कहानी का पिछला भाग : मैंने अपने देवर से चुदवा लिया-3
अब तक आपने मेरी देवर भाभी की चुदाई कहानी में जाना कि मेरे पति की जानकारी में मेरे देवर के मूसल लंड से मेरी चूत गांड की चुदाई हो रही थी.
अब आगे..
सुबह को राज के ऑफिस जाने के बाद जय ने फिर से मेरी चुदाई शुरू कर दी. उस दिन भी वो कॉलेज नहीं गया. वो सारा दिन मुझे चोदता रहा और मेरी गांड मारता रहा. यह सिलसिला लगभग एक महीने तक चला, पूरे महीने तक मैंने जय से खूब मजा लिया. उसके बाद जय 20 दिनों के लिए टूर पर चला गया. उसके चले जाने से मैं उदास रहने लगी.
दो दिनों के बाद जब राज ऑफिस से वापस आए तो उनका चेहरा उदास था. मैंने पूछा- क्या हुआ?
वो बोले- मेहता को तो जानती हो ना?
मैंने कहा- वो तो हमारे बॉस थे.. क्या हुआ उनको?
राज बोले- उस साले को क्या होगा. आज उसने मुझे अपने चेम्बर में बुलाया और कहने लगा कि पुराना एकाउंटेंट नौकरी छोड़ कर चला गया है. अगर तुम एकाउंटेंट बनना चाहते हो तो बोलो. मैंने उससे कहा कि मुझे ही एकाउंटेंट बना दीजिये. इस पर मेहता बोला कि तुम इसके बदले मुझे क्या दोगे? मैंने उससे कहा कि सारा कुछ आपका ही तो है. मेहता कहने लगा कि शर्मा भी एकाउंटेंट बनना चाहता है. बदले में वो मुझे एक रात के लिए अपनी बीवी देगा. तुम क्या दोगे. अगर तुम दो रात के लिए अपनी बीवी मुझे दे दो तो मैं तुम्हें एकाउंटेंट बना दूँगा. मैंने तो मेहता से कह दिया कि ऐसा नहीं हो सकता.
मैंने राज से कहा- मेहता है ही ऐसा आदमी.. वो अपने साथ हम बिस्तर होने पर ही किसी को तरक्की देता है. ऑफिस की कई लड़कियां उसके साथ हम बिस्तर हो चुकी हैं. रानी को तो तुम जानते ही हो. वो मेरी सहेली थी. एक दिन मेहता ने उससे भी यही बात कही थी. उसने उसे अपना पी ए बनने का लालच दिया था. रानी को ज्यादा पैसों की जरूरत थी, इसलिए वो राजी हो गई थी. वो मेहता के साथ हम बिस्तर हुई और उसकी पी ए बन गई. तीन दिनों तक रानी ऑफिस नहीं आई. तीसरे दिन जब रानी ऑफिस आई तो मैंने उसका हालचाल पूछा. रानी ने मुझे बताया था कि वो मेहता के साथ हम बिस्तर होने के बाद चलने फिरने के काबिल नहीं रह गई थी.
राज- रानी को क्या हुआ था?
मैंने बताया- हाँ मैंने उससे पूछा कि मेहता ने उसके साथ ऐसा क्या कर दिया. उसने मुझे बताया कि मेहता का लंड 10″ लम्बा और बहुत ज्यादा मोटा था. तब मुझे उसकी बात पर विश्वास ही नहीं हुआ था. जब मैंने जय का लंड देखा तो मुझे पूरा विश्वास हो गया है कि रानी सही कह रही थी. मैं तो जय के 8″ लम्बे लंड से चुदवाने की आदी हो चुकी हूँ. मेहता का लंड 10″ लम्बा है. उससे चुदवाने में मुझे और ज्यादा मजा आएगा. जय भी टूर पर गया है, इसलिए मेरी चुत में खुजली भी हो रही है. तुम भी एकाउंटेंट बन जाओ. इससे तुम्हारी सेलरी दोगुनी हो जाएगी और हमारी जिन्दगी और ज्यादा अच्छी तरह से गुजरेगी. मुझे भी चुदवाने का मौका मिल जायेगा.
