पति ने गैर मर्द से चुदना सिखाया

पति ने गैर मर्द से चुदना सिखाया

पोर्न हॉट भाभी सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि एक देसी भाभी को उसके पति ने बार बार कह कह कर उसके मन में गैर मर्द से चुदाई की लालसा जगा दी. पर जब गैर मर्द मिला तो पति ने मना कर दिया.

दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं पुणे में रहता हूँ.
आपने मेरी पिछली सेक्स कहानी
गैर मर्द के लंड से चूत फाड़ चुदाई
को अपना ढेर सारा प्यार दिया उसके लिए आपका दिल से शुक्रिया.

आज मैं आप सभी के लिए एक नई सेक्स कहानी लेकर आया हूँ.

ये पोर्न हॉट भाभी सेक्स स्टोरी मेरी एक पाठिका की है. मैं उम्मीद करता हूँ कि आप इस कहानी को भी उतना ही प्यार देंगे, जितना मेरी पिछली कहानी को दिया था.

दोस्तो, मेरा नाम शबनम है और मैं अहमदनगर में रहती हूँ.
आज मैं आपको जो कहानी बताने जा रही हूँ, उसकी शुरूवात मेरे शौहर ने खुद की थी.

पहले मैं आपको अपने बारे में बता देती हूँ.
मेरा नाम तो आपको मालूम ही है. उम्र 27 साल है और मैं 34-D साइज़ की ब्रा पहनती हूँ.
मेरी फिगर का साइज़ 34-32-36 का है.

मैं एक पर्दानशीं परिवार से हूँ, इसलिए मैंने अपने शौहर के अलावा कभी किसी गैर मर्द से चुदाई का सोचा भी नहीं था.
पर कहते है ना कि चूत की किस्मत में पराया लंड से चुदना लिखा ही है तो वो चूत पराए मर्द के लंड से चुद ही जाती है.
मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ.

एक दिन की बात है जब मैं और मेरे शौहर चुदाई कर रहे थे.
तभी पता नहीं उनको क्या सूझा … वे अचानक से कहने लगे- तू मुझसे नहीं, किसी और से चुद रही है.

मुझे उनको ऐसा बोलते देख कर बहुत गुस्सा आया.
मैंने उसी वक़्त चुदाई रोक कर उनसे लड़ाई शुरू कर दी.

मेरे शौहर ने मुझे बहुत मनाया कि ये सिर्फ तुम महसूस करो, सच में थोड़ी तुम ऐेसा कर रही हो.

ऐसे ही करते करते अब मेरे शौहर रोज मुझे चोदने लगे और मैं भी उनकी बातों से गर्म होकर उनसे चुदने लगी ऐसे ही उनको बोल कर कि मैं आपसे नहीं, किसी और मर्द के लौड़े से चुद रही हूँ.

यही सब कहती हुई मैं अपने शौहर के लंड से चुदाई करने लगी.
कुछ समय ऐसा ही चला तो अब ये सब हम दोनों के लिए सामान्य बात हो गई.

हर बार चुदाई में मैं किसी फिल्म के हीरो को अपने ऊपर चढ़ा हुआ बता कर अपने शौहर से मजा लेने लगी.
मुझे भी अब ऐसी कल्पना करते हुए चुदने में मजा आने लगा.

यह देख कर एक दिन मेरे शौहर ने मुझसे सच में किसी गैर मर्द से चुदाई करने की बात कही.

शुरू में तो मैंने उनसे बहुत झगड़ा किया और कहा- आप मुझे बदचलन साबित करना चाहते हो … ऐसा वैसा.

तब उन्होंने मुझे ये भरोसा दिया- चाहे कुछ भी हो जाए, वो मुझे नहीं छोड़ेंगे.
तब मैंने उन पर भरोसा करके उनकी बात को करने के लिए हां बोला.

उस समय मेरे शौहर ने मुझे गले से लगा कर मुझे बहुत प्यार किया.

