दोस्तो, मैं सैम मलिक दिल्ली से हूँ मेरी उम्र 22 साल की है, हाइट 5 फुट 7 इंच है.
अभी थोड़े दिन पहले की इंडियन सेक्स कहानी लिखने जा रहा हूँ कि किस तरह मैंने एक अमीरज़ादी की चुत की प्यास मिटाई. हुआ यूं कि मैं दिन स्टडी करता था और सारे दिन पढ़ने के बाद रात में फेसबुक पर अपना मन बहला लेता था.
किसी पेज में कास्ट को लेकर कमेंट्स हो रहे थे, तो मैंने भी उसमें कमेंट्स करना शुरू कर दिए. उसी पेज पर एनी नाम की लड़की भी कमेंट्स कर रही थी. कमेंट्स करते करते हमारी बुरी तरह से बहस वाली लड़ाई होने लगी. लेकिन इसी बीच मैंने उसकी प्रोफाइल में जाकर उसे रिक्वेस्ट भेज दी और 2 सेकंड भी नहीं हुए कि उसने मेरी रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट भी कर ली.
इसके बाद हम मैसेंजर में भी बहस करने लगे. कहते हैं कि जहां प्यार होता है, वहां लड़ाई से शुरूआत होती है. पर ये हमारा प्यार नहीं था, शायद ये हवस थी, जो दोनों तरफ थी.
काफ़ी देर बाद हम दोनों बहस से हट कर सामान्य बात करने लगे. उसने अपने बारे में बताया कि वो गुड़ गाँव से है.
मैंने पूछा- क्या तुम सिंगल हो?
वो बोली- क्यों शादी करनी है?
मैंने भी कह दिया- आप कहो तो कर लें?
वो बोली- क्या कर लें.. बोलो?
मैंने कहा- जो आप कहो.
एनी- अच्छा जी तुम कहां से हो, क्या करते हो.. पहले ये तो मालूम चले?
मैंने कहा- मैडम, अपनी प्रोफाइल 101% रियल है, पर आपका तो पता नहीं है.
उसने कहा- हां तुम सही हो. मैं सोनिया हूँ और बेसिकली मैं जयपुर से हूँ. लेकिन अभी इधर गुडगाँव में ही हूँ और मैं मैरीड हूँ. ये आईडी मैंने खुद को छिपाने के लिए बना रखी है.
मैंने पूछा- आपकी क्या उम्र है?
वो बोली- वैसे उम्र पूछना बदतमीजी होती है लेकिन मेरी उम्र 34 साल की और तुम्हारी कितनी है?
मैं- मेरी 22+ है. आपके हब्बी की कितनी है?
उसने कहा- हब्बी से दोस्ती की है या मुझसे की है? अगर उनसे की है तो आपको मैं उनका नम्बर दे देती हूँ. उनसे ही पूछ लो.
मैंने कहा- उनका नम्बर नहीं मैडम, अपना ही दे दो.
उसने कहा- क्या करोगे बेटा?
मैंने कहा- करने को तो बहुत कुछ है.. आप हां तो करो.
वो समझ गई थी, तभी उसने देर ना करते हुए अपना नम्बर दे दिया. मैंने जल्दी से कॉल किया, उधर से एक प्यारी सी आवाज़ में “हैलो..” सुना तो मैं तो आवाज़ से ही पागल हो गया.
फिर हमने थोड़ी देर बात की लेकिन बात खत्म होने वाली थी तब मैंने उसको फोटो के लिए कहा.
उसने कहा- उसका क्या करोगे?
मैंने कहा- मैं देख़ना चाहता हूँ.
उसने कहा- पिक में क्या दिखेगा.. हम दोनों कल मिल ही लेते हैं.
मैंने कहा- कल.. लेकिन आप गुडगाँव में यहाँ कैसे आओगी?
उसने कहा- आप आ जाओ यहाँ.
मैंने कहा- आपके घर वाले?
वो बोली- ये बात है तो मैं ही आ जाती हूँ.
