हॉट लड़की की चुदाई कहानी में पढ़ें कि मैं पार्ट टाइम नर्सिंग करता हूँ. एक बार मैं एक भाभी को टीका लगाने गया. वहां भाभी और उसकी ननद थी. क्या हुआ वहां?
अन्तर्वासना के सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार।
मेरा नाम राज है. मेरी हाइट 5.6 फीट है. मेरा लंड लम्बाई में 6 इंच के करीब है और उसकी मोटाई है 2 इंच से थोड़ी सी ज्यादा।
मैं 38 साल का हूं. मैं दिल्ली में रहता हूं और पार्ट टाइम में नर्सिंग यानि इंजेक्शन देने का काम करता हूं.
अब मैं अपनी कहानी पर आता हूं. यह मेरी पहली कहानी है. यकीन कीजिये आपको बहुत मज़ा आने वाला है इस हॉट लड़की की चुदाई कहानी में।
बात आज से एक साल पहले की है. मुझे रोहन नाम से एक आदमी ने फ़ोन किया और कहा कि मुझे उनकी बीवी को इंजेक्शन लगाना है.
जिस औरत को माँ बनने में दिक्कत होती है उसे डॉक्टर 14 इंजेक्शन लगाने के लिए बोलते हैं.
रोहन से सारी बात होने के बाद संडे को मिलने का समय तय हुआ.
मुझे शाम को 6 बजे बुलाया गया. रोहन ने अपना एड्रेस मुझे व्हाट्सएप पर भेज दिया. मैं तय समय से उसके घर पहुंच गया.
उसने मेरा स्वागत किया और मुझे बैठने के लिए कहा. फिर अपनी बीवी को उसने आवाज दी. जब उसकी बीवी बाहर आई तो मेरा दिल धक् से रह गया.
क्या हुस्न था यारो उसका … एकदम से चौंधिया देने वाला।
उसको छूने के खयाल मात्र से ही मेरा लंड तनकर ऐंठ सा गया. मुझे दिक्कत होने लगी कि अगर लंड पर इनकी नजर गयी तो पता नहीं क्या सोचेंगे.
मैं किसी तरह उसको हाथ से ढके रहा.
उसका नाम खुशबू था. जिस्म भी उसका फूलों के जैसा था. 30 साल की उम्र थी और चूचे जैसे कि दो खरबूजे छाती पर धरे गये हों. एकदम से गोल गोल कसे हुए बोबे.
रोहन की एक बहन भी थी जिसका नाम था पायल. वो 25 साल की थी. वो भी एकदम से मस्त माल थी.
फिर रोहन बातें करने लगा और बोला- राज, मैं कॉलसेंटर में जॉब करता हूं. शाम 4 बजे से सुबह 4 बजे तक मैं जॉब पर रहता हूं. आप कर सकें तो शाम 4 बजे से पहले इंजेक्शन दे देना.
मैं बोला- सर ये तो नहीं हो सकता है. मैं ये काम पार्ट टाइम में करता हूं. मुझे शाम के 6 बजे ही समय मिल पाता है. मैं आपसे यही कहूंगा कि आपके समय के हिसाब से आप किसी और से इंजेक्शन लगवा लें.
तभी उसकी बीवी उससे बोली- सुनिये, यहां पर पायल भी तो है. आप इनको 6 से 8 बजे के बीच शाम में आने के लिए कह दीजिये.
रोहन बोला- चलो ठीक है, तो फिर इनको 7 बजे बुला लेते हैं.
इंजेक्शन का समय तय हो गया.
अगले दिन मैं तय समय पर उनके घर पहुंच गया. पायल ने दरवाजा खोला.
उसे देखते ही मेरे होश उड़ गये. एकदम हॉट माल लग रही थी वो.
वो मुझे चालू किस्म की लड़की लग रही थी. कल भी जब वो मुझे दरवाजे तक छोड़ने आयी थी तो उसने मेरे हाथ से हाथ टच करने की कोशिश की थी.
आज भी वो मुझे शरारती नजरों से निहार रही थी.
उसकी ये हरकतें देखकर ही मेरे लंड में तनाव आने लगा था. उसने घुटनों तक की स्कर्ट पहनी थी और ऊपर से टाइट टॉप था जो नाभि से ऊपर के हिस्से को ही ढक रहा था.
