बीवी के सामने उसके पति से गांड चटवाई

बीवी के सामने उसके पति से गांड चटवाई


गर्ल ऐस लिक स्टोरी में पढ़ें कि जिम में एक अकड़ू लेडी को सबक सिखाने के लिए मैंने ट्रेनर के सामने उसकी बेइज्जती कर दी। उसने मुझे रंडी कहा तो मैंने इसका बदला लिफ्ट में उसके हस्बेंड को गर्म करके लिया!
हैलो फ्रेंड्स,
मैं सिमरन!
आपने मेरी पिछली कहानी
अनजान लड़की की चूत में मेरे बॉयफ्रेंड का लंड
पढ़ी होगी.
आज मैं आपके लिए अपनी एक और गर्म गर्ल ऐस लिक स्टोरी लाई हूं।
मैं जानती हूं कि बहुत सी औरतें इस बात को कभी किसी के सामने स्वीकार नहीं करती होंगी कि वो मोटी हो गई हैं।
लेकिन आपकी सिमरन इस मामले में थोड़ी अलग है जो किसी बात को छिपा नहीं रखती।
उस वक्त मैंने सबसे जरूरी फैसला जिम जॉइन करने का लिया, जब मैं रोज अपने बढ़ते हुए पेट को देख रही थी।
मैंने अपने उभरे हुए चूचों को देखा। मैं सच में मोटी हो रही थी।
जब लड़के मेरे मोटे पेट को देखकर मुझसे नजर फेरने लगे थे तो मेरे लिए जीना बहुत मुश्किल लगने लगा था।
तो मैंने एक यूनिसेक्स जिम जॉइन कर लिया।
यहां लड़के-लड़कियां दोनों ही जिम करने आते थे।
एक महीने तक मैंने बहुत मेहनत की।
उसके बाद मैंने एक दूसरा जिम जॉइन किया जहां पर लेडीज के लिए अलग रूम बनाया गया था।

अब तक मेरा फिगर फिर से कातिलाना हो गया था और मैं पूरे कॉन्फिडेंस में आ गई थी।
इस जिम की एक खास बात ये थी कि यहां की लेडीज अपनी बॉडी को लेकर कुछ ज्यादा ही ध्यान देती थीं।
साथ ही जिम ट्रेनर भी अपने क्लाइंट्स के लिए कुछ ज्यादा ही ध्यान देने वाले थे।
एक हफ्ते के अंदर ही मैं उन सभी लेडीज की आंख का कांटा बन गई जो अपने आप को कुछ ज्यादा ही फिट समझती थीं।
जिम में एक लड़की थी नेहा (बदला हुआ नाम)।
नेहा की बॉडी अच्छी थी, शेप में थी लेकिन वह पतली थी।
वो वहां की सारी लेडीज के लिए खुद को खुद ही उनका लीडर समझती थी।
मैं ये भी देख रही थी जिम के ट्रेनर उसकी टाइट गांड और बूब्स को एक्सरसाइज करवाने के बहाने टच करने की कोशिश करते रहते थे।
और मैं ये भी समझ चुकी थी कि अगर मैं अपने पास आने दूं तो कोई भी ट्रेनर मेरी सुडौल बॉडी पर हाथ फेरने के लिए तैयार हो जाएगा।
लेकिन मुझे किसी ऐसे वैसे जिम ट्रेनर की जरूरत नहीं थी।
मैंने वहां एक असली मर्द को ढूंढा और उसके साथ जिम में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताने की कोशिश की।
जो कोशिश मैं कर रही थी, उसमें मुझे कामयाबी भी मिली।
वो मेरी तरफ आकर्षित होना शुरू हो गया था।
जल्द ही उसने नेहा को इग्नोर करना शुरू कर दिया और मेरे साथ ज्यादा वक्त बिताने लगा।
वो वर्कआउट के टाइम मेरे पास रहकर मुझे गाइड करता ताकि वो मेरी बॉडी को टच कर सके।
एक दिन की बात है कि मैं नेहा के आगे वाली मशीन पर ही साइकलिंग कर रही थी।
हमेशा की तरह उसने ये दिखाया कि जैसे मैं वहां पर मौजूद ही नहीं हूं, और उसने उस मर्द लड़के को बुलाया जिसको मैं फंसा रही थी।
वो हमारे पास आया और नेहा की मदद करने लगा।
लेकिन जैसे ही उसने मुझे वहां देखा, वो नेहा को छोड़ मेरे पास ही आ गया।
बहाने से उसने मेरी गांड पर अपना लंड सटा दिया।
हौले हौले साइकिल चलाते हुए मैं उसके मोटे लंड को अपनी गांड पर महसूस कर रही थी।
मैंने फिर उससे कहा- मैं थोड़ी थकी हुई हूं आज!
