भाई बहन सेक्सी स्टोरी में पढ़ें कि मेरी सेक्सी बहन को देख सब लड़के कमेंट करते थे। एक दिन मैंने बहन को बाथरूम में नंगी नहाते देखा तो मुझसे रहा न गया.
दोस्तो, मेरा नाम सोनू है। मैं आपको अपनी आपबीती भाई बहन सेक्सी स्टोरी बताने जा रहा हूं।
यह कहानी मेरी बहन के बारे में है। उसका फिगर बहुत ही मस्त है; वो देखने में काफी सेक्सी है।
मेरे घर में मेरे मम्मी पापा और हम दो भाई बहन ही हैं।
मैं आपको अपने बारे में बताता हूं। मेरा लंड 7 इंच लम्बा है और 3 इंच मोटा है। मेरा लंड किसी भी लड़की की चूत को जड़ तक हिला सकता है।
अब मैं आपको भाई बहन सेक्सी स्टोरी में बताता हूं कि मेरे साथ क्या हुआ था।
ये तब की बात है जब हम स्कूल से पास करने वाले थे। मैं और मेरी बहन साथ में ही पढ़ने जाया करते थे और स्कूल के लड़के मेरी बहन को देखकर गंदे गंदे कमेंट्स करते थे।
बहन के बारे में गंदी बातें सुनकर मुझे बहुत बुरा लगता था मगर मैं अकेला था और वो बहुत सारे लड़के होते थे इसलिए मैं कुछ कर नहीं पाता था।
मगर रोज उनकी बातें सुनकर मेरा दिमाग खराब हो जाता था।
जब स्कूल की छुट्टियां हुईं तो एक रोज़ हमारे घर में कोई नहीं था, बस मैं और मेरी बहन थे।
मेरी बहन नहा रही थी।
शायद वो दरवाजा लगाना भूल गयी थी।
पता नहीं कब दरवाजा हल्का खुल गया था। उसको भी पता नहीं चल पा रहा था शायद क्योंकि घर में हम दोनों ही थे तो वो बेफिक्र होकर नहा रही थी।
मेरी नजर उसके बदन पर गयी तो मैं देखता ही रह गया। उसके बड़े बड़े गोल चूचे और उसकी पानी में भीगी चूत देखकर मेरी तो आंखें ही फैल गयी थीं।
मेरा दिल तेजी से धड़कने लगा था। उसको देखकर मेरा लंड भी खड़ा हो गया।
फिर मैं वहां से चला गया।
कुछ देर के बाद जब वो बाहर आई तो मैं अंदर गया और उसके नाम की मुठ मारने लगा।
उस दिन के बाद से मैंने बहन को गंदी नजर से देखना शुरू कर दिया। अब मुझे उसकी गांड देखना और उसकी चूचियों को घूरने का मन करता रहता था।
मैं दिनभर उसको ताड़ने लगा था।
रोज उसकी चूत के बारे में सोचकर मुठ मारने लगा था।
एक महीना ऐसे ही निकल गया।
फिर अचानक मेरे नाना चल बसे। मेरे मम्मी पापा को उनके यहां जाना था।
हम दोनों के एग्जाम आने वाले थे। हम नहीं जा सके.
