देसी वाइफ लवर सेक्स कहानी में मैंने अपनी सेक्सी बीवी को उसके पुराने प्रेमी की याद ताजा करवा के उससे मिलने का मौका दिया. तो उन दोनों ने कैसे सेक्स किया?
दोस्तो, मेरी बीवी के पुराने आशिक से उसी चुदाई की कहानी में आपका स्वागत है.
कहानी के पिछले भाग
मेरी बीवी अपने पुराने आशिक के साथ
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी बीवी ने अपने पूर्व प्रेमी दिनेश के साथ सेक्स का मजा लेते समय अचानक से उससे अलग होकर उससे सेक्स के लिए मना कर दिया था.
अब आगे देसी वाइफ लवर सेक्स कहानी:
अभी भी संजू की दोनों चूचियां आगे से पूरी खुली हुई थीं जो दिनेश के मसलने से लाल हो गई थीं.
वो अपने ब्लाउज को ठीक करने का प्रयास करने लगी.
दिनेश भावुक होते होते बेतहाशा रोने लगा.
संजू उसी पोजीशन में दिनेश को चुप कराने लगी और उसके आंसू पौंछने लगी.
रोते रोते दिनेश बोला- मैं बहुत प्यासा हूँ संजू … प्लीज मुझे एक बार करने दो. दोबारा मैं तुम्हें अपना चेहरा नहीं दिखाऊंगा.
ये सुनकर संजू सोच में पड़ गई और दिनेश को अपने सीने से लगा कर चुप कराने लगी.
दिनेश का चेहरा अभी संजू के चूचों पर था जो पूरे खुले हुए थे.
तभी संजू दिनेश के बालों को प्यार से सहलाने लगी.
दिनेश अब थोड़ा नार्मल हुआ और धीरे से चेहरा उठाकर फिर से संजू के होंठों से होंठ मिलाकर चूसने लगा.
संजू ने इस बार दिनेश को मना नहीं किया और वो उसका साथ देने लगी.
कोई 5 मिनट तक होंठों को चूसने के बाद दिनेश ने संजू की ब्रा और ब्लाउज को उसके शरीर से अलग कर दिया.
संजू कुछ नहीं बोली. संजू अब ऊपर से बिल्कुल नंगी थी. उसका गदराया जोबन मस्त लग रहा था और टाईट चूचियां टापू की तरह खड़ी थीं.
दिनेश ने संजू को बेड पर लिटाया और उसके पेटीकोट को खींच कर उसके शरीर से अलग कर दिया.
संजू की गोरी और मांसल जांघें कयामत ढा रही थीं.
दिनेश ने संजू को गौर से देखा तो पाया कि संजू की पैंटी पूरी तरह से चूत के रस से भीग गई थी … या यूं कहें कि पैंटी से भी बाहर आकर कुछ रस उसकी जांघों पर भी आ गया था.
दिनेश ने संजू के पूरे शरीर के एक एक भाग को चूमा और चाटा.
संजू आंखें बंद किए मजा ले रही थी.
तभी दिनेश ने संजू की गीली पैंटी को उसके शरीर से निकाल दिया.
संजू की चूत पूरी तरह से पानी छोड़ रही थी और उसकी चूत एकदम चिकनी झांट रहित थी, बिल्कुल सफाचट.
दिनेश ने आव देखा ना ताव, संजू की चूत में अपना मुँह लगा दिया.
संजू ‘इस्स …’ कर उठी.
अब दिनेश संजू के बह रहे चूत रस को चाटने लगा और वो संजू की चूत में अपनी जीभ घुसा घुसा कर उसे मुँह से चोदने लगा.
संजू आंहें भर रही थी और दिनेश के बालों को सहला रही थी.
लगभग 10-15 मिनट चूत को चुसवाने के बाद संजू बोली- और जोर से चूसो मेरे राजा.
दिनेश उसकी चूत को लगभग खाने लगा.
इसी बीच संजू का शरीर अकड़ा और वो बेतहाशा झड़ने लगी.
अब संजू ने दिनेश को रुकने को कहा और वो खड़ी हो गई.
उसने दिनेश को बड़ा प्यार से देखा और उसके सारे कपड़े उतार दिए.
दिनेश पूरी तरह से नंगा था.
उसका लंड मेरे लंड के जितना ही बड़ा था और रॉड के समान टाईट लग रहा था.
संजू ने उसके लंड को हाथ से थामा और गौर से देखने लगी.
