डेटिंग एप्प सेक्स कहानी में एक लेडी सेक्स के मजे से महरूम थी. उसने एक डेटिंग एप्प में सर्च किया तो उसे एक सजीला बांका जवान लड़का मिल गया.
यह कहानी सुनें.
Dating App Sex Kahani
फ्रेंड्स, मेरा नाम आफरीन है. मैं शादीशुदा औरत हूं और मैं नॉएडा में रहती हूं.
मेरी उम्र 52 साल की है. मेरी फिगर 36-34-38 की है.
मुझे पहली नजर में ही देख कर कोई भी मर्द आह भर लेगा.
मेरे पति दुबई में जॉब करते हैं.
यह मेरी सेक्स पहली कहानी है.
आशा करती हूं कि आप सबको मेरी सच्ची डेटिंग एप्प सेक्स कहानी पसंद आएगी.
मैं घर पर बोर होती रहती थी.
तो मैंने एक डेटिंग एप सेक्स साथी खोजने के लिए इंस्टॉल की और उसका प्रयोग करना चालू किया.
मेरे पास बहुत सारे रिक्वेस्ट आने लगे.
मैं सबको एक एक करके चैक कर रही थी.
दिल्ली के एक लड़के ने मुझे मैसेज किया.
वह दिखने में बहुत हैंडसम था और उसकी बॉडी भी बहुत अच्छी थी.
हम दोनों ने बात करना शुरू किया.
कुछ ही दिनों में हम दोनों की दोस्ती बहुत अच्छी हो गई थी.
फिर हमने मिलने का प्लान बनाया.
वह मुझसे मिलने आया.
मुझे देख कर वह बहुत ख़ुश हो गया.
मैं साड़ी पहन कर गई थी.
मुझे देख कर तो वो पागल सा हो गया था.
हम दोनों ने बहुत सारी बातें की.
फिर हम दोनों पब में गए, खूब मस्ती की, डांस किया.
पब से निकल कर हम दोनों होटल की तरफ निकल पड़े.
हमने एक रूम बुक किया.
रूम के अन्दर जाते ही धमाल शुरू हो गया.
ब्वॉयफ्रेंड ने मेरे होंठों पर होंठ रख दिए और किस करना शुरू कर दिया.
वह जोर जोर से मेरे होंठों को चूस रहा था और मेरी जीभ को भी चूस रहा था.
मैं भी दिल खोल कर उसका साथ दे रही थी.
मुझे बेड पर लेटा कर मेरे ऊपर चढ़ कर उसने मुझे खूब चूमा.
फिर उसने मेरी साड़ी को खोल दिया और मेरे पेट पर भी बहुत सारे किस करने लगा.
मैं पागल सी हो रही थी.
इसके बाद उसने मेरा ब्लाउज उतारा और मेरे मम्मों को अपने हाथों से जोर जोर से दबाने लगा.
मैं आह्ह आह्ह से भरी मादक सिसकारियां ले रही थी.
उसने मेरी ब्रा उतार दी और मेरे एक निप्पल को अपने होंठों में भर कर चूसने लगा.
मैं और पागल होने लगी थी.
उसने मेरे दोनों मम्मों को खूब चूमा चूसा और चाटता रहा.
ऊपर का मजा लेने के बाद उसने मेरे पेटीकोट को उतार दिया और मेरी जांघों में बहुत सारे किस करने लगा.
मैंने पैर फैला दिए थे और उसके साथ सेक्स करने को बेताब होने लगी थी.
फिर उसने धीरे से मेरी पैंटी की इलास्टिक में अपनी उंगलियां फँसाईं और उसे भी उतार दिया.
उसने मेरी जांघों पर किस करते करते मेरे दोनों पैर फैला दिए और मेरी चूत पर किस करने लगा.
मैं अपनी चुत पर उसका मुँह पाते ही सिहर उठी और मेरे अन्दर एक झनझनाहट सी दौड़ गई.
