हॉट गर्लफ्रेंड चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी प्रेमिका ने पहले सेक्स के 10 दिन बाद ही दोबारा चुदाई के लिए कहा। मैं उसको सिनेमा हाल ले गया, वहां ओरल सेक्स किया। फिर क्या हुआ?
अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानी में मैं आप सभी पाठकों का स्वागत करता हूं।
दोस्तो, मैंने अपनी कहानी
फोन पर शादी करके कुंवारी चूत चुदने चली आयी
कुछ समय पहले आप लोगों के साथ शेयर की थी।
इस कहानी पर आप लोगों की बहुत प्रतिक्रियाएं मुझे मिलीं।
सभी पाठकों का उसके लिए धन्यवाद।
पिछली कहानी में मैंने बताया था कि कैसे सोनाक्षी नाम की लड़की से रॉन्ग नम्बर के द्वारा मेरी सेटिंग हुई और हमने फोन पर ही एक दूसरे को पति-पत्नी मान लिया।
वो मुझसे मिलने पहुंच गई और मैंने रूम पर ले जाकर उसकी कुंवारी चूत का उद्घाटन किया।
अब उसके बाद की दास्ताँ आपको बताने जा रहा हूं।
हॉट गर्लफ्रेंड चुदाई कहानी की शुरुआत में मैं नए पाठकों को बता दूं कि सोनाक्षी की उम्र क़रीब 21 साल है और वह अब पहले से भी ज्यादा खूबसूरत लगने लगी थी। वो उन हसीन लड़कियों में से है … जिसके जिस्म को देख कर किसी का भी लण्ड खड़ा हो जाए।
सोनाक्षी का फिगर 32-29-34 के लगभग है। उसके चूचे अब पहले से भी बड़े हो गए थे। साथ ही गांड भी अच्छी तरह उभर आई थी। अब मैं उसके साथ अगली चुदाई की कहानी आपको बताने जा रहा हूं।
तो उस रात की चुदाई के बाद वो अपने शहर लौट गई थी।
उसके जाने के बाद मैं अपने रूम पर आया।
फिर मेरे पास उसका फोन आया कि उसकी चूत में दर्द हो रहा है और उसको चलने में दिक्कत हो रही है। उसकी मम्मी ने इस बारे में पूछा तो उसने बहाना बना दिया कि वो मौसी के घर गई थी तो रास्त में चोट लग गई।
मैंने उसे दर्द की गोली का नाम बता कर खाने के लिए कह दिया।
इस बीच फोन पर कभी कभी हमारी बात होती रही।
अब दोनों को फिर से चुदाई की आग लगी थी तो 10 दिन के बाद हमने मिलने का प्लान बनाया।
मैं उससे मिलने चला गया और हम एक सिनेमा हॉल में मिले।
मूवी देखने का तो बहाना था, हमें तो मज़े करने थे।
हमने बालकनी में सबसे पीछे वाली सीट ले ली।
जब फिल्म शुरू हुई तो कुछ देर बाद ही मैंने उसकी जीन्स खोलकर उसमें हाथ अंदर दे दिया।
मैंने देखा कि वो चूत को क्लीन करके आई हुई थी और चूत एकदम से चिकनी लग रही थी हाथ में!
मैं उसकी चूत को रगड़ रहा था।
सोनाक्षी बहुत गर्म होने लगी, आसपास हवा में उसकी चूत की खुशबू फैलने लगी।
हम लोगों के पास एक और कपल बैठा था।
वो लोग किस करने लगे।
मैंने सोनाक्षी से कहा कि मुझे चूत चाटनी है तो उसने मना कर दिया।
मगर मैं नहीं माना तो उसने फिर हां कर दी।
मैंने उससे कहा कि वो अपने घुटनों को आगे की सीट पर लगा कर पीछे की तरफ लेट जाए। उसके पोजीशन लेने के बाद फिर मैंने नीचे जा कर उसकी जींस खोलकर थोड़ी सी सरकाई और चूत चाटने लगा।
पड़ोस वाला कपल देखकर हंसने लगा और वो बोले- लगे रहो!
यहां सोनाक्षी शर्मा गई और मेरे सिर पर हाथ मारते हुए बोली- सब देख रहे हैं!
मैं बोला- देखने दो, मुझे परवाह नहीं है।
मैं उसकी चूत को चाटता रहा और वो कसमसाती रही; अपनी शर्म को बर्दाश्त करते हुए सिसकारियों को भी रोके रही।
लेकिन उसकी चूत में बार बार संकुचन हो रहा था जो मुझे मेरी जीभ के द्वारा भी पता चल रहा था।
उसकी चूत लगातार पानी छोड़ रही थी जिसको मैं पीता चला जा रहा था।
वो बोली- कितना गंदा है ये, हटाओ मुंह!
