हॉट लेडी सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि एक दिन मैं कॉलेज से जल्दी घर आ गया तो मैंने क्या देखा. पड़ोसी अंकल घर में थे मम्मी के साथ बेडरूम में!
नमस्कार दोस्तो. मेरा नाम प्रेम है. मैं गाजियाबाद का रहने वाला हूँ.
आज मैं आपको एक ऐसी हॉट लेडी सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूँ, जो बिल्कुल सच है. इस सेक्स कहानी में मेरी मॉम मुख्य भूमिका में हैं उनका नाम कविता है.
मेरे घर में मेरी मॉम, पापा और मैं हूँ.
मेरे पापा एक व्यवसायी हैं और मम्मी गृहणी हैं.
मम्मी और पापा के रिलेशन शुरू से ही अच्छे नहीं रहे हैं. हमेशा से उनके बीच में लड़ाई होती रही है.
मैंने शायद ही उन्हें कभी आपस में प्यार से बात करते देखा होगा.
शायद यही वजह रही है कि मैं अकेला रहा हूँ. मॉम और बाप के होते हुए भी मैं घर में अकेला हूँ.
वैसे मुझे पैसों की कोई कमी नहीं है. जब भी पैसे की जरूरत रही है, मुझे बिना किसी रोक टोक के मिल जाते हैं.
मेरी मॉम की उम्र 38 साल की है. वह एक भरे हुए जिस्म की औरत हैं. उनके चूचों का साइज़ 36 इंच है और गांड का साइज़ 44 इंच के आस-पास का होगा. उनकी गांड बाहर को निकली हुई है. जब भी वो चलती हैं, तो गांड ऊपर नीचे हिलती हैं. आस पड़ोस में सब उन्हें हवस भरी नजरों से देखते हैं, लेकिन मेरी मॉम कभी भी मर्दों से इतना मतलब नहीं रखती हैं.
हमारे घर के सामने एक प्रॉपर्टी डीलर का ऑफ़िस है, जहां पर राजेश अंकल बैठते हैं.
राजेश अंकल की उम्र 42 के आस-पास की होगी. वह एक मजबूत जिस्म के मर्द हैं.
अंकल ने जिम जाकर अपनी बॉडी बहुत ही सॉलिड बनायी हुए है.
उन्हें देख कर लगता नहीं है कि वो 42 साल के होंगे.
वो मेरी मॉम को भाभी कहते हैं और कभी कभी हल्का बहुत मजाक भी कर लेते हैं.
पर मम्मी हमेशा एक मुस्कान के साथ उनके मजाक का जवाब देती थीं.
बात इस दिसंबर की है. मैं घर से कॉलेज जाने के लिए निकल गया था.
मेरा कॉलेज दिल्ली में था, मैं अपनी बाइक से मैट्रो स्टेशन तक गया और वहां जा कर पता चला कि किसी खराबी की वजह से इस रूट की मैट्रो ट्रेन लेट चल रही हैं.
इतनी ठंड में मैंने बाइक से कॉलेज जाना सही नहीं समझा और घर वापस आने का मन बना लिया.
हमारे घर में हम तीनों के अलग अलग चाभियां हैं, ताकि घर में आएं, तो किसी को दिक्कत ना हो.
मैं घर वापस आया और उसी चाबी से लॉक को खोल कर अन्दर आ गया.
घर में मम्मी नज़र नहीं आ रही थीं.
मुझे लगा कि वे सो रही होंगी.
पर तभी अचानक से ऊपर से किसी के बात करने की आवाज आयी.
मैं दबे पैर ऊपर की तरफ गया तो पता चला कि आवाज ऊपर गेस्ट रूम से आ रही थी.
वहीं पास लगी खिड़की से मैं अन्दर देखा.
तो मम्मी और राजेश अंकल दोनों अन्दर थे. राजेश अंकल बैड पर बैठे हुए थे और मम्मी सामने खड़ी हुई थीं.
जो बातें वहां हो रही थीं, वो मुझे साफ सुनाई दे रही थीं.
अंकल- जान और कितना तड़पाओगी. अब तो अपने जिस्म का रस पीने दो.
मम्मी- अरे यार … बहुत टाईम है हमारे पास … आराम से पी लेना.
मैं यह सब कुछ देख कर बहुत अजीब सा महसूस कर रहा था.
मेरे जिस्म में चीटियां सी काट रही थीं.
पर शायद यही सच था कि मेरी मॉम एक पराये मर्द के सामने अपने आपको नंगी करने जा रही थीं.
मॉम अंकल के ऊपर लेट गयी और दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे.
