वाइफ फ्रेंड सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी बीवी की दो सहेली थी. हम चारों इकट्ठे पढ़ते थे. शादी के बाद भी मेरी बीवी की सहेली से मेरा सम्पर्क बना हुआ था.
नमस्ते दोस्तो, मैं आर्यन एक बार पुन: हाजिर हूँ. आप लोगों ने मेरी पिछली सेक्स कहानी
कॉलेज टूर में लंड चुसाई का मजा
को पढ़कर काफी सराहा था. आप सभी पाठकों ने मुझे काफी संख्या में ईमेल भी भेजे और सेक्स कहानी की तारीफ भी की. उसके लिए आप सभी का धन्यवाद और आभार.
ये वाइफ फ्रेंड सेक्स कहानी पांच साल पहले शुरू हुई थी. उस समय मेरी होने वाली बीवी की पढ़ाई चल रही थी और आज शादी के बाद भी उसकी पढ़ाई चालू ही है.
मेरी बीवी की दो बेस्ट फ्रेंड थीं और उन दोनों को मैं पहले से ही जानता भी था. इस लिए हम सभी आपस में काफी ज्यादा घुल-मिल गए थे. क्योंकि मेरी बीवी और मैं कॉलेज में साथ में ही पढ़ते थे.
आज उन तीनों सहेलियों में से एक तो मेरी बीवी थी. बाकी दो किंजल और सादिका थीं. मैंने ये नाम बदले हुए लिखे हैं.
उन तीनों सहेलियों में किंजल कुछ ज्यादा ही ओपन माइंडिड थी. वो मेरी बात का कुछ ज्यादा ही रिस्पॉन्स देती थी. सादिका मुझे सिर्फ देखती थी, उसकी तरफ से कुछ भी रिस्पॉन्स नहीं मिलता था. बात में पता चला कि वो किंजल से कितनी जलती थी.
आज की इस सेक्स कहानी को मैं किंजल से ही शुरू करता हूँ.
किंजल समेत मेरे पास उन सभी के नंबर थे. उन तीनों के कॉलेज का काम मैं ही करता था … या यूं कहो कि तीनों को लाने-ले जाने के अलावा हर तरह की हेल्प करना भी मेरी ही जिम्मेदारी थी.
कॉलेज में किंजल का एक दोस्त था जो कि उसे बाद में उस समय परेशान करने लगा था जब किंजल की शादी तय हो गई थी.
वो किंजल को डराता रहता था कि तू यदि मेरे साथ बात नहीं करेगी या मेरे साथ घूमने फिरने नहीं चलेगी, तो मैं तेरी सारी बातें तेरे मंगेतर और होने वाले पति के सामने ओपन कर दूंगा.
ये बात किंजल ने ग्रुप में अपनी दोनों सहेलियों को बताई और बाद में मुझे भी ये सब पता चला.
तो मैंने उस लड़के को अपनी भाषा में समझा दिया और किंजल की प्रॉब्लम खत्म कर दी.
इस बात से किंजल मुझसे और क्लोज़ हो गई.
उसका मंगेतर फिलहाल किसी यूरोपीय देश में था, वो वहां कमाने की जगह रंगरेलियां ज्यादा करता था.
इस बात को लेकर किंजल उससे ज्यादा उदास रहा करती थी.
फिर उसने किंजल से शादी भी कर ली और किंजल अपने पति के साथ उसके शहर में चली गई.
अब किंजल का शहर मेरे शहर के नजदीक ही था और उसको कुछ भी काम होता था तो मेरे शहर ही आती थी.
कुछ एक साल के अन्दर किंजल का पति वापस विदेश चला गया.
फिर एक दिन मैंने यूं ही किंजल को मैसेज किया. ये मैसेज कुछ सेक्सी था.
कुछ देर के बाद में किंजल का रिप्लाई आया तो मैंने उसे सॉरी बोला कि गलती तुझे मैसेज चला गया.
किंजल बोली- कोई बात नहीं, हो जाता है.
फिर मेरी उससे बात होने लगी.
कब एक घंटा हो गया, पता नहीं चला.
मैंने किंजल से कहा- चल अब रात को बात करते हैं.
उसने भी हां कर दी.
रात को किंजल का मैसेज आया. हम दोनों फिर से चैट करने लगे.
किंजल ने मुझसे करीब एक घंटा बात की. उसमें मैंने उसके पति की बात छेड़ दी थी.