गर्मी का महीना था और वो कुछ ज्यादा ही हॉट थी. मैं तो पसीने पसीने होने लगा था.
मैंने बोला- पायल, जल्दी से आप खुशबू मैडम को बुला दो. मुझे लेट हो रहा है.
वो बोली- अरे आप आज तो पहली दफा आये हैं इंजेक्शन देने. दो मिनट बैठ जायें. भाभी बाथरूम में है. थोड़ी देर में आती होगी. मैं आपके लिये चाय लेकर आती हूं.
मैं बोला- चाय रहने दो. मुझे पानी ही पिला दो. बहुत गर्मी है.
पायल- गर्मी तो होगी ही क्योंकि यहाँ पर दो दो हॉट माल जो हैं.
मैं- क्या कहा तुमने?
पायल- नहीं, कुछ नहीं. आप से खूब जमेगी. यही बोल रही थी.
पायल और हमारी बात चल ही रही थी कि खुशबू भी आ गयी.
वो बोली- अरे राज जी … आप आ गये! आपको मेरी ननद तंग तो नहीं कर रही?
मैंने कहा- नहीं. आपकी ननद तो बहुत प्यारी है. काफी खुले विचारों की लग रही हैं.
खुशबू- हां, सो तो है. आपको सब पता लग जायेगा धीरे धीरे.
ये कहकर उन दोनों ने एक दूसरे को देखा और मुस्करा दीं.
मैं- ठीक है, चलिए … मैं आपको टीका लगा देता हूं. मुझे निकलना भी है फिर!
भाभी- टीका बाजू पर लगाना है या पीछे कमर में?
मैं- कमर पर लगेगा जी। आप पायल को बुला लो. टीका लगने के बाद वो रगड़ देगी.
इतने में पायल भी पानी लेकर आ गयी.
मैंने पानी पिया और अंदर वाले रूम में चले गये. वहां पर केवल एक छत वाला पंखा था और बहुत ज्यादा गर्मी लग रही थी.
फिर खुशबू बेड पर जाकर लेट गयी.
मैं- आप साड़ी को ऊपर कर लें थोड़ा.
खुशबू- आप मुझे भाभी भी कह सकते हैं. शर्मायें नहीं.
मैंने कहा- इतना सम्मान देने के लिए शुक्रिया.
मैंने फिर कहा- भाभी, साड़ी ऊपर कर लें.
फिर पायल आगे आई और उसने भाभी की साड़ी गांड तक उठा दी.
भाभी की गांड पर फंसी पैंटी मुझे दिख गयी. मेरे बदन में पसीना आने लगा.
मैंने इंजेक्शन उठाया और उसमें दवाई भर ली. फिर भाभी की गांड पर हाथ रखा.
उसकी पैंटी को थोड़ा हटाया और उसके चूतड़ पर इंजेक्शन देने ही वाला था कि पायल मेरे करीब आ गयी और उसने मेरे कंधे पर हाथ रखते हुए अपने चूचे मेरे कंधे से सटा दिये.
चूचियों का स्पर्श पाकर मेरे बदन में आग लग गयी.
मैंने उत्तेजना में भाभी के चूतड़ भींचे और एक ही झटके में इंजेक्शन दे दिया.
भाभी चिल्लाई- बहन के लौड़े, क्या कर रहा है!! आराम से करना था!
उसके मुंह से गाली सुनकर मैं हैरान हो गया.
भाभी बोली- सॉरी राज, मैंने गुस्से में कुछ गलत बोल दिया.
मैं बोला- कोई बात नहीं भाभी, मुझे आराम से करना चाहिए था.
फिर उस दिन मैं वहां से आ गया. इसी तरह दो तीन दिन गुजर गये. पायल मुझे रिझाने की पूरी कोशिश कर रही थी. मुझे उसको तड़पाने में पूरा मजा आ रहा था.
चौथे दिन मैं उनके घर पहुंचा तो मैंने बेल बजाई मगर किसी ने दरवाजा नहीं खोला. फिर मैंने देखा कि दरवाजा तो हल्का सा खुला था. मैं अंदर आ गया और सोचा कि शायद वो लोग अंदर रूम में होंगे.
