न्यूड सिस्टर Xxx चुदाई का मजा मुझे मेरे चाचा की बेटी ने दिया. वह 19 साल की थी और हॉरर फ़िल्में देखती थी मुझे पास बैठाकर! ऐसे ही हम ज्यादा क्लोज़ आ गए.
दोस्तो, मेरा नाम अमित है और मैं इलाहाबाद का रहने वाला हूं.
मेरे घर पर मम्मी पापा और एक छोटी बहन और हमारा अजीज छोटा सा पप्पी भी है.
पापा सरकारी नौकरी में है और मम्मी हाउस वाइफ हैं.
मेरी उम्र 24 साल है मेरी हाईट 5.6 इंच है.
और मेरी अभी पढ़ई चल रही है।
मेरा लंड जो 6 इंच लम्बा है जिसकी मैं अक्सर तेल से मालिश किया करता हूं जिससे वह एकदम चिकना और कठोर हो गया है।
हमारे साथ हमारे पापा के भाई और उनकी वाइफ और उनकी एक लड़की भी साथ में ही रहते हैं.
दोस्तो, न्यूड सिस्टर Xxx चुदाई कहानी उस समय की है जब मैं 21 साल का था.
मेरी कजिन सिस्टर निवेदिता. जिसे हॉरर स्टोरी बहुत अच्छी लगती है, वह अक्सर मेरे साथ ऐसी कहानी फ़िल्में देखा करती थी.
और वह डरती भी बहुत थी पर देखने से मानती नहीं थी।
निवेदिता की हाइट 5.2 इंच होगी.
उसका फिगर एकदम चिकना और सुडौल काया वाला है.
उसका रंग गोरा बदन छरहरा, जिसका साइज़ 34-30-32 का है.
उसके मम्मे जो बहुत ही उभरे भरे पूरे हैं, वह बड़े बड़े स्तनों की मालकिन है जिन्हें मैं चोरी छिपे निहार लिया करता था और खुश हो जाता था.
वह जब भी मेरे साथ भूत की कहानी देखती थी तो उसके वो उभरे हुए दो खरबूजे … ओह माई गॉड … जो उसके कमीज के गले से काफी हद तक नजर आ जाया करते थे.
वह हॉरर स्टोरी देखती और मैं उसके स्तनों को देखता।
एक बार हुआ यू कि रिश्तेदारी में शादी होने के कारण पापा मम्मी और दीदी चले गए थे.
जिससे घर पर मैं और पापा के भाई और उनकी वाइफ यानि चाचा चाची और उनकी लड़की ही घर पर थे.
फिर हमने रात में खाना खाया और अपने अपने रूम में सोने चले गए.
अगली सुबह उठे तो मैंने देखा कि चाचा चाची तैयार होकर कहीं जाने को थे.
जब उन्होंने मुझे उठा देखा तो चाची बोली- नाश्ता बना दिया है, तुम और निवेदिता खा लेना टाइम से! हमें एक फ्रैंड के यहां बर्थ डे पार्टी में जाना है शहर से दूर! तो हम शायद कल सुबह ही लौटें. तो तुम लोग अकेले रहोगे आज! अगर पर तो दरवाजे बन्द करके ही रखना, ओके!
और इतना कह कर वो चले गए।
थोड़ी देर बाद निवेदिता उठी, हमने साथ में नाश्ता किया और फिर थोड़ी टाइम होते ही उसने कहा- चलो अब होरर मूवी देखते हैं.
मुझे भी काफी खुशी थी कि हम घर पर अकेले हैं. पर ऐसे कुछ कर नहीं सकता था तो मैंने अपने सेक्स के अरमानों को काबू में रखा और हॉरर फिल्म देखने लगा.
साथ में उस वक़्त उसके मम्मे मुझे अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे, जिन्हें मैं देखे जा रहा था.
थोड़ी देर बाद फिल्म ख़त्म हुई तो मैं बाथरूम में गया और मुठ मारी, फ़िर अंदर आकर एक और फिल्म लगाई जो बहुत डरावनी थी.
तभी लाइट चली गई जिससे निवेदिता डरने लगी और मुझसे लिपट गई.
उसे महसूस हो गया कि नीचे कुछ उठा हुआ है.
उसने हाथ लगाकर चेक किया तो वो मेरा औजार था।
उसने मुझे छोड़ा और कहती- अब नहीं देखना!