कभी अंकल की जीभ मॉम के मुँह में … और कभी मॉम की अंकल के मुँह में.
करीब दस मिनट तक ऐसे ही चलता रहा.
फिर अंकल ने मॉम को नीचे लेटाया और ब्लाउज़ के ऊपर से ही उनके चूचों को मसलने लगे.
अंकल- वाह मेरी जान क्या चूचे हैं तेरे … ऐसा लग रहा हैं कि इन्हें पूरा खा जाऊं.
मॉम- तुम्हारे ही हैं ये … खा जाओ या निचोड़ दो.
अंकल ने मॉम का ब्लाउज़ खोल दिया और मेरी मॉम की पिंक ब्रा के ऊपर से चूचों को दबाने लगे.
मॉम के मुँह से गर्म सिस्कारियां निकालने लगीं.
वो अपनी आंख बन्द करके बोलने लगीं- आह आह … खा जाओ इन चूचों को मेरी जान … आह पी लो इनको अपने होंठों से.
फिर अचानक से अंकल ने मॉम की ब्रा को खींच कर उतार दिया और अलग फेंक दिया.
वाह क्या चूचे थे मेरे मॉम के … पहाड़ जैसे बड़े और मोटे.
अंकल ने मम्मी के दोनों चूचों के बीच में मुँह दे दिया और मेरी मॉम अपने हाथों से उनके मुँह को अपने चूचों के अन्दर घुसाने लगे.
अंकल- मेरी जान, क्या मस्त चूचे हैं तुम्हारे … एकदम नरम और मोटे!
मॉम- मेरे राजा अब तो ये तुम्हारे ही हैं. आह आज निचोड़ दो इनका रस.
अंकल- साली कुतिया कब से तरस रहा हूँ इनको खाने को. अब तो तुझे रन्डी बना कर तेरे मजे लूँगा.
अंकल मॉम की चूची को जबरदस्त तरीके से चूसने लगे. कभी चूचे को मुँह में भर लेते और कभी जीभ से चाटने लगते. कभी निप्पल को पकड़ कर खींचते.
मॉम भी मादक सिसकारियां भरते हुए मजे ले रही थीं.
फिर अंकल ने मॉम के पेटीकोट के नाड़े को ढीला करके पेटीकोट को अलग कर दिया.
अब मॉम सिर्फ पैंटी में लेटी हुई थीं.
अंकल धीरे धीरे मॉम के बदन को चूसने लगे और उनकी पैंटी के ऊपर से चुत को सूंघने लगे.
अंकल- आह क्या खुशबू है मेरी जान. एकदम मज़ा आ गया.
मॉम- तो खा जाओ ना मेरी जान.
अंकल- आज तो इसको फाड़ दूंगा. पूरी खा जाऊंगा.
इतना कहते ही अंकल ने मॉम की पेन्टी को भी उतार दिया.
मॉम हंसने लगीं.
पैंटी हटते ही मुझे अपना जन्म स्थान दिखने लगा.
मॉम की चूत बड़ी मस्त थी, एकदम चिकनी बिना किसी बाल की.
अंकल मॉम की चूत को अपने हाथ से सहलाने लगे और धीरे धीरे चूत के दाने को पकड़ कर मींजने लगे.
मॉम भी पागल होकर अंकल को होंठों पर किस करने लगीं.
थोड़ी देर ऐसा ही चलता रहा. फिर मॉम ने उठ कर अंकल की शर्ट को उतार दिया.
क्या मस्त चौड़ी छाती थी अंकल की. एकदम भरा हुआ शरीर था अंकल का!
उसके बाद मॉम ने अंकल की जींस उतार दी.
अंकल के जॉकी में लंड का उभार साफ़ नज़र आ रहा था. देख कर ही पता चल रहा था कि अंडरवियर के अन्दर एक बड़ा सा हथियार है.
मॉम अंकल की जॉकी के ऊपर से उनके लंड को सहलाने लगीं और थोड़ी देर बाद नीचे बैठ कर कच्छे के ऊपर से लंड को अपने मुँह में ले लिया.
अंकल के मुँह से सिसकारी निकल गई- आह साली रांड कर दे आजाद इसे … और ले ले अपने मुँह में कुतिया.
मॉम- इतनी जल्दी क्या है भोसड़ी के … थोड़ा और तड़पने दो इसे.
कुछ देर बाद मॉम ने अंकल को लिटा दिया और उनकी छाती चाटने लगीं.
छाती चाटते चाटते वो नीचे आने लगीं और अपने दांतों से अंकल के अंडरवियर को खींच कर उतारने लगीं.