जैसे ही मैं रूम में गया तो मेरे होश उड़ गये. भाभी और पायल दोनों एक साथ बेड पर सो रही थीं. भाभी ने पतली सी नाइटी पहनी थी और उसका पूरा बदन अंदर से दिख रहा था.
नजारा देखकर मैं तो पागल सा हो गया. उसके चूचे और उनके निप्पल साफ चमक रहे थे.
पायल की हालत भी ऐसी ही थी.
मुझे शक तो हुआ कि ये दोनों जरूर सोने का नाटक कर रही हैं.
मैंने भाभी भाभी कहते हुए दोबारा आवाज लगाई।
वो हड़बड़ा कर अपने कपड़े ठीक करते हुए उठी.
मुझे सामने देखा और सॉरी कहा.
फिर उसने पायल को हिलाया और जगाया.
वो बोली- आप इंजेक्शन लगा लो.
पायल अभी भी आलस में थी.
मैंने कहा- मगर भाभी, आज आपने न साड़ी पहनी है और न पेटीकोट, कैसे लगाऊं?
भाभी- कोई बात नहीं, आप लगा लो. जब तीन दिन से सब देख ही रहे हो तो अब कैसी शर्म है. लगा लो आप, आ जाओ.
फिर भाभी पिछवाड़ा ऊपर करके लेट गयी. उसने अपनी नाइटी उठा ली.
खुशबू भाभी की गांड पूरी नंगी थी. नीचे ही भाभी की चूत भी मुझे दिख गयी. मेरे तो हाथ कांपने लगे. नंगी गांड और चूत सामने थी. कैसे रोकता मैं खुद को?
इतने में पायल करीब आ गयी. उसको रगड़ने का काम था. उसने नाइटी और उठा दी और भाभी की गांड कमर तक नंगी हो गयी. मेरा लंड फटने को हो गया. पायल मेरे तंबू को देखकर मुस्कराने लगी.
भाभी बोली- क्या बात है पायल, बहुत हंसी आ रही है?
पायल- भाभी, राज … के हाल तो बेहाल हो रहे हैं.
मैं उन दोनों की शरारत समझ गया था.
मैंने भाभी के चूतड़ों को पकड़ा और इंजेक्शन लगा दिया.
पायल ने उसकी गांड मसल दी और फिर भाभी उठ गयी.
वो बोली- कैसा लगा राज जी आपको?
अनजान बनकर मैंने कहा- क्या?
भाभी- भोले न बनो.
इतना कहकर उसने मेरी पैंट का तंबू पकड़ लिया और लंड को सहलाने लगी.
वो बोली- आह्ह … इतना मोटा और लम्बा है … ये तो फाड़ देगा … पायल की चूत तो इसे ले ही नहीं पायेगी.
अब मेरी भी शर्म खुल गयी और मैं बोला- आप चाहोगी तो सब कुछ हो जायेगा.
भाभी- तो फिर पहले मुझे चोदोगे या पायल को?
मैं- जैसे आपकी मर्जी।
भाभी- ठीक है, कल बताते हैं.
फिर मैं वहां से आ गया.
अगले दिन जब उनके घर गया तो भाभी उदास दिखाई दी.
पूछने पर वो कहने लगी कि उसके पीरियड शुरू हो गये हैं.
मैं- अरे ये क्या हुआ … शिट!!
भाभी- कोई बात नहीं. चार पांच दिन की ही तो बात है. तब तक पायल है न! वो रोज हम पति-पत्नी की चुदाई छुपकर देखती है. उसकी चूत में आग लगी है. तुम्हारे लंड के इंतजार में है.
मैं- तो पायल कहां है?
भाभी- नहा रही है.
मैं- ठीक है, उसे एक ही शर्त पर चोदूंगा.
भाभी- हां बोलो.
मैं- मैं आपके सामने ही उसकी चूत मारूंगा.
भाभी- ठीक है. मगर मेरी भी एक शर्त है.
मैं- क्या?
भाभी- पीरियड खत्म होने के बाद तुम मेरी चुदाई भी पायल के सामने ही करोगे.
मैं- ठीक है. चलिए अब आपको इंजेक्शन लगा देता हूं.