दूसरे दिन से मेरे शौहर मेरी चुदाई के लिए एक मर्द ढूंढने लगे जो दूर का हो ताकि उससे हमें कोई प्रॉब्लम ना हो.

तीन महीने की कोशिश के बाद हमको एक ऐेसा मर्द मिल भी गया जिसका लंड मेरे पति से काफी बड़ा था.

मेरे शौहर ने उससे मेल पर अपनी फैंटेसी की बात बताई.
वह भी हमारी जैसी फंतासी पूरा करना चाहता था.

उसने हम दोनों के साथ सेक्स की बात स्वीकार कर ली.
अब मेरे शौहर ने मेरी उससे बात करवाई.

हम दोनों ने सोशल मीडिया पर बात करना शुरू कर दी.

पर बीच ने पता नहीं क्या हुआ, मेरे शौहर ने मुझे गैरमर्द से चुदाई के लिए साफ साफ मना कर दिया और उस आदमी से भी बोल दिया कि अब उससे चुदाई नहीं करवानी है. वो अब हमको मैसेज ना करे.

वह हमको मैसेज ना करने के लिए मान गया.
मैं उसका नाम बताना भूल गई.
उस इंसान का नाम राहुल था, जो 51 साल का मर्द था.

मैंने राहुल से सोशल मीडिया पर बात की थी इसलिए मुझे उससे कोई प्रॉब्लम नहीं हुई थी.

फिर जब मेरे शौहर ने मुझे गैर मर्द से चुदाई के लिए उकसाया था, तो मेरे मन में भी एक गैर मर्द से चुदाई की चाहत बढ़ने लगी थी.
शायद उसका कारण ये भी था कि राहुल का लंड बहुत बड़ा था.

मेरे शौहर भी मेरी दमदार चुदाई करते थे पर मेरा अब उनसे चुदाई का मन नहीं करता था.

ऐसे ही कुछ दिन बीतने के बाद राहुल का मुझे मैसेज आया, जिससे हमारी फिर से बातें शुरू हो गईं.

राहुल मुझे बातों बातों में पूरी तरह से गर्म कर देता था जिससे मैं राहुल की तरफ खिंचती चली गई.

फिर ऐसे ही एक दिन मेरी एक सहेली की शादी फिक्स हुई तो ये बात मैंने राहुल को बताई.

उसने शादी के बहाने मुझसे मिलने की बात की.
मैं भी राहुल से मिलना चाहती थी. इसलिए मैंने उससे हां कर दी.

मेरे पति को मेरे साथ आने नहीं होगा, ये मुझे पता था.
पर फिर भी वो नहीं आ रहे हैं … उससे मुझे अच्छा नहीं लग रहा है, ऐसा मैंने झूठा दिखावा किया.

उन्होंने भी ‘मुझे काम है.’ ऐसा बोल दिया और कहा कि तुम जाकर आओ.

जब मेरे शौहर ने ऐसा कहा तो मैं आसानी से उनकी बात मान गई और घर से 2 दिन बाद शादी के लिए निकल गई.
मेरे शौहर खुद मुझे बस स्टॉप पर छोड़ने आए और मुझे बस में बिठा कर निकल गए.

उनके जाते ही मैंने राहुल को कॉल करके बुला लिया.

कुछ मिनट में राहुल मुझे लेने आ गया.
वह मुझे कार में लेने आया था.

उस दिन मैंने लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी.
मैं उसकी कार में बैठ कर निकल पड़ी.

अब इसके आगे की कहानी राहुल बोलेगा क्योंकि अब मुझे शर्म आने लगी है.

दोस्तो, मैं राहुल हूँ. मैं मुंबई में रहता हूँ.
जैसे आप सभी को शबनम ने मेरे बारे में बता दिया है.

जिस दिन हमारा मिलना तय हुआ था, उसी दिन मैं शबनम के कहने पर उसे लेने बस स्टॉप पर आ गया था.

