Xxx देसी भाभी पोर्न कहानी मेरी अपनी बीवी की गैर आदमी से सेक्स का मजा लेने की है. मैं बाहर जॉब करता था. पर सुरक्षा कारणों से मैंने घर में कैमरे लगा रखे थे.
मेरा नाम अमन है. मेरी उम्र 30 साल है.
मेरी शादी को अभी एक साल हुआ है और मेरी बीवी की उम्र 27 साल है.
आज मैं आपको अपनी बीवी और दूध वाले के बीच में हुई सेक्स कहानी को साझा कर रहा हूँ.
मेरा जॉब फिलहाल आउट ऑफ इंडिया होने की वजह से मैं पिछले 6 महीने से घर वापस नहीं आ सका हूँ.
मेरे घर में मेरी बीवी और मेरी मॉम ही रहती हैं.
मेरी बीवी का नाम शीतल है.
शीतल की हाइट साढ़े पांच फुट की है और उसका फिगर 34-28-36 का है.
मेरी बीवी बहुत ही ज्यादा गोरी है.
आप यूं समझ लीजिए कि वह एकदम विदेशी माल लगती है. वह घर में ज्यादातार समय साड़ी ही पहनती है.
शादी के बाद से ज्यादातर मैं अपनी बीवी को वक्त नहीं दे पाया हूँ और ऐसा जॉब दूर होने की वजह से हुआ है.
मैं साल में दो बार ही अपने घर वापस आ पाता हूँ क्योंकि मैं अभी तक सही से सैट नहीं हो पाया हूँ.
मैं सोचता था कि एक बार सही से सैट हो जाने के बाद मैं अपनी फैमिली को अपने साथ ले जाऊंगा.
यह Xxx देसी भाभी पोर्न कहानी मेरी इसी माल बीवी की है.
चूंकि घर में मेरी मॉम और बीवी ही रहती हैं इसलिए मैंने घर के अन्दर और दरवाजे पर खुफिया कैमरे लगाए हुए हैं.
मैं कहीं से भी अपने मोबाइल पर उधर होने वाली सभी गतिविधियों को आराम से देख सकता हूँ.
हमारे यहां रोज एक दूध वाला दूध घर देने आता है.
दूधवाले की उम्र यही कोई 25-26 साल की है.
उसकी देह किसी पहलवान जैसी है.
ऐसा शायद इसलिए है कि वह पास के गांव से आता है और उधर कसरत आदि करता होगा.
मेरी बीवी और मैं एक दूसरे से दूर होने से एक दूसरे को बहुत मिस करते थे और कभी कभी रात को वीडियो कॉल पर थोड़ा रोमांस और सेक्सी बातें करते थे ताकि एक दूसरे की ज़रूरतें कुछ हद तक पूरी कर सकें.
कुछ दिन पहले से मुझे अपनी बीवी के बर्ताव में थोड़ा बदलाव सा लगा.
ऐसा लगा जैसे उसे कुछ महसूस ही नहीं हो रहा है.
हमारे बीच कॉल पर पहले जैसे रोमांस भी नहीं हो पा रहा था.
वह कभी कभी मुझे नजरअंदाज भी कर देती थी.
मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा है.
मैं थोड़ा सोचने लगा कि ऐसा क्यों हो रहा है.
कॉल पर बातों से तो बीवी खुश लग रही थी.
मगर तब भी उसकी खुशी में मुझे वह खिलखिलाहट नजर नहीं आ रही थी जो कुछ समय पहले दिखा करती थी.
एक दिन छुट्टी के दिन मैंने ऐसे ही सीसीटीवी फुटेज देखने का मन बनाया और 15-20 दिन पहले वाली वीडियो देखने का सोचा.
मैं पीछे की तारीख से वीडियो की रिकॉर्डिंग देखने लगा.
उसमें मैंने जो देखा तो मेरे होश ही उड़ गए.