भाभी ने झट से अपनी नाइटी सामने से ऊपर उठा दी. मैंने इंजेक्शन लगा दिया. भाभी उठकर मेरी गोद में आ बैठी. उसने ब्रा भी नहीं पहनी थी.
एक चूची को बाहर निकाल कर उसने मेरे मुंह में डाल दिया. मैं भी बच्चे की तरह उसके दूध को पीने लगा. भाभी सिसकारने लगी और उसकी सिसकारियां सुनकर पायल भी आ गयी.
वो मुस्कराने लगी और बोली- वाह भाभी! अकेली अकेली? भैया को बताऊं क्या?
भाभी- साली रंडी, तेरे लिये ही तो पटाया है इसको.
फिर खुशबू खड़ी हुई और उसने मेरी पैंट खोलकर लंड बाहर निकाल लिया.
वो लंड को हिलाकर पायल को ललचाने लगी.
भाभी- देख क्या रही है रंडी … आजा ले ले राज का लण्ड अपने मुंह में. फड़वा ले अपनी चूत इसके लन्ड से. देख कितना मोटा और लम्बा है.
तभी भाभी अचानक उठी और पायल को पकड़ कर मेरा लन्ड उसके मुंह में डलवा दिया.
पायल मेरे लंड को चूसने लगी.
भाभी- चूस साली … चूस बहन की लौड़ी … देख तेरे भाई से बड़ा और मोटा लण्ड है.
पायल- भाभी मुझे घिन्न आ रही है.
भाभी- साली चूस इसे और आदत डाल. शादी के बाद पति का भी चूसना है तुझे.
अब पायल मेरे लंड को चूसने लगी और भाभी मेरे अंडकोष को चाटने लगी.
फिर हम रूम में आ गये और सारे कपड़े उतार कर नंगे हो गये.
मैं दोनों की चूची बारी बारी से पीने लगा.
भाभी- थोड़ा सब्र करो, अभी तो तुम्हें पायल की चूत फ़ाड़नी है.
मैंने पायल की चूत देखी तो बहुत कमसिन थी. कुंवारी चूत बिल्कुल चिपकी हुई.
भाभी- राज देखो इसकी चूत, चाटो इसको. तुम दोनों 69 पोजीशन में आ जाओ. तुम पायल की चूत चाटो, ये तुम्हारा लण्ड चूसेगी और मैं तुम्हारी गांड चाटूंगी.
हम लोग अपनी अपनी पोजीशन में आ गए.
पायल नीचे थी. मैं अपने लण्ड को उसके मुंह की तरफ करके उसकी चूत का मुआयना करने लगा.
मैंने ऐसी चूत जिंदगी में कभी नहीं देखी थी.
क्या मखमली चूत थी. उसका लाल रंग का दाना था. मैं उसकी चूत को ऐसे चाटने लगा जैसे कोई लाल तरबूज को काट खाता है. पायल जोर जोर से सिसकारी मारने लगी.
तभी भाभी ने मेरा लण्ड पकड़ कर उसके मुंह में डाल दिया और वह बड़े प्यार से मेरा लन्ड अपने गले तक उतारने लगी.
भाभी मेरी गांड को चाटने लगी.
वो मेरी गांड में इस तरह अपनी जुबान घुसाकर घुमा रही थी, मुझे लगा मैं इस दुनिया में नहीं हूं.
इतना मज़ा तो मुझे इतनी औरतें व लड़कियां चोदने में भी कभी नहीं आया था.
हम लोगों के फॉरप्ले को चलते हुए 10 मिनट हो चुके थे. मेरा लण्ड अकड़ कर पायल के गले तक झटका दे रहा था मानो कब लावा फूट पड़ेगा, पता न चले.
पायल का भी बुरा हाल था. वह चुदने की मिन्नतें करने लगी थी.
भाभी उठी और बोली- राज … अब आ जाओ, पायल की चूत चोदने का टाइम हो गया. ये चुदाई के लिए मरी जा रही है.
मैं अपनी पोजीशन में आ गया. पायल लेटी हुई थी. भाभी ने उसकी दोनों टाँगें फैला दीं जिससे उसकी चूत मेरे मुंह के सामने हो गयी. मैंने अपने लण्ड पर एक क्रीम लगा कर उसे चिकना किया.