मैंने अब तक शबनम की सिर्फ फोटो देखी थी, पर जब सामने से उसे देखा तो बस देखता ही रह गया.

फोटो से ज्यादा शबनम सामने से खूबसूरत दिख रही थी.
उसे देख कर ऐसा लग रहा था कि अभी के अभी उस पर टूट पड़ूँ.

जैसे ही मैं शबनम को लेने बस स्टॉप पहुंचा, उसको मैंने हैलो बोला और उसको कार में बैठा कर होटल की तरफ निकल पड़े.

मेरी नजर शबनम से हट नहीं रही थी. मैं बार बार उसको ही देखे जा रहा था.
शबनम के साथ होटल का सफर कैसे कटा, पता ही नहीं चला.

हम दोनों होटल में पहुंच गए.
फिर जैसे ही हम दोनों रूम में पहुंचे, शबनम सीधा बाथरूम में फ्रेश होने घुस गई.

उसके बाद मैं भी फ्रेश हो गया.
मैंने खाना ऑर्डर कर दिया.

खाना आया तो हम दोनों ने साथ में खाना खाया.

शबनम काफी उलझन में लग रही थी तो मैंने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और उसको चूम लिया.

शबनम ने शर्माते हुए अपने हाथ से अपना चेहरा छुपा लिया जिसको मैंने बड़े प्यार से हटाया.

फिर कब हमारे होंठ मिले, हमको पता भी नहीं चला.

हमारी पहली किस लम्बी चली.
जिसके बाद मैंने शबनम को बेड पर लेटा दिया और उसके पैरों से उसे चूमते हुए ऊपर की ओर बढ़ने लगा.

बढ़ते बढ़ते हमारे होंठ फिर से एक हो गए.

शबनम को किस करते हुए मैं उसके बूब्स पर हाथ ले जा रहा था, मैं कभी होंठ, कभी उसकी गर्दन, कभी सीने पर किस करने लगा.

ऐसे करते हुए मैंने शबनम की साड़ी उतार दी.
शबनम सब मेरे सामने लहंगा और ब्लाउज में थी.

उसको भी मैंने बड़े प्यार से एक एक करके उतार दिया.
देखते ही देखते हम दोनों नंगे हो गए.

शबनम को काफी शर्म आ रही थी.
उसे ऐसे शर्माते देख कर मेरा लंड और फूल रहा था.

मैंने शबनम को अपनी तरफ खींच कर उसके पूरे बदन को चूमना शुरू कर दिया.
वो और गर्म होने लगी.

जब मैं उसका एक दूध अपने मुँह में लेकर चूसने लगा, तब वह मेरा सर अपने दूध में दबाने लगी.

दोस्तो, यहां मैं एक बात बोलना चाहूंगा कि जब भी आप अपनी फीमेल पार्टनर का दूध पी रहे हों, तो उसके दोनों हाथों को कसके पकड़ लें और उसके दूध को खींच खींच कर पिएं, जिससे लड़की पागल हो जाती है और तड़पने लगती है.

जब मैं शबनम का दूध पी रहा था, तब उसका भी यही हाल था.
मैंने बारी बारी से शबनम के दोनों दूध खींच खींच कर और चूस चूस कर उसके गोरे गोरे चूचों को लाल कर दिया था.

वह भी कामुकता से आवाजें भर रही थी.
उसके हाथ मेरे हाथों में पकड़े होने के कारण वो अपनी छाती को ही मेरे मुँह में देने की कोशिश कर रही थी.

अब बारी थी उसकी चूत की, तो दूध चूसने के बाद जब मैं उसकी चूत की तरफ बढ़ा.
तब शबनम ने मुझसे कहा कि मेरे शौहर तुमको मार डालेंगे क्योंकि तुम उनकी बीवी की चुदाई करने वाले हो.

शबनम के ऐसा बोलते ही मैं हंसने लगा और अगले ही पल हम दोनों एक साथ हंस पड़े.

