कुवारी लड़की की सेक्सी कहानी में पढ़ें कि मैं अपने पड़ोस में रहने वाली लड़की को चोदना चाहता था इसलिए मैंने उनके घर जाने लगा, उसकी मम्मी के काम करने लगा.
दोस्तो, मैं राजकुमार … आज मैं आपको अपनी और अपनी गर्लफ्रेंड सिमरन की चुदाई की कहानी सुना रहा हूं.
सिमरन को मैंने चुदाई के लिए पटा लिया था. वो मेरा 7 इंच लम्बा लंड बड़े मजे से अपनी चुत में लेने लगी थी.
मैं गुजरात से हूं और यह कुवारी लड़की की सेक्सी कहानी मेरी एक सच्ची कहानी है. तब मैं बी.काम की पढ़ाई कर रहा था. उस समय मैं एक किराए के मकान में रहता था.
मेरे बाजू में भी एक फैमिली किराए से रहती थी. उस फैमिली में चार लोग रहते थे. सिमरन, उसकी मम्मी-पापा और उसका भाई, जो कि बाहर हॉस्टल में रहने चला गया था.
उसके पापा ज्यादातर कंपनी के काम से बाहर रहते थे. घर पर सिर्फ उसकी मम्मी और सिमरन ही अकेली रहती थीं.
सिमरन देखने सुंदर और बहुत सेक्सी लड़की थी. उसकी फिगर 30-28-34 की थी.
मैं सिमरन को चोदना चाहता था इसलिए मैंने उसे पटाना शुरू कर दिया.
उसके लिए मैं उसकी मम्मी से भी अच्छे से बातें करने लगा था और उनके बाजार आदि के कुछ काम भी कर दिया करता था.
मैं चाहता था वो दोनों मुझसे इंप्रेस हो जाएं.
कुछ दिन बाद जब सिमरन ने मुझसे बातें करनी शुरू कर दीं तो मुझे भी अब लगा कि अब सही मौका है और प्रपोज कर देना चाहिए.
ऐसे ही एक दिन मैंने उसे प्रपोज कर दिया और उसने हां भी कर दिया.
अब हम दोनों ऐसे ही रोज मोबाइल से मैसेज और कॉल पर बातें करने लगे थे.
मैं उससे खुलता चला गया और हम दोनों सेक्स के बारे में बातें करने लगे थे.
अब मैं उसे कुछ ऐसे सेक्सी फोटो भेजता था कि वो भी गर्म होने लगे.
एक दिन जब वो घर पर अकेली थी, उसकी मम्मी किसी काम से बाहर गई थीं तो मैं उसके घर आ गया.
वो मुझे देख कर खुश हो गई और मुझे बिठा कर चाय बना लाई.
मैंने चाय पीते हुए उससे कहा- बड़ी मस्त चाय बनाई है यार, मजा आ गया.
वो खुश हो गई और बोली- प्योर दूध की है. इसमें जरा भी मिलावट नहीं है.
मैंने कहा- अरे वाह ऐसा लगता है कि तुम मुझे प्योर चीज ही देना पसंद करती हो.
वो हंस दी और बोली- हां तुम्हें प्यार जो करती हूँ.
मैंने कहा- यदि तुम मुझे इतना ही प्यार करती हो तो मुझे कुछ और भी पिला दो.
वो बोली- बताओ क्या पीना है?
इस पर मैं उसके पास को सरक गया और उसके होंठों पर किस कर दिया.
उसने मुझे धकेलते हुए कहा- उन्ह ये सब अभी नहीं, मम्मी कभी भी आ सकती हैं.
मैंने कहा- यार एक दो मिनट में क्या घिस जाएगा … प्लीज़ मुझे अपने होंठों का रस पिला दो.
वो हंसती हुई मुझसे अलग हो गई और बोली- अब तुम जाओ, मैं तुम्हें कॉल करती हूं.
मैंने कहा- एक बार अपनी मम्मी से फोन से पूछ लो कि उन्हें आने में कितनी देर है.
