ममेरी बहन की और भाभी की चूत की चुदाई-4

ममेरी बहन की और भाभी की चूत की चुदाई-4

ममेरी बहन की और भाभी की चूत की चुदाई-3

मामी पूजा करने गई तो भाभी ने मेरे कमरे में आ कर फटाफट अपनी चूत की चुदाई करवाई और मेरा माल अपनी चूत में भरवा कर जांघें भींचती हुई नीचे चली गई!

थोड़ी देर के बाद जब मैं नीचे आया तो भाभी मामी के साथ कुछ बात कर रही थी, दोनों रसोई में थी, मैं भी रसोई में उनके पास जा कर खड़ा हो गया।

भाभी ने तिरछी नज़र से मुझे देखा और मुस्करा कर बोली- मम्मी जी, अब पायल की शादी के बाद जल्दी से इस राजू की भी शादी कर दो, एकदम हटा कटा जवान हो गया है।
वो मुझे छेड़ने के लिए बोल रही थी।

मैं कब पीछे हटने वाला था, बोल पड़ा- क्यों भाभी, मैं जवान हो गया तो तू क्यों जल रही है?
‘हाय… मैं क्यों जलूँगी.. जलें मेरे दुश्मन.. मैं तो बहुत खुश हूँ। कितना सुन्दर लग रहा है मेरा राजू! उसने प्यार से मेरा गाल पर सहलाते हुए कहा।

मामी हमारी लड़ाई देख कर हंस पड़ी और बोली- तुम दोनों हमेशा लड़ते ही रहते हो, कभी तो प्यार से बात करा करो! अच्छा मैं चलती हूँ अपने कमरे में, तुम दोनों अपनी बातें करो।
वो हंस कर अपने कमरे में चली गई।

उनके कमरे का दरवाज़ा बंद होते ही मैंने भाभी को पीछे से दबा लिया। भाभी ने ब्रा और पेंटी पहन ली थी। एक हाथ से ब्लाउज में कसी चुची भींच डाली और दूसरे से कमर मसल दी और गर्दन पर चूमते हुए धीरे से कान के पास पूछा- क्यों भाभी, सच में खुश है मेरी जवानी से?

‘हाय राम! और नहीं तो क्या.. तू ही तो मेरा असली गबरू जवान है जो इतना मजा दे सकता है कि अभी तक मेरी मुनिया लप-लप कर रही है… क्या मस्त खड़े खड़े चुदाई कर डाली, वो भी एक बार सामने से और एक बार पीछे से… और इतना सारा रस भर दिया मेरी मुनिया में! सच राजू, यह तो जवानी का एकदम नया तजुर्बा है मेरे लिए!’

हम दोनों प्यार में इतना खोए थे कि पता ही नहीं चला कब पायल आकर रसोई के दरवाजे पर खड़ी हो गई और हमारी बातें सुन रही थी।
‘अच्छा तो यह बात है.. आप दोनों मुन्ना मुन्नी का खेल खेल चुके हैं, वो भी अकेले अकेले?’ पायल ने अंदर आकर नेहा भाभी को साइड से अपनी बांहों में भर लिया और गाल पर चूमने लगी।

मैं भाभी को छोड़ कर एक तरफ खड़ा होकर उनका प्यार देख रहा था।
‘हाय पायल, तू कब आई? तेरे बिना सारी ख़ुशी, मस्ती अधूरी लगती है। आज सच में रानी, बहुत मन हो रहा था इस जालिम मस्ताने के साथ करने का और क्या मस्त मजा दिया है उफ़… अभी तक मस्ती चढ़ी है।’ नेहा ने पायल को होठों पर चुम्मी करते हुए कहा और अपना दूसरा हाथ बढ़ा कर अपनी दूसरी साइड में मुझे लपेट लिया।

‘सच भाभी, आज तो बहुत खुश नज़र आ रही है। कल रात की मस्ती के बाद तो आज मेरा भी बहुत मन कर रहा था, पर कोई बात नहीं, मैं तो रात को सब पूरी कर लूंगी पर तुझे देख कर बहुत अच्छा लग रहा है।’ पायल ने धीरे से अपना हाथ बढ़ा कर मेरा पाजामे में खड़ा लंड पकड़ कर भाभी की नंगी कमर पर रगड़ दिया।

‘राजू तू भाभी को संभाल, मैं अभी कपड़े बदल कर आती हूँ।’ पायल ने अलग होकर मुझे चूम कर कहा और प्यार से हम दोनों को देखती हुई रसोई के बाहर चली गई।

उसके जाते ही भाभी मुझसे लिपट गई और होठों को जोर से चूमने लगी- सच में राजू, आज तो तूने बहुत खुश कर दिया, अब तो तेरे लिए रात का इंतज़ाम भी हो गया। अब तो तू भी खुश है ना?
‘हां भाभी, बहुत खुश हूँ, पर तेरी ख़ुशी देख कर सच में बहुत अच्छा लग रहा है।’ मैंने उसके चूतड़ों को मसल दिया और ब्लाउज के ऊपर से चुची को काट लिया।