मैंने कहा- आप यहाँ कैसे.. घर पर क्या कहोगी?
उसने कहा- वो मेरी प्रॉब्लम है इससे तुम्हारा कोई लेना देना नहीं है. तुमको मुझे देख़ना है या नहीं?
मैंने कहा- ह्म्म्म… देखना है.
उसने मिलने का टाइम और जगह बताई.
दूसरे दिन मैं ठीक वक्त उस जगह पर पर पहुँच गया. थोड़ी देर में उसका कॉल आया.
उसने कहा- मैं नहीं आ पा रही हूँ.
मैंने कहा- वॉट? आर यू मैड.. मैं कबसे पागलों की तरह आपको देखने का वेट कर रहा था और आप मुझे तरसा रही हैं.
उसने खिलखिलाते हुए कहा- रिलॅक्स यार.. अभी तेरे सामने कार रुकेगी, आकर बैठ जाना.
बात पूरी हुई और वो मेरे सामने कार लेकर आ गई. मैंने कार की पास विंडो में से देखा. क्या मस्त काँटा माल था. तभी मैंने कार का डोर ओपन किया और अन्दर बैठ गया.
मैंने उससे हैलो कहा, उसने भी हैलो का जबाव देते हुए कहा- कैसे हो?
मैंने कहा- अभी तक तो ठीक था लेकिन अब नहीं हूँ.
उसने कहा- क्या हुआ?
मैंने कहा- पता नहीं.
उसने मेरे हाथ को दबाते हुए कहा- डोंट वरी रिलॅक्स..
फिर वो अपनी कार को एक पार्क के नजदीक लेकर गई. जैसे ही हम गाड़ी से नीचे उतरे, मैं तो बस कंटिन्यू उसको ही देखता रहा.. क्या माल था साला.. लंड खड़ा कर दे. वो 34 की उम्र वाली कहीं से नहीं लग रही थी.. उसकी क्या मस्त 34-30-36 की फिगर थी. मेरा लंड खड़ा हो गया. उसने लंड को अकड़ते देख लिया. वो हंसने लगी.
तभी वो गाड़ी की तरफ आई और अन्दर बैठ कर मुझसे बोली- क्या हुआ जनाब इतने में ही ये हाल है क्या?
मैं क्या बोलता, मेरा हाल ही ऐसा था.
उसने कहा- तुम्हें देखने के लिए अब इस पार्क की जरूरत नहीं है, किसी फ्लैट की जरूरत है. चलो बैठो कहीं और चलते हैं.
हम दोनों कार में बैठकर उसके किसी खाली फ्लैट पर आ गए. उसने बताया इधर वो कभी कभी मूड फ्रेश करने आती है, उसका ये फ्लैट सिटी से 10 किलोमीटर दूर था.
जैसे ही उसने गेट खोला और हम अन्दर आए, उसने मुझे पकड़ कर डोर बंद किया और किस करने में लग गई. मैं भी साथ देने लगा. किस करते टाइम हमारी जीभ काफ़ी अन्दर तक जाकर एक दूसरे को मजा दे रही थी. हम दोनों एक दूसरे की जीभ को चूस रहे थे.
वो मुझे किस करते टाइम एक हाथ से मेरे लंड को पेंट के ऊपर से सहला रही थी.. और दूसरा मेरे बालों में फेर रही थी.
हम दोनों पागलों के जैसे बुरी तरह से एक दूसरे को चूस रहे थे. तभी उसने मेरी बेल्ट खोली और मेरी जीन्स का हुक खोल कर पैन्ट को नीचे कर दिया. इधर मैं हल्के हल्के से उसके मम्मों को दबा कर मजा ले रहा था. उसकी कामुक सिसकारियां बढ़ रही थीं.
उसने कहा- रूको.. मुझे कपड़े उतारने दो. ये ही पहन कर वापस भी जाना है.
उसने एक एक करके अपने सारे कपड़े उतार दिए. जब वो ब्रा पेंटी में रह गई तो मैंने उसको अपनी तरफ कर लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा.
