यह सेक्सी इंडियन वाइफ स्टोरी मेरी चालू बीवी की है. उसे बड़ा लंड खाना था तो मैंने अपने बड़े लंड वाले दोस्त को अपने घर बुलाया. दोनों ने एक दूसरे को पसंद किया.
हैलो फ्रेंड्स, मैं जय दत्ता एक बार फिर से अपनी सेक्सी इंडियन वाइफ स्टोरी के अगले भाग में स्वागत करता हूँ.
पिछले भाग
मेरी बीवी की बड़े लंड से चुदाई की लालसा
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरा दोस्त मेरे घर आ गया था और मेरी हॉट बीवी इस समय बड़ी ही माल जैसी सेक्सी लग रही थी.
अब आगे सेक्सी इंडियन वाइफ स्टोरी:
विक्रम फ्लैट के अन्दर दाखिल हुआ, वो बोला- वाह भाभी, आप कितनी सेक्सी लग रही हो.
संजू उसके मुँह से सेक्सी वर्ड सुनकर शर्मा गई.
तभी विक्रम जो काफी बिंदास था, ने संजू को हग कर लिया. हग करते समय संजू की दोनों चुचियां विक्रम की मजबूत छाती से चिपक गई थीं.
संजू का शरीर झुनझुना गया क्योंकि गले लगाने के बाद मैंने नोट किया कि संजू की चुचियों की घुंडी कड़क हो गई थीं.
खैर … संजू ने विक्रम के लिए नानवेज के कई आईटम बनाए थे. विक्रम और मुझे नानवेज खाना बहुत पसंद था. खाने पीने के बाद हम लोग गप्पें हांकने लगे.
रात के लगभग 10 बजे हम लोग खाना खाकर सोने की तैयारी करने लगे.
विक्रम बेड पर चला गया था.
संजू ने भी फ्रेश होकर एक नाईट ड्रेस को पहन लिया था और कमरे का दरवाजा बंद कर दिया था.
संजू का ये नाईट ड्रेस उसके घुटनों के काफी ऊपर तक का था, जिससे संजू की मांसल और गोरी सेक्सी जांघें उसकी मादक जवानी पर चार चांद लगा रही थीं.
ऊपर का पार्ट भी काफी गहरे गले वाला था, जिससे उसके स्तनों का ऊपरी हिस्सा साफ़ दिख रहा था.
कुल मिलाकर मेरा लंड खड़ा करने के लिए मेरी बीवी का ये जलवा काफी था.
जैसे ही संजू बेड पर आई, मैंने उसे कसकर दबोच लिया.
वो एकाएक चिहुंक उठी और शांत हो गई.
मैंने उसे किस करते हुए पूछा- तो बताओ … कैसा है मेरा दोस्त?
वो बोली- अच्छा है.
मैंने कहा- सिर्फ अच्छा!
वो बोली- तो मैं क्या बोलूं अपने पति के सामने … किसी दूसरे मर्द की बढ़ाई करूं क्या … आप भी ना!
मैंने बोला- हां मेरी पतिव्रता बीवी.
मैंने उसे आगोश में लेते हुए उसके गले, कान, होंठ आदि को चूमते हुए चाटने लगा और उसकी नाईट ड्रेस के ऊपर से ही उसके मम्मों को दबाने लगा.
वो कुछ ही पलों में ही गर्म आहें भरने लगी.
मैंने धीरे धीरे उसकी नाईट ड्रेस को उतार दिया, अब वो सिर्फ पैंटी में थी. फिर मैंने उसकी एक चुची को अपने मुँह में भर लिया और निप्पल चुभलाने लगा.
वो मादक सीत्कार भरने लगी.
तभी मैंने देखा कि मेरे बंद दरवाजे के नीचे कुछ छाया सी है. मुझे समझते देर नहीं लगी कि ये विक्रम ही है.
मेरे मन में खुराफात सूझी. मैंने संजू की चुची की घुंडी को दांत से काट लिया.
वो हल्की सी चीखी और बोली- जरा धीरे कीजिये ना!
मैंने उसकी बात को अनसुना करते हुए उसे बेड पर सीधा लिटाया और अगले ही पल उसकी पैंटी को उसके बदन से अलग कर दिया.