वो एकदम से फट पड़ी. उसने मुझे सबकुछ जल्दी जल्दी बताना शुरू कर दिया.
ये सब चैट से हो रहा था, तो मैंने उससे कहा- मैं कॉल करता हूँ.
किंजल मान गई.
मैंने कॉल किया. वो पहले से ही अपने पति को लेकर गुस्से में थी.
मेरे शुरू करते ही वो उसको गालियां देते हुए बताने लगी- वो साला मादरचोद ऐसा है … वैसा है. दूसरी लौंडियों के चक्कर में रहता है, मुझे कुछ मानता ही नहीं है. ये वो … फलां ढिकां!
उस वक्त उसने वो सब बात भी बोल दीं, जो उसे नहीं बोलनी चाहिए थीं.
वो इतने गुस्से में थी कि बस अपने पति को गालियां देकर ही उसकी बातें करती जा रही थी.
किंजल कुछ ही समय में ये भी बोलने लगी थी कि साले के लंड में जब आग लगती है, तो वो हरामी मेरी चड्डी खोल कर मुझे चोदने लगता है. उसने कभी ये जानने की कोशिश नहीं की कि मेरी क्या मर्जी है … उसने ये सब कभी नहीं सोचा.
यूँ ही किंजल से बात करते करते रात के तीन बज गए, तब जाकर उसने फ़ोन रखा.
अब ऐसा हर रोज का काम हो गया था.
उसका गुस्सा जब तक रहता था, वो गालियां देकर बोलती रहती. फिर उदास होकर बात करने लगती.
इधर मैं एक बात बता दूं कि मेरी बीवी अपनी पढ़ाई के कारण मायके में रहती थी क्योंकि उसका कॉलेज वहां से नजदीक था.
मगर वो मेरे पास हर वीकेंड में आती थी और हम दोनों चुदाई का सुख ले लेते थे.
इधर किंजल मुझसे इतनी बात करती, तो मुझे भी लगता कि मैं भी इससे कुछ बात करूं.
मैं उसे फोन पर ही ज्ञान बांटता रहता था और उसको अपनी ओर खींचने की कोशिश करता.
उसको मैं बताता कि मैं अपनी बीवी को कैसे रखता हूं. वो अब बता कर कुछ जलाने की कोशिश भी करता था.
वो इस बात से हल्के से जलती भी थी क्योंकि ग्रुप में सहेलियां आपस में बात करती थीं तो उसे मेरी बीवी के मुँह से सब पता चल जाता था.
धीरे धीरे मैं और किंजल सेक्स वाली बातें भी करने लगे थे.
मैं उसे अपनी बीवी के साथ सेक्स की सारी बातें बताता था और वो भी मेरी बातों में रस लेती थी.
हर रोज किंजल अपने पति को गालियां देकर बात करने लगी थी.
इस बीच मैं भी उससे सेक्स की बातें भी कर लिया करता था.
मुझे किंजल के मुँह से उसके पति को गालियां देकर बात सुनना खूब पसंद आता था.
एक दिन हुआ यूं कि किंजल मेरी बीवी से मिलने वीकेंड पर मेरे घर आने को हुई.
उसे अपने कुछ काम के लिए मेरे घर पर आना था क्योंकि मेरी बीवी ने ही उसे बुलाया था.
वो अपने घर से मेरे घर आने के लिए निकली. मगर बाद में कुछ ऐसा हुआ कि मेरी बीवी को कहीं देवस्थान पर जाना पड़ गया.
वो उसी दिन मेरे घरवालों के साथ निकल गई. मेरी बीवी और बाकी घर वालों को 3-4 दिन के बाद आने का था.
किंजल के आने की बात मुझे नहीं मालूम थी.
थोड़ी देर में मेरी बीवी का कॉल आया- किंजल आ रही है, उसे बस स्टॉप से पिक करके उसका काम खत्म करके उसको वापिस उसके घर छोड़ आना.
किंजल बस अड्डे पर आ गई थी.
मैं उसे लेने गया.
वो मेरे साथ बाइक पर बैठ गई. मैं वहीं बस अड्डे से सीधा उसके काम से चला गया.
उसका जो भी काम होना था, वो मैंने खत्म किया और उसे घर लेकर आ गया.
मैंने रास्ते में उसके लिए कुछ नाश्ता भी ले लिया.
