मस्तराम चुदाई की स्टोरी में मैंने अपने दोस्त की गर्लफ्रेंड और उसकी माँ को चोदने के बाद उसकी चालू बहन की चूत को चोदा. उसकी बहन ने खुल कर चूत गांड मरवाई.
मैं रवीश कुमार एक बार फिर से आपके सामने हाजिर हूँ.
आपने मेरी पिछली कामुक सेक्स कहानी
दोस्त की गर्लफ्रेंड के बाद उसकी मां की चुदाई
में अब तक पढ़ा था कि मैंने अपने लालची दोस्त राजू की गर्लफ्रेंड दिशा और उसकी मम्मी रीना को चोद लिया था और अब उसकी बहन रिया मेरे लंड के नीचे आने को राजी हो गई थी. उसने मुझे रात को अपने कमरे में आने के लिए कहा था.
अब आगे मस्तराम चुदाई की स्टोरी:
सबके जाने के बाद मैंने राजू से कहा- आज मेरा तुम्हारे साथ सोने का मन कर रहा है.
उसने सोचा कि मुझे लंड चुसवाने का मन है.
वो मान गया.
इधर रिया की चूत सोच कर मेरा लंड खड़ा था, तो राजू ने एक बार चूस कर माल गिरा दिया.
रिया ने मुझे मैसेज किया- तीन बजे के बाद मेरे रूम में आ जाना, दरवाजा खुला रहेगा. अगर मैं सोई रहूं तो उठा देना.
मैं- ठीक है.
मैं चुदायी की सोच कर सो नहीं पाया.
मैंने तीन बजे रिया को मैसेज किया- जगी हुई हो?
रिया- आधा घंटा बाद आ जाना, उस समय सब गहरी नींद में होंगे.
मैं- ठीक है, तुम भी जगी रहना.
रिया- ज्यादा समय नहीं होगा, दस पन्द्रह मिनट में करके वापस राजू के पास चले जाना.
मैं- इतनी जल्दी में क्या होगा?
रिया- आना और चुपचाप से चूत मारना और चले जाना, तब तक मैं जमीन पर बिस्तर लगा रही हूं. चोदने समय पलंग बहुत आवाज करता है.
मैं- तुम तो माहिर खिलाड़ी हो.
रिया- धीरे धीरे समझ जाओगे.
दस मिनट बाद रिया का मैसेज आया- आ जाओ.
मैं उठ कर रिया के रूम में चला गया.
रिया ने पूरी तैयारी कर रखी थी, वो कंबल ओढ़ कर नंगी लेटी हुई थी.
मैंने जैसे ही अपना जींस और चड्डी खोली, रिया ने लपक के लंड को मुँह में ले लिया और तीस सेकेंड लंड चूस कर उसने कंडोम पहना दिया.
मैं कंबल में घुस कर रिया पर चढ़ गया, रिया ने तुरंत लंड को चूत के छेद पर रख दिया.
मैंने धक्का लगाया, तो आधा लंड चूत में घुसता चला गया.
रिया के मुँह से ईई उईईई की आवाज निकली और उसने मुझे कस कर गले लगा लिया.
मैंने फिर से धक्का लगाया और पूरा लंड चूत में उतर गया.
मैं किस करते हुए धक्के मारने लगा.
जब लंड ने चूत में जगह बना ली तो मैं जोर जोर से ठोकने लगा जिससे चट चट और चटाक चटाक की आवाज आने लगीं.
रिया- ज्यादा आवाज मत करो, कोई जाग गया तो दिक्कत हो जाएगी.
मैं आराम से चोदने लगा और दस मिनट चोदने के बाद झड़ गया.
मैंने कंडोम हटाया और रिया को दे दिया, उसने एक पेपर में लपेट कर बैग में रख लिया.
मैं उठ कर राजू के रूम में सोने चला गया.
रिया का मैसेज आया- तुम्हारे साथ मजा आ गया. रूम का जुगाड़ लगाओ, मैं कॉलेज बंक करके आ जाऊंगी. रूम थोड़ा दूर रहेगा तो और अच्छा रहेगा.
मैं- ठीक है. मैं जुगाड़ लगा कर बताता हूं.
मैंने शहर से दस किलोमीटर दूर दोस्त के खाली घर, जहां आसपास कोई और घर भी नहीं था, वहां पर चोदने का प्लान बनाया और रिया को बता दिया.