वो मेरी तरफ शोख नजरों से देखने लगी.
उसने अपनी मम्मी को फोन लगाया तो उसकी मम्मी ने कहा- मैं बस घर आने ही वाली हूँ. गली के नुक्कड़ पर ही हूँ.
उसने मुझसे कहा- अभी जाओ यार … मम्मी एक दो मिनट में ही घर आने वाली हैं.
मैं वहां से चला आया.
फिर रात को जब मैं उससे चैट कर रहा था तब मैंने उससे चोदने को कह दिया.
वो बोली- हां जान मेरा भी मन करता है. पर कहां और कैसे होगा?
मैंने कहा- ठीक है, मैं सोचता हूं.
फिर एक दिन जब उन लोगों को कहीं बाहर जाना था तो सिमरन ने मुझे बताया.
मैंने कहा- तुम कोई बहाना बना कर मना कर दो.
वो बोली- क्या बहाना बना दूँ यार … अभी तो मेरे एग्जाम भी नहीं हैं.
मैंने कहा- तुम अपनी मम्मी से सुबह से ही कह देना कि तुम्हारा पेट ख़राब है सर दर्द कर रहा है और तुम जाने की स्थिति नहीं हो.
उसे मेरा आइडिया जम गया और उसने ऐसा ही कह दिया.
उसने अपनी मम्मी से कह दिया- मुझे सिर और पेट में दर्द हो रहा है, मैं आपके साथ नहीं जा पाऊंगी. आप जाकर शाम को आ जाना.
उसके मम्मी पापा ने उसकी बात मान ली और वो उसे छोड़ कर चले गए.
वो घर पर ही रुक गई.
उनके जाने के बाद सिमरन ने मुझे कॉल कर दिया. सिमरन ने मुझे जल्दी से अपने घर आने का कहा.
मैं समझ गया कि आज लंड को चूत की जुगाड़ हो गई है. मैं बहुत खुश हो गया था क्योंकि आज मैं पहली बार किसी की चुदाई करने वाला था.
मैंने सिमरन के घर की बेल बजाई.
सिमरन ने दरवाजा खोला.
मैंने देखा तो वो लोअर और टी-शर्ट में बेहद खूबसूरत और सेक्सी लग रही थी.
मैं उसे देखता ही रह गया.
वो इठलाई और बोली- क्या आंखों से मुझे खा लोगे?
मैं हंस दिया और अन्दर आ गया.
हम दोनों सोफे पर बैठ गए और वो चाय लेने अन्दर जाने लगी.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था, तो मैं भी उसके पीछे अन्दर आ गया. मैंने पीछे से उसे कसके पकड़ लिया.
उसने मुझे दूर किया और कहा- पहले चाय तो पी लो.
वो चाय बनाने लगी और मैं उससे खेलता रहा.
उसे भी मजा आ रहा था मगर वो अपनी तरफ से कुछ नहीं कर रही थी.
फिर हम दोनों ने चाय पी.
इसके बाद मैंने उसे देखा.
वो कुछ कहती, उससे पहले मैंने उसे अपनी ओर खींच लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर चूसने लगा, जोर जोर से किस करने लगा.
अभी वो भी मुझे साथ दे रही थी.
करीब पांच मिनट तक मैंने उसके होंठों को चूसा.
वो बोली- चलो बेडरूम में चलते हैं.
जब हम दोनों बेडरूम में गए तो मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और मैं भी उसके बाजू में लेट गया.
मैंने अपना एक हाथ उसके मम्मों पर रख दिया और धीरे धीरे से दबाने लगा.
वो भी गर्म होने लगी और मेरे लंड को टटोलने लगी.
मैंने उसे एक करवट कर लेटा दिया और अपने लंड को उसकी गांड में सैट कर दिया.
वो लोअर में थी, मैं पीछे से उसके गले को चूम रहा था और एक हाथ से उसके मम्मे दबाने में लगा था.