वह मेरी चुत को जोर जोर से चूमने लगा और अपने मुँह में भरकर चूसने लगा.
मैं बहुत गर्म सिसकारियां ले रही थी ‘आह्ह आह्ह उफ्फ्फ …’
उसने मेरी चूत को आधा घंटा तक चूसा.
जब वह मेरी चूत चूस रहा था तो मैं उसका पूरा साथ दे रही थी.
वह अपनी जीभ को मेरी चुत के अन्दर डाल कर चारों तरफ घुमा रहा था.
मैं बस ‘उफ्फ्फ आह्ह …’ किए जा रही थी.
उस नौजवान लड़के ने मेरी चूत को चूस चूस कर उसका पानी निकाल दिया.
मेरी चूत में उंगली डाल कर जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा और मैं अपनी कमर उछाल उछाल मजा देती रही थी.
कुछ देर बाद मैंने उसके कपड़े उतारे और खूब सारे किस किए.
अब वह मुझे लेटा कर मेरे ऊपर आ गया.
उसने मेरे दोनों पैर फैला दिए.
अब वह अपना लंड मेरी चूत में धीरे धीरे रगड़ रहा था.
मुझे बेहद लज्जत मिल रही थी.
फिर उसने धीरे से मेरी चूत में अपना लंड पेला और धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा.
मुझे बहुत आनन्द आने लगा.
उसका लंड छह इंच का था और मोटा भी था.
मुझे तो अपनी चुत में उसके लंड की रगड़ बड़ी सुखद लग रही थी.
उसने मेरी चूत की चुदाई चालू कर दी और वह जोर जोर से मेरी चूत को चोदने लगा.
मैं बस आह्ह आअह्ह्ह कर रही थी.
वह मुझे चोदते समय मेरे होंठों को किस भी कर रहा था.
मेरी जोरदार चुदाई हो रही थी.
वह बड़ा ताकतवर था, बिना रुके मुझे चोदने में जुटा पड़ा था.
कुछ ही देर में मेरी हालत ख़राब होने लगी थी.
फिर हम दोनों ने पोजीशन चेंज की.
मैं उसे लेटा कर उसके ऊपर आ गई.
मैंने उसका लंड पकड़ कर अपनी चूत में डाल लिया और ऊपर नीचे होने लगी.
मैं भी जोर जोर से कमर को ऊपर नीचे करने लगी और वह आंख बंद करके मादक सिसकारियां ले रहा था.
मदहोश हुई मैं भी मज़े ले रही थी.
बहुत देर तक मेरी चुदाई चली.
वह मुझे चोद चोद कर पूरा मज़ा दे रहा था.
मैं भी साथ दे रही थी.
फिर उसने मुझे डॉगी पोजीशन में लेकर अपना लंड मेरी चूत में डाला और जोर जोर से धक्के देने लगा.
मैं आहह हह उफ्फ कर रही थी, मैं बोली- अब बस करो जान!
वो बोला- अभी आपको और चोदना है.
अगले बीस मिनट तक लगातार वह मेरी चूत चोदता रहा.
मैं भी उसका साथ दे रही थी.
फिर उसका वीर्य निकलने वाला था तो उसने अपना लंड बाहर निकाल कर मेरी गांड के ऊपर वीर्य निकाल दिया.
इसके बाद हम दोनों नहाने चले गए.
नहा कर आने के बाद हम दोनों बेड पर लेट गए.
कुछ देर बाद फिर से हमारा मूड बन गया.
वह मुझे फिर से चूमने लगा.
मैं भी उसका साथ दे रही थी.
उसने कहा- जान अब मुझे आपकी गांड को प्यार करना है.
मैं बोली- ठीक है.
वह मुझे डॉगी पोजीशन में बना कर मेरे पीछे आ गया.
मैंने अपने दोनों पैर अच्छे से फैला दिए.
वह पीछे से मेरी चूत चूमने चाटने लगा.
