दोस्तो, मेरी कहानी माँ बेटा सेक्स पर आधारित है, जिन पाठकों को ऐसे विषयों से विरुचि है, तो वे किसी अन्य कहानी पर जा सकते हैं.
मेरा नाम अंजलि शर्मा है और मैं गुड़गांव में रहती हूँ। मेरी उम्र 36 साल है पर मैं सिर्फ 25-26 साल की ही लगती हूं क्योंकि मैंने खुद को काफी मेन्टेन किया हुआ है। मेरे बदन का साइज 36-28-38 है और मैं घर में सिर्फ साड़ी ही पहनती हूँ और डीप नैक ब्लाउज पहनती हूँ जिसमें से मेरा क्लीवेज दिखता रहता है। मेरे बूब्स कुछ ज्यादा ही बड़े है और वो मेरे ब्लाउज में पूरे नहीं आते क्योंकि मैं छोटे ब्लाउज पहनती हूँ।
अब मैं अपने परिवार के बारे में बताती हूँ। मेरी फैमिली में हम 3 लोग थे, मैं मेरे पति और मेरा बेटा… लेकिन मेरे पति की 5 साल पहले एक एक्सीडेंट में मौत हो गयी थी, तब से मैं अपने पति के बिज़नेस और अपने बेटे को संभाल रही हूँ।
वैसे तो हमारे पास पैसे की कोई कमी नहीं है। जब से मेरे पति की मौत हुई है, तब से मैंने एक बार भी चुदाई नहीं की है और मैं चुदाई की भी प्यासी थी पर मैंने आज तक मेरे पति की मौत के बाद अभी तक चुदाई नहीं की थी। मैं अपनी जवानी की आग मैं जल जलती जा रही थी.
अब मैं अपने बेटे के बारे में बताती हूँ। मेरे बेटे का नाम रोहण है और मेरा बेटा बहुत ही सुंदर और लंबा है और मेरा बेटा 12वीं क्लास में पढ़ता है और वो 18 साल का है।
और अब मैं अपनी कहानी पर आती हूँ। यह मेरी एक साल पहले की बात है, तब से मेरी पूरी जिंदगी ही बदल गयी।
मेरे बेटे रोहण के पेपर खत्म हुए थे और वह घर में बोर हो रहा था तो उसने मुझसे कहा- माँ, मैं घर पर बोर हो रहा हूँ, मुझे कहीं घूमने जाना है।
तो मैंने कहा- ठीक है, हम दोनों घूमने जाएंगे।
तो उसने कहा- माँ, हम दुबई चलते हैं! कुछ दिन वहां रहेंगे अपने घर में!
हमारा बिजनेस दुबई में भी फैला हुआ है तो हमारा एक फ़्लैट दुबई में भी है, मैंने कहा- ओके!
तभी मैंने हमारी दो दिन बाद की दुबई की टिकट बुक करवा ली.
फिर मैंने डिनर बनाया और फिर रोहण और मैंने डिनर किया और फिर हम सोने लगे. मेरे दिमाग में एक प्लान आया और मैंने सोचा कि क्यों न इस छुट्टी का फायदा उठाया जाए।
अब मैंने ठान लिया था कि मैं अपने बेटे को फंसा कर रहूंगी और अपने बेटे से अपनी चुदाई की प्यास बुझा कर रहूंगी।
मैंने अपने बेटे से कहा- रोहण, हम कल शॉपिंग करने चलेंगे।
रोहण ने कहा- ठीक है माँ!
हम सो गए.
सुबह हम उठे और फिर हम फ्रेश हुए, ब्रेकफास्ट किया. फिर मैंने रोहण से कहा- चलो अब हम रेडी हो जाते हैं.
और हम रेडी हो गए।
मैंने आज ऑरेंज रंग की साड़ी और डीप नैक ब्लाउज पहना था.