वो धीरे धीरे कामुक सिसकारियां ले रही थी.
मैं भी मस्ती से उसके गले को चूम रहा था, काट रहा था.
कुछ ही देर में वो बहुत ही ज्यादा गर्म हो चुकी थी.
अब वो सीधी हो गई और उसने मेरी टी-शर्ट को निकाल दिया.
उसकी आंखों के छाई वासना को देख कर मैं हतप्रभ था.
मैं अभी कुछ समझ पाता कि वो मुझ पर भूखी शेरनी की तरह टूट पड़ी और मुझे किस करने लगी.
इसी चूमाचाटी में मैंने भी उसके कपड़े उतार दिए.
वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा पैंटी में रह गई थी और मैं एक अंडरवियर में उसके सामने था.
वो बैठी थी और मेरे अंडरवियर में फूले हुए लंड को देखने लगी. इस वक्त वो थोड़ी शर्मा रही थी.
मैंने उसे लेटा दिया और उसके मुँह में मुँह लगा कर उसके होंठों को चूसने लगा.
वो भी मुझे चूस रही थी.
मैंने सिमरन के गले पर, उसके गालों पर खूब मस्ती से किस किया.
अब बारी थी उसके रसीले आम जैसे मम्मों को चूसने की.
मैंने पहले तो उसकी दोनों चूचियों को अच्छी तरह से दबाया और मसला.
वो अपने मम्मे दबवाते वक्त गर्म आहें भर रही थी.
सच में ये सब मेरे साथ भी पहली बार हो रहा था और वो भी अनछुई कली थी.
पहली बार किसी से सेक्स करने का मज़ा कुछ और ही है, ये हम दोनों को ही समझ आ गया था.
उसने मेरे कान में कहा- आमों को दबाया ही नहीं जाता. उन्हें चूसा भी जाता था.
मैं अपनी उस भूल पर झेम्प गया और मैंने उसके एक दूध के निप्पल पर अपने होंठ लगा दिए.
वो गनगना गई और मेरे सर पर हाथ रख कर अपने चूचे को मेरे मुँह में देने लगी.
मैंने उसके रसीले आम को अपने मुँह में भर लिया और दबाते हुए चूसने लगा.
वो मादक सिसकारी भरने लगी और मुझे अपना दूध पिलाने लगी.
मैं भी बारी बारी से सिमरन के दोनों मम्मों को चूसने लगा.
वो अपने मुँह से ‘आह आह आह …’ की आवाजें निकाल रही थी, जो मुझे और भी उत्तेजित कर रही थीं.
मस्ती से वो मेरे सर को पकड़ कर अपने मम्मों पर दबा रही थी और मुझसे अपने थन चुसवा रही थी.
मैं भी जोर जोर से उसके दूध चूस रहा था.
क्या बताऊं दोस्तो, उस समय इतना मजा आ रहा था कि मेरे पास बताने के लिए कोई शब्द ही नहीं हैं.
फिर मैं धीरे धीरे आने लगा. मैं उसके पेट और नाभि को चूमते चूमते उसकी चुत तक आ गया.
मैंने उसकी पिंक पैंटी पर हाथ रख दिया. पैंटी बहुत गीली हो चुकी थी.
मैं पैंटी के ऊपर से ही उसकी फूली हुई चुत पर हाथ फेरने लगा.
वो भी अपनी टांगें खोलती हुई मस्त सिस्कारियां भर रही थी- आह आह राज … आज मुझे चोद दो … मेरी चुत को फ़ाड़ दो … मुझे चोद कर मेरा पानी पानी निकाल दो.
मेरा भी लौड़ा अंडरवियर फ़ाड़ कर बाहर आने को बेताब था.
मैंने उसकी पैंटी को निकाल दिया.
अब वो बिल्कुल नंगी थी.
उसकी चुत साली, पावरोटी सी लग रही थी.
मैं अपनी एक उंगली से उसकी चुत की फांकों को सहलाने लगा.