इसलिए उसने अपना लंड अब और जोर से मेरी गांड से सटा दिया और मुझे अपने आगोश में लेते हुए मेरे बूब्स को थाम लिया।
नेहा ये सारा नजारा देख रही थी और जली जा रही थी; उसने फिर से उस लड़के को बुलाया।
उसने कहा- येस मैडम, अभी आता हूं!
अब वो लड़का उसको नेहा कहने की बजाय मैडम कहकर बुलाने लगा था जिससे नेहा का मूड और ज्यादा खराब होता दिखने लगा।
उस लड़के के अंदर की आग को अब पूरी तरह से भड़काने के लिए मैंने कहा- यहां पर कुछ भी पकड़ने के लिए सही जगह नहीं है! है न?
इस बात पर हम दोनों ठहाका लगाकर हँस पड़े।
मैंने जानबूझकर ऐसी हँसी निकाली जिससे नेहा को लगे कि हम उसकी बेइज्जती पर हँस रहे हैं।
नेहा से यह बर्दाश्त नहीं हुआ, उसकी गांड से जैसे धुंआ निकलने लगा और वो जलती-भुनती उस रूम से बाहर निकल गई।
कुछ देर के बाद मैंने भी वर्कआउट करना बंद कर दिया और रूम से बाहर आ गई।
मैं घर पर फुल बाथ लेना चाहती थी इसलिए मैंने जिम के शॉवर को आज छोड़ दिया।
जब मैं लिफ्ट के पास पहुंची तो नेहा अपने हस्बेंड के साथ खड़ी थी।
उस वक्त वहां हम तीनों ही थे।
उसके हस्बेंड ने उसका जिम बैग उठाया हुआ था और वो उस पर किसी बात को लेकर चिल्ला रही थी।
जैसे ही मैं पहुंची थी, उसने चिल्लाना बंद कर दिया था।
अब उसके हस्बेंड ने उस पर से ध्यान हटा लिया और मेरी बॉडी पर नजर घुमाने लगा।
फिर लिफ्ट आकर रुकी, नेहा अंदर घुस गई लेकिन उसका हस्बेंड मेरे पीछे आया।
नेहा ने देख लिया कि उसके पति की नजर कहां है, इसलिए वो फिर से चिल्ला पड़ी।
वो बोली- आसपास खड़ी रंडियों को इतनी इज्जत देने की जरूरत नहीं है!
मैं- कोई बात नहीं नेहा, मुझे जरा भी बुरा नहीं लगा, अगर तुम्हारा हैंडसम हस्बेंड तुम्हारे रहते हुए भी मुझे इतनी इज्जत दे रहा है!
नेहा अपने पति की ओर देख रही थी, जो अब मेरी मोटी गांड पर नजरें जमाए हुए था।
मैंने इस पल का फायदा उठाया और धीरे से लिफ्ट का स्टॉप बटन दबा दिया।
लाइट बल्ब जलता रह गया लेकिन लिफ्ट और पंखा दोनों एक साथ रुक गए।
गर्मियों के दिन थे और लिफ्ट थम जाने से अंदर का माहौल और ज्यादा गर्म हो गया था।
मैंने शॉवर नहीं लिया था, इसलिए एकदम से मुझे बहुत ज्यादा पसीना आना शुरू हो गया।
उधर नेहा बेचैन होने लगी थी क्योंकि उसने चेहरे पर हल्का मेकअप किया हुआ था।
नेहा- अब इडियट बनकर मत खड़े रहो! तौलिया निकालो और मुझ पर हवा करो। भगवाने जाने अब इस लिफ्ट में क्या आग लग गई है!