फिर मैंने रोहण से कहा चलो शॉपिंग पर चलते हैं।
मैंने गाड़ी निकाली और हम मॉल पहुंच गए। हम एक शॉप में गए, वहाँ से हमने रोहण के लिये कपड़े लिये और रोहण उन कपड़ों को चेक करने रूम में जाने लगा।
मैंने रोहण से कहा- रोहण, तुम कपड़े पहन कर चेक करो, मैं आती हूँ अपनी शॉपिंग कर के!
रोहण ने कहा- ठीक है माँ!
और मैं वहाँ से एक लेडीज शॉप में आ गयी, मैंने वहाँ से अपने लिये मिडी, मिनी, शॉर्ट्स, टॉप, ब्रा, पैंटी और बिकनी ली वो भी सभी छोटे साइज की… मैंने ब्रा बहुत ही छोटी ली थी जो कि मेरे आधे बूब्स को ही कवर कर सकती थी मेरी ब्रा का साइज 36 है पर मैंने अपने लिये 32 साइज की ब्रा ली थी.
फिर मैंने अपने लिये वैक्स का सामान लिया और मैं रोहण के पास आ गयी.
रोहण ने भी अपनी शॉपिंग कर ली थी.
हमने एक होटल में लंच किया और फिर हम घर आ गए.
मैं बहुत खुश थी क्योंकि मुझे 5 साल बाद चुदाई का मजा मिलने वाला था.
हमने बैग पैक किये और सो गए.
अगले दिन हम उठे और हम तैयार हो कर एयरपोर्ट आ गए, वहाँ से हमने दुबई की फ्लाइट ली और हम दुबई आ गए.
रोहण दुबई आकर बहुत खुश था और मैं अपनी होने वाली चुदाई के बारे में सोच सोच कर बहुत खुश थी।
हम एयरपोर्ट से बाहर आये, वहाँ हमें हमारा दुबई वाला ड्राइवर लेने आ गया और हम घर आ गए. हमारे नौकर ने हमारा डिनर बना दिया था और घर भी साफ कर दिया था।
मैंने ड्राइवर और नौकर को दस दिन की छुटी दे दी तो अब घर में हम दोनों ही थे रोहण और मैं!
मैंने रोहण से कहा- रोहण चलो, हम फ्रेश हो जाते हैं. पहले मैं होकर आती हूँ फिर तुम!
और मैंने सोचा कि क्यों न प्लान अभी से स्टार्ट कर दिया जाए… मैंने रोहण से कहा- रोहण, मैं यहीं कपड़े उतार दूँ? तुम्हें कोई परेशानी तो नहीं?
रोहण ने कहा- ओके माँ!
रोहण खुश हो रहा था और मुझे ही देख रहा था कपड़े उतारते हुए!
मैंने अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया और उसमें से मेरा क्लीवेज दिखने लगा क्योंकि मैंने डीप नैक ब्लाउज पहना था. फिर मैंने अपनी पूरी साड़ी निकाल दी.
रोहण मुझे ही घूर रहा था.
फिर मैंने अपने ब्लाउज के हुक खोलना शुरू किए और सारे हुक खोल कर ब्लाउज उतार कर बेड पर रोहण के पास फेंक दिया. जैसे ही मैंने अपना ब्लाउज निकाला, मेरे बूब्स उछल पड़े मेरी ब्रा मेरे बूब्स को संभाल नहीं पा रही थी क्योंकि मैंने बहुत छोटी ब्रा पहनी थी।
फिर मैंने अपने पेटीकोट का नाड़ा भी खोल दिया और पेटीकोट एकदम से नीचे गिर गया।
रोहण मुझे ब्रा पेंटी में अधनंगी देख कर शॉक हो गया था.
फिर मैंने मेरी ब्रा खोलने का नाटक किया और मैंने रोहण से कहा- रोहण, मेरी ब्रा का हुक खोल दो!
रोहण ने कहा- ओके माँ!
