अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, अपने लंड और चूतों को संभाल कर बैठना, ये हिंदी सेक्स स्टोरी पढ़ने के बाद आप चाहें तो अपना बाथरूम यूज कर सकते हैं.
मेरा नाम सैंडी है और मैं गुडगाँव मैं जॉब करता हूँ.
यह कहानी तब की है.. जब मैं बोर्ड की पढ़ाई कर रहा था.
हमारे पड़ोस में एक परिवार रहता था, अंकल आंटी के साथ उनकी दो जवान लड़कियां थीं. एक की उम्र 18 साल और बड़ी लड़की की उम्र कोई 21 साल होगी. दोनों एकदम अप्सरा जैसी खूबसूरत थीं. मुझे तो बड़ी वाली अनुष्का ज़्यादा पसंद थी. उसका फिगर 34-28-36 का होगा, लेकिन जब वो एकदम फिट टॉप पहनती थी, तो लगता था.. उसके बूब्स बाहर निकल आएंगे.
हमारी पहचान हुई स्टडी के बहाने क्योंकि वो ग्रेजुयेशन कर रही थी और उसकी बहन स्कूल में थी. मेरी मॉम ने उसकी मॉम को बोल कर मेरी टयूशन उसी से लगा दी. अब मेरा पढ़ाई में कम मन लगता था और मैं पढ़ते वक्त बस उसी को घूरता रहता था.
यह बात उसको भी जल्दी पता चल गई.
एक दिन जब उसकी बहन नहीं थी, तो वो मुझसे बोली- तू मुझे टयूशन के टाइम क्या घूरता रहता है?
यह सुन कर मैं घबरा गया और बोला कि मेम मैं नहीं घूरता लेकिन आप इतनी खूबसूरत हो कि नज़र हटती ही नहीं है.
मेरी बात सुनकर वो खुश हो गई, छोटा समझ कर उसने मुझे गाल पर किस किया और बोली कि तू खूब देखा कर.. जो तुझे देखना है.
यह सुन कर मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैं बोला- अनुष्का मेम, जो मुझे देखना है, वो आप दिखाओगी नहीं?
ये सुन कर उसको थोड़ा गुस्सा आ गया और वो बोली- ऐसा क्या देखना है तुझे?
मेरा लंड जो खड़ा था, वो भी उसने देख लिया था. उसके गुस्से को देख कर मेरी गांड फट रही थी.
मैंने बोला- छोड़ो मेम कुछ नहीं देखना, मैं तो मज़ाक कर रहा था.
उस दिन इतना बोल कर मैं घर वापिस आ गया.
अगले दो दिन मैं टयूशन नहीं गया तो उसका फोन मेरी मॉम के पास आया कि सैंडी दो दिन से टयूशन क्यों नहीं आ रहा है?
मॉम ने मुझे ज़बरदस्ती उसके पास टयूशन के लिए भेज दिया. मैं डरता हुआ उसके पास पहुँचा. उस दिन उसके घर पर हम दोनों के अलावा कोई नहीं था क्योंकि उसके घरवाले कहीं पार्टी में गए थे.
आज अनुष्का कुछ अजीब सी निगाहों से मुझे देख रही थी. आज उसने जो कपड़े पहने थे, उनको देखते ही मेरा लंड टाइट हो गया था. आज उसने मिनी स्कर्ट पहनी थी और नीचे पेंटी नहीं पहनी थी. ऊपर पिंक कलर की एकदम फिट टी-शर्ट पहनी थी, अन्दर शायद ब्रा भी नहीं पहनी थी क्योंकि मैं उसके कड़क निप्पलों को देख सकता था.
वो ऊपर बेड पर बैठी थी और मैं नीचे फर्श पर बैठा था. मुझे उसकी चूत देखने का मन हो रहा था.
मैं अपनी बुक्स खोल कर पढ़ रहा था. अनुष्का ने अपनी टांगें थोड़ी खोलीं और मुझसे बोली- सैंडी उस दिन क्या देखने को बोल रहे थे तुम?
मैंने डरते डरते ऊपर देखा तो नज़र सीधे उसकी टांगों के बीच में गई. उसकी चूत पर काले बालों का गुच्छा था और उन काली झांटों के बीच से अनुष्का की गुलाबी चूत की जो झलक दिख रही थी, उसको देखते ही मेरा 6 इंच का लंड पेंट फाड़ कर बाहर आने को बेताब हो रहा था.
इसको अनुष्का ने भी देख लिया था. अनुष्का बोली- तू ऊपर बैठ और बता क्या देखना है, आज मैं तुझे सब दिखा दूँगी.
मैंने उससे कहा कि आपने आज पेंटी नहीं पहनी है क्या?
वो अंजान बन कर बोली- तुझे कैसे पता?
मैंने कहा- आपकी वो दिख रही है ना!
अनुष्का ने पूछा- वो क्या?
तो मैंने कहा- जहां से पेशाब करते हैं ना.. वो..