लेकिन मैं चूत को चाटता रहा।
फिर उठा तो उसने मेरा मुंह साफ किया और हम लोग आराम से बैठ गए।
लेकिन मुझसे रुका नहीं जा रहा था और मैं फिर से हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत को सहलाने लगा।
कुछ देर में वो फिर से गर्म होने लगी और बोली- उंगली डालो अंदर! तेजी से करो।
मैंने उसकी चूत में उंगली डाल दी और अंदर बाहर करने लगा।
उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया और मेरी उंगली से खुद ही चूत को चुदवाने लगी।
लगभग 10-15 मिनट तक मैंने उसकी चूत को उंगली से चोदा और उसकी चूत ने एक बार फिर से पानी छोड़ दिया।
अब तक आधी फिल्म खत्म हो गई थी और इंटरवल हो गया।
उसके बाद हमने खाना-पीना किया और वापस आकर बैठ गए। हॉल में फिर से अंधेरा हुआ तो सोनाक्षी ने मेरी पैंट की चेन खोल ली और अंडरवियर में हाथ देकर लंड को बाहर निकाल लिया।
इससे पहले मैं कुछ कहता वो नीचे झुककर लंड को चूसने लगी।
दो मिनट तक उसने लंड चूसा और फिर हाथ से सहलाने लगी।
बीच बीच में पड़ोस वाला कपल भी हमें देख रहा था।
फिर वो लोग एकदम से बोले- जगह बदल लो।
मैंने पूछा- क्या हुआ?
वो बोले- हमें भी करना है।
फिर हमने सीट बदल ली।
वो लोग हमारी सीट पर आ गए। दूसरी सीट पर आने के बाद सोनाक्षी फिर से मेरे लंड से खेलने लगी।
हमने देखा कि वो कपल भी वैसे ही कर रहे थे जैसे हम थोड़ी देर पहले कर रहे थे।
सोनाक्षी बीच बीच में लंड चूसती रही। फिर उसने लगातार मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया और 3-4 मिनट में ही मैं उसके मुंह में खाली हो गया।
दोनों शांत होने के बाद हम चुपचाप बैठ गए।
कुछ ही देर बाद फिल्म भी खत्म हो गई और हम लोग बाहर आ गए।
फिर हमने होटल में जाकर खाना खाया और इलाहबाद घूमने चले गए।
इस बीच सोनाक्षी कहने लगी कि उसको चुदाई करवाने का मन कर रहा है।
मैं बोला- जब मौका मिलेगा, तब करेंगे।
वो बोली- आज होटल में रुक जाओ। कल ही करते हैं न!
मैंने उसकी बात मान ली, वो अपने घर चली गई और मैं रेलवे स्टेशन के पास सस्ते से होटल में सो गया।
मुश्किल से मैंने रात काटी और फिर सुबह फ्रेश होकर उसका इंतजार करने लगा।
मैंने उसे फोन करके स्टेशन के पास आने को कहा.
उसने बताया कि वो 10 बजे तक आएगी।
वो आई तो मैं उसे लेकर होटल में कमरे में जाने लगा।
पर होटल वाला तरह-तरह के सवाल पूछने लगा और उस होटल में उसको नहीं ले जाने दिया।
उसके बाद कई और जगह कोशिश करने के बाद हमें एक होटल मिल गया।
उसमें कपल ही आते थे। हम रूम में गए तो उसमें एक सिंगल बेड ही था।
मैं अंदर जाते ही दरवाजा लॉक करके उसके होंठों को चूमने लगा।
मेरे हाथ उसके चूचों पर पहुंच गए थे और धीर-धीरे उसके कपड़े भी उतार रहे थे।
सोनाक्षी बहुत उत्तेजित हो गई थी।
जल्दी से उसे पूरी नंगी कर मैंने उसके चूचों को पीना शुरू किया और एक उंगली उसकी चूत में उतार दी।
उसकी सिसकारियाँ पूरे माहौल को गर्म करने लगीं।
वो लगातार अपनी चूत को मेरी तरफ धकेल रही थी।
फिर मैं नीचे की ओर आकर उसकी चूत को चाटने लगा।
उससे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था; वो बार बार मुझे अपनी ओर खींच रही थी।
मैंने अपनी जीभ और तेजी से चलानी शुरू कर दी।
उसकी चूत को चाटते हुए बीच में मैंने रोक कर कहा- मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं!
सोनाक्षी ने आश्चर्य से मुझे देखा और बोली- मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ।
फिर मैं अपने काम में लग गया।
अब उससे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था।
उसने कहा- जल्दी करो!