सिमरन लगातार कामुक आवाजें निकाल रही थी- आह राज आह … क्या कर दिया है तुमने मेरी चुत में आग लगा दी है … आंह मुझे फाड़ दो मेरी जान!
तभी मैंने उसके एक हाथ को पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया.
उसने लंड महसूस करते हुए कहा- राज तुम्हारा तो बहुत बड़ा है … मेरी तो फट ही जाएगी.
मैंने कहा- हां सिमरन, आज मैं तेरी चुत को अपने 7 इंच लम्बे लंड से हचक कर चोदूंगा. शुरू में तुम्हें हल्का दर्द होगा. प्लीज़ मेरी जान मेरी खातिर सह लेना.
वो हामी भरने लगी.
फिर मैंने उससे कहा- अब तुम मेरा हथियार चूसो.
पहले तो वो मना करने लगी लेकिन मैंने उससे कहा- ठीक है, एक बार अपने लंड को किस तो कर लो.
उसका मन तो था मगर वो सकुचा रही थी. मेरे कहने पर वो लंड पर किस करने लगी.
मैंने उसी समय उसके मुँह में एक हल्का सा धक्का लगाया तो मेरा लंड आधा उसके मुँह से चला गया.
वो भी मूड में थी तो लंड चूसने लगी.
कुछ ही पलों बाद तो उसने मेरे लंड को जोरों से चूसना चालू कर दिया.
थोड़ी देर बाद मेरा पानी निकलने को होने लगा तो मैंने उससे कहा.
वो साली इतनी बाद रंडी थी कि वो मेरी आंखों में वासना से देखती हुई अपने हाथ के इशारे से बोली- आने दो … मेरे मुँह में रस डाल दो.
मैंने अपने लंड का सारा पानी उसके मुँह में डाल दिया.
उसने वीर्य मुँह में भर लिया और बाथरूम में जाकर मुँह साफ़ कर आई.
वो बाथरूम से आकर फिर से बेड पर आ गई.
दस मिनट तक हम दोनों ऐसे ही लेटे रहे और एक दूसरे को प्यार करते रहे.
अब मैं फिर से उसके मम्मों को चूसने और दबाने लगा.
वो भी गर्म थी क्योंकि उसकी चुत ने अभी रस छोड़ा नहीं था. उसकी चूत को न तो मेरे मुँह से चूसा गया था और न ही उंगलियों से रस निकला था.
वो जल्दी से चोदने की बात कहने लगी थी. मुझे भी उसकी चुत चोदनी थी.
वो बोली- प्लीज अब और ज्यादा मत तड़पाओ … जल्दी से डाल दो, मुझे चोद दो … मेरी प्यास बुझा दो.
मैंने भी सीधे उसकी चुत पर हाथ फिराया और उसकी जांघों को काट लिया.
मैंने दोनों टांगों को चौड़ा किया और चुत को गौर से देखा, मस्त चुत लग रही थी.
उसने एकदम चिकनी चमेली बना रखी थी.
मैंने उसकी आंखों में देखा तो वो मुस्कुरा रही थी.
वो धीमे से बोली- आज सुबह ही साफ़ की है … तुम्हारे लिए!
जब मैंने चूत पर चुम्मी ले ली तो वो चिहुंक गई और बोली- उई मां मर गई … साले कितनी आग लगा रहे हो?
मैंने कहा- अभी आग लगा रहा हूँ, फिर बुझाऊंगा भी मेरी जान.
वो हंस दी और मेरे सर को खींचने लगी.
मैं समझ गया और उसकी चुत पर जीभ फेरने लगा.
वो नीचे से गांड उठाती हुई चुत चटवाने का सुख लेने लगी.
मैंने एक मिनट बाद चुत से मुँह हटाया और गांड के नीचे एक तकिया रख दिया.
इससे उसकी चुत उभर कर चुदने को मचलती हुई दिखने लगी.
मैं अपने लंड को चुत पर रगड़ने लगा. वो गर्म सिसकारयां ले रही थी.