वो अगले दिन चुदने आने के लिए मान गई.
अगले दिन रिया कॉलेज के लिए निकली और सुलभ शौचालय में उसने अपने कपड़े बदल कर जींस और टॉप पहन लिया.
उसने अपने मुँह पर स्कार्फ बांध लिया.
मेरी बताई हुई जगह पर रिया ऑटो से आ गई, उसके बाद मैं उसे बाइक से दोस्त के घर पर ले गया.
मैंने मेन गेट खोला और रिया के साथ मैं अन्दर आ गया.
अन्दर आते ही रिया मुझ पर टूट पड़ी और मुझे किस करने लगी; मैं भी उसके होंठों को चूसने लगा.
मैं रिया के चूचों को मसलते हुए उसे किस करने लगा.
उसने अपना टॉप उतार दिया.
ये सब घर की खुली पार्किंग में हो रहा था.
मैं- बेडरूम में चलो.
रिया- बेडरूम छोड़ कर, सब जगह चोदो, पूरे घर में घुमा घुमा कर चोदो.
मैं- उसके लिए घर देखना होगा, कहां कहां मस्ती करना है.
मैंने और रिया ने पूरे घर को घूम कर देखा.
रिया ने पूरा घर घूम कर सोच लिया कि उसे कहां कहां मस्तराम चुदाई करानी है.
रिया- हम दोनों के पास लगभग 6 घंटे हैं, आराम से चोदना. जब तुम्हें लगे कि तुम झड़ने वाले हो, रुक जाना.
मैं- ठीक है, लेकिन बीच में रुकना बहुत मुश्किल होता है.
रिया- कंडोम लगा कर चोदोगे या ऐसे ही?
मैं- कंडोम, मैं 6 पीस लाया हूं.
रिया- बिना कंडोम के चोदो, तुम्हें बहुत मजा आएगा. पानी मेरे अन्दर गिराना, मुझे भी मजा आएगा.
मैं- अब तक कितने लोगों से बिना कंडोम चुदी हो?
इस बात पर रिया चुप हो गई और मुझे किस करने लगी.
किस करते हुए रिया मुझे किचन की तरफ खींचने लगी.
किस करते हुए ही मैं और रिया किचन में पहुंच गए.
रिया ने किस करते हुए मेरी शर्ट को खोल दिया, तो मैं भी उसकी ब्रा खोल कर चूचियों को दबाने लगा.
मैंने रिया को किचन की स्लैब पर बैठा दिया और उसके चूचों को चूसने लगा.
लगभग बीस मिनट तक मैंने उसे किस किया और चूचियों को दबा दबा कर चूसा और मसला.
उसकी चूचियां बड़ी मस्त थीं.
फिर मैंने रिया की जींस की चैन को खोला तो उसने खुद अपनी गांड उठा कर जींस निकालने में मदद की.
अब रिया सिर्फ चड्डी में स्लैब पर बैठी हुई थी, मैंने उसकी चूत और जांघ के आस-पास किस करना शुरू कर दिया.
थोड़ी देर चड्डी के ऊपर से चूत को चाटा, फिर मैंने चड्डी को खोल दिया और चूत में जीभ घुसा कर चाटने लगा.
रिया मेरे बालों को सहलाती हुई चूत को चटवाने लगी.
पांच मिनट की चुसाई में रिया की चूत ने पानी छोड़ दिया.
रिया स्लैब से उतर गई और घुटने पर बैठ कर मेरे लंड को सहलाने लगी.
उसने मेरी जींस को खोला और जांघ के पास हल्के हल्के दांतों से काटने लगी.
मैं आंख बंद कर मजे ले रहा था.
थोड़ी देर बाद उसने लंड को निकाला और चूसने लगी.
उसने अपने होंठों और जीभ से बहुत देर तक लंड को प्यार किया जिसके कारण दस मिनट की चुसाई में लंड झड़ने को हो गया था.
मैं- बस हो गया, अब रुक जाओ, मेरा होने वाला है!
रिया ने मेरी बात को अनसुना कर दिया और वो तेजी से लंड चूसने लगी.
मैं भी उसके मुँह में ही झड़ गया, उसने सारा माल गटक लिया.
पांच मिनट के बाद मेरे लंड में तनाव आने लगा तो रिया ने फिर से मुँह में लंड ले लिया और लंड को चूस कर पूरी तरह से खड़ा कर दिया.
