क्कोल्ड कपल सेक्स का मजा मुझे अन्तर्वासना पर मिले एक कपल ने दिया। वे दोनों किसी तीसरे आदमी के साथ एंजॉय करना चाहते थे। जब मैं मिलने पहुंचा तो उसकी बीवी बहुत प्यासी निकली।
मैं आपका दोस्त आर्यन काफी दिनों बाद एक कहानी लेकर आया हूँ।
आशा करता हूं कि पिछली कहानी की तरह आपको मेरी ये क्कोल्ड कपल सेक्स कहानी भी पसंद आएगी।
मेरी पिछली कहानी
बुर्कानशीं भाभी की चूत चुदाई करके प्यास बुझायी
आपने पढ़ी और बहुत सारे पाठकों के ईमेल भी प्राप्त हुए।
मुझे आपका प्यार पाकर अच्छा लगा।
ऐसी ही कोशिश फिर से करने जा रहा हूं; कोई गलती हो जाए तो माफ करिएगा।
तो लंड वाले मर्द अपना सामान हाथ में ले लें और सभी चूत वाली लड़की, आंटी, भाभियां अपना हाथ चूत के पास रख लें क्योंकि मेरी ये कहानी आपको पानी निकालने पर मजबूर कर देगी।
समय बर्बाद न करते हुए आपको मैं अपना संक्षिप्त परिचय दे देता हूं।
मैं लखनऊ शहर में रहता हूं और 27 साल का हो चुका हूं।
मेरा कद 5.8 फीट है, मेरा बदन कसरती है क्योंकि मुझे जिम जाने का काफी शौक है। मेरा लंड काफी लम्बा और मोटा है। यह किसी की भी चूत फाड़कर उसका पानी निकालने में सक्षम है।
अब मैं उस कपल के बारे में बता देता हूं जिनके बारे में यह कहानी है।
जिस कपल का मेरे पास मेल आया, वे लोग लखनऊ के ही रहने वाले थे।
मैं नाम नहीं बता सकता हूं।
कपल में पत्नी की उम्र 35 और पति की 40 साल थी।
उस लेडी का फिगर 38-34-36 का था।
उसका भरा पूरा यौवन था जो कि किसी भी मर्द की प्यास को बढ़ा सकता था।
तो सारी बात फोन पर तय हो चुकी थी।
मैं उनसे मिलने पहुंच गया।
उनके घर गया मैं … तो उसके पति ने मुझे अंदर बुलाया और हम लोगों ने 10 मिनट तक औपचारिक बातें कीं।
उसके बाद उन्होंने अपनी बीवी को बुला लिया।
जब उसकी बीवी आयी तो मैं उसे देखता ही रह गया।
उसके पति ने टोका- अब बस भी करो, बाद में देख लेना।
मैंने हल्की स्माईल की और फिर हमारे बीच में कुछ बातें चलीं।
फिर हम लोग बेडरूम में चले गए।
पहले हम सबने शावर लिया और टॉवल से बदन पौंछते हुए बाहर निकले।
उसके हस्बेंड ने सिगरेट जला ली और मुझे भी पीने के लिए निमंत्रण दिया तो मैंने भी ले ली।
फिर उसकी बीवी ने भी सिगरेट जला ली और हम तीनों पीने लगे।
मुझे सिगरेट पीते हुए किस करना बहुत अच्छा लगता है.
तो मैंने सिगरेट का धुंआ अंदर लिया और उसकी बीवी के होंठों से होंठ लगाकर उसके मुंह में भर दिया।
बस, फिर होंठों से होंठ मिले तो वहीं लिप किस शुरू हो गई।
हमने एक दूसरे के होंठों को काफी चूसा।
फिर हम अलग हो गए।
उसकी बीवी ने आरपार दिखने वाली ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी।
उसमें उसके बूब्स और चूत की झलक साफ दिखाई दे रही थी।
मैं आपको बता दूं कि मुझे मसाज देना भी बहुत अच्छा लगता है, मसाज करने में आप किसी महिला को अपने हिसाब से गर्म कर सकते हैं।
मैंने उसकी बीवी को नंगी करके उसे आयल मसाज देना शुरू किया।
मैं उसकी चूचियों को सहलाते हुए मैं हाथ उसके पेट से सरका कर उसकी चूत की फांकों के बीच में दो उंगली से सहला कर वापस ला रहा था।
मेरा हाथ की हरकत के साथ ही उसके बदन में जैसे करंट दौड़ रहा था।
पांच मिनट के भीतर ही चूत पसीजने लगी, उसका हाथ खुद ही मेरे लंड पर आकर टिक गया और लंड को सहलाने लगा।
उसके पति को भी ये सब देखकर उत्तेजना हो रही थी।
अभी मैंने उसकी चूत से पैंटी नहीं हटाई थी।
वह भी मेरे अंडरवियर के ऊपर से ही लंड को पकड़ कर दबा रही थी।
जब पूरे बदन की मसाज हो गई तो वह उठकर बाथरूम में चली गई।
वह दोबारा नहा कर बाहर निकली तो उसका पूरा बदन चमक रहा था, जो बेहद कोमल और मखमली सा लग रहा था।
भाभी देखने में अब कयामत ढहा रही थी।
फिर हमने खाना मंगवा लिया।
हमने हल्का डिनर किया।
हमारा पीने का भी प्लान था तो स्नैक्स भी मंगवाए थे और बीयर भी।
डिनर के बाद हम लोग बीयर पीने लगे।
पीते हुए मैं भाभी की चूचियों पर बीयर गिरा कर चूचियों पर मुंह लगाकर चूसने लगा और बीयर का मजा भी आने लगा।
भाभी सिहर गई।
मैंने पूछा- क्या हुआ!
