पहली बार सेक्स का मज़ा लिया और दिया

पहली बार सेक्स का मज़ा लिया और दिया

Xxx सेक्सी गर्ल फर्स्ट सेक्स का मजा मुझे दिया मेरी नयी बनी एक दोस्त ने. परीक्षा में मदद करने पर हमारी दोस्ती हो गयी थी. हमने एक होटल में जाकर पहला सेक्स किया था.

दोस्तो, मेरा नाम विजय है. मैं गुजरात का रहने वाला हूँ.
मेरे लंड की साइज़ 6 इंच है और ये काफी मोटा है.

मेरी उम्र आज 32 की है लेकिन लगता हूँ 25 साल का.

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है. ये Xxx सेक्सी गर्ल फर्स्ट सेक्स का मजा आज से दस साल पहले मैंने लिया था.

उस वक्त 22 साल की जवानी मुझ पर झूम कर आई हुई थी. उस पर खुशकिस्मती यह कि पढ़ाई पूरी होने से पहले ही मेरी जॉब लग गई थी.

मैं सर्विस करते हुए रेग्युलर रहकर पढ़ाई नहीं कर सकता था तो मैंने डिस्टेन्स से कॉलेज की पढ़ाई पढ़ना शुरू किया था और इसी वजह से एग्जाम देने साल में एक बार जाना पड़ता था.

मेरे एग्जाम मार्च में होने थे.

मैं पहले दिन अपने एग्जाम रूम में बैठ कर अपना पेपर दे रहा था.
मुझे पता नहीं था कि मेरे पीछे कोई लड़की बैठी है.

लेकिन जब कुछ देर हुई तो लड़की ने मुझे पेन से टहोक कर इशारा किया.
मैंने पीछे देखा तो वह एक लड़की थी.

तब मैंने सोचा कि इसे क्या हो गया है, ये मुझे पेन क्यों कर रही है.

मैंने उसकी तरफ देखा तो उसने इशारे से कहा- मुझे कुछ हेल्प चाहिए.
मैंने उसके दूध देखे और आंख दबा कर कह थंब उठा दिया और बोल दिया कि ठीक है.

फिर मैंने उसे कुछ सवालों के उत्तर बता दिए.
वह बहुत खुश हो गयी.

एग्जाम के बाद वह मुझे मिली और उसने मुझे धन्यवाद दिया.
मैंने उससे हंस कर कहा- बस धन्यवाद … यार कम से कम चाय तो पिला दो!
वह हंस पड़ी और हम दोनों कैंटीन में चाय पीने आ गए.

मेरी बातों से उसे यह जरा भी नहीं लगा कि मैं उसे फंसा रहा हूँ.
वह मेरे व्यवहार से बड़ी खुश हुई और जल्द ही हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए.

हमारी इस दोस्ती का ये सिलसिला सारे एग्जाम भर चलता रहा.

एग्जाम के अंतिम दिन उसने मुझे अपना फोन नंबर दे दिया और उसी दिन मैं उसे बाइक पर बिठा कर उसके घर तक छोड़ने भी गया.

जिस वक्त वह मेरे साथ बाइक पर बैठी थी तो मेरी बॉडी से सट कर बैठ गयी थी.
मुझे कुछ अजीब सा लग रहा था क्योंकि इससे पहले मैंने कभी किसी लड़की के साथ ऐसा अनुभव नहीं किया था.

मुझे पता नहीं था कि वह मुझे पसंद करने लगी है.
यह बात उसने बाद में बताई थी.

ऐसे ही हम दोनों में फोन पर सामान्य बातें होने लगीं, व्हाट्सैप पर चैट होने लगी.

एक दिन उसका मैसेज आया- मुझे तुमसे कुछ कहना है.
मैंने कहा- हां कहो, क्या कहना है?

वह बोली- इसके लिए मिलना पड़ेगा.
मैंने कहा- यार, मैं तो अभी अपनी जॉब में बिज़ी हूँ. संडे को मिल सकता हूँ.

उतने में कॉल कट हो गया.
नेटवर्क की दिक्कत होने लगी थी.

अब वह मुझे बार बार व्हाट्सैप कॉल कर रही थी लेकिन बातचीत नहीं हो सकी.

फिर तीन दिन बाद संडे को मैं फ्री हुआ.
तब मैंने उससे बात की.

वह बोली- आज ही मिलना है.
मैं बोला- ओके दोपहर को मिलते हैं. एग्जाम सेंटर के पास वाले गार्डन के पास.
उसने हां बोल दिया.

करीब 2 बजे दिन में हम मिले.

उसने गुलाबी रंग का सूट और नीचे नीली जींस पहनी हुई थी.
वह कमाल की लग रही थी.

