पोर्न भाभी फक कहानी में मैंने एक जवान देसी भाभी की चूत चुदाई की उसी के घर में! मैं उनका किरायेदार था. वे मुझे अपने काम के लिए बुला लेती थी क्योंकि उनके पति बाहर रहते थे.
मेरा नाम अजय कुमार पटेल है, मैं ललितपुर का रहने वाला हूँ.
यह कहानी 2017 की है जब मेरा एडमिशन राजकीय पॉलीटेक्निक झांसी में हो गया था.
मेरे लिए झांसी एक बिल्कुल नया शहर था.
मैं झांसी गया था पढ़ने के लिए … लेकिन वहां पर मेरे साथ ये घटना घटी थी.
मैं वहां पर रहने के लिए एक कमरा किराये पर देख रहा है था.
कुछ दिन के बाद मुझे झांसी में एक कमरा किराये पर मिल गया.
मैं अपना सामान लेकर वहां पहुंच गया.
मकान मालिक की एक लड़का एक लड़की और एक बहू थी.
उनकी बहू का नाम सपना था, देखने में एकदम पटाका माल थी.
उसे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
यह पोर्न भाभी फक कहानी इसी सपना भाभी की है.
शुरू में मेरा उसके प्रीति कोई भी ऐसा मन नहीं था, मैं अपनी पढ़ाई में ध्यान देता था.
2-3 माह तक सबकुछ ठीक चलता रहा.
पर मकान मालिक का लड़का ज्यादातर घर से बाहर ही रहता था और घर पर कम ही आता था.
इस कारण भाभी शायद प्यासी रहती थी.
वह मुझसे अपने घर के कुछ काम बोल देती थी.
मैं उनके काम कर भी देता था.
धीरे धीरे मेरी उनके साथ मजाक भी होनी शुरू हो गई.
उनके दो मकान थे, एक में वे लोग रहते थे और दूसरे मकान में कुछ किरायेदार रहते थे.
मैं भी उसी दूसरे मकान में रहता था. मैं अक्सर उनके मकान में जाया करता था और हंसी मजाक करता था.
एक दिन मैं दोपहर के समय उनके घर गया.
उनके घर में कोई नहीं था. केवल सपना भाभी टीवी देख रही थी.
मैं भी उनके साथ टीवी देखने लगा.
वह अपने बेड पर बैठी थी, मैं उनके बगल में बैठा था.
मैंने उनके पीछे से बैड पर अपना हाथ रख लिया.
उन्होंने कुछ नहीं कहा.
फिर हमारी सामान्य सी बातें होने लगी.
बातों बातों में मैंने उनसे पूछा- भैया इतने दिनों तक घर नहीं आते. आपको बुरा नहीं लगता?
तो वह बोली- लगता तो है. पर क्या करूं?
मैंने कहा- आपका मन नहीं होता उनके साथ रहने का?
तो भाभी ने कहा- होता है. पर वे किसी और लड़की के चक्कर में बाहर हैं.
मैंने कहा- ऐसा नहीं हो सकता. आप इतनी खूबसूरत हैं. आपको छोड़कर किसी और को कोई देख भी नहीं सकता. अगर आप मेरी बीवी होती तो मैं तो कभी आपको अकेला नहीं छोड़ता.
इस पर भाभी बोली- अच्छा, इतनी अच्छी लगती हूँ मैं आपको?
मैंने कहा- हां!
भाभी बोली- तो क्या करते हो आप?
मैं बोला- जो आपको करवाना हो, वह सब मैं कर सकता हूँ.
भाभी ने मेरा हाथ कंधे से उठाकर अपनी कमर पर रखवा लिया.
मैंने अपना दूसरा हाथ भी भाभी की कमर पर रख लिया और उसे सहलाने लगा.
भाभी ने भी मेरे हाथों पर अपने हाथ रख लिए.
इसके बाद मैं अपने हाथ ऊपर ले जाकर उसके ब्लाउज के ऊपर ले गया और उसके दूध दबाने लगा.
वे भी अपने हाथों से मेरा साथ देने लगी और अपने दूध दबाने लगी.
उनकी सांसें तेज हो रही थी और मैं उसके दूध को ब्लाउज के ऊपर से दबा रहा था.
भाभी के दूध बड़े ही मुलायम थे. मुझे उसके दूध दबाने में बहुत मजा आ रहा था.
और वह भी आंखें बंद करके मजे ले रही थी.
मैं अपने हाथों को नीचे ला रहा था ताकि उसकी चूत देख सकूं.
उसकी नाभि से होते हुए मैं अपने हाथ उसकी चूत के ऊपर जैसे ही हाथ लाया, उसे अचानक पता नहीं क्या हुआ, मुझसे अलग हो गई.