मैंने किस करते हुए ही एक हाथ से उसकी ब्रा खोल दी. जैसे ही ब्रा खुली उसके मदमस्त दोनों कबूतरों को उछलते थिरकते देख कर मैं पागल ही हो गया और उन पर टूट पड़ा. मैं उसके एक चूचे को मुँह में और दूसरे को हाथों से भींचता हुआ दबा रहा था. वो मस्ती में मेरे बालों में हाथ फेर रही थी और मस्त सीत्कार करते हुए आवाज़ कर रही थी.
उसने भी एक हाथ से मेरा अंडरवियर नीचे किया और मेरे कड़क लंड देख कर एकदम से खुश होकर बोली- वाउ इतनी कम उम्र में इतना मस्त लंड.. क्या बात है बेटा खूब तरक्की करोगे.
मैंने कहा- अब बोलती ही रहोगी या फिर कुछ तरक्की जैसा कुछ मजा भी दोगी?
उसने कहा- बेटा तूने अभी मजा देखा ही क्या है.
यह बोलते हुए उसने मेरे लंड को दबा दिया और नीचे बैठ कर मुँह में लेकर चूसने लगी.
आह मेरा लंड उसके मुँह में क्या गया. जन्नत का नजारा था दिखने लगा. उसकी लंड चूसने की आवाज बढ़ती ही जा रही थी- गूंउम्मआ.. उम्माह.. श्पर.. चपर.. आह.. उह उम्म्ह..
उसकी मादक आवाज़ से सारा रूम गूँज रहा था. मैं भी उसका सिर पकड़ पकड़ के गले तक लंड पेलने लगा था.
वो “उम्म्ह… अहह… हय… याह…” करती. मैं पूरा लंड बाहर निकालता, फिर गले तक अन्दर ठूंस देता. हम दोनों ही लंड चुसाई का भरपूर मजा ले रहे थे.
कुछ ही मिनट मैं मेरा काम होने वाला था. मैंने कहा- मैं आ रहा हूँ.
उसने लंड मुँह से निकाला और अपने मम्मों पर घिसने लगी. उसने मेरे लंड का सारा माल अपने मम्मों पर छुड़वा लिया. मेरा माल जैसे ही गिरा, उसने लंड को फिर से मुँह में भर लिया और चूस चूस कर साफ कर दिया. फिर एक हाथ से सारा माल मम्मों से अपनी बॉडी पर लगा लिया.
उसने मेरा लंड चूस चूस कर वापिस 90 डिग्री पर खड़ा कर दिया. तभी मैंने उसे खड़ा किया और पास में एक बिना हत्थे वाली चेयर पर बैठा दिया. जैसे ही वो कुर्सी पर बैठने लगी, उसने अपनी पेंटी उतार दी.
उसने कहा- ये तो पूरी गीली हो गई.
मैंने कहा- ये तो ट्रेलर है, पिक्चर तो अभी बाकी है.
मैंने उसकी टांगों को फैलाकर चुत के ऊपर जैसे ही हाथ फेरा, वो एकदम से चिहुंक कर बोली- प्लीज़ आह्ह..
मैंने देर ना करते हुए आराम आराम से चुत पर अपनी जीभ फेरना चालू कर दी. जैसे जैसे मैं उसकी चुत पर जीभ फेरता जा रहा था, वो “स्शह आआह..” की आवाज़ कर रही थी.
अब मैंने उसकी टांगों को ज़ोर से पकड़ कर फैलाया और ज़ोर ज़ोर से उसकी चुत को चाटने लगा. वो मेरे इस अचानक हुए अटॅक को समझ न पाई और मुझसे कहने लगी- प्लीज़ लीव मी.. मैं मर जाऊँगी.. उईई..
लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी. वो बार बार में मुझे धकेल रही थी.. लेकिन मेरी मजबूती के आगे उसकी एक न चली. बस कुछ ही पलों में उसका शरीर अकड़ने लगा और एक बार फिर से उसकी चुत ने गर्म पानी की पिचकारी छोड़ दी.