मैं भी अब नहीं रुक सका और ऊपर आकर किस करने लगा और लण्ड उसकी चूत पर लगाया।
सोनाक्षी दूसरी बार चुदने जा रही थी।
उसकी चूत अभी टाइट थी।
चूत पर लण्ड लगाते ही उसके मुँह से एक बहुत दिलकश आह… निकली।
उसने मुझे कसकर अपने गले लगा लिया और मेरे माथे पर एक हल्का सा चुम्बन दे दिया।
मैं लण्ड उसकी चूत में डालने लगा तो मुझे महसूस हुआ जैसे सोनाक्षी को दर्द हो रहा है।
मैंने उससे पूछा- अगर तुमको दर्द हो रहा हो तो मैं रुकूँ?
सोनाक्षी- नहीं-नहीं … रुकना नहीं।
मैं अपने धक्कों की गति धीरे धीरे बढ़ा रहा था और नीचे से सोनाक्षी पूरा साथ दे रही थी।
उसके चेहरे पर थोड़ी शिकन थी और कमर ऐसे चला रही थी जैसे कोई लड़की अपनी कमर घुमा-घुमा कर डांस कर रही हो।
चूत में लंड जाने की वजह से चप-चप, पच-पच की आवाजें आ रही थीं और मेरी स्पीड काफी अब बढ़ गई थी।
मैं जोर जोर से धक्के लगाए जा रहा था।
सोनाक्षी ‘उह … आह … उह … आह …’ किए जा रही थी।
मैं सोनाक्षी के कानों को पी रहा था और हाथों से उसके चूचों का मर्दन कर रहा था।
सोनाक्षी की आहों से कमरे का माहौल और गर्म होता जा रहा था।
मुझे सोनाक्षी को चोदते हुए करीब 15 मिनट हो चुके थे और मेरी रफ़्तार बराबर बनी हुई थी।
उसकी कमर भी तेज़ी से हिलना शुरू हो गई थी।
मैं समझ गया था कि सोनाक्षी अपने चरम तक पहुँच रही है इसलिए मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी।
कुछ ही देर में सोनाक्षी की चूत पानी बहाने लगी और मैं अपनी रफ़्तार बनाए उसको तेज़ी से चोदता चला गया।
लेकिन मेरे स्खलित होने का दूर-दूर तक कोई निशान नहीं था।
सोनाक्षी की चूत किसी झरने की तरह बह रही थी और पूरे कमरे में फच-फच की आवाज़ें गूंज रही थीं।
सोनाक्षी स्खलित हो गयी लेकिन मैं अभी झड़ने से बहुत दूर था।
मैंने अपने होंठ सोनाक्षी के होंठों पर रखने चाहे लेकिन उसने ये कहकर मना कर दिया- तुमने मेरी चूत चाटी है, और मैं तुम्हारे होंठ नहीं चूसूँगी।
इस बात का बुरा तो मुझे बहुत लगा लेकिन चूत का दीवाना और करता भी क्या।
मैं उसकी चूत पर ही अपनी गर्मी निकालने लगा। मैं सोनाक्षी की चूत में अपने लण्ड को ऐसे पेल रहा था कि पूरा लण्ड टोपे संग सोनाक्षी की चूत से बाहर आता और फिर मैं उसको तेज़ी से अन्दर डाल देता।
ऐसा करने से मेरा भी लावा बनने लगा था और मुझे चुदाई करने में मज़ा भी आ रहा था क्योंकि हर बार जब लण्ड सोनाक्षी की चूत से बाहर आता तो थोड़ा सूख जाता और दोबारा अन्दर जाते समय उसकी चूत को ऐसे रगड़ता जैसे पहली बार अन्दर जा रहा हो।
मेरे मुँह से अपने चरम आनन्द की आह निकल रही थी और दूसरी तरफ सोनाक्षी अपनी आहों से माहौल को और ज्यादा मज़ेदार बना रही थी।
धीरे धीरे मैं अपने चरम पर पहुँच गया और लण्ड उसकी चूत से बाहर निकाल कर चूत के मुंह पर वीर्य निकाल दिया और उसके ऊपर गिर गया।
हम दोनों हांफ रहे थे और मैंने उसके चूचों पर मुंह रख दिया।
मैं उसके चूचों को पीने लगा।
फिर हम दोनों अलग हुए और अपने अपने कपड़े पहनकर बाहर आ गये।
एक रेस्तरां में जाकर खाना खाया फिर मैं ट्रेन पकड़ कर इलाहाबाद आ गया।
इस तरह से मैंने दूसरी बार सोनाक्षी को चोदा।
दोस्तो, आपको यह हॉट गर्लफ्रेंड चुदाई कहानी कैसी लगी मुझे इस बारे में जरूर लिखना।
आप सबकी प्रतिक्रियाओँ का मुझे इंतजार रहेगा।
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