मैं रोहण के पास चली गयी, रोहण मेरे पीछे आ गया और रोहण का लंड मेरी पैंटी को टच हो रहा था।
फिर रोहण ने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और उस ने मेरी ब्रा भी खुद ही निकाल दी, अब मैं सिर्फ पैंटी मैं थी।
अब मैंने अपनी पैंटी भी निकाल दी, अब मैं अपने जवान बेटे के सामने बिल्कुल नंगी थी।
मैं बाथरूम में जाने लगी, रोहण मुझे ही देख रहा था।
मैं बाथरूम में आ गयी और बाथटब में बैठ कर नहाने लगी.
तभी मेरी नज़र शीशे पर पड़ी और मैंने देखा कि रोहण मुझे बाथरूम के बाहर से देख रहा है। मेरे दिमाग में एक और प्लान आया और फिर मैं रोहण को आवाज दी और कहा- रोहण, तुम बाहर क्या कर रहे हो?
रोहण ने कहा- कुछ नहीं माँ!
मैंने उसे कहा- चलो रोहण, तुम भी आ जाओ!
रोहण ने कहा- ठीक है माँ!
और फिर रोहण ने फिर कपड़े उतार दिए और वो अपने शोर्ट में आ गया और बाथटब में आ गया और मेरे सामने आकर बैठ गया।
फिर मैंने रोहण से कहा- बेटा, तुम प्लीज मेरी पीठ साफ कर दोगे?
तो उसने कहा- ओके मां!
वो मेरी पीठ साफ करने लगा और रोहण ने मेरी पूरी पीठ साफ कर दी।
हमें टब में परेशानी हो रही थी, मैंने रोहण से कहा- बेटा रोहण, टब छोटा है। एक काम करते हैं, मैं तुम्हारे ऊपर आके बैठ जाती हूँ।
रोहण ने कहा- ओ के माँ!
और मैं उसके ऊपर जाकर बैठ गयी. जैसे ही मैं उसके ऊपर बैठी, मेरे बेटे का लन्ड मेरी गांड की दरार में जाने लगा पर रोहण ने कुछ नहीं और मैंने भी कुछ नहीं किया.
अब मैंने रोहण के दोनों हाथ मेरे बूब्स पर रख दिये थे और रोहण मेरे बूब्स को धीरे धीरे दबा रहा था।
मैंने रोहण से कहा- बेटा थोड़ा तेज दबाओ!
फिर रोहण मेरे बूब्स को दबाने लगा, मुझे बहुत मजा आ रहा था. रोहण का लंड मेरे चूतड़ों के नीचे खडा हो गया था औए मेरी गांड की दरार में घुस रहा था. मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे मैं खीरे के ऊपर बैठी हूँ.
थोड़ी देर बाद हमने शावर लिया और रोहण बाहर चला गया और मेरा यह प्लान सफल हो गया था.
फिर मैं भी रूम में बाहर नंगी ही आ गयी और अपनी बॉडी पर क्रीम लगाने लगी, रोहण अपनी नंगी माँ को देख कर मजे ले रहा था।
तब मैंने रोहण से कहा- बेटा रोहण, तुम मेरी बैक पर क्रीम लगा दो।
रोहण ने कहा- ठीक है माँ!
और मैं बेड पर जाकर लेट गयी, रोहण ने पहले मेरे कंधों पर क्रीम लगाई, फिर वो मेरी पीठ पर आ गया और मेरी पीठ पर क्रीम लगाना शुरू कर दी।
उसके बाद वो मेरे बिना कहे ही मेरी जांघों पर आ गया और मेरी चिकनी गोरी भरी हुई जांघों पर क्रीम लगाने लगा।
फिर उसने अपने दोनों हाथ मेरे चूतड़ों पर रख दिए और मेरे हिप को क्रीम लगाने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
रोहण कहने लगा- माँ, आपके हिप्स कितने गोरे है, और सुंदर भी हैं।
मैंने कहा- हाँ बेटा, थैंक यू!
अब मैंने रोहण से कहा- बेटा, मेरे बैग में से पिंक रंग की ब्रा पैंटी ला दो, और ब्लैक रंग की नाइटी!
रोहण ने कहा- ओके माँ!