फिर सीधे ही उसकी चूत पर हमला बोलते हुए चूत चाटने लगा … एक तरह से संजू की चुत को खाने सा लगा.
संजू जोर जोर से कामुक सीत्कार भरने लगी और उसकी चूत से पानी निकलने लगा.
संजू- आह … अह … हह जरा धीरे से … मेरी जान … आज चुत खा जाने का इरादा है क्या!
मैंने कहा- हां.
मैं संजू की चूत को और जोर जोर चूसने लगा. संजू पूरी मस्त होकर जोर जोर से सीत्कार भरने लगी, जिसे विक्रम सुन रहा था.
एकाएक मैंने संजू को डॉगी स्टाईल में किया और उसी दिशा की तरफ उसका मुँह कर दिया, जिधर दरवाजा था.
मैं चाहता था कि संजू भी विक्रम की परछाई को देख ले.
फिर मैंने पीछे से संजू की चूत में अपना लंड पेल दिया और और धीरे-धीरे चोदने लगा.
तभी संजू का ध्यान दरवाजे के तरफ गया और वो मुझे इशारे से रुकने को बोलकर परछाई को दिखाने लगी.
मैंने हंसते हुए धीमे से कहा- विक्रम है, बेचारे को एक साल से चूत के दर्शन नहीं हुए हैं. जहां तक मैं उसे जानता हूँ, वो मुठ भी नहीं मारता है. अर्थात वो एक साल से प्यासा है.
संजू बोली- काहे तड़फा रहे हो उसको … धीरे धीरे चोदो ना. वो हमारी आवाजें सुनकर उत्तेजित हो जाएगा, तो बेचारा क्या करेगा.
मैं बोला- साला कुछ भी करे … मुझे क्या.
मैं बस डॉगी स्टाईल में ही संजू को जोर जोर से चोदने लगा, जिससे उसकी चूत से फच फच की आवाज आने लगी.
और मेरी नंगी बीवी भी ना चाहते हुए भी जोर जोर से ‘आह … आह … उई … ईस्स ….’ करने लगी.
हमारी चुदाई की आवाजें और संजू की कामुक सीत्कार भरी ध्वनियां विक्रम को साफ़ सुनाई दे रही थीं.
तभी संजू बोली- देखिए ना परछाई को … कुछ हिल रहा है. ये विक्रम ही है.
मैंने बोला- साला मुठ मार रहा होगा … ऐसी सुंदर औरत की चुदाई की आवाज सुनकर आज वो अपनी मुठ ना मारने वाली आदत को भी भंग कर रहा है.
संजू सीत्कार भरते हुए ही बोली- सुनिए ना … उस बेचारे ने एक साल से अपना वीर्य नहीं गिराया है. फालतू का क्यों व्यर्थ में बहने से रहे हैं. किसी सही जगह जाएगा, तो अच्छा रहेगा.
मैंने कहा- अच्छा बड़ी चिन्ता है उसकी … क्या तुम्हारी चूत वो सही जगह हो सकती है?
वो बोली- धत् … आप भी ना.
उसकी इस धत में कहीं ना कहीं विक्रम के लिए हां थी.
तभी दरवाजा पीटने की आवाज आई.
मैं और संजू दोनों थोड़ा असहज हुए.
परंतु संजू के ही कहने पर मैंने तौलिया लपेटकर दरवाजा खोला.
वहां विक्रम था, वो पूरा परेशान था. मैं समझ रहा था कि वो क्यों बैचेन है.
फिर भी मैंने पूछा- क्या बात है?
विक्रम मुझे अपने रूम में ले गया और बोला- यार तेरे और भाभी की चुदाई की आवाजें सुनकर मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है … और तू जानता है कि मैं मुठ नहीं मारता. अब मैं क्या करूं … मुझे बैचेनी हो रही है. अभी 11.00 बज रहे हैं. प्लीज रेड लाईट एरिया चलो ना … नहीं तो मैं रात भर सो नहीं पाऊंगा.
मैं बोला- रुको मैं संजू को बोलकर आता हूँ.
वो बोला- यार, ये बात भाभी को नहीं बताना … बल्कि ये कह देना कि मेरी तबियत खराब है. हम लोग डॉक्टर के पास जा रहे हैं.
मैं बोला- ओके.
मैं संजू के पास आया और उसे सच बात बता दी.