लंड से प्रीकम काफी मात्रा में निकल रहा था.
संजू ने अपनी जीभ लंड के सुपारे पर सटा कर एक बार फेर दी.
इस बार दिनेश ने सीत्कार भरी और वो बोल उठा- आह … आज तक इस लंड को मेरी बीवी ने नहीं चूसा है.
ये सुनते ही संजना ने दिनेश के लंड को मुँह में भर लिया और किसी आईसक्रीम की तरह चूसने लगी.
दिनेश के मजे का ठिकाना नहीं रहा.
वो आंखें बंद करके संजू के बाल को सहलाती हुई आंह … उह …’ करने लगा.
लगभग 10 मिनट लंड चुसाई के बाद दिनेश बोला- आह जान मेरा रस निकलने वाला है … छोड़ दो!
पर संजू अपने प्रेमी का लंड छोड़ने के मूड में नहीं थी.
फिर कुछ ही देर में दिनेश के लंड ने पिचकारी छोड़ना शुरू कर दिया और स्खलित होने लगा.
संजू के मुँह में दिनेश का ढेर सारा वीर्य चला गया जिसे संजू ने पूरी तत्परता से पी लिया और उसके लंड को चाट कर साफ कर दिया.
मैंने देखा कि मेरी बीवी संजू की आंखें काफी नशीली हो गई थीं.
अब संजू ऊपर उठी तो दिनेश ने उसे अपनी बांहों में भर लिया और बोला कि जिंदगी में इतना मजा कभी नहीं आया था.
अब दोनों बेड पर बैठ गए.
संजू किचन से कुछ फ्राइड काजू ले आई, जिसे दिनेश और संजू ने मिलकर खाए.
दोनों अभी भी पूरी तरह से नंगे थे.
लगभग 30 मिनट की बातचीत के बाद संजू ने ही पहल करते हुए दिनेश के छाती पर किस किया और उसके दोनों निप्पलों को बारी बारी से चूसने लगी.
दिनेश को इससे बहुत मजा आया और वो आंखें बंद करके सुख लेने लगा.
संजू ने दिनेश को बेड पर ही सुला दिया और दिनेश के होठों को चूमने लगी. फिर उसकी पूरी छाती को चूमने लगी.
दिनेश को बहुत मजा आ रहा था.
अब ये क्या … संजू ने जो आज तक मेरे साथ नहीं किया था, वो कर दिया.
वो दिनेश की बगलों को चूमने और चाटने लगी.
संजू धीरे धीरे दिनेश के पेट को फिर उसकी जांघों को, फिर उसके पैर को चूमने और चाटने लगी.
दिनेश का लंड फिर से पूरा टाईट हो गया था. वो स्वर्ग में गोता लगा रहा था.
संजू से दिनेश के लंड को फिर से मुँह में भर लिया और चूसने लगी.
दो मिनट तक लंड चूसने के बाद वो उठी और दिनेश के लंड पर अपनी चूत को सैट करके घप्प से बैठ गई.
इस बार दोनों के मुँह से सीत्कार निकल गई.
संजू अब अपनी कमर उठा उठा कर लंड पर मारने लगी और आहें भी भरने लगी.
उसकी चूचियां जोरों से हिल रही थीं.
वो जैसे ही गांड को ऊपर उठा कर लंड पर बैठती थी, उसकी गांड एकदम थरथरा जाती थी.
बड़ा ही कामुक दृश्य था.
दिनेश ने संजना के चूचों को हाथों में भर लिया और मसलने लगा था.
उधर संजू लंड पर चोट पर चोट दे रही थी.
लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद दिनेश नीचे से अपनी गांड को उठा उठा कर किसी बेदर्दी जानवर की तरह संजू को चोदने लगा.
इससे पूरे कमरे में ‘फच … फचक … फचाक … फचाक …’ की आवाजें आने लगीं.
संजू दिनेश के इस तरह के वार पर ‘यांह … याह …’ करने लगी.
दिनेश इतनी जोर जोर से लंड को चूत में चोट मार रहा था कि संजू का पूरा शरीर थर्राया जा रहा था.
एकाएक संजू का पूरा शरीर अकड़ा और वो झड़ने लगी.
और ये क्या … इस बार तो उसका पेशाब भी निकल गया.
फिर वो शांत होकर दिनेश के सीने में लेट गई.
पेशाब से पूरा बेड भीग गया था. जबकि दिनेश का लंड अभी भी पूरा टाईट ही था.