अब वो निढाल होकर आराम से चेयर पर चूतड़ टिका कर लेटी सी हो गई. मैंने उसकी चूत को चाटना बंद नहीं किया और चुत को एकदम साफ़ कर दिया. जैसे जैसे मैं उसकी चुत को चाट कर साफ़ रहा था, उसकी आग और बढ़ रही थी.
वो अपनी गांड उठा रही थी और लगातार कह रही थी- प्लीज़ फक मी यार, अब मुझसे रहा नहीं जाता.
मैं खड़ा हुआ और चेयर पर ही उसकी एक टांग को पकड़ कर लंड को चुत पर सैट किया. अब उसके होंठों को किस करते हुए एकदम से शॉट लगा दिया. मेरा लंड अन्दर जा घुसा. वो एकदम से ऐसे कराह उठी, मानो काफी टाइम के बाद चुदाई हुई हो.
तभी मैंने दूसरा शॉट मारा तो पूरा लंड चूत के अन्दर घुस गया था. उसकी “आआआह..” की आवाज़ मानो मुझे पुकार रही थी. मैं कंटिन्यू शॉट पर शॉट देता गया. वो मजे से निहाल हो गई.
“एयाया ईईए यस बेबी यस कम ऑन.. पेल दो..”
मैं लगातार शॉट पर शॉट देता जा रहा था. पांच मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद मैंने लंड बाहर खींच लिया. वो कुर्सी से उठ कर बेड पर लेट गई और टांगों को फैला कर चुत खोल दी. मैं उसके ऊपर चढ़ गया और मैंने उसकी कमर पकड़ कर फिर से चुदाई शुरू कर दी.
धीरे धीरे उसकी आग बढ़ रही थी. ये उसकी निरंतर गरम होती आहों और कराहों से पता चल रहा था.
हर शॉट के साथ वो चीख रही थी- फक मी मोर फक मोर सम हार्ड्ली.. यस यस और ज़ोर से चोदो बेबी.. आह.. खूब मस्त चुदाई करते हो एआह..
अब उसका होने वाला था. उसने इशारा किया.
मैंने कहा- दो मिनट..
बस अब मैंने ज़ोर ज़ोर 10- 15 शॉट लगाए.. तभी वो फ्री हो गई. लेकिन मेरा नहीं हुआ मैं अभी भी बाकी था. मैं लगातार चुदाई में शॉट लगा रहा था उसकी चूत के पानी छूट जाने से “पछ पछ..” की आवाजें आने लगीं, कमरे में मधुर संगीत गूँजने लगा.
फिर कुछेक मिनट के बाद मेरा काम भी होने वाला था. मैंने उससे पूछा- किधर लोगी?
उसने कहा- अन्दर ही आ जाओ.
मैं उसकी चुत में फ्री हो गया और मैं उसके ऊपर लेट गया.
हम दोनों पूरी तरह पसीने में तर हो चुके थे. दस मिनट तक रेस्ट करने के बाद उसने अपना हाथ मेरी छाती पर फेरना चालू कर दिया. हाथ फेरते फेरते मेरा लंड सहलाने लगी.
उसने पूछा- मैं कैसी लगी?
मैंने कहा- एक ऐसी हॉट सेक्सी बॉम्ब.. जो किसी की भी नियत डिगा सकती है.
ये सुनते ही वो हंसने लगी.
हम दोनों लिप क़िस में लग गए. मैं एक हाथ से उसकी चुत में फिंगरिंग कर रहा था, वो मेरा लंड सहला रही थी. हम दोनों को मूड वापिस बन गया और अब हम 69 की पोज़िशन में आ गए.
वो मेरा लंड मुँह में ले कर सक कर रही और मैं उसकी चुत चूसने लगा.
मैं उसकी गांड के अन्दर फिंगरिंग करने ही वाला था, उसने हाथ से रोकते हुए कहा- नो..
मैंने उसका हाथ पकड़कर थोड़ी सी उंगली उसकी गांड में डाल दी, वो गुस्सा होने लगी. उसे दर्द हो रहा था लेकिन थोड़ी समझाने के बाद वो मान गई.