उसकी जीभ लपलप कर रही थी और मैं मदहोश हो रही थी.
फिर उसने अपनी जीभ मेरी गांड के छेद में लगा दी और नोक को अन्दर पेल कर गांड चाटने लगा.
मुझे अपनी कुलबुलाती हुई गांड में उसकी मुलायम जीभ से बहुत अच्छा लग रहा था.
मैं भी अपनी गांड को उसके मुँह की तरह धकेल रही थी.
मुझे सच में बहुत मज़ा आ रहा था.
ऐसा लग रहा था मानो वह किसी रसगुल्ले से मेरी गांड के छेद को रगड़ रहा हो.
वह खुद भी मदहोश होकर अपनी जीभ को मेरी मखमली गांड में लगा रहा था.
उसके हाथ मेरी कमर के दोनों तरफ थे जो कि उसने मेरी कमर को खींचने के लिए लगे हुए थे, मगर मैं खुद इतनी ज़्यादा मदमस्त थी कि खुद ही अपनी गांड को उसके मुँह में दिए जा रही थी.
फिर उसने धीरे से अपनी एक उंगली मेरी गांड में डाल दी.
उसके थूक से मेरी गांड चिकनी हो गई थी और मैं जीभ की नोक से मजा लेने के लिए अपनी गांड को एकदम ढीली किए हुई थी तो मुझे अहसास ही नहीं हुआ कि कब उसकी उंगली गांड के अन्दर चली गई.
हालांकि वह तुरंत ही अपनी उंगली को मेरी गांड में अन्दर बाहर करने लगा था तो मुझे और मज़ा आने लगा था.
मेरी गांड का छेदा कुछ ज्यादा ही खुलने लगा था और उसमें से भीनी भीनी सुगंध आने लगी थी.
यही सब देख कर कुछ ही देर बाद उसने अपने दोनों हाथों से मेरी गांड को पकड़ लिया और मेरी गांड के छेद में अपनी जीभ अन्दर तक डाल कर मेरी गांड की अंदरूनी दीवारों पर खुरदुरी जीभ को घुमाने लगा.
उसकी जीभ के खुरदुरेपन से मैं आनन्द की अनंत ऊंचाइयों को छूने लगी और मेरे मुँह से स्वत: ही ‘आहह आह्ह.’ निकलने लगी.
मैं बेचैन होने लगी.
वह पूरी तल्लीनता से अपनी जीभ को मेरी गांड के छेद में अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ मिनट तक वह जीभ अन्दर बाहर करता रहा, तो मुझे रहा नहीं गया.
मैंने कहा- जान, अब डाल भी दो.
वह जैसे मेरे आदेश की प्रतीक्षा ही कर रहा था.
उसने खड़े होकर अपने लंड में थूक लगाया और मेरी गांड के छेद में भी थूक टपका कर लंड के सुपारे से थूक को मलने लगा.
मैं उसके गर्म लंड के सुपारे की तपिश से और भी ज्यादा मचलने लगी.
मुझे उस तपिश से प्यार होने लगा था और इस बात की तो मानो परवाह ही नहीं रह गई थी कि लंड जब गांड में घुसेगा तो क्या हश्र होगा.
फिर उसने अपना लंड मेरी गांड के छल्ले में फँसाया और जब तक मैं कुछ कहती या उसे रोकती, तब तक तो उसने एक हल्का सा धक्का दे ही दिया था.
उसका लंड मेरी गांड को फैलाता हुआ अन्दर पेवस्त हो गया था.
मैं दर्द से तड़प गई थी.
फिर वो थोड़ी देर के लिए रुक गया.
इसके बाद उसने फिर से धक्का दे दिया.
इस बार के धक्के से उसका पूरा लंड मेरी गांड के छेद को फाड़ता हुआ अन्दर चला गया.
मैं दर्द से तड़फ उठी और उसकी मजबूत पकड़ से छूटने का प्रयास करने लगी थी.
वह गांड मारने में शायद पारंगत था.