वो हाय कर उठी और किलकारी मारने लगी।
तभी पायल वहां आ गई- हाय भाभी, क्या हो गया जो इतनी मस्ती में चिल्ला रही है?
पायल ने भाभी से साइड से लिपट अपनी छोटी से स्कर्ट के नीचे चुत को उसके कूल्हों पर दबा कर कहा और गाल पर चूमने लगी।

‘कुछ नहीं हुआ मेरी रानी.. बस वही छेड़-छाड़ हो रही थी… यह ले अपनी चाय.. अब तुम दोनों बाहर जा कर बातें करो और मुझे जल्दी से अपना काम ख़त्म करने दो। मैं भी अभी काम खत्म करके आती हूँ।’ भाभी ने प्यार से मुस्कराते हुए पायल को चाय का मग देकर कहा।

‘ठीक है, तुझे अकेले मजा लेना है तो हम चलते हैं। चल राजू बैठते हैं… यह बता। यह भाभी तो बदमाश है… पर आज तुझे क्या हुआ कि खड़े-खड़े पानी पीला दिया भाभी को?’ पायल ने मुझे अपने साथ बाहर ले जाते हुए पूछा।

हम दोनों डाइनिंग टेबल की कुर्सी पर बैठ कर बाते करने लगे।
‘अरे पायल, यह आज जो कुछ हुआ यह भी भाभी की ही बदमाशी थी। मालूम है आज जब मैं ऑफिस से आया तो भाभी ने ब्रा और पेंटी नहीं पहनी थी और रसोई में मुझे अपना पल्लू हटा कर अपना माल दिखा रही थी।’ मैंने टेबल के नीचे पायल की गोरी चिकनी जांघ पर हाथ रख कर सहलाते हुए कहा।

‘ओह… हो… तो यह बात है… भाभी तुझे अपना माल दिखा कर पटा रही थी। क्यों भाभी ने पहले ही से प्रोग्राम बना रखा था क्या?’ पायल ने मेरा हाथ थोड़ा अंदर घुसा कर अपनी नंगी चुत से छू दिया और जांघों को भींच लिया।

‘इस में पटाने का क्या… तू भी तो इस मस्ताने राजू को आज रात की मस्ती के लिए पटा रही है पायल रानी!’ भाभी ने रसोई से जवाब दिया।

‘मेरा तो बचपन का दोस्त है, मैंने क्यों पटाना है…’ पायल ने अपनी जांघों को थोड़ा सा खोल कर मुझे फुसफुसा कर बोली- बस ऐसे ही छू, निकालना नहीं!’ उसने भी टेबल के नीचे पजामे में उछलते लंड को पकड़ लिया।

थोड़ी देर में भाभी भी आ गई और हम ऐसे ही मस्ती करते रहे जब तक मामी अपने कमरे से नहीं आ गई।

उस रात को जब पायल मेरे कमरे में आई, मैं बिस्तर पर टांगें फैला कर बैठा था, वो झट से अपनी स्कर्ट उठा कर मेरी टांगों पर बैठ कर चूमते हुए पूछने लगी- क्यों राजू, तुझे भाभी की लेने में बहुत मजा आता है?
‘हां, खूब अच्छा लगता है… सच तो यह है कि मैं बहुत दिन से भाभी को नंगी देख कर मुठ मारता रहा हूँ.. अब जा के उसकी मारने को मिली है। बहुत मजा आता है। क्या फच फच रसीली माल है उसकी!’ मैं पायल की चुत में उंगली कर रहा था और वो मेरे पजामे से लंड निकाल कर खेल रही थी।

‘हाय राम सच्ची, तूने कैसे भाभी को नंगी देखा रे?’ पायल ने वही पुरानी स्टाइल में रौब दिखाते हुए पूछा।
‘मैं क्यों बताऊँ, है मेरी एक सीक्रेट जगह जहाँ से मैं भाभी की मस्त गोरी चिकनी गदराई जवानी देख कर बहुत उत्तेजित हो हर मुठ का मजा लेता हूँ।’

‘ठीक है, पर अब तो उसकी मार कर असली चुदाई का मजा ले लिया ना!’ पायल ने अपनी चुत से लंड को रगड़ कर मस्ती में उछलते हुए कहा।
‘हां ले तो लिया यार.. पर नंगी चुदाई का मजा की कुछ और है.. वो अभी तक नहीं लिया.. आज भी टाइम नहीं था, बस जल्दी जल्दी दीवार के साथ खड़े खड़े ही घुसवा लिया भाभी ने.. और दो ही धक्कों में झड़ गई… फिर मैंने उसको घुमा कर पीछे से घुसा कर दमादम ठोका और पिला दी अपनी मलाई!’