अब मैंने पूरी उंगली उसकी गांड में पेल दी. वो दर्द के मारे मर रही थी. तभी मैंने उसको डॉगी बनने के लिए कहा. मैं जल्दी से बाथरूम गया, उधर आयिल की शीशी लेकर आ गया. मैंने उसकी गांड पर तेल लगा, थोड़ा सा लंड पर भी लगा लिया.
अब उसकी कमर को पकड़ कर लंड को गांड पर सैट किया ही था, वो बोली- प्लीज़ आराम से..
मैंने कहा- यस बेबी डोंट वरी.. मैं हूँ ना..
मैंने उसकी कमर को पकड़ कर ज़ोर से शॉट लगाया मेरा 70 % लंड उसकी गांड में अन्दर घुस गया. वो दर्द के मारे नीचे गिर गई और गालियां देने लगी- अहह.. उई.. मर गई निकाल साले.. मादरचोद हरामी.. जल्दी निकाल.. मैं मर गईइ कुत्ते…
लेकिन मैंने उसका मुँह बंद करते हुए ज़ोर से एक और तगड़ा शॉट मारा और अब पूरा लंड उसकी गांड में घुस चुका था.
वो कराहते हुए रोने लगी, लेकिन मैंने ध्यान ही नहीं दिया और एक के बाद एक शॉट मारता गया. दो मिनट बाद उसका दर्द कम हुआ और वो चुप हो कर गांड चुदाई का मजा लेने लगी. हम दोनों बीस मिनट तक ऐसे ही गांड चुदाई का मजा करते रहे. मैं उसकी चुत में उंगली भी करता जा रहा था जिससे उसकी आग बढ़ गई थी.
फिर मैं और वो दोनों एक साथ फ्री हो गए. मैंने सारा माल उसकी गांड में निकाल दिया. हम दोनों इसी अवस्था में गिर गए और थोड़ी देर आराम किया.
इसके बाद हम दोनों उठ कर बैठ गए.
वो बोली- तुम क्या खाना पसंद करोगे?
मैं- कोई स्पेशल पसंद नहीं है बस जो तुम चाहो.
उसने मुझे 1000 रूपए दिए और बोली- यहाँ बिल्डिंग से निकल कर थोड़ा सा आगे एक होटल है, तुमको जो पसंद हो, ले आओ.
मैंने कहा- ओके.
मैं उधर से जल्दी आ वापस गया. चिकन, ड्यू और कुछ फ्रूट्स ले कर आ गया. आते ही जल्दी से हमने एक एक कप ड्यू का लिया और चिकन खाना चालू कर दिया. वो सिर्फ़ पेंटी में थी और मैं पूरे कपड़े में था. जैसे जैसे हम खा रहे थे.. चुदाई का मूड बनता जा रहा था.
खाते टाइम वो अपने मम्मों पर हाथ फेर कर मुझे इन्वाइट कर रही थी. मैं समझ गया था लेकिन मैंने सोचा अभी इसको और गर्म होने दो, माहौल तभी बनेगा.
वो बोली- मैं पेंटी में हूँ और तुम पूरे कपड़े.. ये गलत है.. उतारो.
मैंने अपने कपड़े उतार दिए, तभी उसने भी अपनी पेंटी उतार दी. मैंने भी अपना अंडरवियर उतार दिया. अब हम दोनों बिना कपड़ों के थे.
हमने खाना फिनिश करके थोड़ा रेस्ट किया. थोड़ी ही देर में उसने अपनी टांगें मेरे लंड पर फेरना चालू कर दीं. मैं समझ गया कि इसकी चूत गर्म हो गई है. मैंने भी देर ना करते हुए उसकी टांगों को पकड़ कर चौड़ा किया और उसकी उसकी चुत को चाटने में लग गया. वो सिसकारी लेने लगी.
“यस सैम यस कम ऑन बेबी..”