तब मैं अपने घर पर किंजल को ले आया और हम दोनों फ्रेश होकर नाश्ता करने बैठ गए.
मैंने उससे बहुत सारी बातें की.
वो फोन पर तो गाली खुल कर देती थी मगर अभी सामने बैठी तो मुझसे शर्मा रही थी.
मैंने उसे सहज करने के लिए उसके साथ मजाक करना शुरू कर दिया.
वो खुल गई और हम दोनों बिंदास बात करने लगे.
बातों ही बातों में मैंने उसके पति की बातें करना शुरू कर दीं तो वो रोने लगी. सब बातें बताने लगी कि उसके पति ने उसके साथ क्या किया और वो बिना उसकी मर्जी के क्या क्या करता है.
कुछ ही देर में किंजल कुछ ज्यादा ही अपसैट हो गई और रोने लगी.
मैं उसके पास बैठ गया और उसका हाथ अपने हाथों में लेकर बात करने लगा उसको समझाने लगा.
फिर मैंने उसके आंसू पौंछे तो वो मेरे गले लगकर रोने लगी.
किंजल- तुम्हें फर्क पड़ता है … लेकिन उसको कुछ भी फर्क नहीं पड़ता है.
फिर मैंने उसको बोला- जैसे वो अपने में खुश है, तो तू भी किसी को पटा ले!
वो बोली- एक बार तूने उस लड़के के चक्कर से मुझे निकाला था. मैं दुबारा से ये सब नहीं कर सकती.
मैं हंस कर बोला- वैसे मैं बुरा नहीं हूँ किंजल … तुझे खुश रखूंगा, पूरा ख्याल रखूंगा तेरा … तू टेंशन न ले.
मेरी बात सुनकर वो हंसने लगी और बोली- तेरी तो बीवी है … और वो मेरी सहेली भी है. मैं ये कैसे कर सकती हूँ.
मैंने देर न करते हुए उसको पकड़ लिया और उसके होंठों पर किस कर दी.
वो एक सेकेंड को तो शॉक्ड हो गई.
मगर जब मैंने उसे दूसरी बार फिर से पकड़ा तो इस बार वो पूरी गर्म हो गई क्योंकि वो लंबे समय से सेक्स की भूखी थी.
उसकी भूख का फायदा उठा कर मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया.
हम दोनों एक दूसरे में बहते गए और वहीं सोफे पर चुदाई का खेल शुरू कर दिया.
मैंने किंजल को किस करते करते उसको मेरे ऊपर खींचा और मेरी तरफ मुँह करके अपनी गोद में बैठा लिया, उसका टॉप निकाल दिया.
वो भी मेरी टी-शर्ट निकाल कर मेरे सीने पर किस करने लगी.
मैंने उसकी ब्रा निकाल दी और उसके 30 की साइज़ के चुचों को चूसने लगा मसलने लगा. मैंने किंजल के मम्मों को खूब निचोड़ा और किस किया. फिर सोफे पर ही किंजल को लेटा दिया.
किंजल की पैंटी छोड़कर उसे पूरी नंगी कर दिया और उसके पूरे जिस्म को चूमने लगा.
एक मिनट बाद मैंने किंजल की पैंटी भी हटा दी और उसकी चुत के दीदार किए.
मस्त चुत थी किंजल की. मैंने एक पल देखा और दूसरे ही पल में उसकी क्लीन शेव्ड चुत पर मुँह लगा कर उसकी चुत चाटने लगा.
वो जोर जोर से मेरे बाल खींच खींच कर अपनी चुत में मेरा मुँह दबाने लगी थी. वो बहुत तेज और कामुक स्वर में आवाजें भर रही थी. मैं उसे और तड़पा रहा था.
किंजल अपनी पूरी कमर उठा कर मेरे मुँह पर चूत रगड़ने लगी और अगले ही पल उसने अपनी चुत का पानी छोड़ दिया और मेरे मुँह में ही अपनी चुत का नमकीन रस भरने लगी.
एक मिनट तक उसका स्खलन हुआ, तो वो शिथिल होकर सोफे पर ही गिर गई.
मैं उसे प्यार करने लगा तो कुछ देर बाद उसकी आंखें खुल गईं और वो लम्बी सांस लेते हुए बोली- आज पहली बार ये अनुभव हुआ कि चुत से भी पानी निकलता है.