रोहण ने मेरा बैग खोला और अंदर का सामान देख कर वो चकित रह गया क्योंकि उसमें सारे मॉडर्न और सेक्सी ड्रेस और ब्रा पैंटी थी।
रोहण मेरी ब्रा पैंटी और नाइटी ले आया.
मैंने रोहण से कहा- बेटा, मुझे ब्रा पहना दो।
रोहण ने कहा- ओ के माँ!
रोहण मुझे मेरी ब्रा पहनने लगा और मुझे ब्रा पहना ली रोहण मेरे बूब्स को ब्रा के अंदर करने की कोशिश कर रहा था पर वो नहीं रहे थे क्योंकि मैंने 30 साइज की ब्रा पहनी थी और ब्रा मेरे बूब्स को संभाल नहीं पा रही थी.
फिर मैंने पैंटी खुद ही पहन ली और नाइटी भी।
रोहण भी शोर्ट में था.
अब हम बाहर हॉल में आ गए और हमने डिनर शुरू किया.
रोहण मेरे बूब्स ही देख रहा था क्योंकि मेरी ब्रा मेरे बूब्स को संभाल नहीं पा रहे थे.
हमने डिनर समाप्त किया तो मैंने रोहण से कहा- रोहण तुम मेरे साथ ही सो जाना, मुझे अकेले नींद नहीं आएगी!
रोहण ने कहा- ओ के माँ!
फिर हम रूम में आ गए, मैंने रूम का दरवाजा लॉक कर दिया और बेड पर जाकर लेट गए और मैंने लाइट भी ऑफ कर दी।
फिर हम लेट गए मेरे दिमाग में एक और प्लान आया और मैंने रोहण से कहा- बेटा, मुझे ब्रा और नाइटी में नींद नहीं आ रही है। क्या मैं अपनी ब्रा और नाइटी निकाल दूँ अगर तुम्हें कोई परेशानी ना हो तो?
रोहण खुश हो गया और बोला- ओके माँ, निकाल दो, मुझे कोई परेशानी नहीं है।
मैंने अपनी नाइटी निकाल कर सोफे पर फेंक दी और रोहण की तरफ पीठ कर के लेट गयी, उसे कहा- बेटा रोहण, मेरी ब्रा का हुक खोल दो।
रोहण ने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और ब्रा निकाल कर सोफे पर फेंक दी.
अब मैंने रोहण की तरफ अपना फेस कर लिया और मैंने उसका हाथ अपने बूब्स पर रख दिया और रोहण को एक स्माइल दी. रोहण ने भी मुझे एक स्माइल दी।
लेकिन उसने अपनी तरफ से कुछ नहीं किया और रोहण सो गया.
मैं उदास हो गयी थी क्योंकि इतनी कोशिश के बाद भी कुछ नहीं हुआ. मेरे अंदर चुदाई की आग जल रही थी. मैं बाथरूम में गयी और चूत में उंगली करने लगी और मेरी आवाजें निकलने लगी. फिर में थोड़ी देर बाद झड़ गयी पर मेरे अंदर की चुदाई की आग नहीं बुझी. नंगी माँ की कामुकता शांत नहीं हुई और फिर में बेड पर जाकर सो गई।
जब सुबह मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि रोहण ने मेरी एक चूची को अपने मुह में ले रखा था पर मेरी पूरी चूची उसके मुंह में नहीं जा रही थी क्योंकि वो बहुत बड़ी थी.
और मेरी दूसरी चूची उसके हाथ में थी, वो उसे मसल रहा था, जोर से हाथ में दबा रहा था।
फिर मैंने अपनी चूची अपने बेटे के मुंह से निकाली, उसके हाथ से अपनी दूसरी चूची छुड़वाई और फ्रेश होने बाथरूम में चली गयी।
और जब मैं बाथरूम से बाहर आई तब तक रोहण भी उठ कर बैठ गया था. उसे देख कर मैं सोफे पर से अपनी ब्रा उठा कर पहनने लगी।
पर रोहण ने कहा- रहने दो माँ, ठीक है ऐसे ही।
मैंने ब्रा नहीं पहनी. मैं सिर्फ पिंक पैंटी में थी जो सिर्फ मेरी चूत को ही छिपा पा रही थी.