मेरे मम्मी पापा को अब 15 दिन के लिए वहीं पर रहना था तो हम दोनों भाई बहन घर पर ही रह गये।
अब मेरे पास पूरा मौका था बहन को पटाने का।
एक दिन मौका देखकर मैंने उसको कह दिया कि मैं उसे पसंद करता हूं।
बहन मेरी तरफ हैरानी से देखने लगी मगर कुछ बोली नहीं।
उसे लगा कि मैं अभी छोटा हूं तो उसने कुछ नहीं कहा और वहां से चली गयी।
मगर उसने मेरे से बात करना बंद कर दिया।
शाम हो गयी और रात भी हो गयी।
वो मुझे खाने के लिए बुलाने आई।
मैंने मना कर दिया कि मुझे भूख नहीं है।
वो बोली- अगर तू नहीं खायेगा तो मैं भी नहीं खाऊंगी।
मैंने कहा कि ठीक है मत खाओ, मुझे नहीं खाना है।
फिर वो बिना कुछ बोले चली गयी और सो गयी।
कुछ देर के बाद मुझे जोर से भूख लगने लगी। मैं खाने के लिए किचन में गया और अपनी बहन पूजा के बारे में सोचने लगा।
पूजा ने भी खाना नहीं खाया था।
मैं उसके रूम में खाना लेकर गया। उसको जगाने लगा तो वो मुझ पर चिल्लायी।
मैंने कुछ नहीं कहा और उससे खाना खाने के लिए कहने लगा।
वो बोली- तू जा, मुझे नहीं खाना है।
मगर मैं नहीं माना और बोला कि एक बार खाना खा लो फिर हम बात करेंगे।
हम दोनों ने खाना खा लिया।
पूजा बोली- हम भाई बहन हैं। हम दोनों के बीच में ऐसा कोई रिश्ता नहीं हो सकता। ये गलत होगा।
मैं बोला- प्यार कभी गलत नहीं होता। मैं तुमसे प्यार करता हूं।
वो बोली- नहीं ये गलत होगा। तुम जाओ यहां से!
मेरी बहन नहीं मान रही थी।
फिर मेरे दिमाग में एक आइडिया आया। मैं बोला- ठीक है, मुझे नींद नहीं आ रही। तुम मेरे साथ बाहर आकर तो बैठ लो। हम थोड़ी देर टीवी देख लेते हैं।
वो मान गयी।
मैंने जानबूझकर टीवी में ब्लू फिल्म चला दी।
जैसे ही उसको टीवी पर चुदाई की फिल्म दिखी वो गुस्सा होकर बोली- ये क्या बकवास लगा दी तूने?
मैंने कहा- देखो ना दीदी … मजा आयेगा।
वो उठकर जाने लगी तो मैंने उसका हाथ पकड़ लिया।
सामने टीवी पर एक गोरी लड़की चुद रही थी।
मेरा मन भी बहन को नंगी करने का कर रहा था मगर मैं जोर नहीं डालना चाह रहा था।
मैंने उसको उकसाने के लिए कहा- मुझे पता है तुम नहीं देखोगी, अगर ऐसा किया तुम्हें भी मुझसे प्यार हो जाएगा।
वो बोली- ऐसा कुछ नहीं है, मैं तेरे साथ ऐसा कुछ नहीं करना चाहती।
मैं बोला- तो फिर तुम डर क्यों रही हो, अगर ऐसा नहीं है तो मेरे साथ बैठकर देखो ये फिल्म!
पूजा ने मेरी चुनौती स्वीकर कर ली; वो मेरे साथ बैठकर चुदाई की फिल्म देखने लगी।
बहन के साथ पोर्न वीडियो देखते हुए मेरा तो बुरा हाल हो रहा था। मैंने देखा कि पूजा के माथे पर भी पसीना आने लगा था।
मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और सहलाने लगा।
उसने एक बार मेरी तरफ देखा और फिर दोबारा से फिल्म देखने लगी।
मैंने उसकी जांघ पर हाथ रख दिया और सहलाने लगा।
अब उसकी सांसें तेज होने लगीं।
मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपने गर्म कड़क लंड पर रखवा दिया।
वो मेरे शॉर्ट्स के ऊपर से मेरे लंड को पकड़े रही।
मैंने उसकी नाइटी के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया।
बहन की चूची दबाते हुए मेरे लंड में और ज्यादा जोश आने लगा और वो पूजा के हाथ में झटके देने लगा।
इधर पूजा भी मेरे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी थी; वो गर्म हो रही थी।
फिर मैंने उसका चेहरा अपनी ओर किया और उसके होंठों पर होंठ रख दिए।
वो कुछ नहीं बोली और मैं उसके होंठों को चूसने लगा।
फिर मेरी बहन भी साथ देने लगी। हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे।
मैं बहन की चूचियां दबाता रहा और वो मेरे लंड को पकड़ कर सहलाती रही।
बहुत मजा आ रहा था। आज मेरा सपना पूरा हो रहा था।
फिर मैंने उसको लिटा लिया और उसकी नाइटी ऊपर कर दी।
पूजा ने नीचे से पैंटी भी नहीं डाली थी।
उसकी चूत देखते ही मेरे मुंह में पानी आ गया।
मैंने उसकी चूत पर हाथ फेरा और फिर जीभ से चाटने लगा।
पूजा सिसकारने लगी- आह्ह … भैया … ये क्या कर रहे हो!!
