इंडियन गांड सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने पहली बार गांड मरायी, वो भी एक लम्बे मोटे लंड से. मेरी गांड फट गयी लेकिन इस दर्द में मजा भी आया..
नमस्कार दोस्तो, मैं समीर एक बार फिर से अन्तर्वासना के इस पटल पर आप सभी का स्वागत करता हूँ.
मैं आप लोगों के लिए अपनी एक नयी सेक्स कहानी लेकर आया हूं. उम्मीद है कि मेरी आपबीती आप लोगों को ज़रूर पसंद आएगी.
मेरी पिछली कहानी थी: गे सेक्स की मेरी पहली दास्तां
इस इंडियन गांड सेक्स कहानी को आगे बढ़ाने से पहले मैं आप सभी को अपने बारे में बता देता हूं.
मैं 29 साल का गोरा और कोमल सा लड़का हूं.
जिंदगी भी कितनी अजीब है किस मोड़ पर क्या रंग दिखाएगी, कुछ पता नहीं होता है.
यह बात हमारे कॉलेज के दिनों की है. ठंड का मौसम था, मैं अपने कमरे में बैठे हुए बोर हो रहा था.
मैंने सोचा कि क्यों न किसी से बात की जाए. मैंने एक गे एप खोली और लोगों से बात करने लगा.
उधर मुझे एक लड़का मिला, उसका नाम आदित्य था.
आदित्य- आपका नाम क्या है?
मैं- समीर … और आपका?
वह बोला- आदित्य … आपको क्या पंसद है?
मैंने मस्ती में उसे बताया- मुझे आप पसंद हो … और आपको?
उसने एक कदम आगे बढ़ कर कहा- आप … और आपकी गांड.
मैंने कहा- हाय … अगर आपको मैं और मेरी गांड मिल गई, तो क्या करोगे?
उसने कहा- जो भी करूंगा, आपकी रजामंदी से ही करूंगा.
मुझे उसकी यह बात बहुत अच्छी लगी.
मैंने कहा- मैंने आज तक कभी कुछ भी नहीं किया है.
उसने कहा- तब तो और भी ज्यादा मजा आएगा.
मैंने कहा- आपको या मुझे!
उसने कहा- हम दोनों को.
मैंने कहा- ये तो झूठ है.
उसने कहा कि ये सच है … हां शुरू में थोड़ा दर्द होगा, पर बाद में बहुत मजा आएगा.
मैंने कहा- ओके.
उसने कहा- आपकी गांड का क्या साइज है?
मैंने कहा- पता नहीं, मैंने कभी नाप नहीं लिया है.
उसने कहा- तो पहले आप मुझे अपनी गांड और चेहरे की फोटो ही दे दो.
मैंने कहा- चेहरे की नहीं, पर गांड की दे सकता हूं.
उसने कहा- यार क्यों अपना खूबसूरत सा चेहरा दिखाने के लिए शर्मा रहे हो.
मैंने कहा- अच्छा ये बात है, तो पहले आप अपना चेहरा दिखा दो.
उसने तुरंत अपनी फोटो भेज दी. वह देखने में थोड़ा सा सांवला था, पर खूबसूरत था और आकर्षक था. उसकी फोटो देखकर पता नहीं क्यों, मैंने भी अपनी फोटो भेज दी.
इस पर उसने कहा- हम्म … मस्त माशूक लग रहे हो. अब अपनी गांड की फोटो भी भेजो.
मैंने बाथरूम जाकर पैंट नीचे की और उसको अपने गांड की फोटो भी भेज दी.
उसने मेरी गांड देख कर कहा- वाह … गोरी-चिट्टी अनचुदी सेक्सी गांड देखकर मजा आ गया. इसे अब तक क्यों छुपा कर रखा था.
मैंने कहा- क्या करें यार इसे देखने वाला आजतक कोई मिला ही नहीं. वैसे आपके लंड का क्या साइज है?
उसने कहा कि आठ इंच होगा.
मैंने कहा- ये तो बहुत बड़ा है … मेरी तो ओपनिंग में ही फट जाएगी.
वो हंस दिया और बोला- तो आज हम से मिल लो, मैं अपने रूम में अकेला ही हूँ और उद्घाटन समारोह भी अच्छे से करूंगा कि इससे बड़े बड़े लौड़े भी अपनी गांड में लेने के लिए तुम्हारी गांड मचलने लगेगी.