उसका इस तरह चिल्लाना उसके पति को गंवारा न हुआ, वो गुस्से में आ गया और उसने जिम बैग वहीं उसके पैरों में फेंक दिया और उसकी तरफ गुस्से से देखने लगा।
उसी वक्त मैंने अपनी स्पोर्ट्स ब्रा उतार दी और अपने चूचे वहीं पर नंगे कर लिए जो अब पसीने में चमक रहे थे।
मेरी नंगी चूचियां देखकर नेहा के हस्बेंड का मुंह खुला का खुला रह गया।
नेहा भी एकदम से चौंक पड़ी और उसे जैसे मेरी इस हरकत पर यकीन ही न हुआ।
मैं- क्या तुम इसे (ब्रा को) पकड़ सकते हो? मुझे अपने बूब्स पर मसाज करनी है। मेरा बेवकूफ ट्रेनर आज इनकी मसाज करना भूल गया।
नेहा के पति ने मेरी स्पोर्ट्स ब्रा को बिना कुछ कहे थाम लिया।
वो उसे सूंघने ही वाला था कि उसको ध्यान आ गया कि उसकी बीवी भी लिफ्ट में है।
मैं- ओह, मैं ये खुद तो नहीं कर पाऊंगी। पोजीशन ही सही नहीं है। क्या आप मेरे बूब्स को मसाज कर सकते हैं?
मेरे इन शब्दों पर उसके पति को जैसे यकीन ही नहीं हुआ।
उसके पति ने पहले तो कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन जब नेहा ने उसे दोबारा डांटा तो उसका मूड अब बदल गया।
वो मेरी ओर बढ़ा और मेरी चूचियों को थाम लिया।
वह मेरी आंखों में देखते हुए उनको दबाने लगा और उनसे खेलते हुए उनको खींचने भी लगा।
मैं हल्की सिसकारियां लेने लगी और उसके पति की सांसें भी तेज हो गईं- आह्ह … तुम्हारे हाथ कितने सख्त और मजबूत हैं … थोड़ा आराम से करो … ओह्ह … ऐसे मत खींचो मेरे निप्पल्स!
नेहा उसके पति से- तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है क्या? तुम्हें दिख नहीं रहा कि मैं भी यहां खड़ी हूं और सब कुछ देख रही हूं, गधे?
मैं उसके पति से- इस रंडी की बात मत सुनो। उसे तो पता ही नहीं है कि एक मर्द से कैसे पेश आते हैं।
नेहा- ओह, देखो कौन कह रहा है … आज तक की सबसे चुदक्कड़ औरत जो मैंने देखी है!
इतने में ही मैंने उसके पति के ट्राउजर को खींच दिया और उसके अधसोए सांवले लंड को बाहर निकाल लिया।
मैं- तुम्हारे पति का लंड तो मुझे देखकर कर खड़ा हो रहा है? शायद तुमने ऐसे आदमी से शादी की है जिसको रंडियां चोदना ज्यादा पसंद है। तो अब लूज़र कौन हुई?
नेहा पति से- तुम उसकी चूचियों को दबाना अब बंद करोगे, पागल आदमी?
इतने में मैंने उसके हस्बेंड का लंड पकड़ लिया और उसकी मुठ मारने लगी।
इससे उसकी वासना और ज्यादा बढ़ गई।
अब जो थोड़ा बहुत डर उसके मन में उसकी बीवी के लिए था, वो भी जाता रहा।
मैं- आह्ह … बहुत अच्छा कर रहे हो तुम तो … मुझे और ज्यादा मजा आएगा अगर तुम मेरी गांड भी चाट लो … मेरी गांड में पसीना आया हुआ है और मैं ऐसे बाहर नहीं जा सकती हूं।
इतना सुनते ही उसका पति नीचे घुटनों पर बैठ गया।
उसने मेरी ट्रैक पैंट को खींच दिया और मेरे चूतड़ों को दोनों हाथों से फैलाकर मेरे छेद को बेतहाशा चाटने लगा।
वो इतनी मस्ती से और दिल लगाकर चाट रहा था कि उसकी जीभ मेरी गांड के छेद और चूत के ऊपर बहुत देर तक टिकी रहती थी।
नेहा- तुम देख नहीं सकते कि वो तुम्हें कुत्ता बनाकर काम ले रही है? लूजर हो तुम!
मैं- देखो, उसकी बातों को नोट करो, वो तुम्हें क्या क्या बोल रही है! क्या मैंने तुम्हें ऐसा कुछ कहा? मैं जानती हूं तुम बहुत खास हो!
धीरे से मैं मुंह नेहा के पास ले गई और फुसफुसाकर कहा- कुत्ते!