तभी मैंने सुपारा फंसा कर एक जोर से धक्का दे दिया, तो मेरा लंड तीन इंच तक उसकी चुत में घुस गया.
उसके मुँह आह आह आह निकलने लगी और वो दर्द से कराहती हुई बोली- आंह मां मर गई … प्लीज राज बहुत दर्द हो रहा है … आंह धीरे धीरे डालो!
मैं रुक गया और उसके होंठों को चूसने लगा.
वो कुछ संयत हुई तो मैंने फिर से एक धक्का दे दिया.
इस बार मेरा लंड पांच इंच तक उसकी चूत में पेवस्त हो गया था.
वो फिर से तड़फ उठी और आह आंह की आवाज़ निकालने लगी.
इस बार उसकी आंखों में भी पानी आ गया था. मगर वो बड़ी साहसी लौंडिया थी, उसने अपने दांतों को भींच कर मेरे लंड के हमले को सहन कर लिया था.
मैंने पूछा- बेबी क्या हुआ?
उसने कहा- कुछ नहीं …तुम अपना काम करो.
मैंने समझ लिया कि ये भी दर्द को महसूस कर रही है मगर मेरे लिए अपनी चुत का भोसड़ा बनवाने के लिए तुली है.
उसके होंठों और मम्मों को चूस कर मैंने उसे फिर से दर्द से निजात दिलाई.
अब मैंने अपना लंड थोड़ा सा पीछे लेकर एक जोर का धक्का मार दिया. इस बार मेरा लंड पूरा अन्दर घुसता चला गया था.
उसकी सील भी टूट गई थी. थोड़ा खून निकल आया था.
उसने जोर से चीख मारी लेकिन मैंने परवाह नहीं की.
पूरे लंड को अन्दर रख कर मैं उसके होंठों और मम्मों को चूसने सहलाने लगा.
उसको दर्द तो हो रहा था मगर वो तब भी ऐसे ही लेटी हुई थी.
जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो वो भी मुझे किस करने लगी.
अब वो भी अपनी गांड उठा कर मेरा लंड लेने की कोशिश कर रही थी.
ये देख कर मैंने भी देर न करते उसकी चुत में धक्के लगाने शुरू कर दिए.
वो तो पागल सी होने लगी और चिल्लाने लगी- आह उह उह आह उई और तेज राज … और तेज मेरे राजा … आह और तेज चोदो … आंह मेरी चुत का पानी निकाल दो.
मुझे उसकी आवाज से और ज्यादा नशा चढ़ रहा था. मैं भी धक्के पर धक्का दे रहा था.
करीब बीस मिनट तक मैं उसे पेलता रहा जिसमें वो दो बार झड़ चुकी थी.
जब वो तीसरी बार झड़ने वाली थी तो मेरे पीठ पर नाखूनों गाड़ने लगी थी.
मैं भी उसकी चुत में जोर जोर से धक्का लगाकर चोद रहा था.
जब मेरा भी पानी निकलने वाला हो गया तो मैंने उससे कहा- हनी, मेरा निकलने वाला है, कहां निकालूं?
उसने कहा- अन्दर ही डाल दो, मैंने गोली ले ली है.
मैंने पांच-छह तगड़े शॉट मारे और अपना पूरा माल उसकी चुत में डाल दिया.
वो मुझसे चुद कर बहुत खुश हो गई थी.
फिर हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे और एक दूसरे को किस करने लगे.
एक बार फिर से चुदाई का मजा लिया और मैंने कपड़े पहन लिए.
मैं सिमरन को चोद कर अपने रूम पर चला आया.
उसके बाद मैंने कई बार उसे चोदा.
तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी पहली कुवारी लड़की की सेक्सी कहानी?
सिमरन के बाद मैंने एक और आंटी की भी चुदाई की थी, जो वक्त आने पर मैं आपके साथ शेयर करूंगा.
मैं आपकी मेल का इन्तजार करूंगा.
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