राज बोले- ये तुम क्या कह रही हो?
मैंने कहा- मैं ठीक ही कह रही हूँ. राज से चुदवाने के बाद मेरी चुत एकदम चौड़ी हो ही चुकी है. मेहता से दो रात चुदवाने में मेरे ऊपर ज्यादा फरक नहीं पड़ेगा, बस मेरी चुत थोड़ी से और चौड़ी हो जाएगी. ये बात किसी को पता भी नहीं चलेगी. बस केवल तुम राजी हो जाओ. क्या तुम नहीं चाहते कि मुझे जवानी का भरपूर मजा मिले.
राज सोच में पड़ गए. थोड़ी देर बाद वो बोले- मैं कल मेहता से बात करूँगा.
मैंने कहा- ठीक है.
दूसरे दिन जब राज ऑफिस से वापस आए तो उनका चेहरा उदास था.
मैंने पूछा- अब क्या हुआ.. क्या मेहता राजी नहीं हुआ.
वो बोले- अब वो 4 दिन के लिए हम बिस्तर होने को कह रहा है. ऑफिस के 2 लोग और अपनी बीवी उसे देने के लिए तैयार हैं.
मैंने कहा- तुम अभी उसे फोन करके कह दो. नहीं तो जितना ज्यादा देर करोगे मुझे उतने ही ज्यादा दिन उसके पास रहना पड़ेगा.
राज ने मेहता को फोन किया. मेहता ने राज से कहा- अभी नहीं. अभी मैं और इन्तजार करूँगा. हो सकता है कि कोई मुझे अपनी बीवी और ज्यादा दिनों के लिए देने के लिए तैयार हो जाये.
राज ने फोन रख दिया. वो उदास हो गए.
मैंने कहा- तुम एकाउंटेंट बनना चाहते हो या नहीं?
वो बोले- हाँ बनना तो चाहता हूँ लेकिन मेहता मान जाये तब ना.
मैंने कहा- तुम उसे दोबारा फोन करके कह दो कि तुम हर कीमत पर एकाउंटेंट बनना चाहते हो. वो चाहे जितने दिनों के लिए मुझे अपने पास रख ले. मैं जानती हूँ कि वो बहुत अय्याश आदमी है. वो मुझे एक हफ्ते से ज्यादा अपने पास नहीं रखेगा क्योंकि उसे हमेशा नई नई लड़की चाहिए.
राज ने मेहता को फोन किया. मेहता तैयार हो गया. लेकिन उसने कहा कि मुझे आज ही जाना होगा.
मैंने राज से कहा- तुम मुझे उसके घर छोड़ दो. जय तो यहाँ है नहीं. उसे कुछ भी पता नहीं चलना चाहिए.
राज मुझे मेहता के घर छोड़ कर वापस चले आए.
मेहता ने मुझसे कहा- कपड़े उतार दो. अब तुम्हें 10 दिनों तक कुछ भी नहीं पहनना है.
मैंने कहा- ठीक है सर.
रानी ने मुझे मेहता के बारे में सब कुछ बता दिया था कि उसने मेहता को कैसे खुश किया था. मैं मेहता को रानी से भी ज्यादा खुश करना चाहती थी. मैंने मेहता को शराब पिलाई और उसे खूब जोश दिलाया. मेहता बहुत खुश हो गया, उसने अपने कपड़े उतारे तो मैं उसका लंड देखती ही रह गई. उसका लंड जय के लंड से भी ज्यादा लम्बा और मोटा था. मैं समझ गई कि मुझे फिर से दिक्कत होने वाली है लेकिन मैं यह भी जानती थी कि मुझे मजा भी खूब आएगा.