धीरे धीरे अंडरवियर अंकल की मोटी जांघों से होकर नीचे उतर गया और उन का आठ इंच का लंड फुंफकार मारता हुआ आजाद हो गया.
क्या लंड था … बिल्कुल ब्लू फिल्म जैसे हीरो के तरह.
अंकल का लंड देख कर मॉम की आंखों में चमक आ गई.
मॉम धीरे से ऊपर आईं और अंकल को होंठों पर किस करने लगीं.
शायद यह उनका तरीका था अंकल को धन्यवाद देने का.
अब वो दोनों नंगे बेड पर लेटे हुए एक दूसरे को चूम रहे थे.
थोड़ी देर बाद अंकल उठे और खड़े हो गए.
मॉम भी उठ गईं और घुटने के बल बैठ कर अंकल के लंड के सुपारे को चाटने लगीं.
अंकल की सिसकारी निकल गई.
फिर धीरे धीरे मॉम ने अंकल के लंड को पूरा मुँह में लिया और चूसने लगी.
धीरे धीरे अंकल भी लंड को अन्दर बाहर करने लगे.
अचानक से मॉम ने अंकल के लंड को हलक तक भर लिया. उनकी इस हरकत से अंकल पागल से हो गए और मज़े में मॉम को गाली देकर उनका जोश बढ़ाने लगे.
अंकल- चूस बहन की लौड़ी … आह पूरा अन्दर ले ले कुतिया. इसकी मलाई को बाहर निकाल दे तेरी मॉम के चूत साली चूस अपने यार का लंड.
मॉम भी अंकल की गाली से जोश में आ गईं और तेज तेज लंड को चूसने लगीं.
ऐसा कोई दस मिनट तक चला होगा. फिर मॉम के घुटनों में दर्द होने लगा और वो उठ गईं.
उसके बाद वो बेड पर लेट गईं.
अब अंकल बेड पर आ गए और मॉम के मुँह के ऊपर घुटनों के बल बैठ गए.
उन्होंने फिर से अपना लंड मॉम के मुँह में दे दिया.
मॉम लंड चूसने लगीं. थोड़ी ही देर में मॉम को आंखों से आंसू आ गए.
शायद वो इस तरह से लंड को चूस नहीं पा रही थी … या लंड पूरा हलक के अन्दर तक जा रहा था.
मॉम ने अंकल को बेड पर धकेला और उनके ऊपर आकर लंड चूसने लगीं.
करीब दस मिनट बाद अंकल ने मॉम को बेड पर लिटा दिया और एक हाथ उनकी चूत पर … और एक चूचे पर रख दिया. मॉम सिसकारी लेने लगीं.
फिर अंकल नीचे आए और मॉम के पैरों को उठा कर फैला दिया.
इससे उनकी चूत का छेद साफ नजर आने लगा.
अंकल ने मॉम की चूत पर अपना मुँह रख दिया.
जैसे ही अंकल ने चूत पर मुँह रखा, तो मॉम उछल गईं. अंकल ने मॉम को कंट्रोल किया और अपनी जीभ मॉम की चूत पर फेरने लगे.
उन्होंने मॉम की चूत के छेद को उंगली से खोला और अपने पूरी जीभ चूत में डाल दी.
मॉम एकदम से चिल्ला उठीं ओर गांड ऊपर उठा कर अंकल के मुँह को हाथ से पकड़ कर चूत में घुसाने लगीं.
अंकल मॉम की चूत को चाटे जा रहे थे और मॉम पागलों की तरह बोले जा रही थीं- हां मेरे राजा … खा जाओ भोसड़ी के मेरी चूत … आह डाल दो अपनी जीभ पूरी अन्दर … और तेज कर मान के लौड़े आह और तेज … आह आह आह.
थोड़ी देर बाद अंकल लेट गए और मॉम को उठा कर अपने मुँह पर बैठा लिया.
अब उन्होंने मॉम की चूत को मुँह में ले लिया और चूसने लगे.
मॉम भी अपनी चूत को हिला हिला कर चटवाने लगीं.
ऐसा लग रहा था जैसे मेरी मॉम एकदम पागल सी हो गई थीं.
फिर अचानक से मॉम का चीखना तेज हुआ … और वो तेज धार के साथ अंकल के मुँह के ऊपर झड़ गईं.
अंकल मॉम के रस को पी गए और जो पी नहीं पाए, वो उनके मुँह के नीचे बह कर बेड पर आ गया था.
झड़ने के बाद मॉम निढाल हो गईं और बेड पर चित्त लेट कर हांफने लगीं.
करीब दस मिनट तक दोनों ऐसे ही लेटे रहे.