कुछ देर बाद संजना उठी और अपनी चूत से दिनेश के लंड का बाहर निकाला.
दिनेश का लंड संजू की चूत के रस से पूरा भीगा हुआ था, जिसमें सफेद सफेद चुतरस लगा था.
संजू से दिनेश को देखा तो दिनेश मुस्कुरा दिया.
वो बोला- कितनी आग है संजना तुम्हारे अन्दर!
संजू बोली- आखिर प्रेमिका किसकी हूँ, आप में भी तो गजब का स्टेमिना है. मैं अब तक अपने पति दीपांकर को ही पक्का मर्द समझती थी क्योंकि वो भी काफी देर तक मुझे सेक्स करते हैं. परंतु आप भी उनसे जरा भी कम नहीं हो.
ये कहते कहते उसने दिनेश के लंड को हाथ से पकड़ लिया और उसमें लगे सफेद सफेद चूत रस को साफ करने लगी.
दिनेश ने कहा- कपड़े से साफ कर लो ना!
ये सुनते ही संजना ने दिनेश के लंड को अपने मुँह में भर लिया और उसे बेतहाशा चूसने लगी.
दिनेश आह आह करने लगा.
कुछ देर बाद दिनेश बोला- अब मैं भी करूंगा.
तो संजना मुस्कुराई और अपने आप डॉगी पोजीशन में आ गई.
दिनेश ने संजू के पीछे आकर उसकी चूत में अपना फनफनाया हुआ लंड डाल दिया.
संजू मजे से सीत्कार उठी.
अब दिनेश संजू को डॉगी स्टाईल में चोदने लगा और संजू मजे में आहें भरने लगी.
संजू की चूचियां आगे से पूरी हिल रही थीं, जिन्हें दिनेश ने दोनों हाथों से पकड़ लिया और संजू को किसी जंगली की तरह अपने शरीर की ताकत लगा कर जोर से जोर चोदने लगा.
इससे संजू को दर्द होने लगा.
संजू बोली- दिनेश प्लीज धीरे धीरे करो, मुझे दर्द हो रहा है.
दिनेश बोला- प्लीज संजना, जिंदगी में पहली बार इतना मजा आ रहा है, प्लीज मत रोको.
संजना उस दर्द को बर्दाश्त करने लगी और दिनेश को उसकी मनमानी करने देने लगी.
कुछ देर बाद संजू बोली- यार, बहुत मजा आ रहा है, दर्द भी कम हो रहा है और मजा उससे 100 गुणा ज्यादा आ रहा है.
लगभग 15 मिनट डॉगी स्टाईल में चोदने के बाद दिनेश ने संजू को उठाया और उसे मिशनरी पोज में चोदने लगा.
कुछ मिनट मिशनरी में चोदने के बाद संजू को स्पून पोज में ले आया और चोदने लगा.
संजू को भी पूरा मजा आ रहा था.
कुछ देर बाद दिनेश ने संजू को खड़ा कर दिया और खड़े खड़े चोदने लगा.
दिनेश संजू को बहुत देर तक अनेक आसनों में चोदा, जैसे कि गोदी में उठाकर, एक टांग को उठाकर, दोनों टांग को उठाकर, सीजर पोज बनाकर, सर को नीचे और गांड को ऊपर उठाकर.
अब दिनेश संजू को पेट के बल लिटाकर पीछे से संजू की चूत में लंड पेल दिया और चोदने लगा.
ये पोज संजू को हद से ज्यादा मजा देने लगा, जिसे वो सहन नहीं कर पाई और भलभला कर तीसरी बार झड़ गई.
वो हांफने लगी और दिनेश को रुकने बोली- यार क्या हो … घोड़ा हो क्या? अब मैं थक गई हूँ. अब मुझसे नहीं होगा.
दिनेश बोला- डार्लिंग तुम कुछ देर आराम कर लो.
संजू गुस्से का नाटक करती हुई दिनेश को बोली- हे भगवान, आप आदमी हैं कि क्या … अब निकाल भी दीजिए ना?
दिनेश बोला- मेरा नहीं निकल रहा है तो मैं क्या करूं जान?
संजना बोली- मैं आपके इस पप्पू को बहुत पीटूंगी, देखिए इसने मेरी मुनिया का क्या हाल कर दिया.
वो अपनी चूत को दिखाने लगी.
सच में संजना की चूत कचौड़ी के जैसे फूल गई थी.