संजू बोली- मैंने कहा था ना कि धीरे कीजिये … अब जिस मर्द ने एक साल से सेक्स नहीं किया होगा, वो तो आवाज सुनकर बेकाबू होगा ही ना!
मैंने कहा- तो सुनो ना संजू … तुम्हीं उसकी प्यास बुझा दो ना!
वो मेरी बात सुनकर थोड़ा सीरियस होकर मुझे झिड़क कर बोली- मैं मानती हूँ कि वो हैंडसम है … मेरे लिए एकदम अंजान है. मुझसे ये नहीं होगा.
मैंने फिर से बोला- अब तुम्हीं सोचो यार … तुम्हें एक बहुत बड़ा लंड चुत के लिए मिल जाएगा … और वो भी साल भर से प्यासा लंड.
वो पांच सेकेंड चुप रहने के बाद बोली- जय, मुझे बड़े लंड वाले से चुदने का मन तो है मगर ये तो एकदम अपरिचित है … इससे मेरी अभी तक कोई बात भी नहीं हुई है.
संजू की बात सुनकर मैंने मायूस होकर कहा- ठीक है … कोई बात नहीं, मैं देखता हूँ कि उसका प्यासा लंड किस रंडी की चूत के भाग्य में लिखा है.
ये कहकर मैंने कपड़े पहने और चलने के लिए रेडी हो गया.
तभी संजू मादक मुस्कान बिखेरते हुए बोली- सुनिये ना … जल्दी आइएगा … मैं अभी भी प्यासी हूँ.
मैं बोला- ओके.
अब मैं और विक्रम रंडीखाना आ पहुंचे. उधर काफी खोजने के बाद भी एक रंडी भी सिंगल नहीं मिली.
विक्रम काफी उदास हो गया.
मैं बोला- कोई बात नहीं यार … कल कर लेना.
वो बोला- नहीं यार, आज मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है.
मैंने बोला- ऐसा कैसे हो गया यार … तुम तो बड़ी हिम्मत वाले मर्द थे!
वो बोला- यार तुम बुरा मत मानना … लेकिन ये सब हालत तुम्हारी बीवी को देखकर हुआ है. मैंने संजना जैसी सेक्सी माल अब तक कभी भी नहीं देखी है. तुम्हारे साथ चुदाई के समय उसकी कामुक सीत्कार सुनकर तो मैं पागल हो गया हूँ.
मैं बोला- अच्छा बता क्या तू मेरी बीवी को चोदेगा!
उसे लगा कि मैं मजाक कर रहा हूँ. वो बोला- यार मजाक नहीं कर, यहां मेरी जान जा रही है.
मैं सीरियस होकर बोला- यार मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ.
वो तो जैसे उछल ही पड़ा. वो बोला- यार अगर ऐसा हो गया, तो मैं जिंदगी भर तेरी गुलामी करूंगा. संजना जैसी औरत के साथ सेक्स करना तो मेरे लिए जन्नत की हूर के साथ चुदाई करने के समान है. मैं इसके बदले तुझे दस लाख तुरंत देने को तैयार हूँ.
मैंने कहा- क्या बे साले … मुझे दल्ला समझा है क्या!
वो बोला- नहीं यार बुरा ना मान … मैं तुझे दोस्त के नाते ही दूंगा.
मैं- वो सब छोड़ और घर चल.
वो बोला- यार लेकिन संजू भाभी मानेगी क्या?
मैं बोला- वो सब तू मुझ पर छोड़ दे.
मैंने फिर थोड़ा हटकर संजू को फोन किया कि बेबी इसको कहीं भी कोई चुत नहीं मिली … बेचारा रो रहा है. प्लीज बेबी तुम ही मान जाओ ना!
वो बोली- क्या जय यार … तुम भी ना … अपनी बीवी को रंडी बना कर ही छोड़ोगे.
मैं- नहीं बेबी, मजबूरी को समझो, प्लीज.
वो कुछ सोचकर बोली- ठीक है आप लोग घर आओ. मैं इस बारे में सोचती हूँ.
उसने फोन रख दिया.
मैं समझ गया कि संजू गैर मर्द के लंड से चुदने को मान गई है.
मैंने विक्रम को बताया, तो वो खुशी के मारे पागल हो गया.
हम लोग आधे घंटे में फ्लैट पर लौट आए.