मुझे लगा मेरे खड़े लंड की वजह से वह मुझसे गुस्सा ना हो जाए और उसके मम्मे मैं शायद कभी ना देख सकूं.
इसके बाद वह कमरे से चली गई.
उससे नज़र मिलाने की मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी.
शाम को वह खुद मेरे लिए मैगी नूडल्स बना कर लाई और मुझे खिलाई.
इसके बाद रात का खाना बनाते वक्त उसने मेरी हेल्प भी ली.
इसके बाद हमने खाना खाया.
फिर मैं सोने के लिए जाने लगा.
तभी उसने पीछे से पुकारा- अमित आज मूवी नहीं देखोगे क्या?
इतनी बात सुनते ही मैंने कहा- नहीं, अब नहीं, मुझे सोने जाना है.
वह मानी नहीं और जबरन ले गई- चलो आज तो घर पर अकेले हैं तुम और मैं!
इतना सुनते ही मैंने हामी भर दी और फ़ौरन हम दोनों कमरे में चले गए.
मैंने डरावनी पिक्चर लगाई और देखने लगे.
तभी वह बोली- उस टाइम जब मैं तुमसे लिपटी थी, तब क्या था तना हुआ था तुम्हारा?
मैं शरमाया और बोला- कुछ नहीं!
पर वह नहीं मानी और बोली- मुझे मालूम है कि वो क्या था!
मैं घबराते हुए बोला- क्या था?
उसने कहा- वही … जिसके बिना इंसान कर नहीं सकता.
मैंने कहा- किसके बिना क्या नहीं कर सकता!
तभी उसने कहा- लंड!
यह सुन कर मैं चौक गया.
उसने कहा- बनो मत, मुझे पता है कि जब मैं पिक्चर देखती हूं, तब तुम कुछ और देखते हो!
जिसे सुनते ही मैंने उससे कहा- सच कहा. क्या तुम यह सब जानती थी?
उसने कहा- हां बच्चू, अब देर ना करो. जिस चीज को तुम देखते थे, आज कोई नहीं है. उसका मज़ा लेना चाहोगे? क्योंकि मैं भी नहाते समय तुम्हें देखा करती हूँ.
इसके बाद मैंने उसको गले से लगाया और चुंबनों की बारिश कर दी उसके ऊपर!
उस वक़्त उसके बदन पर एक कुर्ता पजामा था.
और मैंने टीशर्ट और लोअर पहनी हुई थी.
शर्ट के गले से उसके मम्मे झाँक से रहे थे जिन्हें मैं देखे जा रहा था.
मैंने देर न करते हुए उसके होंठों को चूमना चालू कर दिया.
उसने भी मेरे होठों को चूसना शुरू कर दिया था.
थोड़ी देर बाद मैंने उसकी गर्दन पर चुम्बन किया और फिर उसके कमीज के ऊपर से बूब्स को दबाना चालू कर दिया.
इससे वह मचले जा रही थी.
फ़िर मैंने उसके शर्ट को उतार दिया और अपने कपड़े उतार फेंके.
शर्ट बदन से हटते ही एक हसीन यौवन की अप्सरा मेरे सामने दिखने लगी जिसके जिस्म पर गुलाबी रंग की ब्रा और पेंटी जिसका रंग भी हल्का गुलाबी था.
और उस पर गोरा बदन संगमरमर सा सफ़ेद चिकना!
‘आह उह …’ क्या बताऊं … मेरे मुंह से लार टपक रही थी.
आह।
फ़िर न्यूड सिस्टर Xxx चुदाई के लिए बेचैन होकर बोली- अमित, अब शुरू करो जल्दी से, अब रहा नहीं जा रहा मुझसे!
मैंने कहा- जरा रुको मेरी जान!
इतना कहते ही मैंने उसके जिस्म को चुम्बनों से नहलाना शुरू कर दिया.
फिर अपने लबों से उसके कंधों से उसकी ब्रा को उतार दिया जिससे मेरे सामने दो सफेद कबूतर आजाद होकर मस्त उछल रहे थे.
उन्हें मैंने अपने होठों से चूसना शुरू कर दिया. बायें वाले को पीता तो एक हाथ से दायें वाले को दबाता. कभी दायें वाले को पीता तो बायें वाले को दबाता.