मेहता ने मेरी चुत में अपना लंड घुसाना शुरू किया तो मुझे दर्द होने लगा. मेरे मुँह से सिसकारियां निकालने लगीं. धीरे धीरे उसका लंड मेरी चुत में 8″ तक घुस गया. उसके बाद जब मेहता अपना लंड और ज्यादा अन्दर घुसाने लगा तो मेरे मुँह से चीख निकलने लगी. दर्द के मारे मेरा बुरा हाल हो रहा था. मेहता मेरे चेहरे को देख रहा था. पूरा लंड घुसाने के बाद उसने मुझे चोदना शुरू किया. थोड़ी देर तक मैं दर्द के मारे चीखती रही फिर धीरे धीरे शांत हो गई.
अब मुझे मजा आने लगा तो मैंने मेहता को खूब जोश दिला दिला कर चुदवाना शुरू कर दिया. मैंने उसके लंड की खूब तारीफ़ की.
वो मुझसे बहुत खुश हो गया और बोला- आज तक मैंने जितनी भी लड़कियों को चोदा, वो सभी बहुत ज्यादा चिल्लाई और चीखी थीं. लेकिन तुम ज्यादा नहीं चीखी और चिल्लाईं और तुमने मेरा पूरा का पूरा लंड अपनी चुत में ले लिया. क्या तुम्हारे पति का लंड ज्यादा लम्बा और मोटा है?
मैंने मेहता से झूठ बोला और कहा- जी सर.
वो बोला- कितना लम्बा और मोटा है तुम्हारे पति का लंड?
मैंने कहा- सर, उनका लंड 8″ लम्बा है और बहुत मोटा भी है.
वो बोला- फिर तो तुम्हारी चुदाई करने में मुझे खूब मजा आएगा. बाक़ी की लड़कियां चीखती और चिल्लाती थीं इसलिए मुझे ज्यादा मजा नहीं आता था. तुम मुझे पूरी तरह से खुश कर दो. मैं तुम्हारे पति को ब्रांच मैनेजर बना दूँगा.
मैंने कहा- मैं आपको पूरी तरह से खुश करने की कोशिश करूँगी सर.
उसने मुझे लगभग 20 मिनट तक खूब जम कर चोदा. मैंने भी उसे जोश दिला दिला कर उससे खूब जम कर चुदवाया. मुझे भी खूब मजा आया. इस चुदाई के दौरन मैं 3 बार झड़ गई थी. लंड का सारा जूस मेरी चुत में निकाल देने के बाद जब मेहता ने अपना लंड बाहर निकाला तो मैंने देखा कि उसके लंड पर भी थोड़ा सा खून लगा हुआ था.
मुझे जय की बात याद आ गई. मेरी चुत ने मेहता के लंड को भी पसंद कर लिया था और उसके लंड को खून का टीका लगा कर उसके लंड से भी शादी कर ली थी.
उसके बाद वो मेरे बगल में लेट गया. दस मिनट भी नहीं बीते थे कि मैंने उसके लंड को मुँह में लिया और चूसने लगी.
मेहता बहुत खुश हो गया और बोला- तुम तो बहुत सेक्सी हो. अभी 10 मिनट भी नहीं बीते हैं कि तुमने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया.
मैंने कहा- सर, मैं आपको पूरी तरह से खुश करना चाहती हूँ.
मैं उसका लंड चूसती रही तो 10 मिनट में ही उसका लंड फिर से खड़ा हो गया. उसने मुझे फिर से चोदना शुरू किया. इस बार उसने मुझे लगभग 25 मिनट तक चोदा. मैंने भी उसे खूब जोश दिलाया.
मैंने उससे कहा- सर, आप मुझे बहुत ही अच्छी तरह से चोद रहे हैं. इतनी अच्छी तरह से तो मेरे पति मुझे नहीं चोद पाते. आपका लंड भी बहुत अच्छा है.
मेरी बात सुन कर वो बहुत खुश हो गया. मैंने 6 दिनों तक तरह तरह के स्टाइल में मेहता से खूब जम कर चुदवाया.
सातवें दिन मैंने मेहता से कहा- सर, अब मैं आप को दूसरा मजा देना चाहती हूँ. वो बोला- अब कौन सा मजा दोगी?