मैंने दरवाजा नॉक किया, तो दरवाजा खुला हुआ था
मैंने आश्चर्य के साथ अन्दर प्रवेश किया, तो पूरा कमरा भीनी भीनी खुशबू से महक रहा था.
मैंने विक्रम को आंख मारी. वो खुश हो गया.
मैं अपने बेडरूम में गया तो देखकर हक्का बक्का रह गया. मेरी बीवी संजू ने साड़ी पहनी हुई थी और सेक्सी ब्लाउज और लिपस्टिक, झुमका, मस्कारा आदि लगा कर पूरा मेकअप किये हुए एक दिलफरेब रंडी की तरह हमारा इंतजार कर रही थी.
उसे देख कर ऐसा लग रहा था कि वो किसी फंक्शन में जाने के लिए रेडी बैठी है. इस समय मेरी बीवी किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी.
मैंने कहा- तुम तो बड़े लंड वाले किसी अपरिचित से चुदवाना ही नहीं चाह रही थी … फिर इतनी गजब की तैयारी?
वो मुस्कुराते हुए बोली- जब सेक्स करना ही है … तो क्यों ना इसे यादगार बना दिया जाए ताकि आपका दोस्त जीवन भर आपका अहसानमंद हो.
मैंने उसे ध्यान से देखा, उसने एक लाईट पिंक कलर की साड़ी पहनी हुई थी.
मैचिंग कलर का ब्लाउज, जिसकी डोरियां पीछे से बंधी हुई थीं.
उसने झीने ब्लाउज के अन्दर पिंक कलर की ही स्ट्रेपलैस ब्रा पहनी हुई थी; अपने रसभरे होंठों पर भी पिंक कलर की लिपस्टिक लगाई थी.
मैंने उसे जीभर के निहारते हुए कहा कि अरे मेरी जान … क्या सजी हो यार … आज तुमको विक्रम देखेगा तो मर ही जाएगा.
वो इठलाई और बोली- मरने दो.
मैंने कहा- लेकिन हां … वो तुम्हें भी चोद चोद कर अधमरा कर देगा.
वो इस बात पर शर्मा गई और अपने नीचे वाले होंठ को दांत से दबा कर एक कातिल अदा बिखेर दी.
मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था.
मैंने आगे बढ़कर संजू को गले से लगाना चाहा, तो वो परे हट गई और शरारती अंदाज में बोली- उसे भी अन्दर बुला लीजिए ना!
मैंने झट से विक्रम को आवाज देकर अपने बेडरूम में बुला लिया.
विक्रम उस वक्त हॉफ पेन्ट और गंजी पहने हुए था. इस समय वो गजब का फौलादी लग रहा था. उसकी जांघें मुझसे तीन गुना मोटी थीं.
वो जैसे ही कमरे के अन्दर घुसा, संजू को देखते ही रह गया. संजू ने शर्म से आंखें झुका लीं … आखिर वो थी तो एक भारतीय नारी ही.
विक्रम दो मिनट तक तो संजू को घूरते ही रहा. मैंने उसे संजू के पास जाने का इशारा कर दिया.
संजू बेड पर बैठी थी.
विक्रम उसके बगल में बैठ गया और संजू का मुँह जो झुका हुआ था, उसे अपनी तरफ कर लिया.
अपने दोनों हाथों से संजू का चेहरा पकड़कर और आंखों से आंखें मिलाकर बड़ी प्यार से वह मेरी बीवी की निहारने लगा.
मेरी बीवी संजू भी उसे एकटक देखे जा रही थी.
इस समय ऐसा लग रहा था जैसे मैं वहां हूँ ही नहीं.
लगभग दो मिनट तक दोनों की आंखें चार होती रहीं. संजू के गुलाबी होंठ पूरे सुर्ख हो गए थे.
विक्रम ने धीरे से अपने होंठों को संजू के होंठों से सटा दिए. संजू ने आंखें मूंदकर झट से विक्रम को बांहों में भर लिया.
दोस्तो, आज इतना ही, कल मैं अपनी सेक्सी इंडियन वाइफ स्टोरी में आगे लिखूंगा. आप मेल करना न भूलें.
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सेक्सी इंडियन वाइफ स्टोरी का अगला भाग: पतिव्रता बीवी की चुदाई दोस्त के बड़े लंड से करायी- 3