आज मैंने उसका फिगर ध्यान से देखा था.
उसके 34 इंच के एकदम कड़क दूध, कमर लगभग 28 इंच की और चूतड़ों का आकार 36 इंच का था.

वह दिखने में बड़ी हॉट लग रही थी.

उसने मिलते ही मेरी आंखों से आंखें मिलाईं और अभी मैं कुछ कहता या सुनता कि उसने कहा- आई लव यू.
मैं कुछ समझ ही नहीं सका.

मैंने धीमे स्वर में कहा- अभी मुझे कुछ सोचने का समय चाहिए. मैं तुम्हें बाद में बताऊंगा.
वह बोली- ओके, जब मर्जी हो बता देना.

उसके बाद मैंने उससे कहा- चलो चाय पीते हैं.
वह बोली- नहीं, अभी मैं जा रही हूँ. बाद में मिलती हूँ.
मैंने कुछ नहीं कहा और हम दोनों अलग हो गए.

तीन दिन बाद उसने मुझे फिर से कॉल किया.
मैंने उसका नंबर स्क्रीन पर देखा तो झट से उठाया कर उसको जवाब देते हुए कहा- आई लव यू.
वह बहुत ही ज्यादा खुश हो गई.

उसने मुझसे मिलने को बोला.
मैंने उसे दूसरे दिन नौ बजे सुबह मिलने को कहा.

उसने हामी भरते हुए जगह का पूछा और हमने तय कर लिया.

दूसरे दिन वह मिलने आई.
उस दिन उसने नीले रंग का सलवार सूट पहना था, बड़ी झकास माल लग रही थी.
उसके दूध मुझे पागल कर रहे थे.

हम दोनों ने हाय हैलो की.

वह बोली- कहीं अकले में चलें … इधर बहुत लोग हैं.

मैंने उसकी आंखों में झांका तो वह शर्मा गई.
मैं समझ गया कि वह मेरे साथ चूमा चाटी करना चाहती थी और शायद उसका इशारा सेक्स का भी था.
लेकिन मैं समझा नहीं.

मैं उसके साथ एक रेस्तरां में आ गया.
उधर रेस्टोरेंट में केबिन बने थे.

उधर मैंने उसे हग किया और हमारे बीच चूमाचाटी भी हुई.

मगर केबिन में सेक्स होना संभव नहीं था और उस वक्त मुझे अपनी जॉब पर जाने की भी जल्दी थी.

वह कमरे में चलने का इशारा कर रही थी लेकिन लड़की होने के कारण खुल कर न कह सकी और मैं भी उसकी हसरत को समझ न सका.

जब हम दोनों होटल में केबिन में थे तो एक दूसरे को देख रहे थे.
लेकिन हम दोनों में से कोई पहल नहीं कर रहा था.

मैंने उससे कहा- तुम आज बहुत ही सुंदर लग रही हो.
उसने बोला- क्या कहा?
मैंने कहा- बहुत सुंदर लग रही हो.
वह बोली- किधर से?

मैंने कहा- हर जगह से … तुम्हारी आंखें होंठ, गाल सब कुछ.
उसने इठला कर कहा- बस और कुछ नहीं?

मैंने बोल दिया- तुम जानलेवा लग रही हो. एकदम हॉट और सेक्सी …
वह हंसने लगी.

उसे दिन बस हम दोनों ने एक दूसरे को गले लग कर किस ही किया.
वह बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई और बोली- कहीं और चलते हैं!

मैंने कहा- जैसे?
वह आंख झुका कर मुस्कुराने लगी.

मैंने मना किया- फिलहाल कोई सही जगह नहीं है. बाद में मिलते हैं.
हम अलग हो गए.

बाद में उसने फोन पर बताया कि मैं तो रेडी थी, तुम शायद मूड में नहीं थे.
तब जाकर मैं समझ पाया कि चूत गर्म थी मगर मैंने ही मिस कर दी.

इसके बाद हम दोनों ने फिर से मिलने का संडे का प्रोग्राम बनाया.

इस बार मैंने उससे पहले ही कह दिया था कि साड़ी में बहुत अच्छी दिखती होगी तुम!
उसने कहा- हां दिखती तो हूँ. क्या साड़ी पहन कर आऊं?
मैंने हां कह दिया.
वह हंस कर मान गई.

अब मैंने जगह का देखना शुरू किया.
मेरे एक दोस्त ने मुझे बताया कि फलां होटल में चले जाना. उधर तुम दोनों आराम से मिल सकते हो.

वह होटल सिटी से कुछ 15 किलोमीटर दूर भी था.