फिर अंकल मॉम की उंगली में चूत डाल कर उन्हें तैयार करने लगे और मॉम की चूत जल्दी ही चुदने के लिए तैयार हो गई.
अब शुरू होने वाला था चुदाई का नंगा नाच.
अंकल खड़े हुए और उन्होंने मॉम की टांगों को फैला कर चूत के ऊपर अपने लंड को फिराने लगे.
मॉम- तड़पाओ मत मादरचोद … अब डाल दो इस चूत के अन्दर!
अंकल- चिंता मत कर रंडी … आज तो तेरी चूत की मॉम चोद दूंगा.
मॉम- तो डाल दो न कुत्ते … अब मुझसे रहा नहीं जा रहा.
इतना कहते ही अंकल ने एक झटके के साथ आधा लंड मॉम की चूत में उतार दिया.
लंड घुसते ही मॉम एकदम से चिल्ला उठीं. इस बार यह चीख दर्द की थी.
मॉम- आई मर गई … आह निकाल लो इसे. मुझसे सहन नहीं हो रहा … प्लीज़ रहम करो मेरे ऊपर … मैं मर जाऊंगी.
मॉम ये बोल ही रही थीं कि अंकल ने बचा हुआ लंड भी मॉम के चूत में पेल दिया.
इस बार तो मॉम के ऊपर से चीख तक नहीं निकली. वो बदहवास सी हो गईं.
अंकल मॉम के होंठों को चूसने लगे. अंकल ने लंड मॉम की चूत में पूरा डाले रखा.
एक मिनट बाद जब मॉम का दर्द बंद हुआ, तो मॉम भी अंकल को किस करने लगीं.
अंकल समझ गए कि मॉम धक्के लेने के लिए रेडी हो गई हैं. अब अंकल धीरे धीरे लंड को अन्दर बाहर करने लगे.
जैसे ही लंड अपनी जगह पूरे तरह से बनाई और मॉम भी धक्के के मज़े लेने लगीं, अंकल ने स्पीड तेज कर दी.
वो तेज तेज अपनी मोटी गांड को हिला कर मॉम की चूत में धक्के लगा रहे थे और बड़बड़ा रहे थे.
अंकल- साली भैन की लौड़ी … आह चुद ले कुतिया आज जी भर के लंड खा ले. आज तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा कमीनी रांड … साली बहुत प्यासी थी तेरी चुत … आह इसकी सारी प्यास मिटा दूंगा … ले चुदक्कड़ आज तेरी मॉम ना चोद दी तो कहना.
मॉम भी अब अपनी मोटी गांड उठा उठा कर अंकल का साथ दे रही थीं और बोल रही थीं.
मॉम- आह आह आह … चोदो मेरे राजा फाड़ दो इस चूत को … बना दो इस का भोसड़ा … चोदो मेरे राजा … चोदो बहुत प्यासी है यह चूत. इसे हमेशा तुम जैसे मर्द की जरूरत है.
इस तरह से मेरी मॉम की चुदाई का प्रोग्राम चलता रहा. कभी मॉम अंकल के ऊपर, तो कभी अंकल मॉम के ऊपर.
क्या नज़ारा था दोस्तो … कसम से. मेरी मॉम जिसका शरीर हर तरफ से भरा हुआ था और राजेश अंकल, जो किसी पहलवान से कम नहीं थे … दोनों मेरे सामने चुदाई कर रहे थे.
कुछ देर बाद जब राजेश अंकल को लगा कि मॉम झड़ने वाली हैं, तो अंकल ने अपने झटके तेज कर दिए और करीब दो मिनट के बाद दोनों चिल्लाते हुए झड़ गए.
मॉम की चूत से अंकल का वीर्य निकल रहा था.
मुझे लगा कि कहीं ये मॉम को गर्भवती ना कर दें.
जब सब कुछ खत्म हो गया, तो मैं वहां से निकल गया और घर लॉक करके बाइक उठा कर अपने दोस्त से मिलने चला गया.
बस यही थी दोस्तो मेरी मॉम की चुदाई की कहानी.
मैं आशा करता हूं कि आप लोगों को ये हॉट लेडी सेक्स स्टोरी पसंद आई होगी.
अगर इस सेक्स कहानी पर कोई अपनी राय मुझे भेजना चाहता है, तो जरूर भेज सकता है.
आप लोगों के सामने में अपनी नई सेक्स कहानी लेकर दोबारा आऊंगा, जब मेरी मॉम और एक जिम के मालिक के बीच चुदाई हुई.
मेरी ईमेल आईडी है
[email protected]