मैंने कहा- क्या हुआ भाभी?
तो वह बोली- ये गलत है. तुम जाओ यहां से!
मैं उसे नाराज नहीं करना चाहता था इस कारण में अपने कमरे में आ गया.
अगले दिन दोपहर के समय उसका कॉल आया, बोली- अजय, घर पर आना कुछ काम है.
मैं समझ गया कि आज पक्का मुझे इसकी चूत चोदने को मिलेगी.
तो मैं तुरंत उसके यहां गया.
मैंने देखा कि वह फिर आज मूवी देख रही थी और नई साड़ी पहन रखी थी जिसमें वह एकदम मस्त माल लग रही थी.
तब मैंने कहा- क्या हुआ भाभी?
वह बोली- अकेले अच्छा नहीं लग रहा था, इस कारण बुला लिया. आओ बैठो!
मैं उनके बगल में जाकर बैठ गया.
उन्होंने मेरे हाथ अपनी कमर पर रखवा लिए.
मैं फिर उसे सहलाने लगा.
इस बार वे भी मेरा साथ देने लगी.
मैं अपने हाथ उसके वक्ष पर ले गया और उन्हें मसलने लगा.
उसने अपने हाथ मेरे हाथ पर रख लिए और दूध को दबाने लगी.
मैं उसको किस करने लगा.
भाभी आज मेरा भरपूर साथ दे रही थी.
मैंने किस करते करते उसे बैड पर लिटा दिया और मैं उसके ऊपर आ गया.
अब मैंने उसके ब्लाउज के बटन खोल दिए.
उन्होंने लाल रंग की ब्रा पहनी हुई थी.
मैंने उनकी ब्रा भी उतार दी.
उनके चूचे बाहर आ गए.
मैं एक दूध को दबा रहा था.
एक को मुंह से चूस रहा था.
मुझे बहुत मजा आ रहा था.
भाभी की मादक सिसकारी निकल रही थी और बोल रही थी- खा जाओ अजय इनको! इन ने बहुत परेशान कर रखा है.
मैं लगातार उन्हें दबा और पी रहा था.
भाभी आह उह भरी सिसकारियां निकाल रही थी.
मैं अपने एक हाथ को उनकी नाभि से होकर उसकी चूत पर ले गया.
चूत पानी पानी हो रही थी.
मैं मुंह से उसके दूध चूस रहा था और एक हाथ से उसकी चूत सहला रहा था. उस की चूत पानी छोड़ रही थी.
मैंने उसकी चूत में एक उंगली डाली.
भाभी की सिसकारी निकल गई.
मैं एक उंगली को अंदर बाहर करने लगा.
फिर मैंने 2 उंगली भाभी की चूत में डाली.
उसे बहुत ही मजा आ रहा था और बोल रही थी- करते रहो!
मैं 2 उंगली उसकी चूत में अंदर बाहर 5 मिनट तक की.
इसके बाद भाभी बोली- रुको!
मैं रुक गया.
भाभी ने मेरी पैन्ट उतारी.
मेरे अंडरवियर में मेरा 7 इंच का लंड पूरे उफान पर था.
उसने मेरे लंड को सहलाया और बोली- अजय, अब इसे मेरी चूत में डाल दो. बहुत दिन से तड़फा रही है.
मैंने उसे बेड पर पुनः लिटाया और उसकी पैंटी उतार दी.
उसकी चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी, उससे पानी टपक रहा था.
मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा और धक्का लगाया.
मेरा लंड उसकी चूत में आधा चला गया.
उसकी थोड़ी सी चीख निकली.
मैंने लंड खींचकर पुनः एक साथ उसकी चूत में डाल दिया.
उसकी दबी सी चीख निकल गई.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
तो वह बोली- मेरे पति का लंड तुमसे छोटा है, इस कारण दर्द हो रहा है. तुम चिंता मत करो. तुम मुझे चोदते रहो. यह चूत मुझे बहुत परेशान करती है.
मैं और तेज तेज धक्के लगाता रहा.
अब उसकी चूत में से फच्च फच्च की आवाज आ रही थी.
इस तरह 20 मिनट तक मैं उसकी चूत मारता रहा और हम दोनों एक साथ झड़ गए.
मैंने अपना पानी उसकी चूत में डाल दिया और उसके साथ ही चिपक कर लेटा रहा.
उसके बाद तो भाभी मेरी लुगाई जैसी हो गई थी.
मेरा जब मन करता था, उसे अकेली देखकर चोद देता और पोर्न भाभी फक का मजा लेता.
कई बार तो मैंने उसे रात भर चोदा.
आपको मेरी सच्ची पोर्न भाभी फक कहानी कैसी लगी?
जरूर बताइए.
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