मैंने शाम को एक बार उस होटल में जाकर देख भी लिया और उसका इतिहास भी समझ लिया कि जगह सेफ है.

फिर हम दोनों संडे को सुबह बाइक पर बैठ कर उस होटल में चले गए.
उसके हाथ में एक बड़ा सा बैग था, उसने सलवार सूट पहना हुआ था.
मैंने मिलते ही उसे टोका भी- साड़ी?

वह बोली- खुले में साड़ी पहनने में मुझे हिचक हो रही थी.
मैं कुछ नहीं बोला.

फिर होटल आकर हम दोनों ने काउंटर पर रूम लिया.
अब हम दोनों एक एसी रूम में चले गए.

उधर कमरे में बैठ कर हम दोनों बातें करने लगे.
धीरे धीरे हम दोनों काफ़ी खुल गए.

उसने कहा- मुझे कपड़े बदलने हैं. तुम बाहर जाओ.
मैंने उससे कहा- बाथरूम में जाकर बदल लो.
वह बोली- तुम समझते नहीं हो. बाहर जाओ ना!

मैंने कहा- ओके गर्मी बहुत है, मैं बाहर से कुछ लेकर आता हूँ.
वह बोली- हां ले आओ.

मैंने कहा- क्या लोगी?
वह बोली- जो तुम लाओगे, वह पी लूँगी!
मैंने कहा- ओके मैं कुछ ठंडी सी चीज लेकर आता हूँ.
वह सर हां में हिलाने लगी.

मैं बियर लेने चला गया.

बाद मैं जब मैं आया तो उसने कमरे का दरवाजा अन्दर से लॉक कर लिया था.
मैंने खटखट करके उसे आवाज दी और कहा- खोलो, मैं हूँ.

उसने कहा- बस 5 मिनट रूको.
मैंने बोला- मैं नहीं रुक सकता.

वह बोली- बस 5 मिनट की तो बात है.
आख़िर उसने 5 मिनट बाद दरवाजा खोला, तो मेरा तो होश ही उड़ गया.

मेरी आंखों को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि एक अप्सरा मेरे सामने खड़ी है.
वह नज़ारा में लिख कर नहीं बता सकता कि उस वक्त क्या बीत रही थी.

उसने पिंक कलर की चनिया चोली साड़ी पहनी थी.
कसे हुए बड़े गले के ब्लाउज में वह बेहद खूबसूरत लग रही थी, एकदम सेक्सी और हॉट पटाखा लग रही थी.

मेरा तो अभी के अभी उसको पकड़ने का मन कर रहा था.
लेकिन मैंने कंट्रोल किया कि ये मेरे लिए ही आई है.

उसने इठला कर कहा- देखते ही रहोगे या कुछ बोलोगे भी!
मैंने बस उसे देखे जा रहा था.

वह तुम की जगह आप कहती हुई बोली- आप मुझे बोल रहे थे ना कि साड़ी में बहुत ही अच्छी लगूँगी, तो मैंने आपके लिए ही पहन ली है.
मैंने कहा- मुझे बहुत अच्छा लगा.

फिर मैंने तुरंत ही अपना हाथ बढ़ा दिया और उसका हाथ पकड़ लिया.
वह भी मेरे हाथ में अपना हाथ देकर मुस्कुरा रही थी.

मैंने उसे खींच कर अपने पास बिठा लिया और उससे बातें करने लगा.

कमरे में मेरे सामने एक मिरर था, तो हम दोनों बातें करते करते उस मिरर में देखने लगे.
मैंने उसे उठा कर अपनी जांघ पर बिठा लिया.

सामने मिरर में देखते हुए उसके बालों में हाथ फेरने लगा.
वह बोली- कुछ पीने का लेने गए थे?
मैंने बियर की कैन उठा कर उसे दे दी.

वह बियर देख कर बोली- पहले कभी पी ही नहीं है.
मैंने कहा- पहले और क्या क्या नहीं किया है?

वह हंस दी और बियर पीने लगी.
एक कैन मैंने भी अपने मुँह में लगा ली.

वह बियर पीने के बाद मस्त हो रही थी और मुझे कसके पकड़ रही थी.
मैं भी उसके करीब होने लगा था.

धीरे धीरे मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसको किस करने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी.

बाद में मैंने उसके सिर को चूमा और धीरे से उसको गालों पर किस करते हुए उसके मम्मों पर आ गया.

वह मछली की तरह तड़प रही थी.
मैंने उसके पेट को चूमा और धीरे से नीचे को चला गया.

उसकी साड़ी ऊपर करके उसके चिकने पैरों को चूमने लगा.

वह भी मेरे सीने को चूम रही थी, गालों को सहला रही और सिर में हाथ फेर रही थी.
हमारी सांसें तेज होने लगी थीं.