वैसे तो रोजाना मेरी मॉम ही दरवाजे पर दूध लेने जाती थीं.
लेकिन मॉम पंद्रह दिन के लिए गांव गयी थीं, उन्हें एक रिश्तेदारी में किसी के घर शादी के लिए जाना पड़ा था.
उसी वजह से मेरी बीवी दरवाजे पर दूध लेने लगी थी.
पहले ही दिन जब दूधवाला दरवाजे पर आया, तो रोज की तरह वह सिर्फ एक बिना बाजू वाली लाल रंग की बनियान और जीन्स पहने हुए आया था.
मेरी बीवी ने भी रोजाना की तरह ही साड़ी पहनी हुई थी.
वह हमेशा ही अपनी साड़ी को कमर से नीचे से पहनती है यानि उसकी नाभि पूरी साफ दिखती है. वह अपनी साड़ी को इतनी नीचे बांधती है कि बस एकाध इंच बाद उसकी चूत की झांटें ही दिखने लगेंगी.
जैसे ही बीवी ने दरवाजे को खोला तो सामने दूधवाले की नज़र मेरी बीवी की कमर पर आ गयी.
वह मेरी बीवी को दूध देते वक्त ऊपर से नीचे तक चोरी चोरी देखने लगा.
बीवी ने पल्लू संभाल कर उसकी नज़र हटाने की कोशिश की और दूध ले लिया.
दूध लेते वक्त मेरी बीवी की नज़र भी उसके कंधों और बलिष्ठ जिस्म पर घूम गयी थी.
अगले दिन उसी समय पर दूधवाला दरवाजे पर आया और उसने घंटी बजाई.
मेरी बीवी उसके सामने आई तो वह बीवी को कल की तरह ही देखने लगा और कुछ पूछने लगा.
हालांकि मैंने आवाज वाले कैमरे लगे हुए थे पर आवाज़ साफ नहीं सुनाई दे रही थी.
मैंने अंदाज लगाया कि शायद वह मॉम के बारे में पूछ रहा होगा कि मॉम नहीं दिख रही हैं.
वे दोनों बात करते करते एक दूसरे को अच्छे से देख रहे थे.
फिर बीवी ने दरवाजा बंद किया और किचन में आ गई.
किचन में काम करते करते वह खुद कुछ याद करके हंस रही थी और शर्मा भी रही थी.
शायद वह दूधवाले को सोच कर ऐसे कर रही थी.
एक दिन बाद शायद दूध गर्म करते वक्त फट गया तो मेरी बीवी ने दूधवाले से शिकायत की कि दूध खराब आ रहा है. यदि अच्छा दूध नहीं दिया, तो बंद करवाना पड़ेगा.
मुझे यह क्लिप देखते हुए अपनी बीवी की वह बात याद भी आ गई.
उस दिन कॉल पर बात करते करते बीवी ने मुझसे बोला था कि दो दिन तक लगातार दूध फट गया था.
यदि दूध वाले ने ऐसा ही दूध दिया तो उससे दूध लेना बंद करना पड़ेगा.
तो मैंने भी कह दिया था- हां देख लो, नहीं तो चेंज कर लेना.
मैंने आगे की वीडियो में देखा कि एक दिन दूधवाले से दूध लेते वक्त बीवी का पल्लू नीचे सरक गया और दूधवाले की नज़र बीवी के क्लीवेज पर टिक गयी थी.
शीतल की क्लीवेज में इतनी बड़ी गहराई अपने सामने देख कर दूध वाले के होश उड़ गए थे.
तब शीतल ने शर्माते हुए पल्लू ऊपर किया और दूध लेकर अन्दर चली गयी.
किचन में जाने के बाद वह खुद हंस भी रही थी और शर्मा भी रही थी.
शीतल के भाव देख कर मुझे समझ में आया कि मेरी बीवी भी कुछ और चाहती है, जिसे वह अभी मिस कर रही है.