मैंने उसके दोनों पैर फैला दिए और शबनम ने अपनी गांड उठाकर अपने नीचे एक तकिया रख दिया.
उसकी चूत पूरी तरह से खुल कर ऊपर की तरफ आ गई.

शबनम की चूत एकदम मक्खन जैसी मुलायम और चिकनी थी.
उसे देख ऐसा लग रहा था, जैसे ये सिर्फ मेरे लिए ही बनी है.

मैंने देर ना करते हुए सीधा चूत पर मुँह रख दिया और कुत्ते की तरह उसकी चूत चाटने लगा.

शबनम की चूत बहुत गीली थी.
जब उसकी चूत की खुशबू और उसका गीला पानी मुझे मीठा लगने लगा तो मैं पूरी जीभ को नीचे से ऊपर करते हुए उसकी चूत को चाटने लगा.

फिर अपनी पूरी जुबान उसकी चूत में डाल कर उसकी चूत में मेरी जुबान घुमाने लगा और हाथ से उसकी चूत के दाने को रगड़ने लगा.

इससे वो जल बिन मछली की तरह तड़पने लगी और मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी.
शबनम का मादक जिस्म मुझे बौरा रहा था.

मैंने उसकी चूत बहुत देर तक चाटी.
इसी कारण से शबनम जल्दी झड़ गई और मैंने उसकी चूत का सारा पानी एक कतरा भी बिना जाया किए पी लिया.

शबनम अब अपनी सांसों को काबू में करने की कोशिश करने लगी.
तभी मैं अपना नौ इंच का लंड उसके मुँह के पास ले गया और उसको चूसने को बोला.
पर उसने ये बोल कर मना कर दिया कि उसको ये सब नहीं पसंद है.

मैंने उसको ज्यादा नहीं बोला और वापस शबनम को किस करने लगा, उसके दूध चूसने लगा.

शबनम भी मेरा लंड पकड़ कर हिलाने लगी, मेरा लंड खड़ा हो गया.
जिससे हम दोनों गर्म हो गए.
शबनम की चूत भी गीली हो गई.

तब मैं उठा और मैंने शबनम को मेरे नीचे लेकर उसके दोनों पैरों को खोल कर फैला दिया.
मैं शबनम की टांगों के बीच में आ गया ओर अपना लंड उसकी नाजुक चूत पर सैट कर दिया.

शबनम ने अपनी आंखें बंद कर लीं और लंड का इंतजार करने लगी.

मैंने प्यार से धक्का मारा और मेरा लंड का टोपा शबनम की चूत में घुस गया.
शबनम को थोड़ा दर्द भी हुआ इसलिए उसके मुँह से दर्द भरी आवाज़ भी निकली.

मैंने अपने लंड को थोड़ा सा पीछे किया और जोर का झटका मारा जिससे मेरा लंड एक झटके में शबनम की मुलायम चूत में अन्दर घुसता चला गया.

शबनम की चीख निकल गई और वो छटपटाने लगी.
पर वह मुझसे लंड बाहर निकालने को नहीं बोली. पर उसकी आंखों से निकले आंसू ये साफ बता रहे थे कि उसको दर्द हो रहा है.

मैं वैसे ही पड़ा रह कर शबनम का दर्द कम होने का इंतजार करने लगा. उसकी चूत में मैं अपना लंड डाले पड़ा रहा और उसकी चूचियां चूसता रहा.

थोड़ी देर बाद जब शबनम का दर्द कम हुआ तो उसने मेरी कमर पर अपने दोनों पैर रख दिए.
मैं अपने लंड को धीरे धीरे उसकी चूत में अन्दर बाहर करने लगा.

लंड रुके रहने और दर्द के कारण रुके रहने से शबनम की चूत सूख गई थी इसलिए ऐसा मुझे महसूस होने लगा था मानो मेरे लंड को उसकी चूत ने जकड़ रखा हो.