वह बोली- बहुत दिनों के बाद किसी ने चूचियों को पीया है। और ये तो सेक्स न के बराबर करते हैं।
मैंने भाभी के बूब्स पीना जारी रखा।
फिर उनकी नाभि में बीयर भरकर चूसने लगा।
कसम से … जन्नत का मजा मिल रहा था।
भाभी को भी बहुत अच्छा लग रहा था। भाभी की चूत पूरी गीली हो गई थी और उसमें से कामरस की धार हल्की हल्की निकालनी शुरू हो गई थी जो कि उनकी पैंटी में से साफ जाहिर हो रही थी।
मैंने अभी थोड़ा उनको और गर्म करना चाहा।
तो मैंने उनके गिलास में और बियर डाल दी।
फिर मैंने जल्दी से अपना ग्लास खाली किया।
उसके बाद हम दोनों की जीभ आपस में लड़ने लगीं।
काफी देर तक स्मूच करने के बाद मैं उनकी गर्दन पर किस करने लगा।
वह वासना में सराबोर होकर अपने बदन को मोड़ने लगी।
ये सब होता हुआ उसके पति बैठ कर देख रहे थे और बियर की चुस्कियां ले रहे थे।
इतने में भाभी बोली- आर्यन, इनको भी कुछ ऐसा सिखा दो।
उसके पति बोले- अब मेरी सीखने की उम्र नहीं रही। आर्यन को इसीलिए बुलाया है कि तुम्हें पूरा प्यार दे और खुश कर दे।
मैं सिर्फ उन लोगों की बातें सुन रहा था और भाभी की चूचियों पर हाथ फेर रहा था।
भाभी की चूची ज्यादा नहीं भींची गई थीं इसलिए टाइट थीं।
रास्ते से मैं चॉकलेट खरीदा लाया था। मैंने पास पड़ी पैंट की जेब से चॉकलेट को निकाला और भाभी की चूत पर रख दिया।
मैं चॉकलेट खाने लगा और साथ में भाभी की चूत को भी चुभलाने लगा।
चॉकलेट पिघलने के साथ ही भाभी की चूत भी पिघलती हुई लगातार रस छोड़ रही थी।
भाभी की उंगलियां मेरे बालों में घूम रही थीं, उनके मुँह से उम्म … उम्म … उम्म ईईई … ईईई इस्स … की आवाजें निकल रही थीं, और इधर मेरे लंड का भी बुरा हाल था।
अब तक भाभी इतनी ज्यादा गर्म हो गई थी कि अपनी कमर को जोर जोर से उठा उठा कर पटक रही थी।
मैंने उनकी कमर पकड़ ली।
फिर हम लोग 69 की पोजीशन में आ गए।
मैं भाभी की चूत को लगातार जीभ से चोद रहा था।
अब वो भी मेरे लंड को जोर जोर से चूसने लगी थी।
लंड चूसने की बहुत प्यासी लग रही थी वो!
लेकिन मेरा लंड बहुत मोटा था तो पूरा अच्छे से नहीं चूस पा रही थी।
यह देख भैया भी बोल पड़े कि अच्छे से पूरा मुंह में लेकर चूस!
लेकिन वह नहीं ले पा रही थी।
फिर मुझे एक तरकीब सूझी।
मैं उठा और बैठे-बैठे लंड चुसवाने लगा।
फिर मैंने भाभी की नाक को हल्का सा भींच दिया जिससे उसका मुंह और ज्यादा खुलने लगा।
इतने में मैंने पूरा लंड अंदर धकेल दिया।
भैया भी हँसने लगे।
इतने में भाभी बोली- तुम बहुत बेशर्म हो, कोई ऐसा भी करता है क्या? मेरी पूरी सांस अटक गई थी।
मैंने भाभी की प्यार से चुम्मी ली।
फिर वह हँस दी।
भाभी बोली- तुम्हारी शरारत अच्छी लगी वैसे!
फिर कहा- अब और न तड़पाओ, तुमने पहले से ही बहुत आग लगा रखी है। जल्दी से डाल दो अपना लण्ड!
मैंने देर न करते हुए उनकी कमर के नीचे तकिया लगाया जिससे उनकी चूत ऊपर की ओर उभर कर आ गई।
मैंने अपना लण्ड उनकी चूत पर लगाया और रगड़ने लगा।
भाभी के मुँह से कामुक आवाजें निकलने लगीं और बोली- क्यों मारना चाहते हो! डालो ना अंदर!