इसमें शीतल की भी ग़लती नहीं थी क्योंकि मैं खुद उससे दूर था.
वह सब मैं उसे नहीं दे पा रहा था जिसके लिए वह तड़फ रही थी.
दूसरे दिन जब दूध वाला दूध देने आया तब दूध वाले की ही हिम्मत थोड़ी बढ़ गयी क्योंकि शायद वह सामने से मेरी बीवी के भाव समझ गया था.
उस दिन दूध देते वक्त दूधवाला स्माइल करके मेरी बीवी के हाथ में दूध देते वक्त उसे छूने की कोशिश कर रहा था.
साथ ही वह अपनी वासना भरी नज़र मेरी बीवी की कमर पर और उसकी गहरी नाभि में डाल रहा था.
मेरी बीवी भी अब उसे अपने जिस्म की खूबसूरती दिखाने से खुद को रोक नहीं पा रही थी.
वह भी उससे दूध लेते वक्त अपना पूरा जिस्म ऊपर से नीचे देखने दे रही थी और साथ में वह खुद भी उसके कसरती जिस्म को देखकर आनन्द ले रही थी.
अगले दिन मेरी बीवी शीतल ने पीले रंग की थोड़ी झीनी सी साड़ी पहनी थी.
उसके पीले ब्लाउज में से अन्दर की ब्रा भी नज़र आ रही थी.
सामने से उसका गोरा बदन, गोरी चिकनी कमर और नाभि की गहराई भी दिख रही थी, जिसे देख कर कोई भी मचल जाए.
शायद आज बीवी शीतल की सोच कुछ और ही थी.
दूधवाला तो पहले से मेरी बीवी के पीछे लंगूर की तरह पड़ा था.
बस वह मौके की तलाश कर रहा था.
शीतल ने दरवाजा खोला और कमर मटकाती हुई सामने आ गई.
उसके सामने आते ही दूधवाले के होश उड़ गए.
बीवी का ऐसा मदहोश करने वाला जिस्म देख कर उसका लंड फनफनाने लगा.
मेरी बीवी ने उससे शिकायत की- कल फिर से दूध खराब हो गया आपका, आपको झूठ लग रहा है, तो अन्दर आकर देख लो, मैंने वैसे का वैसा ही रखा हुआ है किचन में … और आज का दूध भी मैं आपके सामने गर्म करती हूँ.
अन्दर आने की बात सुनकर दूधवाले के मन में तत्काल लड्डू फूटते दिखने लगे थे.
वह खुशी खुशी बोला- हां ठीक है भाभी जी, चलिए मैं भी तो देखूँ कि दूध कैसे फट रहा है!
यह कहते हुए वह अन्दर आ गया.
मेरी बीवी ने दरवाजा बंद कर दिया और वह अन्दर किचन में आ गई.
उधर दूध को बर्तन में रखते हुए गैस चूल्हे को चालू किया और दूधवाले को देखने के लिए किचन में बुलाया.
दूध वाला मेरी बीवी शीतल को पीछे से अश्लील नज़र से देखने लगा.
वह मेरी बीवी की गांड देखने लगा था.
मेरी बीवी की साड़ी में उसकी गांड एकदम गोल मटोल दिख रही थी.
उसकी कमर का आकार तो लाजवाब दिख रहा था.
शीतल के हल्के पीले रंग के ब्लाउज के अन्दर से उसकी काली ब्रा भी एकदम साफ दिख रही थी.
दूध वाला भी शायद समझ गया था कि मेरी बीवी को क्या चाहिए.
उसने हिम्मत की और पीछे से जाकर बीवी की कमर दोनों तरफ से अपने दोनों हाथ से पकड़ने की कोशिश की.
बीवी ने बिना कुछ कहे अपनी आंखें बंद कर लीं और उसके स्पर्श को महसूस करने लगी.
मेरी बीवी ने दूध वाले के दोनों हाथों पर अपने हाथ हल्के से ऐसे रख दिए थे जैसे वह उसके हाथों को पकड़ कर सहारा दे रही हो.
