स किया, वो छिप छिप कर किया, आज मैं अपने पति को बता कर तुमसे चुद रही हूं. आज मुझे इतना चोदो इतना चोदो कि रात भी कम पड़ जाए. मैं तुम्हारे लंड की भूखी हूँ विक्रांत … मुझे अब हितेश का लंड पुराना सा लगता है. प्लीज़ विक्रांत, आज तुम जल्दी से मेरी चूत चोद दो.
मैंने कहा- हां मेरी जान, आज हम सब कुछ मस्ती से करेंगे … लेकिन जल्दबाजी का काम अच्छा नहीं है. हम दोनों आराम से मजा लेंगे. आज कोई जल्दी भी नहीं है और किसी का डर भी नहीं है.
यह कह कर मैंने उसकी चूत के साथ खेलना शुरू कर दिया.
नाइटी के ऊपर से ही मैं उसके स्तनों को चूसने लगा.
मेरे चूची चूसते ही नैना मादक आवाजें निकालने लगी- आह विकु … प्लीज़ फक मी … पहले एक बार तुम मुझे जल्दी से चोद दो … आह मेरी चूत में बड़ी आग लगी है आह!
सोनल की मदभरी आवाजें सुनकर मैं और भी तेजी से उसकी चूची चूसने लगा.
कुछ मिनट बाद वो बोली- विकु मेरी चूत पूरी गीली है … आंह लंड पेलो न!
मैंने उसके कान में धीरे से कहा- गीली चूत को चाटने का तो मजा ही अलग है.
वो कामुक हो उठी और मुझसे छूट कर बिस्तर पर टांगें फैला कर लेट गई.
मैंने उसके ऊपर आकर उसके स्तनों को चूमा और अपनी एक उंगली में थूक लगा कर उसके मुँह में दे दी.
वो भी मेरी उंगली को चूसने लगी.
अब मैंने उसकी नाइटी को उतारना शुरू कर दिया.
अगले ही पल वो मेरे सामने सिर्फ पैंटी में थी.
उसका गोरा और शानदार जिस्म मुझे और भी ज्यादा पागल बना रहा था.
वो भी मेरे कपड़े उतारने लगी. मैं भी सिर्फ कच्छे में रह गया था.
उसने मुझे धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया और मेरे जिस्म को चूमने चाटने लगी.
वो मुझे मेरी गर्दन से लेकर मेरी जांघों तक चाट रही थी.
उसके ऐसा करते समय उसकी चूचियां मेरे जिस्म को रगड़ रही थीं जिससे मेरा लंड और भी ज्यादा खूंखार होता जा रहा था.
मुझसे रहा न गया और मैंने उसे खींच कर लिटा दिया और उसके जिस्म के हर हिस्से को अपनी जीभ से चाटने लगा.
कुछ ही देर में मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया.
हाय … उसका वो नंगा बदन और वो करीने से कटे हुए बालों से सजी हुई चूत मेरे सामने थी.
वो सीन सोच कर आज भी मेरा लंड खड़ा हो जाता है.
फिर मैंने अपने होंठ उसकी रसीली चूत पर रख दिए और चूत को चाटने चूमने लगा.
कुछ ही सेकंड बाद वो वासना से लबरेज आवाजें निकालने लगी.
मैंने उसे काफी गर्म कर दिया था. उससे रहा नहीं जा रहा था. वो एकदम से उठी और मेरे लंड को चूसने लगी.
कुछ ही समय बाद वो मुझे गिरा कर मेरे लौड़े पर अपनी चूत सैट करके बैठ गई.
आह … सोनल की गर्म चूत किसी भट्टी की मानिंद तप रही थी.
अगले कुछ पल बाद वो मेरे लंड पर दौड़ने लगी. उसकी भरी हुई चूचियां मेरे सामने डिस्को कर रही थीं.
मैंने उसे अपनी तरफ खींचा, तो वो समझ गई और उसने अपनी एक चूची मेरे मुँह में लगा दी.
आह … मस्त मजा आ रहा था.
मैं अपने भाई की बीवी की धकापेल चुदाई कर रहा था और उधर भाई, मेरे कमरे में मेरी बीवी को रगड़ रहा होगा.
ये अहसास मुझे और भी ज्यादा गर्म कर रहा था.
कोई दस मिनट बाद सोनल मेरे सीने पर गिर कर हांफने लगी.
अब मैंने अपने होंठ सोनल की रसीली चूत पर रख दिए थे और उसकी चूत को चाटने चूसने लगा था.