उसने लंड पर कंडोम चढ़ाया और स्लैब पकड़ कर झुक गई.
मैंने पीछे से चूत के मुँह पर लंड लगाया और धक्का दे दिया, मेरा पूरा लंड चूत में उतर गया.
मैं रिया की कमर को पकड़ कर जोर जोर से धक्का लगाने लगा.
रिया- आह ओह अह्ह … आआह और जोर से … बहुत दिन के बाद खुल कर चुद रही हूं, आज से मैं तेरी रंडी हूं, तुझे जैसे चोदना है, वैसे चोद ले.
मैं बिंदास होकर तेजी में चोदने लगा.
हर चोट पर चट चट की आवाज आती और रिया के मुँह से सिसकारियां निकलतीं.
पांच मिनट की चुदायी में रिया झड़ गई.
मैं लगा रहा.
कुछ मिनट की चुदायी के बाद रिया ने फिर से गर्मी पकड़ ली और मुझसे हॉल में सोफे पर चोदने को बोली.
हम दोनों सोफे पर आ गए, रिया टांग फैला कर लेट गई.
मैं उसके ऊपर आया और उसकी चूत में लंड पेल कर उसे चोदने लगा.
पांच मिनट चोदने के बाद मैं सोफे पर बैठे गया और अपने लंड पर रिया को बैठा कर कुदवाने लगा.
मैं रिया की पीठ को किस कर रहा था और उसके चूचों को मसल रहा था.
रिया भी मस्ती में उछल उछल कर चुद रही थी.
पांच मिनट के बाद रिया उठ कर घूम गई और मुझे किस करती हुई उछलने लगी, जिससे मैं और रिया साथ में झड़ गए.
हम दोनों आराम करने लगे.
रिया घर से टिफिन लाई थी.
हम दोनों ने खाना खाया.
रिया- मैं टॉप पहन रही हूं, तुम शर्ट पहन लो, अब बाल्कनी में चल कर मुझे चोदो.
मैं- किसी ने देख लिया तो गड़बड़ हो जाएगी!
रिया- आसपास कोई नहीं हैं, मैं तो नंगी ही चुद जाऊं, लेकिन किसी के आने का सोच कर टॉप पहन रही हूं. ज्यादा नहीं बस दो मिनट में हट जाना.
मैं- ओके, मेरा मुँह में लो और खड़ा करो.
मैं सोफा पर लेटा हुआ था, रिया ने लंड को चूस कर खड़ा कर दिया.
हम दोनों बाल्कनी में आ गए.
रिया रेलिंग से झुक कर खड़ी हो गई और मैंने पीछे खड़े होकर उसकी चूत में लंड पेल दिया.
उसकी आह निकली और उसने टांगें फैला दीं.
मैं धक्के लगा रहा था, पर मेरी नजर अगल-बगल में देख रही थी कि कोई देख नहीं ले.
मुझे भी उसे ऐसे खुले में चोदने में मजा आ रहा था.
दो मिनट की बात हुई थी, पर मैंने पांच से सात मिनट तक रिया को बाल्कनी में चोदा. फिर हम दोनों अन्दर आकर सोफे पर बैठ कर एक दूसरे को देख कर हंसने लगे.
रिया- आज की चुदायी मुझे जिंदगी भर याद रहेगी.
मैं हंस दिया.
रिया- चलो, अब सीढ़ी पर करते हैं.
हम दोनों सीढ़ी पर आ गए.
रिया सीढ़ी पर घोड़ी बन गई और मैं उससे एक सीढ़ी नीचे खड़ा हो गया, जिससे चूत के पास लंड सट गया.
मैंने चूत में लंड पेला और सटासट चोदने लगा.
खड़े होकर चोदने में बहुत आसानी हो रही थी और मजा भी बहुत आ रहा था.
पांच मिनट की चुदायी के बाद रिया ने कहा- अब पार्किंग में चलो, स्कूटी और कार के बोनट पर चुदायी करेंगे.
मैं- तुम पागल हो गई हो क्या, चलो बिस्तर पर चलते हैं. स्कूटी पर गिर सकती हो.
रिया- दो मिनट स्कूटी पर और दो मिनट बोनट पर.
मैं उसकी जिद के आगे हार गया.
हम दोनों पार्किंग में आ गए.
मैं पहले स्कूटी पर बैठ गया, फिर रिया मेरे लंड पर बैठ गई और किस करने लगी.