यह देखते ही पीछे से दूधवाले का लंड खड़ा हो गया और वह अपने लौड़े से मेरी बीवी की गांड में गड़ाने लगा.
मेरी बीवी भी पीछे को होकर उसके लंड को अपनी गांड के छेद में महसूस कर रही थी.
अब दूधवाले ने पीछे से ही अपने दोनों हाथों को मेरी बीवी की कमर से ऊपर नीचे एक साथ सरकाने शुरू कर दिए.
उसका एक हाथ धीरे धीरे मेरी बीवी की नाभि पर आ गया और नाभि के छेद में वह अपनी एक उंगली को डालकर घुमाने लगा और नाभि को कुरेदने लगा.
उसका दूसरा हाथ ऊपर चला गया और उससे वह मेरी बीवी के एक दूध को सहलाने लगा.
मेरी बीवी अपनी आंखें बंद करके अपने दोनों हाथ ऊपर करके उसके बालों को खींचने लगी.
वह बोलने लगी- देखो ना भैया, दूध खराब हो रहा है ना!
मेरी बीवी उससे कौन से दूध के बारे में बोल रही थी, यह दूध वाले की समझ में अच्छे से आ चुका था.
उसने मेरी बीवी के कान को चूमते हुए हल्की सी आवाज़ में कहा- आप चिंता मत करो भाभी जी, आज से मैं आपका दूध खराब नहीं होने दूँगा. आपको शिकायत का कोई मौका नहीं दूँगा.
उस वक्त तक सामने बर्तन में दूध उफनने लगा था और दूध बर्तन से बाहर आने लगा था.
यह ठीक उसी तरह हो रहा था, जैसे बीवी और दूध वाले की वासना अब उफनने लगी थी.
मेरी बीवी ने गैस की नॉब को बंद कर दिया.
उसी पल दूधवाले ने मेरी बीवी को उठा कर उसे किचन की पट्टी पर बिठा दिया.
उसने बीवी के बाल खुले कर दिए और बालों की लट को पकड़ कर बीवी के होंठों को चूमने लगा.
बीवी भी प्यासी चिड़िया की तरह अपनी और दूधवाले की प्यास बुझाने के लिए आगे बढ़ गई.
उसने अपने होंठों को उसके होंठों से लगा दिए और दोनों एक दूसरे को मस्ती से चूमने लगे थे.
वे एक दूसरे के होंठों में होंठ डाल कर मज़ा लेने लगे थे.
बीवी ने दूधवाले की बनियान निकाल कर अलग कर दी और वह दूध वाले के मजबूत कंधों पर और उसके सीने पर चूमने लगी.
अपने दांतों से सीने पर कड़क ही चुके निप्पलों को बारी बारी से काटने और मींजने लगी.
उधर दूध वाले ने मेरी बीवी की साड़ी पेटीकोट को निकाला और वह अपने दोनों हाथ से बीवी के दूध दबाने लगा.
उसने मेरी बीवी को चूमते हुए ही उसका ब्लाउज निकाल दिया. वह अब ब्रा का हुक खोलने जा रहा था.
जैसे बहुत दिन से पिंजरे में बंद कबूतर आसमान में उड़ाने बेताब होते हैं, वैसे ही आज मेरी बीवी के बड़े बड़े कबूतर पिंजरे की कैद से बाहर निकलने जा रहे थे.
जैसे ही दूधवाले ने ब्रा का हुक खोला, किसी स्प्रिंग के जैसे दोनों मम्मे जोर से उछल कर दूधवाले के मुँह पर आ लगे.
दूधवाले को समझ में ही नहीं आ रहा था कि वह कौन सा दूध पहले पिए.
वह एक साथ दोनों मम्मों के ऊपर टूट पड़ा था.
मेरी बीवी भी अपने दोनों दूध उसके मुँह में एक साथ देने के लिए बेताब थी.