मेरी चूत चाटने की रफ़्तार बढ़ती जा रही थी, जैसे ही मैंने उसकी क्लिट को मुँह में ले कर खींचता, वो गांड उठा देती और बोलती- प्लीज़ बेबी.. आराम से.. प्लीज़..
लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी. इस बार मैंने उसके मम्मों के बीच में लंड रख कर दोनों मम्मों से लंड को दबाने का बोला. उसने अपने मम्मे दबाए और मैं शॉट लगाने लगा.
यहाँ मेरा लंड पूरा मूड में था. दो मिनट के बाद मैंने लंड उसकी चुत पर सैट किया ही था कि वो बोली- प्लीज़ डॉगी स्टाइल में करो.
मैंने कहा- ओके.
वो जल्दी से कुतिया बन गई. मैंने लंड उसकी चुत पर सैट किया और कमर पकड़ कर शॉट लगाने शुरू कर दिए.
जैसे जैसे टाइम होता जा रहा था, शॉट की स्पीड बढ़ती जा रही थी. उसकी आवाज़ बढ़ती जा रही थी- यस उउउ उउउ.. हाय मर गई आज.. यस बेबी.. यस फक मी आई वांट मोर.. चोद दे आह.. और जोर से..
मैं फुल स्पीड से दबा दबा एक के बाद एक शॉट लगा रहा था. वो पूरी तरह से पागल हो रही थी और चिल्ला रही थी- जोर से चोद मेरे राजा.. आह.. क्या मस्त लंड है तेरा..
मैंने अपनी पूरी ताक़त से उसकी चुत में शॉट लगाए. इसी बीच उसकी चुत पानी छोड़ने लगी लेकिन मैंने शॉट चालू रखे. चूत के रस के कारण ‘पच पछ..’ की आवाज़ से रूम गूँज रहा था.
अब मेरा भी होने वाला था, तो मैंने उससे कहा कि मैं आने वाला हूँ..
उसने कहा- आ जा, मैं भी दुबारा होने वाली हूँ.
मैंने 20 मिनट की चुदाई के बाद सारा वीर्य उसकी चुत में छोड़ दिया. हम दोनों चिपक कर लेट गए. दस मिनट बाद वो बोली- थैंक्यू बेबी..
हमने थोड़ी देर रेस्ट किया, फिर टाइम देखा तो उसने कहा- चलें क्या?
मैंने कहा- यस.
वो बाथरूम में गई और जल्दी से नहा करके कपड़े पहनने लगी. मैं जीन्स पहन ही रहा था कि उसने मेरे लंड को पकड़ कर किस किया और मुझे थैंक्यू कहते हुए बोली- आई एम सो लकी कि तुम मेरी लाइफ में आए.. क्या मस्त चुदाई की.. ऐसी तो मेरे हब्बी ने भी कभी नहीं की.
मैंने कहा- फिर कब दोगी?
उसने कहा- कभी कॉल मत करना, जब मैं फ्री होऊंगी मैं कॉल या मैसेज करूँगी.
मैंने कहा- ओके.
हम दोनों जल्दी से तैयार होकर नीचे आए और कार से उसने मुझे उसी प्लेस पर ड्रॉप किया, जहां से लिया था.
जैसे ही मैं उतरा उसने मुझे 5000 दिए और बोली- एंजाय कर लेना.
लेकिन मैंने एक भी पैसा नहीं लिया, यदि मैं पैसे लेता तो वो मेरे बारे में पता नहीं क्या सोचती.
मैंने कहा- मुझे एंजाय तो आपके साथ करना है, पैसों के साथ नहीं.
ये सुनकर उसके चेहरे पर स्माइल आ गई और वो बोलने लगी- हां कभी कोई भी प्रॉब्लम हो तो अपना अकाउंट नम्बर मैसेज करना.
मैंने कहा- ओके.
वो बाय बोल कर चली गई. हम आज भी दोस्त हैं.
दोस्तो, कैसी लगी मेरी इंडियन सेक्स स्टोरी, मुझे आपके कमेंट्स का इन्तजार रहेगा.
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