कुछ सेकंड बाद सोनल कसमसाती हुई मादक आवाज निकालने लगी- आंह आंह विकु मर गई … आह साले चाट ले आह!
सोनल की सांसें बढ़ने लगी थीं.
मैं समझ गया कि इसका काम तमाम होने वाला है. मैं उसकी चूत में और अन्दर तक जीभ डाल कर चूसने लगा.
‘आह्ह्स्स्स् … आह्ह … जान मैं गई आह विकु … मेरा पानी उम्मन आआह …’
वो झड़ने को हो गई थी, मगर उसी समय मैं उसकी चूत से हट गया.
अब वो पगला गई थी.
वो बोली- आंह क्यों हट गए … मुझे और चूसो न विक्रांत … प्लीज़ … और तेज!
मैंने उससे कहा- आवाज धीरे निकाल सोनू … किशी उठ जाएगी.
फिर 5-7 मिनट तक मैं उसकी गीली चूत चाटता रहा और उसकी आवाज़ भी कुछ ज्यादा भारी होने लगी.
चूत के पानी की वजह से पूरा छेद गीला हो गया था.
मैं सीधा उसके होंठों के पास गया और उसके होंठों को चूमने लगा.
हम दोनों फिर से स्मूच करने लगे.
स्मूच करते-करते उसे अपना हाथ मेरे कच्छे के अन्दर डाल कर अचानक से मेरे लंड पर एक चूंटी काट दी.
मेरी एक तेज आवाज निकली- आह … साली क्या कर रही है!
वो मेरे कान में कहने लगी- अब बताओ मेरी जान … मेरी चूत मारोगे या हितेश को बुलाऊं?
मैंने उससे कहा- उसको बुलाने की जरूरत नहीं है. वो इस समय मेरी बीवी को चोद रहा होगा.
अब सोनल ने मेरे कच्छे को उतारा और बोली- जब वो तेरी बीवी को चोद रहा होगा, तो तेरे लंड में कौन से कांटे लगे हैं साले … तू भी तो मुझे चोद ना!
ये कहते हुए उसने मेरे नंगे हो चुके लंड को पकड़ लिया और उसके साथ खेलती हुई उसको चूमने लगी.
मेरा लंड तन गया और पूरी औकात में आ गया.
मेरे तने हुए लंड की लम्बाई सात इंच हो गई थी, जिसे देख कर सोनल मचल उठी.
मैंने कहा- अब इसे चूसो बेबी. ये भी थोड़ा खुश हो जाएगा और तुम्हारी चूत भी अच्छे से चोदेगा.
ये कह कर मैं बेड से उठ कर कुर्सी पर बैठ गया.
सोनल मेरे सामने खड़ी हो गई और अगले ही पल वो घुटनों के बल बैठ कर मेरे लंड पर अपने होंठ फिराने लगी, लंड को चूसने लगी.
आह क्या मस्त नजारा था … कमरे की लाल डिम लाईट और सामने सोनल का नंगा बदन … मुझे मजा आ गया था.
कोई पांच मिनट तक लंड चूसने के बाद मैंने उससे कहा- अब आ जाओ मेरी जान … मेरे लंड को चूत की भूख लग आई है.
मैंने साइड की टेबल पर रखा कंडोम का पैकेट उठाया और अपने लौड़े पर चढ़ा लिया.
एक बार मैंने फिर से अपने कंडोम चढ़े लंड को सोनल के मुँह में दिया और उस पर कुछ ज्यादा सा थूक लगवा लिया.
सोनल भी अपनी चूत खोल कर लेट गई.
मैंने उसके ऊपर चढ़ कर लंड चूत की फांकों में सैट किया और उसके होंठों पर अपने होंठ जमा दिए.
सोनल से रहा नहीं जा रहा था, उसने अपनी गांड उठानी शुरू कर दी और मैंने धीरे धीरे करके अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया.
उसकी मीठी आह निकलनी शुरू हो गई.
मैंने उसके मुँह से अपने होंठों को हटाया तो उसकी आवाज बाहर निकलने लगी- उफ़ आंह विकु आह …धीरे धीर पेलो … आह मजा आ रहा है.
मैंने कहा- अब बता साली कि हितेश और नैना की क्या बात बताना चाह रही थी.
सोनल बोली- अभी जाने दे अभी सिर्फ मुझे चोद दे राजा, मैं बहुत प्यासी हूं. हितेश तो मुझे चोदना पसंद ही नहीं करता. उसे तो और लोगों की बीवियां चोदना पसंद है. आज उसे मौका मिल गया है, वो तुम्हारी बीवी को हचक कर पेल रहा होगा.