मैंने उसकी साड़ी को धीरे से निकाल कर अलग कर दिया.
अब वह सिर्फ़ ब्लाउज और पेटीकोट में हो गयी.

मैंने भी अपनी शर्ट और पैंट को उतार दिया.
हम दोनों को पता ही नहीं चल रहा था कि ये सब क्या हो रहा है.

फिर मैं उसके ब्लाउज को खोलने लगा.

उसने भी मुझे ब्लाउज खोलने में हेल्प की.
जल्द ही वह ब्रा में आ गया.

मैंने पहली बार किसी लड़की को इस हाल में देखा था.
मेरा लंड भी सलामी दे रहा था.
वह भी बाहर निकलने के लिए तड़प रहा था.

तभी उसने मेरे लंड को पैंट के ऊपर से ही पकड़ा और सहलाने लगी.

मैंने अब देर करना ठीक नहीं समझा.
अब मैंने उसे नंगी करना चालू किया और उसे चूमते चूमते नीचे आकर उसके पेटीकोट को अपने दांतों से खोल दिया.

मेरे सामने वह सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थी.
उसने गुलाबी रंग की ब्रा ओर पैंटी पहनी थी.

मैंने अपनी बनियान निकाल दी.

अब हम दोनों एक दूसरे से गले मिल कर गुत्थम गुत्था होने लगे.

कभी वह ऊपर कभी मैं ऊपर.

इसी दौरान मैंने उसकी ब्रा पैंटी दोनों को निकाल दिया.
वह दोनों हाथों से अपने सामान छिपाने लगी.

मैंने उसके एक बूब को किस किया और निप्पल चूसने लगा.
वह मदहोश होने लगी और मेरा साथ भी देने लगी; अपने हाथ से अपने चूचे पकड़ कर मुझे चुसवा रही थी.

फिर मैंने अपना मोटा लंड उसके हाथ में दे दिया.
वह लौड़े को ऊपर नीचे करने लगी.

मैं भी उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा.
वह पहले से ही अपनी चूत की झांटें साफ करके आई थी.
उसकी चूत काफ़ी गर्म थी और एकदम गुलाबी थी.

मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में घुसा दी.
वह तड़पने लगी.

बाद में मैंने उसकी चूत में अपना लंड घुसा दिया.
वह मोटे लंड से तड़पने लगी और चिल्लाने लगी- आह मर गयी … ओह … मत पेलो.

मुझे उसकी आवाजों से मज़ा आने लगा.
मुझे भी थोड़ा दर्द हो रहा था क्योंकि मेरा भी धागा टूट रहा था.

मेरी आह आह सुनकर वह गुस्से से बोली- मेरा मजाक मत उड़ाओ … मुझे दर्द हो रहा है!
मैंने कहा- हां मुझे भी दर्द हो रहा है, ये मेरा पहली बार का मामला है.

यह सुनकर उसने मुझे चूमा और आई लव यू कहा.
उसको भरोसा ही नहीं था कि मैंने अब तक किसी भी लड़की को नहीं चोदा था.

अब हम दोनों अपनी जद्दोजहद में लगे थे.
वह जोर जोर से दर्द से कराह रही थी ‘ओह या ओह यस …’
उसकी आवाज़ में मुझे बहुत मजा आ रहा था.

मेरा लंड अन्दर बाहर आ जा रहा था तो फच फच की आवाज़ निकल रही थी.

Xxx सेक्सी गर्ल फर्स्ट सेक्स का मजा हम दोनों ने खूब लिया. फिर उसको मैंने उल्टा किया और उसकी चूत में पीछे से लंड पेल दिया.

वह चिल्ला रही थी और साथ में अपनी गांड भी हिला रही थी.
मैं उसे चोदते हुए उसके बूब्स भी मसल रहा था.

कुछ देर के बाद हम दोनों स्खलित हो गए.
वह मेरे साथ सेक्स करके बहुत खुश थी.

उस दिन हम दोनों ने 5 बार सेक्स किया. हर वक़्त सेक्स के बाद वह मेरे से चिपक कर लेट जाती थी और मेरा लंड उसकी चूत में ही रह जाता था.
वह वीर्य बाहर निकालने के लिए मना कर रही थी, वह अन्दर ही छोड़ने की कह रही थी क्योंकि उसे सुकून मिल रहा था.

उस दिन के बाद से हम दोनों महीने में 2-3 बार सेक्स कर लेते थे.

प्लीज मुझे मेल करें कि मेरी Xxx सेक्सी गर्ल फर्स्ट सेक्स कहानी आपको कैसी लगी.
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