मैंने कहा- क्या आपने कभी किसी लड़की की गांड मारी है?
वो बोला- सारी लड़कियां मुझसे चुदवाने में ही इतना ज्यादा चीखती और चिल्लाती थीं कि मुझे कभी किसी लड़की की गांड मारने का मौका ही नहीं मिला. क्या तुम मुझसे गांड मरवाने के लिए तैयार हो?
मैंने कहा- जी सर.. आप खूब जम कर मेरी गांड मारिये और मजा लीजिये.
वो बोला- तुम फिर से चीखोगी और चिल्लाओगी.
मैंने कहा- सर, पहली पहली बार मुझे थोड़ी तो दिक्कत होगी ही क्योंकि आपका लंड मेरे पति के लंड से ज्यादा लम्बा और मोटा है. मैं अपने पति से खूब जम कर गांड मरवाती हूँ.
वो बोला- फिर ठीक है.
इसके बाद अगले 4 दिनों तक मेहता ने खूब जम कर मेरी गांड मारी. मुझे पहली बार उससे गांड मरवाने में बहुत दर्द हुआ और मैं खूब चीखी भी लेकिन बाद में मुझे खूब मजा भी आया.
मेरी गांड को भी मेहता का लंड पसंद आ गया और मेरी गांड ने भी मेहता के लंड को खून का टीका लगा कर उसके लंड के साथ शादी कर ली.
दस दिन गुजर गए तो मेहता ने कहा- अब तुम चाहो तो जा सकती हो.
मैंने कहा- सर, मुझे विदाई नहीं देंगे?
वो बोला- बोलो क्या चाहिए?
मैंने कहा- सर, आपने 4 दिनों से मेरी चुदाई नहीं की है. आप केवल मेरी गांड का ही मजा लेते रहे. मेरी चुत में खुजली हो रही है. आप एक बार मुझे और चोद दीजिये.
वो बोला- ये कौन सी बड़ी बात है. अभी चोद देता हूँ.
मेहता ने फिर से मेरी चुदाई की. उसने मुझे खूब जम कर चोदा. मैं उससे चुदवा कर एकदम मस्त हो गई. उसके बाद मैं घर वापस चली आई.
घर पहुँचते ही राज ने मुझसे पूछा- क्या हुआ, काम बन गया?
मैंने मजाक करते हुए कहा- वो तुम्हें एकाउंटेंट नहीं बनायेगा.
राज उदास हो गए और बोले- उस साले ने 10 दिनों तक मेरी बीवी की चुदाई की और मुझे एकाउंटेंट भी नहीं बनाया.
मैंने कहा- मेहता ने मुझे खूब जम कर चोदा है. मुझे उससे चुदवाने में खूब मजा आया और मैं एकदम मस्त हो गई हूँ.
राज उदास हो गए थे. थोड़ी देर बाद मैंने कहा- उदास मत हो. मेहता तुम्हें ब्रांच मैनेजर बनाने के लिए तैयार हो गया है.
मेरी बात सुनकर राज बहुत खुश हो गए, उन्होंने मुझे चूम लिया.
अगले दिन मेहता ने राज को ब्रांच मैनेजर बना दिया. कुछ दिनों के बाद जय भी वापस आ गया. उसे जब पता चला कि उसके भैया ब्रांच मैनेजर बन गए हैं तो वो बहुत खुश हो गया.
वो नहीं जानता था कि मैंने उसके भैया को ब्रांच मैनेजर कैसे बनवाया है. मुझे अब मेहता अकसर अपने घर बुलाया करता है. मुझे मेहता का लंड भी बहुत पसंद आ गया था इसलिए मैं आज भी उसके घर जा कर उससे खूब जम कर चुदवाती हूँ और मजा लेती हूँ. अब तो मेरा देवर जय मुझे राज के सामने भी चोदने लगा है. राज और जय बहुत खुश हैं और मैं भी मस्त हूँ.
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