मैंने कहा- इतना बड़ा मेरी गांड में कैसे घुसेगा, मुझको विश्वास ही नहीं हो रहा है.
उसने अपने लंड की फोटो भेजी और मुझे लंड दिखा आकर कहा- पहले से देख लोगे तो डर कम हो जाएगा.
उसका लंड सच में बहुत बड़ा था और काफी हद तक मोटा भी. मेरी तो उसको देखकर फट ही गई.
मैंने कहा- नहीं यार, मैं पहली बार में इतना बड़ा नहीं ले सकूंगा. मुझे माफ कर दो.
उसने कहा- कुछ नहीं होगा, मैं प्यार से करूंगा.
उसके बहुत देर तक बोलने से मैं मना नहीं कर पाया और आखिर मुझे भी गांड मरवाने की खुजली हो रही थी.
अंत में मैंने उसको हां कर दी.
फिर हमने एक दूसरे के मोबाइल नंबर साझा कर लिए.
उसने मुझको अपने घर का पता भेज दिया.
फिर मैं तैयार होकर उसके शहर के लिए निकल गया.
वह रास्ते में फोन से मुझसे पूछता रहा कि कहा पहुंचा. पूरे रास्ते मुझे भी अपनी गांड में अजीब सी बेचैनी होती रही थी.
मेरी पहली रात किसी ऐसी बिस्तर में गुजरने वाली थी, जहां मुझे कुछ पता नहीं था कि मेरे साथ क्या होगा.
हमारी मुलाकात का समय भी आ गया.
मेरी बस पहुंचने के समय मैंने उसे बताया कि मैं बस अड्डे पर पहुंच गया हूँ.
वहां वह मुझे लेने आया था.
जैसे ही मैं बस से उतर कर उसके करीब पहुंचा तो उसने मुझे गले से लगा लिया और मेरे गाल पर एक किस कर दिया.
मुझे शर्म सी आई, तो मैंने इधर उधर देखा कि किसी ने हमें देखा तो नहीं.
मैंने धीरे से उसके कान में कहा- यह क्या कर रहे हो … और वह भी सबके सामने!
उसने मेरे एक गाल को खींचते हुए कहा- क्या बेबी, आने में इतना समय लगा दिया और ऊपर से नखरे दिखा रही हो.
मैं अभी भी उसकी बांहों में था. तभी उसने बोलते बोलते मेरी गांड पर हाथ रखकर जोर से दबाया.
उस उसके दबाव से मेरी सिसकारी निकल गई.
इस पर वह बोला- ऐसे सबके सामने नहीं आवाज निकालते है. कमरे में चलकर सब मजा करेंगे. वहां हम दोनों ही होंगे.
मुझे ऐसा सुन कर अजीब सा लगा, तो मैंने उसे खुद से अलग किया और कहा- आप तो बहुत ही शरारती हो.
उसने कहा- आपने मेरी शरारत देखी कहां है रानी.
मैंने हंस कर कहा- कोई बात नहीं … आज वो भी देख लूंगी. अब क्या सारी बातें यही कर लोगे या रूम पर भी ले चलोगे.
उसने कहा- हां हां … चलो मेरी रानी.
फिर हम दोनों यूँ ही बातें करते हुए उसके रूम की तरफ चलने लगे.
एक दूसरे से बातें करते हुए दोनों उसके रूम पर पहुंच गए.
उसका रूम काफ़ी अच्छा था.
उसने मुझको पहनने को कपड़े दिए और खुद बाथरूम में चला गया. उसने बाथरूम का दरवाजा खुला ही छोड़ दिया था.
मैंने अपने कपड़े उतारे और उसके दिए कपड़े पहनने ही वाला था कि मेरी नजर बाथरूम के खुले दरवाजे से उसके ऊपर चली गई.
वो अन्दर नंगा था. मेरी नजर उसकी गांड पर टिक गई.
मैं अपनी गांड को सहलाते हुए बुदबुदाने लगा कि आज बरसों पुरानी मनोकामना पूरी हो जाएगी, पर हालत क्या होगी, इतने बड़े लौड़े से कहीं मेरी गांड फट ही ना जाए.