वो ये सुन कर हंसने लगी और बोली- उसको चूत कहते हैं.. और जो तेरा पैन्ट के अन्दर खड़ा है, उसको लंड कहते हैं.
उसके मुँह से ये सुन कर मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैं बोला कि मुझे पता है और मैंने चुदाई के काफी सेक्स वीडियो भी देखे हैं.
वो मेरी बात सुन कर हंसने लगी.
मैंने अनुष्का से आप से तुम पर आते हुए बोला- मैं तुमको नंगी देखना चाहता हूँ, तुम बहुत खूबसूरत हो.
अनुष्का बोली- देख कर क्या करेगा?
मैंने कहा- मेरा बहुत मन करता है तुम्हें नंगा देखने को.
अनुष्का उठी और बोली- तू स्टडी कर.. मैं नहा लूँ जरा..
और इतना कह कर वो बाथरूम में चली गई, वो चाहती थी कि मैं उसको देखूँ इसलिए उसने बाथरूम की लाइट ऑन की और गेट भी थोड़ा सा खुला छोड़ दिया.
जैसे ही उसने शावर ऑन किया, मैं गेट के पास जाकर अन्दर देखने लगा. अन्दर का जो नज़ारा था दोस्तो, आज भी मेरी नज़रों से नहीं हटता है. मेरे सामने अनुष्का शावर के नीचे पूरी नंगी खड़ी थी, उसके चूचे एकदम टाइट एक मीडियम साइज़ खरबूजे जैसे थे, जिसको दबाने का मन कर रहा था. उसकी चूत काले बालों के बीच ऐसी लग रही थी जैसे घने जंगल में कोई गुलाबी अप्सरा.
वो घूमी तो उसकी लचकती कमर एकदम नागिन जैसी और गांड सहारा रेगिस्तान के छोटे छोटे रेत के ढेर जैसे एकदम गोल गोल.
मैं अपनी ज़िप खोलकर अपना लंड को सहला रहा था, जो एकदम टाइट हो गया था और अनुष्का की चूत में जाने को बेताब था.
मेरी आँखें मज़े से बंद हो गई थीं, तभी अचानक उसने झटके से गेट खोल दिया, मैं उसके सामने लंड हाथ में पकड़े खड़ा था और वो सिर्फ़ तौलिया में मेरे सामने थी.
वो चिल्ला कर बोली- ये सब क्या कर रहा है, तेरी मॉम को आज ही बताऊंगी.
मैं डर गया और डर के मारे मैंने उसको ही पकड़ लिया. मैंने जैसे ही उसे पकड़ा तो उसका तौलिया खुल गया, अब वो मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थी और अपने हाथों से चुचियां छुपा रही थी.
मुझे कुछ समझ नहीं आया तो मैं झट से अपना बैग उठा कर जाने लगा.
उसने मुझे रोक कर बोला- रुक.. तुझे इसकी सज़ा मिलेगी.. नहीं तो मैं तेरी मॉम को सब कुछ बता दूँगी.
मैंने घिघयाते हुए कहा- मेम जो सज़ा देनी है, दो लेकिन प्लीज़ मॉम को मत बताना.
उसने कहा- तुझे आज सब करना होगा, जो तूने वीडियो में देखा है.
मैं मन में खुश हो गया था कि आज तो वो मौका मिल रहा है, जो मैं कब से ढूँढ रहा था. लेकिन मैंने अंजान बनते हुए कहा कि मुझे वो सब करना नहीं आता है, मैंने बस देखा है.
अनुष्का अपने होंठों पर जीभ फेरते हुए कामुक स्वर में बोली- डर मत.. मेरे पास सीडी है, उसको देख ले और हम दोनों वैसे ही मज़े करेंगे.
मैंने कहा- ठीक है.
अनुष्का ने अपने नंगे बदन पर तौलिया लापता और अब हम दोनों उसके मॉम डैड के रूम में आ गए. उसने अपनी मॉम की दराज से एक सीडी निकाली और टीवी ऑन करके हम दोनों सेक्स वीडियो देखने लगे.
वो तो साली पहले से ही नंगी थी, उसने बस तौलिया हटाया और मुझसे कहा कि तू भी अपने कपड़े उतार जल्दी.
मैंने उसके मम्मों को हसरत भरी निगाहों से देखा और जल्दी से अपने सारे कपड़े उतार दिए.
वीडियो में एक नीग्रो एक गोरी मेम की चुदाई कर रहा था, उसका लंड एकदम घोड़े जैसा था.
अब मैं और अनुष्का एक दूसरे से चिपक गए और मैं उसके होंठों को चूसने लगा. ऐसा मज़ा मुझे आज तक किसी चीज़ में नहीं आया था. मैं उसके पूरे शरीर पर किस कर रहा था, उसके मुँह से ‘आह.. आहह..’ की आवाजें आ रही थीं.
जैसे ही मैं उसे किस करते नीचे पहुँचा, उसने मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत पर लगा दिया और बोली- चूस इसे..