दिनेश ने उसे देखा तो वो बोला- ओहो … मेरे बाबू … मेरी मुनिया पर इस पप्पू को रहम भी नहीं आया.
वो अपने लंड को गाली देने लगा- भक साला … कुछ तो रहम करो मेरी जान है ये!
वो अपने हाथ से अपने लंड को एक दो थपकी देने लगा.
संजू इस बात से खिलखिलाकर हंसने लगी.
दिनेश ने संजू के गाल पर हाथ रखते हुए कहा- इसी तरह खुश रहना हमेशा.
तभी संजू लंड की तरफ इशारा करती हुई बोली- सब तो ठीक है लेकिन इस बदमाश का क्या करें, ये तो शांत ही नहीं हो रहा है?
दिनेश बोला- तुम्हें इस बदमाश की फिक्र है, मुझे तो इस प्यारी मुनिया के लिए चिंता हो रही है.
ये कहते हुए उसने अपने होंठों से एक किस संजना की चूत में जड़ दिया.
संजना मुस्कुरा दी.
अब दिनेश ने प्यार से संजू की चूत को किस करने लगा और बड़े प्यार से चाटने लगा.
संजू को ये सब अच्छा लग रहा था.
दिनेश संजू की चूत के चना को मुँह में भरकर चुभलाने लगा.
चूत का दाना किसी भी औरत का सबसे सम्वेदनशील पार्ट होता है.
संजू की चूत फिर से पानी छोड़ने लगी.
दिनेश बड़े प्यार और जतन से संजू की चूत को चूस और चाट रहा था.
अब संजू फिर से गर्म हो गयी और बोली- अब बस, अब बहुत प्यार कर लिए इसे … अब मुझे भी तो अपने बाबू को प्यार करने दीजिए.
दिनेश का लंड अभी भी खड़ा था.
संजू ने उसे प्यार से देखा और उसे मुँह में भरकर चूसने लगी.
दिनेश निहाल हो गया.
अब संजू फिर से मिशनरी पोज में लेट गई और बोली- आ जाइए, बाबू को शांत कर लीजिए.
दिनेश बोला- लेकिन तुम्हें दर्द करेगा तो?
संजू बोली- आप आईए ना. इतना नहीं सोचिए.
दिनेश ने बेड पर चढ़कर संजू की चूत में अपना फनफनाता लंड डाल दिया.
संजू थोड़ा चिंहुकी, फिर शांत हो गई.
दिनेश संजू को धीरे धीरे चोद रहा था और संजू के एक चूची को, कभी बगल को, कभी होंठों को चूस रहा था, जिससे संजू को चुदाई में काफी मजा आ रहा था.
अब संजू भी नीचे से गांड उचकाने लगी.
कुछ देर बाद दिनेश भी झड़ने की कगार पर आ गया था.
तभी संजू बोली- मैं फिर से आ रही हूँ, जोर जोर से चोदिए.
ये सुनना था कि दिनेश जोर जोर से चोदने लगा और दो मिनट बाद दोनों एक साथ झड़ गया.
संजना का ये चौथी बार का झड़ना था. दिनेश संजना को आगोश में लेकर उसके ऊपर सो गया.
दस मिनट बाद दोनों उठा, तो दिनेश ने जैसे ही अपना लंड संजना की चूत से निकाला, पक्क की आवाज आई.
उसका वीर्य चूत से बाहर निकलने लगा, जिसे दिनेश कपड़े से पौंछना चाहा, तो संजू ने रोक दिया.
संजू ने अपना हाथ लगाते हुए चूत से निकल रहे सारे वीर्य को चाट गई.
ये देख कर दिनेश ने पूछा- कैसा लगा?
संजू मुस्कुरा कर बोली- बहुत बहुत टेस्टी.
देसी वाइफ लवर सेक्स के बाद दोनों हंसने लगे.
मैं जब रात को घर आया तो दोनों अपने-अपने कमरे में सोए थे.
रात को मैंने संजना को चोदना चाहा, तो उसने बहाना बना दिया कि आज प्लीज नहीं बहुत थकान है.
मैंने जानबूझ कर जोर नहीं दिया.
अगले दिन दिनेश चला गया.
तो दोस्तो, ये थी मेरी बीवी की चुदाई उसके पहले प्यार से. ये देसी वाइफ लवर सेक्स कहानी कैसी लगी?
मेल जरूर कीजिएगा.
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