ऐसे ही कुछ समय मैं अपनी गांड से बात करता रहा.
फिर मैंने कपड़े पहन लिए और उसका इंतजार करने लगा.
थोड़ी देर के बाद जब वह कमरे में आया तो उसने पूछा कि बिस्तर पर ठीक रहेगा या दूसरे कमरे में नीचे गददे लगे हैं, वहां चलें?
मैंने कहा- यहीं पर ही ठीक है.
वह भी बिस्तर पर आ गया और पूछने लगा कि बेबी कार्यक्रम अभी शुरू करें या खाना खाने के बाद?
मैंने कहा- अभी भूख नहीं है, अभी पहले एक बार शुरू कर देते हैं. ताकि बाद में और भी मजा आए.
उसने मुस्कुराते हुए कहा- ठीक है … बस अब मुझको रोकना मत.
फिर वह मेरे नजदीक आया और मेरे गले पर किस करने लगा.
उसके होंठों के स्पर्श से मेरी सिसकारी निकल गई.
फिर उसने एक हाथ मेरी नाभि से होते हुए मेरी कमीज के अन्दर डाल दिया और मेरी छाती पर घुमाने लगा.
उसके हाथ मेरी हेडलाइट पर घूमने लगे थे.
उसने मेरे एक निप्पल को जोर से दबाया या यूं कहें कि निचोड़ने लगा.
मेरी तो दर्द की वजह से आह तक निकल गई.
उसने मेरी कमीज को उतार दिया और मुझको बिस्तर पर लेटा कर मेरे निप्पल को चूसने लगा. एक निप्पल को चूसने के साथ-साथ उस पर जीभ घुमा देता.
इससे मुझको एक तरफ जन्नत की सैर का अहसास हो रहा था.
वो एक निप्पल को चूस रहा था और दूसरे निप्पल को जोर से दबा देता, जिससे मुझे मीठे दर्द का अहसास हो रहा था.
वह ऐसे ही चूमते चूसते हुए नीचे चला गया और मेरे पजामा और कच्छे को एक साथ उतार कर मेरी गांड को चूसने लगा.
यह अहसास में जिंदगी भर नहीं भूल सकता. बहुत मजा आया और मेरे मुँह से बस ‘हाहहहह … यार ..’ की सिसकारी ही निकल रही थी.
काफी देर मेरी गांड चूसने के बाद उसने मुझसे पूछा- कैसा लगा?
मैंने कहा- बहुत मजा आया … बस अब और मत तड़पा यार … अब मेरी गांड का उद्घाटन भी कर ही दो.
उसने कहा- इतनी जल्दी भी क्या है रानी … अभी तो खेल शुरू हुआ है. मेरी सेवा नहीं करोगे!
मैंने कहा- हां जरूर. मुझे तो कुल्फी चूसने में बड़ा मजा आने है.
वो हंस दिया और मुझे इशारे से कपड़े खोलने के लिए कहा.
मैंने उसके सारे कपड़े उतारे, पर कच्छा छोड़ दिया.
फिर मैंने उसको बिस्तर पर लेटा दिया और उसकी पूरी बाडी पर किस करने लगा. फिर कुतिया बन कर मैंने उसका कच्छा उतार दिया.
उसके कच्छे को उतारते ही उसका लौड़ा सीधा मेरे मुँह पर लगा.
उसने वासना से मुझे देखते हुए कहा- देखो जानू कितना समझदार लौड़ा है … उसे पता है कि अब कहां जाना है. अब लंड चुप्पे लगाओ और मेरे लौड़े की बहन की लौड़ी … जल्दी से इसे खुश कर दे साली रांड … अपने यार को मस्त कर दे जल्दी से भैन की लौड़ी.
उसकी गालियों से मुझे समझ आ गया था कि बंदा फुल हॉट हो गया है.
मैं भी उसके लंड को चूसने लगी. पर उसका कड़क लंड पूरी तरह से मेरे मुँह के अन्दर नहीं जा पा रहा था.
वह गाली देते हुए बोला- बहनचोदी, अच्छे से चूस मां की लौड़ी … आह पूरा लौड़ा मुँह में ले मादरचोदी … वरना ऐसी गांड मारूंगा कि सीधी चल भी नहीं पाएगी.