कुछ मिनट बाद मैं उसकी पेंटी को भी अपने लबों और दांतों से पकड़ कर हटा दिया और उसकी भूरी चूत को चुम्बन किया।
जब मैंने उसकी चूत चाटी तो उसके मुंह से मादक आवाजें निकलने लगी थीं- उह आह … उह उह … और ज़ोर से … आह चूस लो इसको … अमित मेरे प्यारे भाई … आह आज से तू मेरा भाई नहीं बल्कि मेरा सइयां है.
इतना सुनते ही मैंने उसके मुंह में अपना सुडौल लंड समा दिया जिसे उसने लपक कर चूस डाला और चूस चूस कर मेरे वीर्य को निकसल कर अपने मुंह में ले लिया और गट गट करके पी लिया.
जब मैंने मुंह से लंड निकाला तो उसने लंड निकलते वक्त उसको पकड़ कर एक चुंबन कर दिया।
फ़िर मैंने उसकी चूत पर लंड रगड़ कर धीरे से एक धक्का लगाया और अगले ही पल लंड चूत की गहराई में उतार दिया.
जिससे उसकी चीख निकल गई- आह उह … उह उफ्फ … आह हिस्स … उह आह आह … उह ओह आह उफ्फ … मेरे सोना चोद दो मुझे आज तुम! और बना लो मुझे अपनी बीवी. आह आह … उह आह … उह ओह … हिस्स उह उफ्फ आह उह आह।
और मैं बस बिना रुके लंड को चूत की गहराई में उतारता चला गया.
निवेदिता भी मेरा पूरा सपोर्ट कर रही थी.
‘आह उह ओह हिस्स उह आह उह ओहह उफ’ की आवाज़ों से पूरा कमरा गूंजने लगा था.
लगभग 5 मिनट बाद हम दोनों झड़ गए.
तब हमने आधा घनता आराम किया और सेक्स की बातें करते रहे.
और फ़िर करीब 40 बाद मैंने उसको घुमाया और उसकी गान्ड में बॉडी लोशन लगाया.
कुछ लोशन अपने लंड पर लगा कर चिकना लांड उसकी चिकनी गान्ड पर जोर से रगड़ने लगा.
इससे मुझे बहुत मजा आ रहा था और चिकनाई मेरी बहन की गांड में भर रही थी.
तभी मैंने गांड के छेद पर लंड के सुपारे को दबाया.
सुपारा अंदर जाते ही मेरी और उसकी दोनों की चीख निकल गयी, हम दोनों को दर्द हुआ.
धीरे धीरे मैंने गांड का आनंद लेना शुरू कर दिया.
गांड मारते वक्त उसकी चीख निकल रहीं थी- आह आह आह … उह ओह हिस्स … उह उफ्फ आह!
कमरे में सिर्फ ठप ठप पट पट की आवाज सुनाई दे रही थी.
तभी वह बोली- मेरे पतिदेव जल्दी करो. आह और तेज़ … आह उह आह!
मैं भी बोला- हां मेरी बीवी … मेरी जानेमन … जाने बहार … ले आह … ले ले आज सारा माल तेरी गान्ड में ही भर डालूंगा! ले आह उह!
कुछ समय बाद मैं और मेरी बहन दोनों झड़ गए.
फिर दो घण्टे बाद हमने एक बार और चुदाई की.
उस रात हमने 3 बार सेक्स किया. करीब सुबह 2 बजे हम सोए।
अगली सुबह चाचा चाची लेट आए थे.
उनके आने से पहले सुबह हम दोनों साथ में नहाये और उस टाइम बाथरूम में भी सेक्स किया.
और नाश्ता करने के बाद मैंने फिर एक बार बूब्स को चूस कर दूध पिया.
कुछ देर बाद चाचा चाची आ गए.
तब से लेकर अब तक हम जब भी घर पर अकेले मौका पाते, दबाकर सेक्स करते हैं।
और अब तो उसे जब भी ब्रा और पैन्टी लेनी होती हैं तो मैं ही लाया करता हूं.
हम दोनों मार्केट साथ में ही जाते हैं और वह मेरे लिए अंडरवियर खुद खरीद करती है।
दोस्तो, मैं उम्मीद करता हूं कि मेरी न्यूड सिस्टर Xxx चुदाई स्टोरी अच्छी लगी होगी आपको!
अगर आपको किसी भी प्रकार का सवाल है, या आपपने विचार मुझ तक पहुँचाना चाहते हैं तो मुझे ईमेल पर बता सकते हैं.
धन्यवाद।
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