मैंने तुरंत ही अपना लण्ड उनकी चूत पर रख कर धीरे से अंदर धकेला तो भाभी की चूत में दर्द होने लगा।
लंड बहुत मोटा था और चूत उसे संभाल नहीं पा रही थी।
फिर मैंने साथ ही उनकी चूचियों को भी चूसना शुरू कर दिया।
भाभी को कुछ आराम आने लगा।
मैं धीरे धीरे लंड को चूत में हिला रहा था।
कुछ देर बाद भाभी का दर्द चला गया।
अब वह खुद ही कमर को आगे पीछे हिलाकर चुदाई में साथ देने लगी।
कुछ देर बाद उसका जोश इतना बढ़ गया कि वो गांड उठा उठाकर चुदवाने लगी।
मैंने उनकी चूचियों पर मुंह रखकर निप्पलों को चूसना शुरू किया।
कभी मैं गर्दन पर तो कभी होंठों पर भी चूम रहा था और साथ में धक्के भी लगा रहा था।
कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद मैंने उसको घोड़ी बना दिया।
फिर पीछे से उनकी कमर को थाम लिया और लंड को फिर से चूत में धकेल दिया।
भाभी एक बार फिर उचकी लेकिन मैंने कमर को पकड़ कर एक धक्का और दे दिया और पूरा लंड भाभी की चूत में उतार दिया।
मैं एक हाथ से अब चूत के दाने को रगड़ने लगा और चोदने लगा।
अब भाभी के मुंह से आह्ह … आह्ह … आह्ह … जैसी कामुक आवाजें ही आ रही थीं।
वह चुदाई का पूरा मजा ले रही थी।
चुदाई को कुछ ही मिनट बीते थे कि भाभी की चूत का पानी निकल गया।
वह बेड पर ढेर हो गई।
उसकी चूत अभी भी लंड के सामने थी।
मैंने फिर से लंड चूत में उतार दिया और लेटी भाभी पर ही चढ़कर चोदने लगा।
मैं जोर जोर से लंड के धक्के मार रहा था।
भाभी के मुंह से हर धक्के के साथ एक दर्द और आनंद भरी आह्ह … निकल जाती थी।
अब मैंने भाभी को अपने ऊपर आने के लिए कहा।
वह चूत को मेरी तरफ करके छाती पर मेरे मुंह के पास बैठ गई।
मैं भाभी की गीली और रस में सनी चूत को खाने लगा।
वह बोली- मुझे भी चूसना है।
इतने में उसके पति बोल पड़े- मेरा भी चूस लो।
अब वो पास आ गए और भाभी उनका लंड चूसने लगी।
लेकिन उन के लंड ने 2 मिनट में ही पानी छोड़ दिया।
अब मैंने भाभी को लंड पर बिठाया और झटके देने लगा।
वह चुदाई के मजे में जोर जोर से चिल्लाने लगी- आह्ह … फाड़ दो … आह्ह फाड़ दो। चोद दो मेरी चूत को, बहुत दिनों से नहीं चुदी ये, आह्ह … पूरा लंड दे दो!
मैंने भाभी को नीचे झुका लिया और चूचियों को मुंह की ओर खींचकर पीने लगा।
वह अब खुद ही अपनी चूत की चक्की मेरे लंड पर चला रही थी और मेरे लंड को पीस रही थी।
2-3 मिनट बाद उनका बदन फिर अकड़ने लगा और मैंने उनको सीने से चिपका कर जोर जोर के झटके देने शुरू कर दिए।
भाभी की चूत से गर्म गर्म पानी छूटता हुआ मेरे लंड पर से बहने लगा जिसका गर्म अहसास मुझे पागल बना रहा था।
चूत से निकले रस ने मेरे पूरे लंड को भिगो दिया।
इस आनंद से सराबोर होकर मेरा भी कंट्रोल छूट गया और लंड से 5-6 पिचकारी तेज तेज भाभी की चूत में छूट गईं।
मेरा लंड भी भाभी की चूत में खाली हो गया।
हम दोनों हांफ रहे थे और एक दूसरे को बांहों में लेकर लिपटे हुए थे।
कुछ देर बाद लंड महाराज खुद ही सिकुड़ कर चूत से बाहर निकल आए।
लंड के बाहर आने के साथ ही भाभी के साथ मिलन का रस भी चूत से बाहर बह निकला।
हम दोनों ने एक दूसरे को साफ किया।
फिर क्कोल्ड कपल सेक्स के बाद हम नंगे ही बेड पर पड़े रहे।
उसके बाद हमने नंगे ही बीयर पी और फिर सो गए।
अगली सुबह उठकर मैं अपने घर आ गया।
लेकिन उसके बाद उस कपल से कई बार मिलना हुआ; उनके साथ मैंने बहुत मजे किए; अलग-अलग तरीके से चुदाई की।
तो दोस्तो, आपको भाभी के पति के सामने ही उनकी चुदाई की ये कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर बताना।
आप मुझे ईमेल में अपने मैसेज लिखें।
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