मैंने लंड की स्पीड धीरे धीरे करके बढ़ानी शुरू कर दी.
थोड़ी देर में शबनम भी गर्म होने लगी और चुदाई में मेरा साथ देने लगी.

मैंने उसको बड़े प्यार से काफी देर तक चोदा जिसमें शबनम दो बार झड़ भी गई.
तब मैंने भी लंड उसकी चूत में खाली कर दिया और बहुत देर तक उसकी चूत में लंड डाले पड़ा रहा.

जब मैं उसके ऊपर से उठा तो देखा मेरे लंड का और उसकी चूत का पानी उसकी नाजुक चूत से बह रहा है.
ये देख कर मुझे बहुत खुशी हुई.

शबनम बहुत शर्मा रही थी इसलिए वो झट से अपनी ब्रा पैंटी लेकर बाथरूम में भाग गई.

दो मिनट बाद मैं भी उसके पीछे बाथरूम में घुस गया.
वह अन्दर अपनी चूत साफ कर रही थी.
उसकी ब्रा पैंटी बाथरूम में टंगी हुई थी.

मैंने झट से शॉवर चालू कर दिया जिससे शबनम अचानक से हड़बड़ा गई और पीछे को मुड़कर देखने लगी.

जैसे ही वह मुड़ी, मैंने वैसे उसको अपनी बांहों में भर लिया और उसको किस करने लगा, उसके दूध दबाने लगा और चूत में उंगली करने लगा.

शबनम मेरा साथ देने लगी और वहीं बाथरूम में मैंने उसे खड़े खड़े उसकी चूत में लंड पेल दिया.
वह भी बेसिन पकड़ कर घोड़ी सी बन कर लंड लेने लगी.

मैं उसकी धकापेल चुदाई करने लगा.

बड़ा ही मस्त मंजर था.
ऊपर से शॉवर की बौछार और नीचे हमारी चुदाई की रफ्तार.

शबनम और मेरी दूसरी चुदाई बहुत देर तक चली.
बाद में हम दोनों एक साथ ही झड़ गए.

पोर्न हॉट भाभी सेक्स के बाद हम दोनों नहाकर बाहर आ गए.

दोस्तो, मैंने जब से शबनम को देखा था, तब से मैं उसको समझो खा जाना चाहता था.
इसलिए मैंने शबनम के जिस्म पर चॉकलेट, मलाई, गुलाब जामुन रस मलाई और भी कुछ अन्य किस्म की मिठाई उसके पूरे बदन पर मल दीं.
खास कर उसकी चूत में रसगुल्ला घुसा कर अपनी जुबान से चुत चाटी और चुत से मिठाई निकाल निकाल कर खाई.

इसमें शबनम को बड़ा मजा आ रहा था.
उसने भी मेरा पूरा साथ दिया और उसने भी मेरे लौड़े को आइसक्रीम लगा कर चाटा.

शबनम मेरे साथ पूरे 2 दिन रुकी, जिसमें मैंने उसके साथ बड़े प्यार से बारह बार चुदाई की.

इन दो दिन में मैंने शबनम की चूत को बहुत मस्ती से चोदा.
उसकी चूत बुरी तरह से सूज भी गई थी इसी लिए घर जाते वक़्त उसने पंजाबी सलवार कुर्ता पहना हुआ था पर पैंटी नहीं पहनी हुई थी.

मैंने शबनम को दस जोड़ी नई ब्रा पैंटी के सैट गिफ्ट में दिए.
वह जो ब्रा पैंटी पहन कर आई थी, वो मैंने उसकी याद में अपने पास रख ली.

तो दोस्तो, यह थी मेरी और शबनम की चुदाई की कहानी.
अगर कहानी में कुछ गलती दिखी हो तो माफ करना.

आप सभी को मेरी पोर्न हॉट भाभी सेक्स स्टोरी कैसी लगी, ये मुझे मेल करके जरूर बताएं.
[email protected]

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