मैंने पूछा- क्यों तेरे पति ने ये कभी नहीं किया क्या?
वो बोली- उस कमीने का नाम मत लो यार … साले ने ये अहसास कभी दिया ही नहीं. मादरचोद मेरा पति भैन का लौड़ा किसी काम का नहीं है. उस साले को जब चुदाई करनी होती है तो मेरे ऊपर चढ़ जाएगा और पांच मिनट चोद कर मुँह फेरकर सो जाता है. कभी उसने मुझे पूरी नंगी भी नहीं किया.
मैं उसकी बात सुनकर उसे सहलाए जा रहा था.
फिर वो बोली- चल, अब मैं तुझे खुश करती हूं.
उसने मुझे सोफे पर बैठाया और वो खुद नीचे बैठ गई. उसने मेरे लौड़े को एक बार में ही पूरा अपने मुँह में ले लिया और लंड चाटने चूसने लगी.
उस पल उसने मुझे जन्नत का अहसास करवाया.
वो कुछ ही देर में फुल स्पीड में पूरा लंड मुँह में लेकर लपलप करके चूसने लगी.
इतनी ईमानदारी से वो लंड मुँह में लेती थी कि न पूछो मत. उस टाइम मुझे ऐसा लग रहा था कि पूरी लाइफ मेरा लंड उसके मुँह में ही घुसा रहे.
अगले पांच मिनट में उसने मेरे लंड का पानी निकाल दिया और जोर जोर से लंड चूसते हुए उसका पूरा पानी चाट कर पी गई.
फिर हम दोनों एक दूसरे के ऊपर नंगे ही लेट गए और एक दूसरे बहुत देर तक सहलाते रहे, खुली खुली बातें करने लगे. कुछ ही देर में हम दोनों फिर से गर्म हो गए और अब 69 के पोज़ में आ गए.
मैंने उसकी चुत को चाटना शुरू किया और उसने मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया.
एक मिनट बाद मैंने जोर जोर से उसकी चुत चाटने लगा था और वो मेरे लंड को.
फिर वो बोली- अब जल्दी से चोद दो मुझे.
ये कह कर वो सीधे होकर मेरे नीचे आ गई.
मैंने उसकी दोनों टांगों को चौड़ी करके अपना लंड उसकी चुत की फांकों में ऊपर से नीचे तक कई बार घिसा और उसकी व्याकुल निगाहों को देखते हुए एक ही बार में पूरा लंड जोर से चुत से डाल दिया.
किंजल की चूत में जैसे ही लंड झटके से घुसा, वो जोर जोर से चीखने लगी. मैं भी कसाई की तरह उसे चोदने लगा.
मैं करीब करीब हर धक्के में अपना पूरा लंड चुत के मुहाने तक निकाल निकाल कर अन्दर चुत की जड़ तक डाल रहा था.
उसे इससे कुछ ज्यादा दर्द हो रहा था मगर वो मुझसे चुदने का लोभ भी नहीं छोड़ पा रही थी.
मुझे इस तरह की रफ़ चुदाई करने में खूब मजा आता है.
मैं और जोर जोर से उसे चोदने लगा और वो कामुक सिसकारियां लेती रही. पूरे घर में उसकी मादक सिसकारियों की आवाज गूंजने लगी थी.
अब उसे मजा आने लगा था और वो अपनी गांड उठा कर मेरे लंड के झटकों का जवाब देने लगी थी.
मैं कभी बीच बीच में उससे बातें करता तो वो बोलती- जी करता है, पूरी लाइफ तेरा ये लंड चुत में डाल कर चुदती रहूँ.
चुदाई करते करते मैं लंड निकाल कर उसकी चुत चाटने लगता और फिर जोरों से लंड पेल कर उसे चोदने लगता.
इस तरह से करीब 20 मिनट तक मैंने किंजल की चुत चोदी.
अब चुत पानी निकालने लगी थी. उसका पानी निकला तो उसी के साथ में मैं भी उसकी चुत में झड़ गया.
दोस्तो, किंजल की चुत चुदाई की कहानी में मजा आया हो तो प्लीज़ मुझे मेल करना न भूलें. वाइफ फ्रेंड सेक्स कहानी के अगले भाग में मैं इसे आगे लिखूंगा.
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वाइफ फ्रेंड सेक्स कहानी का अगला भाग: बीवी की ख़ास सहेली की धमाकेदार चुदाई- 2