‘हां चल ठीक है, अब मुझे तेरी नंगी चुदाई करनी है।’ पायल ने हंस कर उठ कर अपनी स्कर्ट और टीशर्ट निकाल कर नंगी मेरे बराबर में बैठ, नीचे झुक कर लंड को चूमने लगी और सुपारे को मुँह में लेकर चूसने लगी।

‘देख पायल, यह बात ठीक नहीं है, कल तूने ऊपर चढ़ कर चोदा था। आज मैं तेरी चुदाई करने वाला हूँ, अब तेरा रौब नहीं चलेगा।’ मैंने उसकी चुत में उंगली घुसा कर दाने को अंगूठे से रगड़ दिया।
वो मस्ती और चुदास से उछाल पड़ी- हाई… सी… उम्म्ह… अहह… हय… याह… उह… क्या करता है बदमाश.. ऐसे तो बिना चुदाई के ही निकल जाएगा। ठीक है चल आज तू चोद… अब तेरा लंड भी एकदम तैयार है और मेरी चुत भी!’
उसने बदमाशी से अपनी गोल-गोल मुलायम चूची मेरे सीने पर दबा कर हंस कर कहा।

मैंने झट से उसको मुँह में लेकर चूस लिया और काट लिया।
वो हाई… कर उठी- उफ़…साला… जंगली बहुत बदमाश हो गया है दो ही दिन में.. ऐसे मत कर, नहीं तो मैं चिल्ला पड़ूँगी और सब जाग जाएँगे।

‘ठीक है, नहीं करुँगा।’ मैं बिस्तर से उतर कर नीचे खड़ा हो गया और झट से अपना पजामा और कुरता निकाल दिया और नंगा ही बिस्तर के किनारे ज़मीन पर खड़ा पायल की टांगें पकड़ कर किनारे खींच लिया।
उसके चूतड़ बिस्तर के किनारे पर थे और टांगें ऊपर हवा में उठा कर खोल दी और अपने दाहिने और बायें तरफ करके उसके ऊपर झुक गया।

‘हाय राम, ऐसे क्या ऊपर से खड़े खड़े ठोकेगा.. उफ़ लगता है आज भाभी की चुत मारने के बाद बहुत जोश चढ़ा है राजू?’ पायल भी मस्ती में अपने चूतड़ों को उठा रही थी।
मेरे लंड का सुपारा उसकी खुली चुत को छू रहा था।

‘हां रानी, आज तो बहुत जोश में हूँ… बस तू जरा सा इसको गीला कर दे, फिर देख क्या मजा देता हूँ तुझे भी चुदाई का!’
‘हाई राम! जरा धीरे घुसाना राजू.. नहीं तो कल की तरह दर्द होगा…’ पायल ने अपनी खुली हुई कसी गुलाबी चुत के होठों के बीच सुपारे को जोर से रगड़ कर खूब गीला कर दिया और खुद ही अंदर घुसा कर अपने चूतड़ों को उठाने लगी ‘हां…राजू… हां…घुसा दे धीरे से… उह्ह्ह… सी…हाई!’

मैंने लंड को थोड़ा अंदर दबाया और आधा अंदर घुसा कर उसकी चुची चूसने लगा।
पायल मस्ती में तड़फ उठी और सिसकारने लगी- हाई पूरा अंदर करना… बहुत जालिम है राजू, बहुत तड़फ़ाता है सी… जल्दी कर दे!

मैंने एक बार और लंड को दबाया और पूरा अंदर घुसा कर पूरी रफ़्तार से चुदाई करने लगा, पायल भी अपनी कमर हिला कर चूतड़ों को उठा कर मेरा साथ दे रही थी।

मैं 10 मिनट तक पायल को दमादम चोदता रहा.. पायल मस्ती में नाच रही थी, बड़बड़ा रही थी और फिर अकड़ने लगी, चुत को कस लिया और झटके मार कर झड़ गई।

मैंने भी दो तीन और धक्के मारे और चुत के जड़ में लंड को घुसा कर पिचकारी मार दी और उसके ऊपर लेट गया।
दोनों की सांसें तेज़ चल रही थी, हम दोनों एक दूसरे को चूम चूम कर प्यार कर रहे थे.. पायल बहुत खुश थी।

थोड़ी देर बाद पायल ने उठ कर अपने कपड़े पहन लिए और नीचे अपने कमरे में चली गई।

इस तरह मेरा नेहा भाभी और पायल की मस्त चुदाई का सिलसिला दो महीने तक चलता रहा।
फिर पायल की शादी हो गई और भाभी प्रेग्नेंट हो गई।

आपको यह बहन की और भाभी की चूत की चुदाई की कहानी कैसी लगी, अपने विचार अवश्य लिखें।
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