बाद में वह अपनी एक चूची के निप्पल को दूधवाले के मुँह में देकर चुसवाने लगी.
दूध वाले ने भी मेरी बीवी के निप्पल को खींचा और दूसरे दूध को मसलने लगा.
मेरी बीवी की कामुक आवाजें आने लगीं ‘आहह … उफ्फ़ … उम्मन …’
दूध वाला भी भोसड़ी का … एक बच्चे की तरह मेरी बीवी की दोनों चूचियों को बारी बारी से अपने होंठों में दबा कर चूस रहा था.
मेरी बीवी की दोनों चूचियां अब तक बहुत सख्त हो गई थीं.
वह दोनों मम्मों के साथ खेलने लगा और साथ ही मेरी बीवी के होंठों को भी चूमने लगा.
कुछ देर बाद वह चूमते चूमते मेरी बीवी के पेट पर आ गया और अपनी जीभ से पेट को चाटते हुए सहलाने लगा.
फिर अपनी जीभ को नुकीली करके वह बीवी की नाभि में डाल कर गोल गोल घुमाने लगा.
मेरी बीवी वासना से तड़फने लगी थी ‘आहह उफ्फ़ … ओउह …’
वह अपनी दोनों आंखें बंद करके एक गैर मर्द के साथ मज़ा ले रही थी.
धीरे धीरे दूधवाले ने मेरी बीवी की पैंटी उतार दी और टांगों के बीच में चूमने लगा.
वह अपनी जीभ से बीवी की चुत को ऐसे चाटने लगा, जैसे साला शहद का छत्ता चाट रहा हो.
इससे मेरी बीवी की हालत और खराब होने लगी थी.
वह ‘आहहउ … उफ्फ़ … अहह.’ करने लगी और दूधवाले का सिर पकड़ कर अपनी चुत पर और तेजी से दबाने लगी थी ताकि वह चुत को और दबा कर चूमता रहे.
कुछ देर बाद दूध वाला चुत से वापस ऊपर आ गया.
वह चूमते हुए ही पेट पर आया और नाभि को चाटने का पुन: मज़ा लेने लगा, पेट चूमने लगा.
उसी दरमियान उसने अपनी दो उंगलियां मेरी बीवी की चूत में डाल दीं और ऐसे चलाने लगा, मानो अन्दर का रास्ता साफ कर रहा हो. ताकि जब उसका लंड मेरी बीवी की गहरी गुफा में जाए तो आसानी से घुसता चला जाए.
बीच बीच में वह मेरी बीवी की चूत के दाने को अपनी उन्हीं दो उंगलियों से मींजने भी लगा.
इससे मेरी बीवी ने अपना कंट्रोल खो दिया.
उसकी चूत से झरना बहने लगा और चिपचिपा सा पानी आने लगा था.
दूध वाले ने अपनी उंगलियों पर चिपचिपा पानी लिया और मुँह में लेकर उंगलियों को ऐसे चाटने लगा जैसे कोई मक्खन चाटता है.
अब दूध वाले ने बीवी को किचन की पट्टी से नीचे उतार और फर्श पर बिठा दिया.
बीवी ने उसकी जीन्स और अंडरवियर को निकाल दिया.
चड्डी हटाते ही अन्दर से एकदम खड़ा लंड निकला और सटाक से मेरी बीवी के मुँह पर आकर लगा.
बीवी ने भी एक पल की देर नहीं की. उसने अपना मुँह खोला और लंड का स्वाद लेना चालू कर दिया.
मेरी बीवी एक गैर मर्द के लंड को अपने मुँह में लेकर अन्दर बाहर करने लगी और उसे लॉलीपॉप के जैसे चूसने लगी.
उसका लंड भी बहुत देर से अंडरवियर में गर्म होकर लुबलुबाया हुआ था.
उसके लंड की वही लुबलुबाई, मेरी बीवी मजे से चाट रही थी.