मैंने कहा- तुम्हें प्यार कर रहा हूं बहना!
फिर मैंने उसकी चूत में जीभ दे दी और चूत को पूरी अंदर तक चाटने लगा।
अब पूजा बहुत ज्यादा गर्म होने लगी। उसकी चूत से पानी का नमकीन स्वाद आने लगा था।
मैं उसकी चूचियों को जोर जोर से दबा रहा था।
पूजा अब जोर जोर से सिसकार रही थी- आह्ह … आह्ह … ओह्ह … भैया … आराम से … आह्ह … पागल हो रही हूं मैं … आह्ह ऐसे मत चाटो।
मैंने देखा कि अब पूजा खुद ही अपने बूब्स को दबा रही थी। उसकी चूचियों के निप्पल एकदम से मटर के दाने के जैसे गोल गोल ऊपर उभर आये थे।
फिर उसने मेरे सिर को अपने हाथों से चूत पर दबाना शुरू कर दिया।
वो जोर से सिसकारने लगी- आह्ह भैया … और जोर से चूसो … आह्ह … हाय … आह्ह … चूसते रहो।
पूजा मेरे सिर को जोर से दबा रही थी। मेरी भी सांस रुकने लगी थी।
फिर एकदम से उसकी चूत से ढेर सारा गर्म गर्म पानी बाहर निकलने लगा।
मेरा पूरा चेहरा उसकी चूत के पानी में भीग गया।
वो शांत हो गयी। मैंने उसकी चूत का पूरा पानी पी लिया। बहुत मजा आया मुझे उसको पीने में।
मेरा लंड पागल हुआ जा रहा था। मैं उठा और उसके मुंह के पास लंड ले गया और चूसने को बोला।
बहन ने मेरे लंड को चूसने से मना कर दिया।
फिर मैं उसकी चूत को दोबारा से सहलाने लगा; उसकी चूत में उंगली करने लगा।
थोड़ी देर तक उसके होंठों को चूसते हुए मैं उसकी चूत में उंगली करता रहा।
फिर वो गर्म होकर बोली- बस भैया … अब चोद दो मुझे। मैं पागल सी हो रही हूं।
मैं भी बहन की चुदाई के लिए मरा जा रहा था। मैंने उसकी टांगों को खोला और अपना लंड उसकी चूत के छेद पर टिका दिया।
मैंने एक जोर का धक्का मारा और मेरे लंड का सुपाड़ा उसकी चूत में घुस गया।
वो जोर से चिल्लायी- आईई … मम्मीईई … मर गयी! बाहर निकाल कुत्ते … बहुत दर्द हो रहा है।
मगर मैंने उसकी एक न सुनी। मैंने लगातार धक्के लगाने शुरू कर दिये और पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया।
अब मैं उसको चोदने लगा। कुछ देर तक वो चीखती चिल्लाती रही मगर फिर शांत होने लगी।
धीरे धीरे उसको चुदने में मजा आने लगा; मैं भी अब मस्ती में चोद रहा था।
फिर पूजा ने धीरे धीरे नीचे से गांड उठाकर धक्के लगाने शुरू कर दिए।
अब वो चुदने का पूरा मजा लेने लगी।
मेरी स्पीड अब काफी तेज हो चुकी थी। मैं जोर जोर से उसकी चूत में लंड को पेलने लगा।
अब उसकी चूत एकदम से लाल हो चुकी थी। मेरे मोटे लंड का जोर उसकी चूत को फाड़ रहा था।