फिर रोहण भी फ्रेश होने चला गया और मैं किचन में ब्रेकफास्ट बनाने चली गयी.
रोहण बाहर फ्रेश होकर आ गया और फिर हम ब्रेकफास्ट करने लगे.
हमने ब्रेकफास्ट खत्म किया और फिर रोहण मुझसे बोलने लगा- माँ आज बाहर घूमने चलते हैं।
मैंने कहा- ओके।
फिर मैंने रोहण से कहा- बेटा चलो, हम नहा लेते हैं, फिर रेडी हो कर घूमने जाएंगे!
रोहण ने ‘ओके मां’ कहा फिर हम दोनों बाथरूम में गये.
रोहण बाथटब में बैठ गया और मैं अपनी पैंटी निकाल कर नंगी ही रोहण पर बैठ गयी और रोहण के दोनों हाथ अपने चूचों पर रख दिये। रोहण मेरे बूब्स को जोर जोर से दबा रहा था और मुझे मजा आ रहा था।
फिर रोहण उठ कर शावर लेकर बाहर चला गया। मैं भी शावर लेकर बाहर नंगी ही आ गयी रोहण मेरे शरीर को ही देख रहा था।
मैंने हँसते हुए रोहण से कहा- बेटा, क्या देख रहे हो?
रोहण कुछ नहीं बोला, बस एक स्माइल दे दी।
फिर मैंने अपना बैग खोला, उसमें से एक ब्लैक रंग की ब्रा पैंटी निकली और एक मिडी वो भी ब्लैक रंग की ही थी.
मैंने रोहण से कहा- बेटा, मुझे ब्रा पहना दो।
रोहण मेरे पास आ गया और मुझे ब्रा पहना दी।
फिर मैंने पैंटी और मिडी खुद ही पहन ली. मिडी बस मेरे हिप्स तक ही आ रही थी और ऊपर से मेरे बूब्स बाहर आ रहे थे.
रोहण ने मुझे देखा और देखता ही रह गया, रोहण बोला- माँ, आप बहुत ही ब्यूटीफुल और सेक्सी लग रही हो! आप ऐसे ही कपड़े पहना करो!
मैंने कहा- थैंक यू बेटा, अब मैं ऐसे ही कपड़े पहनूँगी।
और मैंने अपने बेटे को हग किया, उसके गाल पर किस भी उसने भी मुझे गाल पर किस की.
फिर हम घर से निकल गए और एक मॉल में आ गए. पहले हमने मेरे लिये बहुत सारी शॉपिंग की उसमें मैंने ज्यादा ब्रा और पैंटी ली, मुझे ब्रा पैंटी बहुत पसंद हैं!
रोहण ने मेरे लिये अपनी पसंद की सेक्सी सेक्सी ब्रा पैंटी ली।
फिर हमने लंच किया और हम मूवी देखने चले गए!
हमने पीछे की सीट ली थी. हॉल में अंधेरा हो गया. मैंने जान कर एक एडल्ट मूवी की टिकट ली थी. मूवी शुरू हो गयी और उसमें सिर्फ चुदाई और किसिंग सीन ही थे। रोहण गर्म हो गया था और उसने अपना हाथ मेरी नंगी जांघ पर रख दिया था, वो मेरी जांघ पर हाथ फेर रहा था और फिर मूवी खत्म होने पर हम वहाँ से बीच पर गए.
वहाँ रोहण विदेशी गोरी और काली लड़कियों को बिकनी में देख रहा था।
फिर रोहण ने अपने कपड़े उतार दिए और फिर मैंने भी अपने कपड़े निकाल दिए, मैं ब्रा पैंटी में आ गयी और फिर हम पानी में खेलने लगे.
थोड़ी देर बाद हम घर आ गए.
माँ बेटा सेक्स की कहानी आपको कैसी लग रही है?
कहानी जारी रहेगी.
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कहानी का अगला भाग : दुबई में बेटे के साथ मनाया हनीमून-2