मुझे फिल्मों के सीन याद आने लगे कि कैसे हीरो हीरोइन को अपनी गोद में बैठा कर बाइक चलाता है.
हम दोनों भी स्कूटी पर वैसे ही बैठे थे, पर हम दोनों नंगे थे और चूत में लंड घुसा हुआ था.
रिया ने स्कूटी पर बैठ कर धक्के लगाने की कोशिश की लेकिन स्कूटी हिलने लगी थी तो हम दोनों ने उस पोज में किस किया और रिया ने दो चार बार लंड पर उठक बैठक लगाई.
फिर हम दोनों स्कूटी से उतर गए और रिया कार के बोनट पर लेट गई.
मैं भी बोनट पर चढ़ गया और रिया की चूत में लंड पेल कर उसे चोदने लगा.
लेकिन बोनट पर हम लोग फिसल रहे थे, तो दो तीन मिनट चोदने के बाद उधर से हट गए.
मैं- अब थोड़ा आराम करते हैं, उसके बाद फिर से शुरू करेंगे.
रिया- हां, अभी हमारे पास तीन घंटे और हैं.
हम दोनों एक दूसरे से लिपट कर सोफे पर सो गए.
कुछ देर के बाद मेरी नींद टूटी.
रिया अभी भी सो रही थी.
मैं अपना लंड रिया के गाल पर रगड़ने लगा जिससे रिया की नींद टूट गई.
रिया- चलो गार्डन में चुदायी करते हैं.
मैं और रिया गार्डन में चले गए.
रिया ने पाइप से गार्डन के एक हिस्से को गीला कर दिया, मिट्टी पूरी गीली हो गई. रिया गीली मिट्टी पर लेट गई और मुझे आने का इशारा किया.
मैं रिया के ऊपर लेट गया और किस करने लगा.
रिया किस करती हुई अपने हाथों पर मिट्टी लगा कर मेरी पीठ और गांड पर मिट्टी लगा रही थी.
मैं चूत में लंड डालने लगा, तो रिया ने मुझे रोक लिया.
रिया- नीचे लेटो, अब मैं चोदूंगी, तुम मजे लो.
मैं नीचे लेट गया, रिया मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे लंड पर बैठ गई और कूदने लगी.
मैं मिट्टी उसके चूचों और पेट पर लगाने लगा. रिया मस्ती में आंख बंद करके लंड पर उठक-बैठक लगा रही थी.
मैं भी आंख बंद करके चूचों को मसल रहा था, मुझे भी बहुत मजा आ रहा था.
रिया- मुझे सुसु लग रही है, कहां करूं?
मैंने आंख बंद करके कहा- यहीं कर लो, मिट्टी से लिपटी हो, किधर जाओगी?
रिया ने लंड को निकाला और मेरे लंड और जांघ पर मूतना शुरू कर दिया.
मैंने जैसे ही आंख खोली और रिया की चूत की तरफ देखा, रिया झुक कर मेरे ऊपर लेट गई और किस करने लगी.
उसने तीस से चालीस सेकेंड मेरे लंड, जांघ और पेट को अपने मूत से नहला दिया.
रिया- तुम भी मुझ पर सुसु कर लो, हिसाब बराबर हो जाएगा.
मैं- मैं मुँह में करूंगा, तुम्हें पीना पड़ेगा.
रिया- चूचों और चूत पर मूत लो, मुँह में बाद में कभी सोचूंगी.
मैं- ठीक है, चूत में लंड लो और कूदना शुरू करो.
रिया ने दोबारा से लंड को चूत में घुसाया और चुदने लगी.
मैं उसकी कमर को पकड़ कर उसे ऊपर नीचे होने में मदद करने लगा.
रिया दस मिनट तक उछल उछल कर चुदी और झड़ गई.
तो वो मेरे पर लेट गई और हांफने लगी.
हम दोनों मिट्टी से लथपथ थे.
मैंने रिया को घोड़ी बनाया और उसकी चूत में लंड पेल दिया, फिर रिया के बाल पकड़ कर उसे चोदने लगा.
मैं रिया को पूरी तेजी में चोद रहा था, मेरे हर धक्के पर वो आगे खिसक जा रही थी.
रिया- आह जोर जोर से चोदो, बुर का भोसड़ा बना दो.