ये सुनकर मैंने झटके से लंड अन्दर पेल दिया.
वो सिसकारी भरी आवाज में बोली- अह मर गई.
“बता न मेरी जान!”
“उफ्फ … क्या बताऊं राजा … हितेश तेरी बीवी नैना के लिए भी बड़ी रसीली बातें करता है.”
मैं उससे बोला- तो बता ना साली … हितेश मेरी बीवी की कौन सी रंगीली बातें करता था, वो उसके साथ क्या क्या करना चाहता था साला.
वो कुछ नहीं बोल रही थी, बस मेरे लंड से चुदने का मजा ले रही थी.
मैंने फिर से कहा- कुछ तो बता साली, जब तक नहीं बताएगी, मैं तुझे नहीं चोदूंगा.
वो बोली- तो सुन, मैं ज्यादा नहीं बताऊंगी, बस इतना बता रही हूँ कि अगर हितेश को नैना पसंद है, तो नैना को भी हितेश पसंद है.
मैंने कहा- मतलब?
“मतलब ये कि हितेश और नैना आपस में काफी पहले से एक दूसरे को पसंद करते थे और वो दोनों एक दूसरे से वीडियो कॉल पर बात करते थे.”
“ये तुझे कैसे मालूम था?”
“मैंने एक दिन हितेश को नंगा देखा था वो वीडियो कॉल पर नैना से बात कर रहा था.”
ये सुनकर मेरे दिमाग में सब साफ़ हो गया कि नैना ने एकदम से हितेश के साथ सेक्स करने की बात मान ली थी.
अब तक मैंने सोनल को काफी गर्म कर दिया था. उससे रहा नहीं जा रहा था.
वो एकदम से उठी और मेरे लंड को चूसने लगी.
कुछ ही समय बाद वो मुझे गिरा कर मेरे लौड़े पर अपनी चूत सैट करके बैठ गई.
आह … सोनल की गर्म चूत किसी भट्टी की तरह तप रही थी.
अगले कुछ पल बाद वो मेरे लंड पर दौड़ने लगी. उसकी भरी हुई चूचियां मेरे सामने मस्त हिल रही थीं.
मैंने उसे अपनी तरफ खींचा, तो वो समझ गई और उसने अपनी एक चूची मेरे मुँह में लगा दी.
कोई दस मिनट बाद सोनल झड़ गई और मेरे सीने पर गिर कर हांफने लगी.
मैंने उसे अपने लंड के नीचे ले लिया और धकापेल चुदाई शुरू कर दी.
कोई पांच मिनट बाद मैंने अपने लंड का पानी अपने भाई की बीवी की चूत में निकाल दिया.
हम दोनों थक कर चूर हो गए थे इसलिए चिपक कर लेट गए.
फिर सोनल मुझे बाथरूम में ले गई और हम दोनों एक दूसरे के अंगों को साबुन लगा कर मसलने लगे और उसी दौरान फिर से गर्मा गए.
सोनल ने मेरे लंड को फिर से चूसना शुरू कर दिया था.
जल्दी ही वो कुतिया बन गई और मैंने उसे पीछे से चोदना शुरू कर दिया.
दस मिनट बाद सोनल झड़ गई और उसने मेरे लंड को चूत से निकाला और चूसने लगी.
मुझसे भी नहीं रहा गया और मेरे लंड से वीर्य उगलना शुरू कर दिया.
वो मेरे लंड का माल चूसने लगी और मजा लेने लगी.
हम दोनों ने ऊपर उठ कर एक दूसरे के होंठों को चूसना शुरू कर दिया.
मुझे मेरे वीर्य का नमकीन स्वाद मिलने लगा.
वो इठला कर बोली- अपने माल का टेस्ट कैसा लगा?
मैंने उसके मुँह में वापस अपना रस छोड़ा और हंसते हुए कहा- मस्त स्वाद है.
हम दोनों कुछ देर बाद नहा कर बाहर आ गए और बिस्तर पर लेट कर आराम करने लगे.
करीब आधा घंटा बाद सोनल उठी और अलमारी से रेड वाइन की बोतल ले आई.
हम दोनों वाइन का मजा लेने लगे और हितेश व नैना की चुदाई की बातें करने लगे.
दोस्तो, अपनी अगली सेक्स कहानी में मैं आपको अपनी बीवी की चुदाई लिखूँगा कि वो मेरे भाई के लंड से कैसे चुदी और मैंने सोनल को पूरी रात में किस किस तरह से चोदा. साथ ही सोनल की बहन को भी अपने इस पारिवारिक चुदाई समारोह में कैसे शामिल किया.
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