पायल की चूत पर मैंने अपना लण्ड सेट किया.
भाभी- राज … पहले हल्का धक्का मारना. मैं इसकी चूची पीती हूं तब तक। उसके बाद एक तगड़ा झटका मार कर लन्ड को इसकी चूत में पूरा उतार देना. ये रांड जितना भी रोए तुम झटके पर झटका देना. जब तक इसको मजा न आने लगे घुसाते रहना.
मैंने भी ऐसा ही किया.
पहले हल्का झटका मारा तो वो चिल्लाई लेकिन मैँने ध्यान नहीं दिया.
एक जबर्दस्त झटका मारा तो लण्ड उसकी चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया.
पायल जोर जोर से चिल्लाने लगी और गाली बकने लगी- निकाल अपने लण्ड को मेरी चूत से बहनचोद … बहन के लौड़े … मैं मर गयी! ऊईई मम्मी … मर गयी रे … निकाल ले साले.
भाभी उसकी निप्पल को जोर जोर से चूसने लगी. मैं दनादन झटके पर झटके मार रहा था. कमरे में फच फच की आवाज़ गूंज रही थी.
कुछ देर चुदने के बाद पायल को थोड़ा थोड़ा आराम आने लगा.
फिर चुदाई करवाते हुए वो मज़े से सिसकारी लेने लगी.
भाभी- राज फाड़ डालो इस कुतिया की चूत. बहुत खुजली हो रही थी इसकी चूत में, इसकी चूत का आज भोसड़ा बना दो.
पायल- चोदो राज और जोर से चोदो. मज़ा बहुत आ रहा है. फाड़ दो मेरी चूत. अपनी रांड बना लो … जब भी मन करे मेरी चूत तुम्हारे लिए खुली रहेगी. चोदो … आह्ह … चोदो और जोर से … चोदो … मैं आने वाली हूं … आह्ह … करो … आह्ह … आह्ह … आह्ह।
मैं- ले रण्डी और जोर से … तेरी चूत नहीं मक्खन है. आह्ह … फाड़ दूंगा आज साली … ले … आह्ह … और ले।
फिर मैंने भाभी से पूछा- कहां निकालूं? मेरा निकलने वाला है.
भाभी- राज इसकी चूची पीओ. इसकी चुदाई भी करते रहो. इसकी चूत में ही अपना माल गिरा दो. मैं इसको दवाई खिला दूंगी.
मैंने चूची पीते हुए उसकी चुदाई चालू रखी.
इतने में ही पायल जोर जोर से चीखने लगी और मेरी पीठ को खरोंचने लगी.
हम दोनों चीखते हुए एक साथ झड़ गये.
मैं उसके ऊपर ही गिर गया.
भाभी भी नंगी ही साथ में लेटी रही.
आधा घंटा इस तरह पड़े रहने के बाद भाभी ने मेरा लण्ड और पायल की चूत को साफ किया.
पायल लंगड़ा कर चल रही थी. भाभी ने गर्म पानी से उसकी चूत की सिकाई की क्योंकि उसकी झिल्ली फटने के बाद थोड़ा ब्लड आ रहा था. फिर मैंने अपने कपड़े पहने और वहाँ से चला गया.
भाभी को जब तक पीरियड था तब तक हर रोज मैंने हॉट लड़की की चुदाई की. उसकी गांड भी चुदवा दी. मैंने भी मजे से उस जवान लड़की की कुंवारी गांड की चुदाई की.
फिर पीरियड खत्म होने के बाद मैंने भाभी को भी चोदा. उसके बाद पायल और भाभी के साथ मेरा थ्रीसम भी हुआ. दोनों को मैंने किस तरह मजा दिया वो सब मैं आगे लिखूंगा.
तो दोस्तो, ये थी मेरी सच्ची हॉट लड़की की चुदाई कहानी. आपको भाभी की चुदाई की ये कहानी कैसी लगी इस बारे में अपनी राय जरूर दें. मुझे प्रोत्साहन मिलेगा.
आप मेल जरूर करें ताकि मैं आपके लिए ऐसे ही और भी कहानियां लाता रहूं.
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