मैंने ऐसे ही काफी देर तक उसका लंड चूसा और वो ऐसे ही गालियां देते रहा.
फिर उसने मुझको रोका और खुद मेरे पीछे आ गया. उसने अपने मुँह को मेरी गांड के छेद पर लगा दिया और जीभ डालकर गांड चूसने लगा.
अपने थूक से मेरी गांड के छेद को गीला और रसीला करने के बाद उसने मुझसे कहा- मेरी कुतिया रानी … लंड लेने किये तैयार हो जा. आज की रात तू कभी नहीं भूलेगी. तेरी गांड का उद्घाटन होने जा रहा है.
मैंने कहा- अरे रूको तो मेरे बालम … पहले तेल तो लगा लो.
उसने कहा- रानी … चुदाई के लिए थूक सबसे मस्त होता है.
उसने अपना लौड़ा गांड के छेद पर सैट किया और कमर को जोर से पकड़ लिया. उसने कहा- शुरू में थोड़ा दर्द होगा पर बाद में बहुत मजा आएगा, तो सहन कर लेना.
मैंने कहा- हम्म.
तभी उसने अचानक से एक जोर का झटका लगा दिया और फिर उसकी कुतिया रानी की गांड में राजा का सुपारा अन्दर और चीख बाहर आ गई.
मैं गिड़गिड़ाने लगा कि बस अब मुझको और नहीं करवाना … मेरी गांड मत मारो आआहह मेरी फट गई … आह प्लीज मुझको छोड़ दो.
उसने कहा- ऐसे कैसे छोड़ दूं रानी.
उसने लगातार दो तीन बार में अपना पूरा 8 इंच का लंड गांड के अन्दर डाल दिया. मैं दर्द से चिल्लाता रहा, पर वह पागलों की तरह मुझको चोदता रहा.
कुछ समय बाद मेरी गांड का दर्द, मजे में बदलने लगा और मैं भी बोलने लगी- आह चोदो राजा … और जोर से चोदो अपनी इस कुतिया रानी की गांड मारो … आह और जोर से गांड मारो अपनी इस कुतिया की.
वह भी बोल रहा था- भैनचोद रांड … आज से तू बस मेरे लौड़े की गुलाम है. जब मेरा मन करेगा, तेरी गांड को अपने लौड़े की खुराक देता रहूंगा.
ऐसे बोलते हुए वो 20 मिनट तक मेरी गांड मारता रहा. फिर तेज धक्कों के साथ वो मेरी गांड में ही झड़ गया.
झड़ने के बाद हम दोनों बिस्तर पर गिर कर हांफने लगे.
फिर थोड़ी देर बिस्तर पर आराम करने के बाद जब मैं उठने लगी तो मेरी गांड में दर्द हो रहा था और बिस्तर पर खून था.
मैंने उससे खून के धब्बे के लिए पूछा, तो वो बोला- गांड फटेगी, तो खून तो निकलेगा ही.
वो हंसने लगा.
फिर मैं उठ कर चलने लगी, तो मेरी गांड की चाल पूरी बदल गई थी.
उसको देख कर वो बोला- हाय अब लग रहा न कि नई नवेली दुल्हन सुहागरात में पति से गांड मरवा कर बाथरूम जा रही हैं.
हम दोनों हंसने लगे.
मैंने कहा- साले बेदर्दी तुझे हंसी आ रही है, इधर मेरी गांड परपरा रही है. मुझसे चला नहीं जा रहा है और तुम बातें बना रहे हो.
उसने कहा- बस इतनी सी बात मेरी जान.
वह मेरे पास आया और मुझे गोद में उठा कर बाथरूम लेकर गया. वहीं मेरी गांड को मेरे जानम ने अच्छे से साफ की.
उसके बाद रात खाना खाने के बाद हम दोनों फिर से शुरू हो गए. उसने 4 बार मेरी गांड चोदी. मुझे भी बहुत मजा आया.
अब मेरी गांड खुल गई है. मुझे बड़े बड़े लंड से अपनी गांड मरवाने के सपने आने लगे हैं.
आशा करता हूँ कि आपको मेरी ये इंडियन गांड सेक्स कहानी पंसद आई होगी. आप मेरी ईमेल आईडी पर मेल लिख कर जरूर बताएं.
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