वो बड़बड़ा रही थी- आह.. मॉम डैड को देख देख कर मैं कब से चुदना चाह रही थी.. आह आज तू मुझे चोद दे..
मैंने चूत चाटते हुए उसे उसकी मॉम डैड की चुदाई कैसे देखी, के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि एक दिन रात को उसने मॉम डैड को चुदाई करते देख लिया था तब से वो चुदासी हो गई है.
मुझे उसकी चूत की खुशबू बड़ी मस्त लग रही थी. मैंने पूरी जीभ उसकी चूत के अन्दर तक डाल दी. अब वो भी चूत उठा उठा कर मेरा सिर अपनी चूत पर दबा रही थी- आह.. सैंडी.. आहह.. आहह.. पूरा चूस ले सैंडी.. निकाल दे आज सारा पानी.. आअहह.. आअहह…
बस 5 मिनट और चूसने के बाद उसका पानी निकल गया और मेरे चेहरे पर उसके चूत रस की मलाई फ़ैल गई. वो बहुत खुश थी, उसने मुझे मुँह साफ़ करने के लिए अपना वही तौलिया दे दिया.
अब मैंने उससे कहा कि अब उसकी बारी है, वो मुझे बेड पर चित लिटाकर मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. मेरे लंड का सुपारा काफ़ी मोटा है सो उसको पूरा अन्दर लेने में थोड़ी दिक्कत हो रही थी.
यूं ही थोड़ी देर चूसने के बाद वो बोली- आह.. मेरा मुँह दुखने लगा है तेरा लंड बहुत मोटा है. मैं और नहीं चूस सकती, अब तू इसे मेरी चूत में अन्दर पेल दे सैंडी.. मैं और नहीं सह पाऊंगी.
मैं उसके ऊपर आकर लंड उसकी चूत पर घिसने लगा और धीरे धीरे डालने लगा. लेकिन उसको पेन नहीं हो रहा था तो मैंने पूछा- क्या तुमने पहले किसी से चुदवाया है?
अनुष्का बोली- चुदवाया नहीं है, लेकिन बैगन मूली वगैरह काफ़ी बार अन्दर डाला है, सो मेरी चूत पूरी खुल गई है.
ये सुनते ही मैंने ज़ोर से धक्का मारा तो पूरा लंड एक ही बार में अन्दर घुस गया, अनुष्का के मुँह से चीख निकलने वाली थी, मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से दबा लिया और थोड़ी देर रुक गया.
वो तड़फ कर बोली- आह तेरा लंड बैगन से बड़ा है.. तुझे थोड़ा आराम से डालना था.
मैंने सॉरी बोला और धक्के लगाने लगा.
धीरे धीरे हम दोनों को मज़ा आने लगा. वो बोली- आह मजा आ रहा है.. ज़ोर ज़ोर से चोद सैंडी.. आ.. आह..
मैंने स्पीड थोड़ी बढ़ा दी. अब वो भी गांड उठा कर चूत उछाल रही थी.
‘अया.. अया.. बड़ा मज़ा आ रहा है और पेल.. सच में तू कमाल का चोदू है.. आह..’
कुछ देर की चुदाई के बाद उसने मुझे बेड पर अपने नीचे ले लिया और खुद ऊपर आकर मुझे चोदने लगी. इस स्थिति में उसके झूलते हुए मम्मे मुझे बड़ा मस्त लग रहे थे. मैं उसके मम्मों को खूब जोर से दबा रहा था. भगवान की कसम उसके मम्मों दबाने में क्या मस्त मजा आ रहा था.
मैं भी मज़े में उसको बोले जा रहा था- आह.. अनुष्का आज चोद दो मुझे.. अया.. अया..
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद उसका पानी दोबारा निकल गया.
अब मैंने फिर से उसको बिस्तर पर लिटाया और उसके ऊपर आकर उसे चोदने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था और अनुष्का के मुख से सिसकारियाँ निकल रही थी- उम्म्ह… अहह… हय… याह…
कुछ मिनट बाद मेरा भी होने वाला था, मैंने बोला- मेरा रस निकलने वाला है.. कहां निकालूँ मेरी जान?
वो बोली- मेरे मुँह में निकालना, मुझे टेस्ट चैक करना है और प्रेग्नेंट भी नहीं होऊंगी.
मैंने अपना लंड अनुष्का की बाहर निकाला और हिला हिला कर पूरा माल उसके मुँह और फेस पर डाल कर उसने नहला दिया.
हम दोनों बहुत खुश थे, साथ में बाथरूम में जाकर शावर लिया. मैं खुश होकर घर आ गया. उस दिन के बाद हमने जब भी मौक़ा मिलता, काफ़ी बार चुदाई की.
दोस्तो, आपको मेरी ये हिंदी सेक्स स्टोरी कैसी लगी, ज़रूर बताना. अगली कहानी में उसकी छोटी सिस्टर नीलिमा की चुदाई की कहानी सुनाऊंगा.
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