पहली बार बहन की चूत चुदाई कर रहा था इसलिए मैं भी ज्यादा नहीं रुक पा रहा था। मैंने अब पूरे जोश में धक्के लगाने शुरू किये और पूजा मेरे बदन से लिपट गयी।
उसकी चूत से फिर से पानी निकल पड़ा। मगर मैं उसको चोदता रहा।
फिर मेरा निकलने को हो गया। मैं उसकी चूत में माल नहीं गिरा सकता था इसलिए मैंने उसकी चूत से लंड को निकाल लिया।
मैं लंड को उसके मुंह के पास ले गया। अबकी बार उसने मना नहीं किया और मेरे लंड को मुंह में ले लिया। मैं उसके मुंह को चोदने लगा.
फिर दो चार धक्कों के बाद मेरे लंड का पानी उसके मुंह में ही निकल गया।
अब मैं जोर जोर से हांफ रहा था और पूजा भी। हम दोनों एक दूसरे से लिपट कर लेट गये।
मैं उसकी चूत को छेड़ता रहा और वो मेरे लंड को सहलाती रही।
वो बोली- भैया, मैं तो हैरान हूं कि भाई के लंड से चुदकर भी इतना मजा लिया जा सकता है।
मैंने कहा- हां, रिश्ते के अलावा हम दोनों आखिर हैं तो लड़का-लड़की ही न … वैसे भी लंड कभी चूत के बिना नहीं रह सकता और चूत लंड के बिना नहीं रह सकती। जैसे अभी तुम्हारी चूत मेरे लंड के लिए तड़प गयी।
फिर हम दोनों जाकर फ्रेश हुए और फिर मैं अपने रूम में चला गया। पूजा अपने कमरे में चली गयी। अगले दिन जब मैं सोकर उठा तो मैं पूजा को देखकर हैरान रह गया।
उसने शादी वाला जोड़ा पहन लिया था। वो दुल्हन बनी घूम रही थी।
मैंने पूछा तो वो कहने लगी कि जल्दी से नहा लो, मुझे कुछ काम है।
तो मैंने नहाकर कपड़े बदल लिये।
वो मुझे फिर घर में बने मंदिर में ले गयी.
वहां पर मेरे हाथ में सिंदूर थमा दिया और वो बोली- अब तुम मेरी मांग भर दो।
मैंने वैसा ही किया।
इस तरह मैंने अपनी बहन से शादी कर ली; हम दोनों पति पत्नी बन गये।
उस रात फिर मैंने अपनी सुहागरात मनायी। पूजा को मैंने रातभर चोदा और खूब एक दूसरे की प्यास बुझायी।
अगले दिन पूजा से चला भी नहीं जा रहा था।
मैंने उसको दर्द की गोली लाकर दी।
फिर मैंने पूजा की चूत की सिकाई भी की। उसके बाद मैं बाहर से खाना लाया और हमने साथ में खाना खाया और पूरे दिन आराम किया।
इस तरह हम दोनों 14 दिन तक घर में पति पत्नी की तरह रहे।
उसके बाद फिर भाई बहन सेक्सी चुदाई चलती रही। फिर हम कभी होटल में तो कभी बाहर कहीं सुनसान खुली जगह में चुदाई करने लगे।
दोस्तो, ये थी मेरी बहन की चुदाई की कहानी … आपको ये भाई बहन सेक्सी स्टोरी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।
मुझे आप लोगों के मेल का इंतजार रहेगा।
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