दूधवाला आंख बंद करके अपने दोनों हाथ से बीवी का सिर पकड़ कर जोर जोर से आगे पीछे कर रहा था और अपना पूरा लंड बीवी के गले तक घुसेड़ कर मुख मैथुन का आनन्द ले रहा था.
थोड़ी देर में लंड से निकला हुआ पानी मेरी बीवी ने पूरा पी लिया.
अब मेरी बीवी खड़ी होकर दूधवाले को चूमने लगी, उसके कंधों पर प्यार से काटने लगी कान की लौ को काटने लगी.
वह सब जगह उसे चूमने लगी, दूध वाले के सीने पर चूमते उसकी घुंडियों को काटने लगी और चूमने लगी.
उसे देख कर तो लग रहा था जैसे उसका दूध वाले की पूरी बॉडी खाने का मन कर रहा हो.
उसने कुछ ही देर में दूध वाले को ऊपर से नीचे तक अच्छे से चूम लिया था.
दूध वाले ने मेरी बीवी को उठा कर वापस किचन के प्लेटफॉर्म पर बिठाया और उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख दिया और अपना लंबा मोटा लंड चूत के दरवाजे पर रगड़ने लगा.
मेरी बीवी अपनी आंखें बंद करके स्वर्ग का सुख ले रही थी.
कुछ ही देर बाद मेरी बीवी ने धीरे से कहा- आह भैया … अब और मत तड़पाओ. जल्दी से अन्दर घुसाओ ना!
यह सुनते ही दूधवाले ने जोर से अपने लंड को चूत के प्रवेश द्वार से अन्दर घुसा दिया.
लंड अन्दर घुसते ही बीवी चिल्लाने लगी- आआ अहह … आओच आई मर गई.
उसकी ज्यादा आवाज़ ना आए इसलिए दूधवाला हर धक्के के साथ मेरी बीवी के होंठों को चूम रहा था.
किचन से चुदाई की आवाजें जोर जोर से आ रही थीं ‘आह आह … आह आह … छप छप पछ पचह.’
यह सब एक प्यासे लंड और प्यासी चूत के बीच में कुश्ती के चलते हो रहा था.
दूधवाला जोर जोर से अपना लंड बीवी की चुत में घुसेड़ रहा था कि मेरी बीवी के दोनों दूध हवा में उछले जा रहे थे.
कुछ देर बाद दूधवाले ने बीवी को नीचे खड़ी कर दिया और उसे घुमा कर पीछे से उसकी चुत में लंड डालने लगा.
वह अपने हाथ आगे लाकर मेरी बीवी के दोनों दूध पकड़ कर जोर जोर से दबा रहा था. साथ ही वह निप्पलों को पिंच कर रहा था.
मेरी बीवी को इतने जोर जोर के धक्के लग रहे थे कि उसका पेट पानी की लहरों की तरह थिरक रहा था.
दूध वाला Xxx देसी भाभी की चुदाई के दरमियान ही उसके मुँह में अपनी उंगलियां डाल कर पूरी ताकत से चोद रहा था.
मेरी बीवी भी मज़े से उंगलियां चाट रही थी.
आज बहुत दिनों बाद मेरी बीवी के मुँह पर एक खुशी और सुकून दिख रहा था.
ये सिलसिला अब रोज हो रहा था.
दूध अब दरवाजे पर नहीं, सीधा किचन में आने लगा था.
अब दूध भी नहीं फट रहा था और अच्छे से मक्खन मलाई भी निकल रहा था.
दोस्तो, ये सिलसिला अब बाथरूम और बेडरूम में भी होने लगा था.
दूधवाले के साथ मेरी बीवी ने आगे क्या क्या किया, यदि आपको वह भी पढ़ने का मन है तो आप मेरी Xxx देसी भाभी पोर्न कहानी पर अपने कमेंट्स कीजिए और मैं आपको सब लिखूँगा.
मेरी मेल आईडी है
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