नेहा का पति नेहा से- काश मेरी शादी इससे हो गई होती। इसकी गांड कितनी मस्त है, तुम्हारी तो कुछ नहीं इसके सामने।
मैं- मैं ये नहीं कह रही हूं कि तुम एक कुत्ते हो। हां लेकिन तुम एक कुत्ते के जैसे मेरी गांड को चाट रहे हो।
नेहा का हस्बेंड- ओह, मैं तो खुशी खुशी तुम्हारा कुत्ता बनने को तैयार हूं अगर मुझे इस गांड को चाटने का मौका मिले!
मैं- तो तुम्हें रोका किसने है! मेरे छेद के अंदर घुसा दो अपनी जीभ … दिखाओ अपनी बीवी को कि तुम अपनी मालकिन से कितना प्यार करते हो!
नेहा के पति ने अपनी लार टपकाती जीभ को मेरी गांड के छेद के अंदर दे दिया।
जितना अंदर उससे घुसाई जा सकती थी उसने घुसा दी और जीभ से मेरी गांड को चोदने लगा।
उसके हाथ मेरी जांघों को लगातार सहला रहे थे और बार बार मेरी चूत तक पहुंच रहे थे।
अभी मैं उसे चूत का मजा नहीं लेने देना चाहती थी इसलिए मैंने उसको वहां तक अच्छी तरह पहुंचने नहीं दिया।
अब मैंने उसको खड़ा होने के लिए कहा।
वो मुझे अपनी बांहों में लेने के लिए बेताब था और अपना लंड मेरी गांड पर लगाकर धकेल रहा था।
लेकिन मैंने उसको दूर ही रहने के लिए कहा और जो मिल रहा है उसी का मजा लेने के लिए कहा।
नेहा अपनी आंखों पर विश्वास नहीं कर पा रही थी।
अब वो मुझे उसके पति के काले लंड पर गांड रगड़ते हुए देख रही थी।
शायद उसको ये देखकर भी हैरानी हो रही थी कि उसके पति का लंड आज इतना लम्बा कैसे हो गया है।
मैं अपनी गांड को गोल गोल घुमाते हुए उसके लंड पर रगड़ रही थी और उसके सेक्स की आग को और ज्यादा भड़का रही थी।
वो मेरी गांड को भींचना चाहता था लेकिन मैंने सिर्फ उसको छूने ही दिया।
जब भी मैं ज्यादा देर तक उसके लंड पर गांड को लगा रही थी तो उसकी सिसकारियां निकला शुरू हो जाती थीं।
उसका लंड बार बार मेरी गांड की दरार के ठीक बीच में आकर फंस जाता था।
इसी पॉइंट पर आकर मैं लंड को रगड़ने की बजाय सहलाना शुरू कर देती थी।
ऐसा कुछ ही देर करने में ही उसके पति के लंड से ढेर सारा वीर्य मेरी गांड की दरार में निकल कर फैल गया।
इससे पहले कि वो मेरे बदन पर गिरकर ढेर होता, मैंने उसको वो माल गांड से चाटकर साफ करने के लिए कह दिया।
नेहा ने उसके इस गंदे काम को देखकर अपने दांत भींच लिए।
उसके बाद मैंने अपने कपड़े पहने और काफी तरोताजा महसूस किया, भले ही मेरा बदन पसीने से भीग चुका था।
नेहा का पति अभी भी मेरे सुडौल बदन पर ही नजर जमाए हुए था।
उधर नेहा भी अपने पति को ही देख रही थी।
इसी बीच मैंने लिफ्ट का स्टॉप बटन फिर से दबा दिया।
लिफ्ट दोबारा से शुरू हो गई और नेहा ने चैन की सांस ली।
लिफ्ट से बाहर आने से पहले मैंने उसको साफ शब्दों में एक बात समझा दी।
मैंने कहा- असल में लिफ्ट खराब हुई ही नहीं थी। ये किसी वजह से रोकी गई थी।
कहकर मैंने आंख मार दी.
यह सुनकर गुस्से के मारे नेहा की आंखों में खून उतर आया, उसने मेरे हाथ की तरफ देखा जो लिफ्ट के स्टॉप बटन की ओर इशारा कर रहा था।
तो दोस्तो, इस तरह से मैंने एक वाइफ के सामने ही उसके हस्बेंड के मजे लिए।
मुझे पक्का यकीन है कि बहुत से और भी हस्बेंड इसी तरह अपनी बारी का भी इंतजार कर रहे होंगे!
और ये न्यौता मैं सिर्फ जिम वालों को नहीं दे रही हूं, बल्कि अपने प्यारे रीडर्स को भी दे रही हूं।
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