उसने बिना कोई अवसर दिए मेरी कमर को पकड़ा और लंड को अन्दर बाहर करने लगा.
मैं ‘आअह्ह्ह उफ्फ्फ …’ कर रही थी.
कुछ ही पलों बाद मुझे असीम सुख मिलने लगा.
मेरी गांड की खुजली मिटने सी लगी.
अब तो वह मुझे किसी वरदान से कम नहीं लग रहा था.
मुझे बेहद मजा आने लगा था.
मैं गांड मटकाती हुई बोली- आह जान … और जोर जोर से चोदो!
वह मुझे और जोर जोर से चोदने लगा.
गांड में लंड पेलने के साथ साथ वह मेरी गांड में थप्पड़ भी मार रहा था.
मैं उफ्फ्फ आह्ह कर रही थी और वह बहुत जम कर मेरी गांड मार रहा था.
उसने कहा- जान आपकी गांड बहुत मस्त है.
अब तो वह खुद बस लंड पेले हुए खड़ा था और उसका लंड मेरी गांड में अन्दर बाहर होकर मुझे चोद रहा था क्योंकि मैं उसका साथ देती हुई अपनी कमर को उसके लौड़े पर धकेल रही थी.
कुछ आधा घंटा तक वह मेरी गांड को चोदता रहा.
वैसे मैं बता दूँ कि मैं डोमिनेट भी करना पसंद करती हूं.
अब मैंने अपनी इसी डोमिनेट करने वाली आदत के कारण उससे कहा- बेड पर चलो राजा.
वह समझ गया कि अब मैं पोज बदल कर गांड मरवाऊंगी.
मैं उसे बिस्तर पर चित लेटा कर उसके ऊपर आ गई.
मेरी गांड में उसका लंड घुस गया और मैं उसकी छाती पर अपने दूध झुलाती हुई उसकी आंखों में देखने लगी.
वह नीचे से अपनी कमर उठा कर लंड को गांड में सैट करते हुए मेरे मम्मों को जोर जोर से चूमने चाटने लगा.
उसी वजह से लंड गांड से निकल गया.
मैंने अपने हाथ से उसके लंड को पकड़ लिया और उसे अपनी गांड और चुत के छेद से रगड़ कर खेल रही थी.
मैंने उसके दोनों पैरों को फैलाया और उसके लंड को अपनी चूत में ले लिया.
वह आह करके मेरे दूध मसलने लगा और मैं जोर जोर से उसके लंड को अपनी चुत में अन्दर बाहर करने लगी थी.
वह भी कहने लगा- आह जान … सच में बहुत मज़ा आ रहा है.
वह जोर जोर से अपनी गांड उठा कर लंड को चुत के अन्दर बाहर करने लगा.
मैं भी उसकी लय से लय मिलाती हुई अपनी गांड को उसके लौड़े पर पटक रही थी.
ऐसा लग रहा था मानो उसका लंड मेरी चूत को सलाम कर रहा हो.
वह बहुत तेज तेज आहें भर रहा था.
फिर मैंने अपनी गति बढ़ा दी.
वह आहहह उफ्फ करने लगा.
कुछ देर बाद उसका वीर्य मेरी चूत में ही निकल गया.
थोड़ी देर तक मैं भी उसके ऊपर ही लेटी रही, फिर बाथरूम में जाकर चुत गांड साफ की.
इस तरह से मैं अपनी चूत और गांड चुदाई का मज़ा लेती रही.
उस रात हम दोनों ने चार बार चुदाई की. तीन बार चुत में लंड लिया और एक बार गांड में लिया.
सुबह उठ कर हम दोनों अपने अपने घर चले गए.
ये मेरी पहली सेक्स कहानी है.
मेरी बस इतनी सी कामना है कि मुझे आप सबका प्यार मिले.
प्लीज मुझे जरूर बताएं कि मेरी डेटिंग एप्प सेक्स कहानी आपको कैसी लगी!
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