मैं- साली रंडी, बुर का भोसड़ा तो पहले से है, इजाज़त दे तो गांड का गोडाउन बना देता हूं.
रिया- गांड नहीं चोदने दूंगी, दर्द से मर जाऊंगी.
मैं- किसका लंड गांड में ले रही थी कि दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ?
रिया- एक पुलिस वाले ने जबरदस्ती गांड में सुपारा डाल दिया था, मैं रोने और चीखने लगी, तो उसने मुझे छोड़ दिया. अब तुम जल्दी जल्दी चोदो और पानी गिराओ.
रिया घोड़ी वाले पोज में ही सरक कर लेट गई.
मैं भी उसके ऊपर लेट कर पीछे से चूत चोदने लगा.
कुछ धक्के लगाने के बाद मैंने रिया को पलट दिया और सामने से किस करते हुए चोदने लगा.
मैं पूरी तेजी में धक्के लगाते हुए झड़ गया और रिया के बगल में लेट गया.
रिया- चलो साथ में नहाते हैं और यहां से निकलते हैं, समय पर घर पहुंचना जरूरी है.
मैं- तुम्हारी चूत और चूचों को मैं अपने मूत से साफ करूंगा.
रिया- अब जो करना है, जल्दी करो और यहां से निकलो.
मैंने रिया की चूत के पास लंड सटाया और धार मारना शुरू किया.
मैं चूत के छेद पर मूतने लगा.
रिया ने अपनी आंखें बन्द कर लीं तो मैं उसके चूचों पर मूतने लगा जिसके छींटे चेहरे पर भी पड़े.
उसके बाद हम दोनों ने एक दूसरे को को पाइप से नहलाया और बदन से मिट्टी हटाई.
फिर हम दोनों बाथरूम में नहाने गए.
हमने एक दूसरे को साबुन से नहलाया और पूरी तरह से घर जाने के लिए साफ हो गए.
रिया ने मुझे किस करना शुरू किया और एक हाथ से लंड हिलाने लगी.
रिया- बाथरूम में भी चोद ही लो, शॉवर के नीचे चोदो.
मैं- चूस कर खड़ा करो.
रिया घुटने पर बैठ गई और लंड चूसने लगी.
हम दोनों पर पानी की बौछार हो रही थी जिसके कारण मेरा लंड पहले से ज्यादा शख्त और मोटा लंबा लग रहा था.
मैंने शॉवर के नीचे रिया को दीवार पकड़ा कर झुका दिया और उसकी चूत में लंड पेल कर उसे चोदने लगा.
मैं मजे लेकर आराम आराम से पेल रहा था, जिसमें रिया झड़ गई.
रिया- आह मेरा हो गया, तुम भी जल्दी गिराओ.
मैं- मेरा ये चौथा राउंड है, झड़ने में समय लगेगा.
रिया- बिस्तर पर चलो, मुँह से चूस देती हूं.
हम दोनों बिस्तर पर आ गए.
रिया ने दस मिनट लंड की चुसाई की और मैं उसके मुँह में ही झड़ गया.
हम दोनों ने कपड़े पहने और वहां से निकल गए.
अब जब भी रिया को मौका मिलता, वो मुझे फोन करके बुला लेती और हम लोग चुदायी कर लेते.
मुझे महीने में चार बार रिया की चूत मिल जाती थी.
लगभग एक साल तक मैंने राजू, परीशया, रीना आंटी और रिया के साथ मजे किए.
एक बार रिया के साथ घूमते हुए मुझे बिट्टू के दोस्त ने देख लिया और उसने बिट्टू को बता दिया.
बिट्टू ने राजू और रीना को सब बता दिया.
लेकिन मैंने और रिया ने बात को संभाल लिया था.
एक दिन मैं रीना आंटी को पेल रहा था, अचानक से रिया का भाई बिट्टू आ गया.
हड़बड़ी में कंडोम का पैकेट रीना के बिस्तर पर ही रह गया और बिट्टू ने देख लिया.
उसने मुझे धमकी दी कि अगर मैं राजू, रिया या उसकी मां के साथ दोबारा दिखा, तो वो मेरे बारे में सबको बता देगा.
उसके बाद मैंने धीरे धीरे सबसे दूरी बना ली.
मुझे परीशया और रिया की चुदायी बहुत याद आती है.
दोस्तो, मेरी ये मस्तराम चुदाई की स्टोरी कैसी लगी, मेल करके जरूर बताएं.
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